पत्नी ने कहा: 1.50 लाख रुपए उधार लिए उसी के साथ रहेगी
अनूपपुर। उप्र
की ज्योति मौर्य की तरह मंगलवार की जनसुनवाई में मामला आया जहां पति ने अपनी
पत्नी और बच्चों को वापस बुलाने के लिए कलेक्टर से गुहार लगाई। इस पति की कहानी ज्योति
मौर्य की तरह हैं जहां पति पत्नी की नौकरी लगने के बाद वह बेटी को लेकर अपने
प्रेमी के साथ रहने लगी, और वापस नहीं आना चाहती।
पति जोहन
भारिया निवासी ग्राम पकरिहा का ने बताया कि पत्नी मीनाक्षी भारिया को 1 लाख 15
हजार रुपए का ऋण लेकर पढ़ाया। 2 साल तक कर्ज में रहा, बीमा तक का
पैसा उसकी पढ़ाई के लिया खर्च किया। मीनाक्षी जीएनएम की ट्रेनिंग
खंडवा चिकित्सालय की पूरी करने के बाद मुझे अपना पति माने से इनकार कर दिया। मेरी
एक बच्ची है, जिसका नाम रूही भारिया (7) वो उसे भी अपने साथ ले गई।
जोहन ने बताया
कि मेरी पत्नी मीनाक्षी पहले ही शादीशुदा थी,
लेकिन वह अपने ससुराल नहीं जाती थी। उसके
घरवालों के जवाब के बाद मैंने बिना किसी को बताए मंदिर में उससे शादी कर ली।
पढ़ी-लिखी होने के कारण उसे पटवारी, शिक्षक और नर्सिंग के नौकरी के लिए प्रयास किया। नर्सिंग में
उसका होने के बाद नर्स बनने के लिए खंडवा चिकित्सालय चली गई। बीच-बीच में घर भी
आती थी, लेकिन वह भी मेरे घर ना आकर अपने मायके में ही रहती थी। जब उसको
मैंने अपने घर पकरिया जाने को बोला तो उसने कहा कि मेरी लाइफ में कोई और आ गया, तुम दूसरी
पत्नी देख लो। जोहन अपनी बिटिया को लेकर गुजरात काम करने के लिए चला गया। यहां
उसकी पत्नी, साला अमित और अन्य व्यक्ति के साथ आ गई और मुझे जान से मारने की
धमकी दी। उसने कहा कि वह किसी अन्य व्यक्ति से 1.50 लाख रुपए उधार लिए और वह उसी
के साथ रहेगी। इसके बाद मीनाक्षी मेरी बेटी को भी ले गई।
जनसुनवाई में
67 आवेदकों ने बताई अपनी व्यथा
जनसुनवाई में आज
संयुक्त कलेक्टर दिलीप पाण्डेय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने आवेदकों की
समस्याओं को सुना तथा उनके आवेदनों पर आवश्यक कार्यवाही की। जिसमें उचित वेतनमान
न मिलने, रोजगार दिलाए जाने, संविदा राशन विक्रेताओं के वेतन वृद्धि संबंधी, अतिक्रमण के
संबंध में, बैंक खाते में होल्ड लग जाने, प्रधानमंत्री
आवास योजना की किश्त दिलाए जाने, नगरपालिका कोतमा के कांजी हाउस में प्रदाय की गई भूसे की राशि
दिलाए जाने, बांध के कारण धान की फसल नष्ट हो जाने, अतिथि शिक्षक
भर्ती के संबंध में, परिवार समग्र आईडी में संशोधन कराने आदि के संबंध में आवेदन
प्राप्त हुए।
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