सेवानिवृत्त और वर्तमान सहायक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी शामिल, पूर्व में सहायक कृषि विस्तार अधिकारी सहित उनके 4 परिजनों के विरुद्ध मामला दर्ज हैं
अनूपपुर। जिले के पुष्पराजगढ़ में सहायक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा फर्जी तरीके से कर्मचारियों के वेतन एवं अन्य स्वत्वो का भुगतान अपने रिश्तेदारों के खाते में डाल कर की गई धोखाधड़ी पर 6 जून को थाना राजेंद्रग्राम में सहायक कृषि विस्तार अधिकारी सुखलाल अहिरवार और उनके 4 परिजनों के विरुद्ध धारा 420, 409, 467, 468, 471 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था। जांच के बाद सोमवार कोकृषि विस्तार अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हो चुके मथुरा चौधरी एवं वर्तमान में निशा सिन्हा को भी अरोपित बनाया गया हैं।
जिले के पुष्पराजगढ़ में कृषि विभाग
में पदस्थ कृषि विस्तार अधिकारी ने साठगांठ करते हुए फर्जी तरीके से कर्मचारियों
के वेतन एवं अन्य स्वत्वो का भुगतान अपने रिश्तेदारों के खाते में कर दिया था। जिसमें
सहायक कृषि विस्तार अधिकारी सुखलाल अहिरवार और उनके 4 परिजनों के विरुद्ध धारा 420, 409, 467, 468, 471
के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था। अधिकारियों की भूमिका और उनके संबंध में
अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध करने के लिए लोक अभियोजक को पत्र लिखा गया था जिसमे एक सेवानिवृत्त
अधिकारी एवं एक महिला अधिकारी का नाम आने के बाद मामले में नाम बढ़ा दिए गए हैं।
अब तक 7 बने आरोपितों में एक करोड़
रुपए से अधिक के घोटाले में पुष्पराजगढ़ पदस्थ रहें सहायक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी
सुखलाल अहिरवार और उनके 4 परिजनों के विरूध 6 जून को थाना राजेंद्रग्राम में मामला
पंजीबद्ध किया गया था। नए आरोपितों में कृषि विस्तार अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त
हो चुके मथुरा चौधरी एवं वर्तमान में पदस्थ निशा सिन्हा का नाम भी शामिल किया गया
है। धोखा की धाराओं में दोनों आरोपितों के नाम जोड़ते हुए जांच आगे बढ़ाई जा रहीं हैं।
जांच में इन दोनो अधिकारी के पासवर्ड के दुरुपयोग से किए जाने की बात सामने आई थी।
पुलिस पूरे मामले को लेकर विवेचना में
जुटी हुई है वहीं सोशल मीडिया में भी यह मुद्दा गरमाया हुआ है। जिसमें एक युवती ने
सोशल मीडिया में पोस्ट किया है कि निशा सिन्हा के द्वारा नवनीश इंटरप्राइजेज के
नाम पर कई बिलों का भुगतान शासकीय राशि से किया गया है। यह फर्म निशा सिन्हा के
पति के नाम पर है, जिसका कोई भी कार्यालय या दुकान कहीं
भी संचालित नहीं है। इसकी पुष्टि हम नहीं करतें है किंतु पुलिस के द्वारा इस मामले
की जांच किए जाने की बात भी कही जा रही है।
6 जून को प्रकरण पंजीबद्ध होने के साथ
ही पुलिस ने मामले की पड़ताल प्रारंभ की। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही हैं अरोपियों
की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अब तक 7 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज हो चुका है।
कोई भी अरोपित गिरफ्तार नहीं हुआ है। सूत्रों की माने तो इस पूरे मामले में उप
संचालक कृषि विभाग अनूपपुर की भूमिका को लेकर भी पुलिस के द्वारा लोक अभियोजन को
पत्र लिखा जा चुका हैं। जहां पदीय दायित्वों एवं पूरे प्रकरण में उनकी जिम्मेदारी
के संबंध में राय मांगी गई हैं प्रकरण में घोटाले की राशि और आरोपियों की संख्या
बढ़ने की बात भी कही जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने
बताया कि जांच के बाद एक सेवानिवृत्त और वर्तमान सहायक ग्रामीण कृषि विस्तार
अधिकारी का नाम शामिल किया गया हैं। विवेचना जारी हैं संख्या बढ़ सकती हैं।
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