अनूपपुर। प्रदेश के नर्सिंग आफिसर
एसोसिएशन अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चित कॉलीन हड़ताल पर है। जिला
चिकित्सालय अनूपपुर में नर्सो द्वारा 15 जुलाई को 2 घंटे दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे
तक संकेतिक हड़ताल पर रही है। वहीं एसोसिएशन ने इमरजेंसी सेवाएं भी रोक दी है, जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ी सकती है तथा मांग
पूरी नही होने पर 16 जुलाई रविवार से अनिश्चितकॉलीन हड़ताल पर जाने की धमकी दी हैं।
नर्सिंग आफिसर्स एसोसिएशन अनूपपुर की जिलाध्यक्ष नीना खेस ने बताया कि नर्सिग
एसोसिएशन द्वारा पूर्व में कई वर्षो से ज्ञापन देकर प्रत्यक्ष चर्चा कर मांगो के
निराकरण के संबंध में निरंतर शासन व विभागो से चर्चा किया जा रहा है कि प्रदेश की
नर्सिग संवर्ग की मांगो का निराकरण किया जाये परंतु मांगो का निराकरण आज तक नही
किया गया। जिससे प्रदेश की नर्सिग संवर्ग में असंतोष व्याप्त है।
नर्सिंग आफिसर्स एसोसिएशन की 10 सूत्री
मांगो में प्रस्तावित ग्रेड पे वेतनमान बढ़ाये जाने, रात्रिकालीन आकस्मिक चिकित्सा भत्ता स्वास्थ्य
विभाग के चिकित्सकों को 500 प्रति रात्रि दिये जाता है जबकि इसके संलग्न नर्सेस
एवं पैरामेडिकल कर्मचारियों को भी 500 प्रति रात्रि आस्मिक चिकित्सा भत्ता दिये
जाने, प्रदेश के चिकित्सा विभाग में स्वसासी अधिकारी
कर्मचारियों को वर्ष 2015 के भर्ती नियमों में संसोधन किया जाने साथ ही भत्ता
नियमों में संसोधन करते समय एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को सुझाव लिया जाने, ग्वालियर एवं रीवा मेडिकल कॉलेज में जीएनएम
नर्सिग को 3 एव बीएसी नर्सिग को चार वेतन वृद्धि दी गई है, जबकि अन्य मेडिकल कॉलेजों में नही दी गई, विभाग द्वारा सौतेला व्यवहार किया गया जिस पर
ग्वालियर एवं रीवा मेडिकल कॉलेज की भांति अन्य शासकीय मेडिकल कालेज के नर्सिग
आफिसर को तीन एवं चार वेतनवृद्धि दिये जाने, नर्सिग स्टूडेल्ट का स्टायफेड 300 से बदलकर
8000 किये जाये, नर्सिग संवर्ग की मांगे न्यायालय में
में विचाराधीन है ऐसी स्थिति पर विभाग द्वारा पदोन्नती पद पर प्रभार के तौर पर
प्रभारी बनाया जाये, नर्सिग टयूटर के पद सृजित किये जाये, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के अंतर्गत
संचनालय स्तर पर सहायसक संचालक का पद सृजित है जो नर्सिग का है, वर्तमान में अन्य कैडर से कराया जा रहा है जो
अनुचित है सहायक संचालक के पद पर नर्सिग संवर्ग से ही कार्य कराया जाये, पुरानी पेंशन योजना पूर्व की भांति लागू की
जाये, प्रदेश के चिकित्सा विभाग स्वसासी अंतर्गत
कार्यरत कर्मचारियों को सांतवा वेतनमान का लाभग जनवरी 2018 से दिया जाने संबंधी
अन्य मांग हैं।
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