कार्यवाही ना होने पर दी आंदोलन की चेतावनी
अनूपपुर।
कोतमा जनपद के ग्राम मौहरी, ठोडहा,
बसखली, बसखला के ग्रामीणों ने मंगलवार को
जनसुनवाई में जेएमएस कंपनी प्रबंधन द्वारा भूमि का अधिग्रहण किए जाने के पश्चात
मुआवजा तथा रोजगार दिये बगैर कार्य प्रारंभ करने पर ग्रामीणों की आपत्ति करने पर झूठे
अपराधिक मामले में फंसाने की धमकी जेएमएस कंपनी प्रबंधन द्वारा दिए जाने के आरोप
ग्रामीणों ने मामले पर कार्यवाही की मांग की है।
ग्रामीणों की
शिकायत में बताया गया कि जेएमएस कंपनी द्वारा अब तक ग्राम पंचायत बसखली से
अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लिया गया है और फर्जी तरीके से जनसुनवाई करा लिया गया
है। ग्रामीणों ने बताया कि अनूपपुर जिला पांचवी अनुसूची के अंतर्गत आता है जिसमें
आदिवासियों को जल जंगल जमीन पर प्रथम अधिकार हैं वह कोई भी कंपनी स्थापित होने के
लिए 75 प्रतिशत स्थानीय आदिवासियों तथा भू स्वामी की स्वीकृति आवश्यक है। जिस पर
जेएमएस कंपनी प्रबंधन के द्वारा मनमानी करते हुए गुंडागर्दी के साथ बिना मुआवजा
तथा रोजगार प्रदान किए बगैर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है और विरोध करने पर झूठे
अपराधिक मामलों में फंसाने तथा उठाने की धमकी ग्रामीणों को दी जा रही है।
इसके साथ ही
ज्यादातर भूमि स्वामी तथा ग्रामीण शिक्षित नहीं होने के कारण उनके अधिकारों का हनन
किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जनसुनवाई के दौरान कुछ दिनों पूर्व जेएमएस
कंपनी प्रबंधन द्वारा कहा गया था कि जब मोहाडा चालू करेंगे उस समय मुआवजा व नौकरी
देंगे और अब कंपनी का कोई भी अधिकारी बात करने को तैयार नहीं हैं। ग्रामीणों ने
बताया कि 4 गांव को मिलाकर 475 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कंपनी के द्वारा किया
गया है जहां 525 ग्रामीणों को स्थाई रोजगार देने की बात कंपनी प्रबंधन द्वारा कही
गई थी जो कि अब मुआवजा तथा रोजगार दोनों ही ग्रामीणों को देने से इंकार कर रही है।
नौकरी तथा
मुआवजा देने के पश्चात ही प्रारंभ हो कार्य
ग्रामीणों
ने कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में उल्लेखित किया हैं कि पहले जेएमएस कंपनी प्रबंधन द्वारा
मुआवजा तथा रोजगार प्रदान किया जाए इसके पश्चात ही कोयला उत्खनन का कार्य प्रारंभ
हो। जबकि कंपनी प्रबंधन ठीक इसके विपरीत कार्य करते हुए काम तो प्रारंभ कर चुकी है
लेकिन मुआवजा तथा रोजगार प्रदान नहीं करना चाह रही है।
3 दिनों में
आंदोलन की चेतवनी
ग्रामीणों
ने प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि कंपनी प्रबंधन बिना मुआवजा तथा
रोजगार दिया कार्य प्रारंभ कर दिया गया हैं जिसे रोका जाए नहीं तो 3 दिनों के
पश्चात समस्त ग्रामवासी आंदोलन को विवश होंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें