अनूपपुर। जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहें है। जिला मुख्यालय अनूपपुर निवासी रामानंद को प्रधानमंत्री आवास की पहली किस्त 15 हजार रुपए मिले। उसके बाद अपात्र कर दिया गया है। इसके चलते हितग्राही कर्ज के बोझ के तले दबा जा रहा है। परिवार के गुजर बसर में समस्या आ रहीं है। पीड़ित द्वारा सीएम हेल्प लाइन में चार बार शिकायत की गई कि दूसरी किस्त मिल सके, जिससे आवास का रुका कार्य पुन: शुरू हो सकें, लेकिन सीएम हेल्पलाइन भी हेल्पलेस ही साबित हो रही है। हितग्राही 6 साल से कार्यालय के चक्कर ही लगा रहा हैं। सुनवाई कहीं नहीं।
यह है मामला
नगर पालिका अनूपपुर के वार्ड क्रमांक 14 निवासी रामानंद
तिवारी पुत्र स्वर्गीय भरत लाल तिवारी को वर्ष 2016-17 में पीएम आवास योजना का लाभ
मिला था। पहली किस्त आने के बाद हितग्राही के द्वारा मकान की सामग्री खरीदकर नींव
का काम शुरू करा दिया गया। इसके पहले ही काम पूरा होता कि हितग्राही को योजना से
ही अपात्र कर दिया गया। अब ऐसे में हितग्राही और उसका परिवार कर्ज के बोझ तले दब
गया है,
लगातार हितग्राही के द्वारा इस मामले
में नगर पालिका से लेकर कलेक्टर और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन तक मामले की शिकायत की
गई है। इस मामले में कोई उचित कार्रवाई होती नहीं दिख रही है।
नहीं बता रहे अपात्र होने की वजह
बीते 6 सालों से हितग्राही योजना का
लाभ पाने के लिए कार्यालय के चक्कर लगा रहा हैं। ना तो उसे योजना का लाभ दिया जा
रहा है,
और न ही अपात्र होने का कारण बताया जा
रहा है। ऐसे में कार्यालय के चक्कर से परेशान हितग्राही के द्वारा मुख्यमंत्री
सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई। यहां पर भी विभाग के द्वारा हितग्राही को बिना
संतुष्ट किए सीएम हेल्पलाइन बंद करा दी जा रही है। यह घटना एक दो बार नहीं बल्कि 4
बार हो चुकी है। अभी तक विभाग पीड़ित को यह बताने को तैयार नहीं है कि उसे पीएम
आवास योजना से क्यों वंचित किया जा रहा है। पान का ठेला लगाने वाले रामानंद तिवारी
का कहना है कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वह कर्ज कैसे चुकाएंगे।
दबाव
डालकर बंद कराते हैं, सीएम हेल्पलाइन
रामानंद तिवारी ने बताया कि पीएम आवास के
चक्कर में कर्ज़ का बोझ उनके सर पर बढ़ता जा रहा हैं एक पानठेला से कर्ज कैसे चुकाउगा।
विभाग मदद करने की जगह दबाव डालकर सीएम हेल्प लाइन बंद कराकर उससे मुंह फेर रहा
है।
मुख्य
नपाधिकारी अनूपपुर अंनत धुर्वे ने बताया कि मुझे जानकारी मिली हैं कार्यालय का बाबू
अवकाश में हैं आने के बाद पता करता हूं।
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