बरबसपुर वेयरहाउस को लौटाया पीडीएस से 429 बोरी खराब चावल
अनूपपुर। जिले में खरीदी केंद्र हो या सार्वजनिक वितरण प्रणाली व्यवस्था
हमेशा से सुर्खियों में रहती है। एक तरफ जिला प्रशासन आगामी विधानसभा चुनाव को
लेकर तैयारियो में लगा हुआ है, सड़क पर आने जाने वाले व्यक्तियों पर निगरानी रखी जा रही है।
वहीं दूसरी तरफ गरीबों के निवालो में डाका डालने की तैयारी भी कर ली गई थी। जिला
मुख्यालय के बगल के ग्राम बरबसपुर स्थित मां शारदा वेयरहाउस से 26 अक्टूबर को
शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के लिए चावल भेजा गया। दुकानों ने कीड़े युक्त और
पाउडर हो चुके चावल को वापस कर दिया। शुक्रवार को मामले का खुलासा होने के बाद
नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक और वेयरहाउस प्रबंधक जांच के लिए पहुंचे। ज्ञात
हो कि खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह अनूपपुर विधानसभा के उम्मीदवार हैं। इस घटना से
कांग्रेस के हाथों एक मुद्दा मिल गया।
यह है मामला
मां शारदा वेयरहाउस से 26 अक्टूबर को ट्रक क्रमांक एमपी 65 जेडए
2073 से शासकीय उचित मूल्य की दुकान निगौरा तथा सेन्दुरी में राशन भेजा गया। दोनों
ही जगहों पर जब चावल की बोरियों को अनलोड किया जा रहा था तो उनसे पाउडर हो चुके
चावल की गर्द उड़ रही थी। आनन फानन में ही चावल की परख की गई, इसके बाद सेन्दुरी के सेल्समैन बृजेश पटेल
द्वारा मौके पर पंचनामा बनाकर 306 बोरी खराब चावल को वापस भेजा गया। इसी तरह
निगौरा में भी 60 बोरी चावल खराब होने की वजह से बैरंग वेयरहाउस के लिए रवाना कर
दिया गया।
जानकारी के बाद शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस
संबंध में अवगत कराया गया। नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक मधुर खर्द और खाद्य
विभाग के अधिकारी जांच के लिए पहुंचे। वेयरहाउस में रखे चावल के बोरो के ऊपर से ही
चावल की दुर्गति स्पष्ट दिखलाई दे रही थी। चावल में कीड़े लगे हुए थे और डस्ट उड़
रही थी। वेयरहाउस की लापरवाही की वजह से 560 बोरी चावल को खराब होना बताया जा रहा
है।
वेयरहाउस संचालक और विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से
गुणवत्ता विहीन चावल गरीबों की थाली तक पहुंचता रहा है। पुष्पराजगढ़ क्षेत्र में
खराब राशन बांटे जाने का वीडियो भी वायरल हुआ था। राइस मिलर से सांठगांठ करते हुए
गुणवत्ता विहीन चावल का खेल चलता रहा है। विभाग के मंत्री भले ही इसी जिले से रहे
हो किंतु गरीबों के राशन में हेरफेर होता रहा है।
जांच के लिए पहुंचे अधिकारियों ने वेयरहाउस संचालक को खराब हो
चले चावल के ट्रीटमेंट के लिए 6 दिन का समय दिया है। वही जब उनसे यह पूछा गया कि
जो चावल पाउडर में तब्दील हो चुका है उसका ट्रीटमेंट कैसे होगा। तब वह अलग-अलग
सफाई देते रहें, कीड़े लगे
चावल और जाले में तब्दील हो चुके चावल का ट्रीटमेंट संभव है किंतु पाउडर का कैसे
होगा और पाउडर हो चुके चावल की मात्रा कितनी है इसके संबंध में भी कोई स्पष्ट
जानकारी नहीं मिल पाई। फिलहाल 6 दिन बाद दोबारा जांच के लिए पहुंचने की बात
विभागीय अधिकारियों के द्वारा कही गई।
प्रबंधक, नागरिक
आपूर्ति निगम अनूपपुर मधुर खर्द का कहना हैं कि चावल के ट्रीटमेंट के लिए 6 दिन का
समय दिया गया है। इसके पश्चात एक बार फिर जांच की जाएगी। पीडीएस संचालकों की
तत्परता की वजह से चावल नहीं बट पाया।
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