नवीन भवन नवंबर से होगा प्रारंभ, डॉक्टरों को
सेवा भाव से उपचार करने के दिये निर्देश, विलम्ब पर होगी कार्यवाई
व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने सप्ताह में एक
दिन होगा औचक निरीक्षण
अनूपपुर। जिले सहित जिला चिकित्सालय में बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर
उठते सवालों से हो रहीं किरकिरी से नराज कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने रविवार की शाम
जिला चिकित्सालय अनूपपुर का अकस्मिक निरिक्षण करते हुए प्रबंधन सहित जिले भर के
स्वास्थ्य को कड़ा निर्देश देते हुए कहां कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेंगी।
इस दौरान जिला पंचायत सीईओं तन्मय वशिष्ठ शर्मा भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने सिविल सर्जन डॉ. एस.आर. परस्ते
को फटकार लगाते हुए सक्त निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य व्यस्थाओं में आने
वाली कमियों को तत्काल पूरें करें। इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों को
अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि जिला अस्पताल के डॉक्टर टीम सेवादार बनें, उपचार के लिए
आने वाले रोगियों का सेवाभाव के साथ पूरी संवेदनशीलता से उपचार किये जाने के
निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक दिन स्वयं जिला अस्पताल की
व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर जायजा लेंगे।
कलेक्टर ने चिकित्सालय के विभिन्न वार्डो
का निरीक्षण किया तथा इस दौरान वार्डो में दिखाई पड़ी कमियों को तत्काल सुधारने के
निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक कुमार अवधिया तथा सिविल
सर्जन डॉ. एस.आर.परस्ते को दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि रोगियों के उपचार की बेहतर
सुविधा मुहैया कराने के लिए समय पर डॉक्टरों और कर्मचारियों की उपस्थिति हों
अन्यथा कार्यवाई के लिए तैयार रहें। चिकत्सालय की स्वास्थ्य सेवाओं को रोगियों के
हित में और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी वार्ड का निरीक्षण कर
भर्ती मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं, आईसीयू, ऑपरेशन थियेटर, एक्सरे, सोनोग्राफी, फार्मेसी, पैथोलॉजी लैब, ओपीडी में
डॉक्टरों के साथ अन्य कर्मचारी की उपस्थिति की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल में रखी दो
रखी नई एक्सरे मशीनो का उपयोग करने, 10 बेड युक्त आईसीयू यूनिट एवं एचजी यूनिट
का उपयोग करने, बेडसीट
पर्याप्त मात्रा में होने की बात कहीं, लेकिन वाशिंग मशीन नही होने पर धुलाई में
हो रहीं कठिनाई पर भोपाल से डिमांड किये जाने की बात कहीं। उन्होंने बताया कि
नवम्बर माह के अंत तक नये भवन में जिला चिकित्सालय शिफ्ट कराये जाने की संभांवना
व्य्क्त की। निरिक्षण के दौरान कलेक्टर ने मरीजो को मिलने वाले भोजन पर गुणवत्ता
विहीन दिये जाने पर पर संचालक को जमकर फटकार लगाते हुए व्यवस्थाओं में सुधार लाने
के लिये एक सप्ताह का अल्टीमेंटम दिया।
कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में सेवाएं दे
रहे चिकित्सकों की बैठक लेते हुए स्पष्ट कहा गया कि ड्यूटी टाइम पर चिकित्सकों की
लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चाहें आपातकालीन ड्यूटी हो या ओपीडी के दौरान
दोनों ही समय पर निर्धारित समय पर चिकित्सको की अनुपस्थित पाए जाने पर कार्यवाही
की जाएगी। सुबह से 2 बजे तक तथा शाम के समय 6 बजे तक चिकित्सको की उपस्थिति
अनिवार्य रूप से ध्यान में रखने के निर्देश दिए गए। उन्होने अस्पताल की सफाई
दुरुस्त कराने एवं कैम्पस को स्वच्छ बनाने पर खासा ध्यान देने, चिकित्सालय की
बुनियादी सुविधाओं में गति लाने, डॉक्टरों की विलम्ब से आने की प्रवृत्ति पर
भी लगाम कसने और नहीं मानने वालों पर कार्रवाई करने के कड़े निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने जिला चिकित्सालय की
व्यवस्थाएं सुधारने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन
को आवश्यक रूप से चिकित्सालय के प्रत्येक वार्डो का निरीक्षण करते हुए चिकित्सक
एवं स्टॉफ नर्स सहित ड्यूटी पर उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति के कार्य पर निरीक्षण
रखने तथा लापरवाही पाये जाने उनके खिलाफ तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिये
गये है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक कुमार अवधिया ने बताया कि
स्टॉफ नर्स सहित अन्य स्टॉफ के मरीजों के प्रति जिम्मेदारी को बढ़ाने तथा मरीज के
साथ व्यवहार को सुधारने के लिए कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया है कि स्टॉफ यदि
कार्य के दौरान मोबाइल चलाते हुए पाया गया या फिर सोशल मीडिया या चैटिंग करते देखा
गया तो उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। यह चेतवनी कितनी कारगर साबित होगी समय बतायेंगा।
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