बिसाहूलाल पर लगाया उपेक्षा का आरोप, बदलने की मांग
अनूपपुर। भारतीय जनता पार्टी में अंदर ही अंदर उबालने वाला अंतरकलह
अब सामने आ रहा हैं। भाजपा के मूल कार्यकर्ताओं ने अनूपपुर विधानसभा से बिसाहूलाल को
उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध करते हुए 20 अक्टूबर को प्रदेश अध्यक्ष के नाम जिला
अध्यक्ष रामदास पुरी को 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपते हुए उम्मीदवार का
प्रचार करने में अपनी असमर्थता जाहिर की साथ ही कहा कि इस पर पार्टी समय रहते
विचार करें।
अनूपपुर विधानसभा के मूल भाजपा कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता
पार्टी शीर्ष नेतृत्व द्वारा थोपे गयें उम्मीदवार के खिलाफ आज ज्वालामुखी बनकर फट पड़ा, वरिष्ठ भाजपा नेता उमेश पटेल के नेतृत्व
में भाजपा कार्यालय अनूपपुर में भाजपा जिला अध्यक्ष को मांग पत्र सौंप कर भाजपा उम्मीदवार
प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री विसाहू लाल
सिंह का विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि निष्ठावान कार्यकर्ताओं को उम्मीदवार न बनाकर
पार्टी ने भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ताओं का शोषण करने वाले कांग्रेस से आए हुए
नेता को उम्मीदवार बनाकर अपमान किया हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व के
खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए भाजपा द्वारा घोषित उम्मीदवार बिसाहू लाल सिंह
के विरोध में 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंप कर अपना विरोध दर्ज कराया। भाजपा जिला
अध्यक्ष रामदासपुरी ने कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया लेकिन कार्यकर्ता
उनकी बातों को दरकिनार करते हुए बताया कि भाजपा उम्मीदवार बिसाहूलाल सिंह द्वारा
अपने कार्यकाल के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को किस तरह से प्रताड़ित किया गया और
उनकी अनदेखी की गई।
कार्यकर्ता ने आरोप लगाते हुए कहां कि अनूपपुर विधानसभा प्रत्याशी
चयन को लेकर प्रदेश संगठन द्वारा अनूपपुर भाजपा कार्यकर्ताओं से बिना सहमति लिये चयन
किया गया जो गलत है। उन्होंने कहा कि बिसाहूलाल से भाजपा सरकार बनाने का सहयोग
प्राप्त हुआ इनके उपचुनाव में भाजपा कार्यकर्ता बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और भारी बहुमत
से विजयश्री दिलाया और पार्टी ने मंत्री पद से नवाजा, बिसाहूलाल कांग्रेस से आये कार्यकर्ताओं को
अपने साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल में जाना-पहचाना, किन्तु भाजपा के मूल कार्यकर्ताओं को
बिल्कुल पहचानने का कोशिश नहीं किये लगातार उपेक्षा किया। भाजपा के मूल
कार्यकर्ताओं को संगठन में भी जगह नहीं दिए, आज भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का ही काम करते हैं, और अपने मूल भाजपा कार्यकर्ताओं को सुनते
ही नहीं।
भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सौंपे गए पत्र में मंत्री एवं भाजपा
प्रत्याशी के पीए महेश साहू पर आरोप लगाया लगाते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के
उपर पुलिस प्रशासन से आए दिन एफ.आई.आर. कराने का दबाव बनाया जाता है, और हमारे ऐसे कई छोटे भाजपा कार्यकर्ताओं
के उपर एफ.आई.आर. उन दिनों जब कांग्रेस के विधायक मंत्री रहें तब भी कराया भी गया
है और आज भी मंत्री और उनके पीए द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का
कार्य निरंतर किया गया। आज भी इनकी नीती भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए उल्टी है कार्यकर्ता
प्रताड़ित है। उन्होने कहां कि शासन से प्राप्त होने वाली जनसंपर्क निधी की राशि
को अपने चहेते कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पूरा आबंटित करा दिये भाजपा कार्यकर्ताओं
के कहने पर किसी भी व्यक्ति को इसका लाभ नहीं मिला।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि भाजपा प्रदेश संगठन उम्मीदवार बनाने
के पूर्व यह नियम लाया था कि 70 वर्ष उम्र पार व्यक्तियों को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा
फिर अनूपपुर विधानसभा में क्यों बनाया गया, क्या यहां यह नियम लागू नहीं होता, पार्टी ने बिसाहूलाल को भारतीय जनता
पार्टी ने उन्हें मंत्री पद से नवाजा और भाजपा इनके ऋण से उऋण हो चुकी है अब
इन्हें प्रत्याशी बनाना न्याय उचित नहीं था।
मूल विचारधारा को किया गया दरकिनार
प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के नाम सौंपे पत्र में कहा कि
भाजपा प्रदेश संगठन अनूपपुर विधानसभा से मूल भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा टिकिट का
मांग की गई थी उन्हें दर किनार कर दिया गया। प्रदेश संगठन इन नामों पर विचार कर
लेता तो हम भाजपा कार्यकर्ता कार्य करने के लिए तैयार रहते। मूल भाजपा कार्यकर्ता वर्ष 1980-1990 से
पार्टी को वट वृक्ष के रूप में तैयार किया और अपने इन कार्यकर्ताओं के बारे में
प्रदेश संगठन बात कर निर्णय लेना उचित नहीं समझा है। हम सभी अनूपपुर विधानसभा के
मूल भाजपा कार्यकर्ता प्रदेश के निर्णय का विरोध करते हैं और ऐसी स्थिति में
पार्टी कार्यकर्ता प्रचार कर पाने में अपने आप को अक्षम पा रहें हैं।
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