धू-धू कर जली होलिका,हर्षोउल्लास के साथ मनाया
गया होली का पर्व, रंगों में डूबे लोग अनूपपुर। होली की फाग
एवं डफ्ली पर सुरों की साज के साथ गुरूवार एवं शुक्रवार को जिलेभर में होली का पावन
पर्व हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाया गया। अनूपपुर मुख्यालय सहित कोतमा,
भालूमाड़ा,
बदरा, राजनगर, बिजुरी, रामनगर, जैतहरी सहित पुष्पराजगढ़
के ग्रामीण अंचलों में दो दिनों तक मची होली हुड़दंग में सभी धर्मों के लोग विभिन्न
रंगों के गुलाल में रंगे रहे। खासकर छोटे बच्चों ने गुब्बारों में रंगीन पानी भरकर
दूसरे पर उछालकर होली का आनंद लिया। जिला मुख्यालय में गुरूवार २१ मार्च की रात से
लेकर अहले सुबह तक होलिका दहन एवं रंग खेलने का माहौल बना रहा, जो दोपहर होते होते गुलाल
एवं कीचड़-माटी में बदल गया। इस मौके पर डफ्ली की थाप पर दिनभर फाग थिरकती नजर आई।
बहुरूपिया रूपों में लोगों ने नृत्य व गायन कर फाग का आनंद उठाया। हालांकि होली के
पर्व के साथ फागुन मास की समाप्ति तथा नववर्ष के शुभागमन को लेकर अधिकाशं लोगों ने
सुबह ही स्नान कर मंदिरों में पूजा अर्चन भी किए। वहीं महिलाएं विभिन्न व्यंजनों के
पकाने तथा परिजनों के साथ रिश्तेदारों को बधाई देने में जुटी रही। होली को देखते हुए
प्रशासन ने भी जगह जगह पुलिस बलों की तैनाती कर तथा मोबाईल गश्त से क्षेत्र पर नियंत्रण
रखा। होली पर्व के साथ बहन-भाई का पर्व भैया दूज का पर्व भी शुक्रवार को उल्लास के
साथ मनाया गया। बहनों ने भाईयों की तिलक व पूजन अर्चन कर उनकी लम्बी आयु के साथ सुख
समृद्धि की कामना की। भाईयों ने भी अपनी बहनों को रक्षा शपथ के साथ उनके आंचल खुशियों
की दामन से सजे रहे की कामना की। इस मौके पर भाईयों ने बहनों को उपहार भी दिया।
कोयलांचल क्षेत्र जमुना कोतमा व आस
पास के ग्रामीण क्षेत्र में भी होली का पर्व पिचकारी के निकली रंगीन फुहार व उड़ते
गुलाल की बहुरंगी घटा में रचा-पचा रहा। चारों ओर रंग में भंग का सुरूर तो ढोलक टीमकी
की ताल पर फाग के सुर के साथ हंसी मजाक के माहौल ने क्षेत्रवासियों में नई उमंगता भर
दी। क्या युवा क्या बुजुर्ग या बच्चे सभी होली के रंग में ऐसे डूबे थे कि, बस अपने अपने अदांज में होली
मनाने का जुनून सवार था। लोग सुबह से ही कॉलोनियों के सड़कों पर उतर कर एक दूसरे को
रंग गुलाल लगाकर होली पर्व मनाया।
कोतमा में भी फाल्गुन मास के अंत में सतरंगी रंगों की बारिश
और बुराई रूपी होलिका दहन के रूप में मनाई जाने वाली होली बड़े हर्षोउल्लास के साथ
मनाया गया। 21 एवं 22 मार्च
की सुबह से ही रंग खेलने के लिए बच्चों एंव बड़ो की टोली नगर के गलियों में तरह तरह
के वेश बनाकर ढोल नगाडों के साथ होलिहारो की टोली ने जमकर होली खेली। इस दौरान पूरे
नगर में 2 दिनों तक होली का खुमार छाया रहा। रंगों के त्यौहार पर मुस्लिम भाईयों ने
भी रंग लगाकर भाई चारे का संदेश दिया। विधायक सुनील सराफ, नपाध्यक्ष
मोहनी वर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग भी जगह-जगह होली के कार्यक्रमो में शामिल होकर होली
खेलने के साथ पर्व की शुभकामनाएं दी। जबकि
22 मार्च को नगर की समाजसेवी संस्था समर्पण के सौजन्य से होली मिलन कार्यक्रम के साथ
हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया। गंाधी चौक पर आयोजित इस कार्यक्रम में बाहर से आए
कवियों द्वारा राजनीति, सामाजिक, नेताओं
पर जमकर हास्य व्यंग कसते हुए नागरिकों को भरपूर ठहाके से अभिभूत कराया। हुड़दंगियों
पर नकेल कसने के लिए पुलिस का पुख्ता इंतजाम रही। पुलिस अधिकारी नगर के गलियों में
घूम घूमकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे। दो दिवसीय होली के कारण दो दिन तक कोतमा
की व्यवसायिक प्रतिष्ठानें बंद रही।
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