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शनिवार, 23 मार्च 2019

ठेकेदार की लापरवाही जैतहरी मार्ग बना नासूर,2 किमी सड़क का 1 वर्ष में नही कर सके निर्माण

10 घंटे से अधिक समय तक जाम फंसे तीर्थयात्रियो ने सडक में बैठक जताया विरोध
अनूपपुर आम नागरिकों के लिए नासूर बना अनूपपुर-जैतहरी निर्माणाधीन मार्ग पर शनिवार को तीर्थयात्रियों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। बस यात्रियों की परेशानी को देखते हुए स्थानीय नगरवासी भी सड़क पर उतरते हुए शासन और प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रशासन-जनप्रतिनिधियों और ठेकेदार की लापरवाही में बताते हुए शीघ्र निजात दिलाने की मांग भी दोहराई। इस मौके पर तीर्थयात्रियों व नगरवासियों ने मार्ग से गुजरने वाले सभी छोटी-बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दिया। जिसके कारण दोनों दिशाओं में वाहनों की लम्बी कतार बन गई। यहां तक प्रदर्शनकारियों ने बाइक जैसे वाहनों को एक दिश से दूसरी दिशा नहीं जाने दिया। जाम को देखते हुए आनन फानन में नगरवासियों ने घटना की सूचना कोतवाली थाना और यातायात पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए। हालांकि पुलिस ने लोगों को शांत कराते हुए जेसीबी की मदद से निर्माणाधीन सड़क में फंसी राखड़ भरे वाहन को बाहर निकाल तीर्थयात्री बसों को आगे के लिए रवाना किया। इसके बाद पुलिस ने सड़क को समतलीकरण कराते हुए यातायात सामान्य रूप में बहाल कराई। जाम खुलने के बाद नगरवासियों सहित वाहन चालकों ने भी राहत पाई। बताया जाता है कि पुरी से रीवा-सीधी के लिए पांच बसों में लगभग 200 से अधिक तीर्थयात्री बिलासपुर-अनूपपुर मार्ग से वापस लौट रहे थे, जहां रात 2 बजे तीर्थयात्रियों की पांचों बस अनूपपुर नगरीय क्षेत्र पहुंची। लेकिन अनूपपुर तहसील कार्यालय के समीप सड़क पर राखड़ भरी तीन वाहनों के गड्ढों में फंसे होने के कारण आगे नहीं बढ़ सके। इस दौरान बस यात्रियों ने कुछ समय इंतजार करते हुए यह सोचा कि मुख्य मार्ग के साथ साथ नगरीय क्षेत्र है। वाहनों के फंस जाने पर तत्काल पुलिस द्वारा इसे खाली कराते हुए यातायात को सामान्य बनाने का प्रयास करेगी। लेकिन इंतजार में कई घंटे गुजर गए और सुबह हो गई। इस दौरान तीर्थयात्रियों ने 100 डायल वाहन को सूचना देने का प्रयास किया। लेकिन सामने से कोई जवाब नहीं आया। पानी, नाश्ता सहित अन्य जरूरी व्यवस्थाओं के लिए तरस रहे यात्रियों के सब्र का बांध उस समय टूट गया, जब 10 घंटे बाद भी न तो पुलिस और प्रशासन का कोई अधिकारी मुख्य मार्ग पर फंसी वाहनों को निकवाने मौके पर नहीं पहुंचा। इसके बाद सभी तीर्थयात्रियों ने पूर्व से जाम लगी तीनों वाहनों के बीच बची सकरी मार्ग में ही बैठकर विरोध प्रदर्शन आरम्भ कर दिया। बस यात्रियों ने दोनों दिशाओं की आवाजाही भी बंद कर दी। यात्रियों की विवशता को देखते हुए कुछ नगरवासी भी विरोध का समर्थन करते हुए शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी आरम्भ कर दी। प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। तीर्थयात्रियों का कहना था जबतक प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर जाम नहीं खुलवाते, तबतक वह विरोध से नहीं उठेंगे। अनूपपुर नगरवासियों का कहना है कि जैतहरी पावर प्लांट से रोजाना २ सैकड़ा से अधिक राखड़ भरी वाहनों सहित ट्रकों की आवाजाही रहती है। वाहनों से उडऩे वाले धूल से नगरवासी पिछले सालभर से त्रस्त हैं। प्रशासन को पत्राचार करते हुए नगरवासी थक गए हैं। जनप्रतिनिधियों ने कभी इसका समाधान नहीं निकाला। और ठेकेदार अपनी मनमर्जी से काम कर दो किलोमीटर लम्बी सड़क निर्माण में सालभर गुजार दिए। सालभर बाद भी सड़क निर्माण जहां बंद हुआ था, उससे आगे आरम्भ नहीं हो सका है। प्रत्येक बारिश की बौछार के बाद यह सड़क आमलोगों के साथ साथ वाहन चालकों के लिए नर्क जैसा बन जाता है। कीचड़ रूपी दलदल में भारी वाहनें फंसकर जाम में लग जाती है। जबकि पानी निकासी के अभाव में पूरा सड़क तालाब में तब्दील हो जाता है। बावजूद प्रशासन सड़क बनाने सामने नहीं आ रहा है।

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