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रविवार, 21 अप्रैल 2019

नवजात बच्ची को जंगल में फेंका, अस्पताल लाने के दौरान हुई मौत

अनूपपुर कोतमा वनपरिक्षेत्र के भेडरी तलैया सर्किल बीट केशौरी पीएम 557 के घने जंगल में 20 अप्रैल को एक मां ने अपनी कोख में पली 9 माह की बच्ची को जन्म के बाद जंगल में फेंक दिया। जहां सुबह 21 अप्रैल को महुआ बीनने जंगल आने वाली महिलाओं ने किसी नवजात बच्ची की किलकारी मारने की आवाज सुनी। बच्ची की किलकारी वाले स्थल की ओर पहुंचने पर देखा कि एक नवजात बच्ची बांस के सूपे में निर्वस्त्र पड़ी है। महिलाओं ने तत्काल बच्ची होने की सूचना बीट गार्ड को दी। जंगल में नवजात बच्ची की बात सुन आनन फानन में बीट गार्ड करण सिंह परस्ते सहित उरतान गांव निवासी रोशन चौधरी ने मौके पर पहुंचकर नवजात किशोरी को कपड़े से ढका तथा तत्काल एम्बुलेंस 108 को सूचना देकर स्वास्थ्य केन्द्र निगवानी स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। स्वास्थ्य केन्द्र पर स्टाफ नहीं होने के कारण नवजात को पुन: कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन नवजात बच्ची की सांसे रास्ते में उखड़ गई। सम्भावना है कि बच्ची भूख-प्यास और वातावरणीय प्रभाव के कारण जल्द ही दम तोड़ दी होगी। स्वास्थ्य केन्द्र कोतमा की सूचना पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरम्भ कर दी। कोतमा थाना प्रभारी का कहना है कि यह बहुत ही दुखद और शर्मसार करने वाली घटना है, उपचार के अभाव में बच्ची को नहीं बचाया जा सका। नवजात के जंगल में फंेके जाने की सूचना बीट गार्ड एंव ग्रामीणों के द्वारा मिली थी। घटना में अज्ञात महिला के खिलाफ  अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शी महिलाओं के अनुसार जब सुबह वह महुआ बीनने पहुंचे थे तो झाडिय़ों के पास किसी नवजात के किलकारी मारने तथा रोने की आवाज आई। पास जाकर देखा तो नवजात बच्ची बांस के सूपे में पड़ी थी। डर के कारण किसी ने बच्ची को हाथ नहीं लगाया तथा इसकी सूचना अन्य ग्रामीणों के माध्यम से बीट गार्ड को दी। माना जाता है कि बच्ची पूर्ण माह की थी। साथ ही शरीर पर किसी प्रकार के चोट के भी निशान नहीं थे। सम्भावना है कि रात के दौरान जन्म के बाद बिना दूध पिलाए किसी मां ने इसे जंगल में छोड़ दिया होगा, जहां भूख व प्यास के कारण सम्म्भवत: इसकी मौत हो गई होगी। ग्रामीणों का कहना है कि भ्रूण हत्या के कई मामले सामने आए थे, इनमें पूर्व में वार्ड 12 गोविंदा कॉलरी के नर्सरी में नवजात बच्चा, वन डिपो के पास नवजात बच्चा, कोतमा बस स्टैंड के पास नाली में भ्रूण, निगवानी रोड के पास खेत में नवजात, पसान गांव के पास नवजात, परासी स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर भी इसी प्रकार नवजात को फेंके जाने की घटना सामने आ चुकी है। 

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