सैकड़ाभर ग्रामीण व रिश्तेदार बने
फूड प्वाईजनिंग के शिकार
अनूपपुर। बरसी कार्यक्रम
के अगली सुबह 19 अप्रैल
को लगभग सैकड़ाभर लोग उल्टी-दस्त, बुखार, पेट दर्द की शिकायत की चपेट में आ गए। आनन फानन में परिजनों
ने तत्काल एम्बुलेंस को सूचना देते हुए गांव के ऑटो की मदद से सभी संक्रमित ग्रामीणों
को उपचार के लिए बेनीबारी उपस्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। जबकि कुछ लोगों को
जिले से सटे डिंडौरी के गाडासरई इनमें लगभग आधा संख्या में मरीजों को प्राथमिक उपचार
के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि दर्जनभर गम्भीर लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद सामुदायिक
स्वास्थ्य केन्द्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया है। करनपठार थाना के बसंतपुर
गांव में गोंड परिवार में 18 अप्रैल को आयोजित बरसी भोज का कार्यक्रम ग्रामीणों,
परिजनों व रिश्तेदारों
के लिए जहरीला साबित हो गया। डॉक्टरों का कहना है कि यह स्लो प्वाईजनिंग के लक्षण है।
जिसमें किसी प्रकार की अप्रिय घटना सामने नहीं आई है। वहीं घटना की सूचना के बाद सीएचसी
राजेन्द्रग्राम बीएमओ के नेतृत्व में एक टीम गठित कर बसंतपुर गांव में तैनात की गई
है, जहां डॉक्टरों
की टीम ग्रामीणों पर नजर रख उपचार में जुटी है। बताया जाता है कि 18 अप्रैल की रात करीब 8 बजे बसंतपुर गांव निवासी धन्नूलाल
नागेश की पत्नी की बरसी कार्यक्रम के तहत भोजन का आयोजन हुआ था, जिसमें ग्रामीणों के साथ
साथ धन्नूलाल के परिजन व दूर के रिश्तेदार भी शामिल हुए। खाना में चावल, दाल, सब्जी, पुड़ी, पापड़, और उड़द दाल के बाड़ा बनाया
गया था। रात्रि भोज्य के बाद सभी ग्रामीण अपने घर चले गए। अगली सुबह 19 अप्रैल की सुबह 25 वर्षीय राजू गोंड ने पेट
दर्द की शिकायत परिजनों से की। इसके बाद एक के बाद एक कर पूरे परिजनों, रिश्तेदारों व ग्रामीणों
को उल्टी, दस्त, बुखार और पेट-दर्द की शिकायत आने लगी। आनन फानन में धन्नूलाल नागेश का बहनोई महेश
नागेश ने तत्काल 108 एम्बुलेंस
को सूचना देते हुए ऑटो की मदद से मरीजो ंको उपचार के लिए उपस्वास्थ्य केन्द्र बेनीबारी
में भर्ती कराया। इसमें 60-65 मरीजों को उपस्वास्थ्य केन्द्र में तथा करीब 20-25 मरीजों को डिंडौरी के गाड़ासरई
स्थित स्वास्थ्य केन्द्र तथा 12-15 लोगों को निजी अस्पताल अस्पताल में भर्ती कराया गया। 19 अप्रैल की शाम को लगभग 40-45 लोगों को प्राथमिक उपचार
के बाद उपस्वास्थ्य केन्द्र बेनीबारी से छुट्टी दे दी गई। जबकि दर्जनभर मरीजों को गम्भीर
हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया है। इनमें
4 वर्षीय बालक सागर कुमार,
9 वर्षीय द्रोपती,
9 वर्षीय अमन, 10 वर्षीय मौसम, 10 वर्षीय खिलावन, 9 वर्षीय शैलेन्द्र, 11 वर्षीय अंशिक कुमार,
13 वर्षीय वीरेन्द्र सहित अन्य
शामिल हैं। बेनीबारी उपस्वास्थ्य केन्द्र मेडिकल ऑफिसर अजीत मिश्रा ने बताया कि सम्भावना
है कि खाने पकाने के दौरान कोई जहरीला पदार्थ खाने में मिल गया होगा या फिर कोई सड़ी
खाद्य पदार्थ के इस्तेमाल के कारण खाना विषाक्त बन गया होगा। जिसके कारण खाने के तत्काल
उपरांत उल्टी-दस्त सहित अन्य संक्रमण का प्रभाव सामने नहीं आया। जबकि खाने के 10-12 घंटे बाद यह संक्रमण सामने
प्रकट हुआ।
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