https://halchalanuppur.blogspot.com

गुरुवार, 30 मार्च 2023

हर दांव की नाल पुलिस के नाम जिला मुख्यालय तक, जुए के फड़ में लगता है लाखों का दांव

जंगलो में रस्तोगी व श्यामू की जोड़ी सजवा रहे जुआ का फड़, जगह बदल-बदल कर जुआ खिलाता है गिरोह
अनूपपुर। कोतमा और बिजुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत खोड़री नंबर-1, बुढ़ानपुर, सेमरिया के जंगल और बिजुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत कोठी और पकरिया के जंगलों में धड़ल्ले से जुए का खेल जारी है। यहां रोजाना लाखों की जीत-हार का दांव लग रहा है। यहां जगह बदल-बदल कर जुआ खिलाने वाले आपराधिक प्रवृत्ति का गिरोह पुलिस के नाम से प्रत्येक दांव में नाल निकालते है। पुलिस के नये मुखिया आने के बाद जिले में आपराधिक प्रवृत्ति का गिरोह का तेजी से बढ़ोत्त री हुई हैं। पकड़ छीली होने से सभी थाने अपनी मर्जी के मालिक बन बैठे हैं। जुए के अवैध कारोबार में पुलिसिया संरक्षण के आरोप भी पूर्व की भांति इस बार लगना शुरू हो गए हैं। कोतमा और बिजुरी क्षेत्र जुआरियों का गढ़ बन गया है। यहां रस्तोगी और श्यामू की जोड़ी ने पुलिसिया संरक्षण में जगह बदल-बदल कर खिलाए जा रहे जुआ के खेल में रोजाना लाखों की जीत हार के दांव लगवा रहे हैं।
इस फंड में जिले सहित पड़ोसी जिले व पड़ोस के प्रदेश से भी नामचीन जुआरी भी जुआ खेलने पहुंचते हैं। खोड़री नंबर 1, बुढ़ानपुर, सेमरिया, कोठी व पकरिया के जंगलो में इन दिनों संचालित फड़ों में दो पहिया और चार पहिया दर्जनों की संख्या में पहुंचते भी देखा जाता है। रस्तोगी और श्यामू की जोड़ी इन जुआरियों से लाखों की जीत-हार का दांव लगवाया जाता है। ग्रामीणों में आक्रोश, डर से विरोध नहीं, कोतमा और बिजुरी क्षेत्र के लोगों ने जुआ खिलाने वाले गिरोह में आपराधिक छवि वाले युवाओं के शामिल रहने के कारण भयवश नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जुए के खेल में अनेक खाकी वर्दीधारी भी जीत हार का दांव लगाते हैं। इस खेल के संचालन में आपराधिक प्रवृत्ति के युवाओं की संलिप्तता के कारण ग्रामवासी दहशत के कारण इनका विरोध नहीं कर पाते हैं। जुआ खेल का संचालन करने वाले अपराधिक प्रवृत्ति के युवाओं के विरोध करने पर झूठे मामलों में फंसा देने की धमकी दी जाती है। बताया गया कि जुए के अवैध कारोबार की सूचना कथित पुलिस अधिकारियों को दिए जाने के बावजूद भी राजनीतिक संरक्षण के कारण कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। हर दांव की नाल पुलिस के नाम जिला मुख्यालय तक सूत्रों ने बताया कि जुआ खिलाने वाले लोग प्रत्येक फड़ों पर लगने वाले प्रत्येक दांव में पुलिस अधिकारियों के नाम पर निर्धारित राशि नाल के रूप में जुआरियों से वसूली जाती है। कार्रवाई से बचने के लिए जुआरी प्रत्येक दांव में निकाली जाने वाली नाल राशि का विरोध नहीं करते हैं। पुलिस के नाम से हर दांव में नाल के रूप में रकम निकाले जाने से जुआरी भी बेखौफ जुआं खेलने पहुंचते हैं। इस नाल की नाल जिला मुख्यालय तक जुड़ी हैं। जुए की लत से बर्बादी की कगार पर जुए की लत लग जाने के कारण लाखों रुपए हार चुके अनेक जुआरी बर्बादी की कगार पर पहुंच चुके हैं। जुए में गंवाई रकम वापस पाने के चक्कर में दर्जनों जुआरी सूदखोरों के चंगुल में फंसकर लाखों रुपए के कर्जदार भी हो चुके हैं। इतना ही नहीं जुआ खेलने के लिए ब्याज पर रकम लेने वाले जुआरियों ने अपने मकान सहित जेवरातों को भी सूदखोरों के पास गिरवी रख दिया है। जहां हर बार की तरह इस बार भी पुलिस विभाग के अधिकारी आरोपों को बेबुनियाद बता रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

सोते समय जहरीला कीड़ा काटने से युवती की मौत,परिवार में पसरा मातम

  अनूपपुर । कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत ग्राम बरबसपुर निवासी युवती को गुरुवार एवं शुक्रवार रात्रि सो रही थी सुबह जहरीले कीड़े ने हाथ की को...