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रविवार, 12 मार्च 2023

अमरकंटक जनजाति विवि में मारपीट मामले में केरल के 5 सांसदो ने जताया ऐतरात, कुलपति को पत्र लिख गार्डों पर कार्रवाई की मांग

मामला: पानी की टंकी में छात्रों के चढ़ने पर सुरक्षाकर्मियों की पूछतांछ पर कुछ न बताने पर हुआ विवाद
अनूपपुर। मप्र के अनूपपुर जिले के अमरकंटक के राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय में गत रात्रि सुरक्षाकर्मियों और छात्रों के बीच हाथापाई हो गई। इसमें चार छात्र व एक गार्ड घायल हो गए। उन्हें रात में ही जिला चिकित्सालय अनूपपुर लाया गया, लेकिन चोट ज्यादा होने के कारण छात्रों को शहडोल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। वहीं इस मामले में केरल दो लोकसभा एवं तीन राज्यकसभा के सांसादो ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एवं राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक के कुलपति प्रकाश मणि त्रिपाठी को पत्र लिख कर सुरक्षाकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
अमरकंटक के राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय में गत रात्रि सुरक्षाकर्मियों और छात्रों के बीच हाथापाई हो गई। इसमें चार छात्र व एक गार्ड घायल हो गए। विवाद 10 मार्च का बताया जा रहा हैं। विवि के चार छात्र नसील, अभिषेक, अदनान, आदिल यहां पानी की टंकी पर चढ़े थे। इससे विवि के हॉस्टल में पानी सप्लाई किया जाता है। गार्ड रामेश्वर ने युवकों को उतारकर उनसे आई कार्ड व नाम पूछा। छात्रों ने कुछ भी बताने से मना कर दिया। आईडी ना दे कर भागने की कोशिश करने लगे। पीने के पानी की टंकी में कोई जहरीला केमिकल मिलाने की आशंका को लेकर जब गार्ड ने सख्ती से पूछताछ की। इस पर छात्रों ने गार्ड को पीटना शुरू कर दिया। गार्ड रामेश्वर ने भी अपने अन्य साथियों को भी बुला लिया। पूछताछ करने पर छात्रों ने गार्ड को पीटा जब अन्य गार्डों ने छात्रों से पूछताछ करने पर चारों ने अपनी पहचान नहीं बताई। सिर्फ इतना बताया कि वह फोटो खींचने के लिए गए थे। गार्ड ने कहा कि इस टंकी पर चढ़ने और फोटो खींचने पर रोक है। इस पर चारों विवाद करने लगे। गार्डो ने मिलकर चारों की पिटाई कर दी। इस हाथापाई में चारों छात्र व गार्ड रामेश्वर भी घायल हो गया। रामेश्वर के सिर और पैर में चोट आई है। छात्रों के भी पैर, कान, पीठ में चोट आई है। मारपीट के बाद सुरक्षाकर्मियों ने अमरकंटक थाने में छात्रों के खिलाफ शिकायत की है। छात्रों को दावा- गार्डों ने पीटा केरल के रहने वाले छात्र नसील, अभिषेक, अदनान और आदिल यहां पढ़ाई कर रहे हैं। नसील MSW, आदिल BA, अभिषेक MA और अदनान M.Sc. Zoology का छात्र है। नसील ने बताया कि वे मुख्य गेट के पास बनी पानी की टंकी पर तस्वीरें लेने गए थे। हम उतर रहे थे। सुरक्षाकर्मियों ने टैंक से उतरते समय छात्रों की तस्वीरें ली। टैंक पर जाने पर रोक है, इसकी हमें जानकारी नहीं थी। सुरक्षा कर्मचारियों ने हमसे उनकी जानकारी मांगी। जब छात्रावास की ओर जाने लगे तो सुरक्षाकर्मियों ने फोन कर अन्य लोगों को बुला लिया। एक सुरक्षा वाहन उनके पास आया, उसमें से उतरे लोगों ने चिल्लाना और पीटना शुरू कर दिया। मारपीट के कारण नसील, अभिषेक, अदनान, आहिल इन छात्रों को मारपीट के कारण चोट आई है। दो लोकसभा एवं तीन राज्य सभा सांसदों कुलपति को लिखा पत्र इस मामले में केरल दो लोकसभा एवं तीन राज्युसभा के सांसदो ने राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक के कुलपति कुलपति प्रकाश मणि त्रिपाठी को पत्र लिख कर सुरक्षाकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। केरल के लोकसभा सदस्य पूर्व शिक्षा मंत्री ईटी मोहम्मद बशीर ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय के कुलपति प्रकाश मणि त्रिपाठी को पत्र लिखा कर उन्होंने सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। मोहम्मद बाशीर के पत्र में उल्लेख है कि मारपीट का मामला संज्ञान में आया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों द्वारा छात्रों के साथ मारपीट की गई है जिस पर कुलपति का ध्यान आकर्षित करते हुए सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करें। घायल छात्रों के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराएं। सांसद शशि थरूर ने ट्विटर कर विश्वविद्यालय प्रशासन को ट्वीट कर कार्यवाई की मांग तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्विटर के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन को ट्वीट किया है कि अपने ही विश्वविद्यालय परिसर के भीतर अनजाने और मामूली अपराध के लिए छात्रों के खिलाफ इस तरह की क्रूरता के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। मैं जनजातीय विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता पर खड़ा हूं और उन लोगों से पूरी जवाबदेही की मांग करता हूं जिन्होंने प्रशासन की मिलीभगत से ऐसा राक्षसी व्यवहार किया। जल्द से जल्द अनुकूल कार्रवाई की बात- सांसद एलामारम करीम राज्यससभा के सांसद एलामारम करीम ने पत्र में लिखा कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले केरल राज्य के चार छात्रों पर विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मचारियों ने पिछले दिनों (10 मार्च) बेरहमी से हमला किया और पीटा। छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। गौरतलब है कि इन छात्रों को कैंपस के अंदर लगातार भेदभाव और तरह-तरह के हमलों का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों को उनकी क्षेत्रीय, भाषाई और जातीय पृष्ठभूमि के लिए लक्षित किए जाने की घटनाएं भी हुईं। इसके बावजूद संस्था ने दोषियों के खिलाफ कोई उचित कार्रवाई नहीं की है। केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर के अंदर शांतिपूर्ण और छात्रों के अनुकूल माहौल बनाए रखने की जिम्मेदारी IGNTU के प्रशासन और केंद्र सरकार की है। कैंपस के अंदर काम कर रहे छात्रों को अटैच करने वाले अपराधियों की पहचान की जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मैं इस गंभीर मुद्दे पर आपके व्यक्तिगत हस्तक्षेप का अनुरोध करता हूं। आप इग्नू प्रशासन को मामले की जांच करने और सुरक्षा कर्मचारियों के अंदर अपराधियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दे सकते हैं। मैं परिसर के अंदर सभी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने के उपायों को अपनाने के लिए आपके हस्तक्षेप का भी अनुरोध करता हूं। जल्द से जल्द अनुकूल कार्रवाई की उम्मीद है। केरली छात्रों के खिलाफ ठोस हमले-तत्काल हस्तक्षेप की मांग- सांसद जॉन ब्रिटास राज्य सभा सांसद जॉन ब्रिटास ने पत्र में कहा हैं कि अत्यंत पीड़ा के साथ है कि मैं यह पत्र आपके संज्ञान में लाने के लिए लिख रहा हूं कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक, मध्य प्रदेश के परिसर में 10.03.2023 की शाम को केरल के चार छात्रों के खिलाफ बेहद निंदनीय हमला हुआ। परिसर के अंदर एक पानी की टंकी के ऊपर से सेल्फी लेने के मामूली मुद्दे पर इन चार असहाय छात्रों को विश्वविद्यालय के तथाकथित सुरक्षा गार्डों द्वारा बेरहमी से पीटा जाना सीखा गया था। छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुझे यह समझा दिया गया है कि केरल के छात्रों के साथ हुई भयानक हिंसा वास्तव में एक संयोग घटना के बजाय एक पूर्व नियोजित योजना का परिणाम थी। यह भी पता चला है कि केरल के छात्रों के खिलाफ यह नवीनतम शातिर हमला केरल के छात्रों के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों की एक और स्पष्ट कड़ी है, जिन्हें उनकी क्षेत्रीय, भाषाई और जातीय पृष्ठभूमि के लिए लक्षित किया जा रहा है। आतंकित केरल के छात्रों की बिरादरी दहशत में है। यह अनुमान लगाया गया है कि IGNTU में केरल के छात्र बिरादरी के खिलाफ उत्पीड़न के कई उदाहरण थे और अपराधी कैंपस में खुलेआम घूमते थे जैसे कि उन्हें दंड से मुक्ति का आश्वासन दिया गया हो। इन चिंताजनक परिस्थितियों में, अत्यावश्यकता को देखते हुए, मैं आपसे अनुरोध कर सकता हूं कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों को अपराधियों के खिलाफ अनुकरणीय दंडात्मक कार्रवाई करने के लिए तत्काल निर्देश दें। इस जघन्य अपराध को जल्द से जल्द और परिसर में केरल के छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के की बात कहीं। दोषियों के खिलाफ कोई उचित कार्रवाई हो- सांसद डॉ.वी.शिवदासन राज्योसभा सांसद डॉ.वी.शिवदासन ने अपने पत्र में लिखा कि आपका ध्यान इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक, मध्य प्रदेश में छात्रों पर हुए हमले की ओर दिलाना चाहता हूं। बताया गया है कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के चार छात्रों पर विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मचारियों ने बेरहमी से हमला किया और पीटा। छात्र गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। छात्रों ने बताया है कि उन्हें कैंपस के अंदर लगातार भेदभाव और तरह-तरह के हमलों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने सूचित किया है कि छात्रों को उनकी क्षेत्रीय, भाषाई और जातीय पृष्ठभूमि के लिए निशाना बनाए जाने की घटनाएं भी हुई हैं। इसके बावजूद संस्था ने दोषियों के खिलाफ कोई उचित कार्रवाई नहीं की है। केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर के भीतर इसकी उत्कृष्टता के लिए शांतिपूर्ण और छात्रों के अनुकूल माहौल बनाए रखना महत्वपूर्ण है। विश्वविद्यालयों में आपराधिक प्रवृत्ति के लोग कार्यरत नहीं होने चाहिए। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए मामले की जांच करें और परिसर के अंदर सभी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने के उपाय अपनाएं। इस संबंध में आपकी जल्द से जल्द कार्रवाई की अत्यधिक मांग हैं।

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