अनूपपुर। जिला मुख्यालय अनूपपुर में मनोरंजन के लिए खेल के मैदान से शुरू हुई क्लब अब धीरे- धीरे राजनीति में पर जमाती हुई उड़ चली है, और दूसरों की खुशियों और गम में यह क्लब अब अपनी कालर ऊची कर रहे है, विगत 15 दिनों पूर्व जिला मुख्यालय के एक वरिष्ठ पत्रकार के निधन के बाद, क्लब उसकी कोई मदद करने से तो कोसो दूर रहा अभी तक उनके द्वार तक झांकने नही गए, यही हाल वरिष्ठ पत्रकार रामचंद नायडू के साथ इस क्लब का था जो कि पिछले 20 दिनों से अस्वस्थ थे, विभिन्न हॉस्पिटलों में उपचार करा रहे थे और इसकी जानकारी भी इस क्लब को थी पर उनके इस दुनिया में रहते हुए उनका हाल चाल नही पूछा गया , उनके मौत के बाद पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए अनूपपुर मुक्तिधाम ले जाया गया पर कोई भी सदस्य वहा नही पहुचा, और तो और दो दिन बीत जाने के बाद भी उनके दु:खी परिवार का ढ़ाढ़स बांधने तक उनके द्वारा नही पहुचा और अब घडय़िाल आंसू बहाने के लिए श्रद्धांजलि देने नाम पर अपने बैनर तले फिर एक बार मेकल क्लब कालर ऊची करने का काम किया।
नयमो की अवहेलना
जिला दंडाधिकारी सोनिया मीना के आदेश क्रमांक 2436 / कोविड दिनांक 31मई 2021 के रूल्स ऑफ सिक्स के तहत जिला प्रशासन ने अनुमत्य सेवाओ के अतिरिक्त 5 व्यक्तिओ से अधिक एकत्रित होने पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है जिसको तोड़ते हुए क्लब ने घडियाल आंसू बहाने के लिए श्रद्धांजलि के नाम पर दर्जनों लोगों को एकत्रित किया गया जिससे कोविड नियत का आदेश तार-तार हुआ।
नगर पालिका चुनाव के उद्देश्य से एक बुर्जुग की महत्वकांक्षा को लेकर इसका उदय हुआ जो अभी भी नपा की कुर्सी का सपना सजोया हैं। जो सकार होता दिखाई नहीं देता। राजनीति के माध्यम से कुछ व्यापारियों को अपनी कमाई की आस बूढ़े पर लगा रखें हैं।
समाज के अंतिम व्यक्ति को मदद पहुंचाना एक अच्छी पहल हैं। इसका सभी स्वागत करतें हैं किन्तु समाज सेवा के खाल में कुर्सी की चाहत और व्यापारिक लाभ है समाज के लिए हितकर नहीं हैं।
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