मामला अमरकंटक वन भूमि में अतिक्रमण का
अनूपपुर। अमरकंटक के वार्ड क्रमांक 06 गुम्माघाटी में अज्ञात द्वारा 10 एकड़ भूमि पर अतिक्रमण कर उक्त भूमि में बिजली के तार की फेंसिंग करने तथा उसमें करंट लगाकर जगली जानवरों को करेंट लगाकर जान से मारने की साजिश की गई है। जिसकी शिकायत नगरवासियों ने नपा प्रशासन से की गई। जिस पर 1 मई को वन परिक्षेत्राधिकारी अमरकंटक, मुख्य नगर पालिका अधिकारी अमरकंटक शिकायत का मौंका निरीक्षण करनें दौरान पाया गया कि शंभूधारा बैरियर स्थल के पास बने मैग्जीन हाउस बीट अमरकंटक के कक्ष क्रमांक आरएफ 230 की सीमा पर बना है। संयुक्त निरीक्षण के दौरान मैग्जीन हाउस का पश्चिम दिश में मुनारा क्रमांक 176 एवं 177 के मध्य सीमा लाईन से लगे हुए क्षेत्र में अवैध निर्माण करना पाया गया, जिस पर अधिकारियों ने मौका पंचनामा बनाते हुए शैलेन्द्र गिरी महाराज को उक्त अवैध निर्माण को हटवाने तथा 15 जून के पूर्व उक्त निर्माण संबंधी समस्त दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। दस्तावेज प्रस्तुत न करने की स्थिति में उक्त निर्माण को हटा दिया जाएगा।
दो अलग-अलग स्थानो में कब्जा
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि वार्ड क्रमांक 1 में स्थित शैलेन्द्र गिरी महराज द्वारा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर &0 बाई &0 में मकान बना हुआ एवं अतिरिक्त भूमि पर फेंसिंग का कार्य लगभग & एकड़ पर किया गया। जिस पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी व वन विभाग की टीम ने पंचनामा तैयार करते हुए अतिक्रमणकारी को हिदायत देते हुए 15 जून तक गुम्मा घाटी वार्ड क्रमांक 6 एवं वार्ड क्रमांक 1 के समस्त रिकार्ड व दस्तावेज कार्यालय नगर परिषद् अमरकंटक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।
वन्य प्राणियों को था विचरण स्थल
नगर वासियों ने बताया कि उक्त 10 एकड़ भूमि पर अतिक्रमण कर भविष्य में व्यापार करने का प्लान है। इस स्थल पर जंगली जानवरों के आने जाने का मार्ग है। साथ ही पालतू पशुओं के लिए चारागाह व एक खुला मैदान था। जिसे अतिक्रमण किए जाने से अमरकंटक की प्राकृतिक संरचना पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। गुम्माघाटी के पास ही शंभूधरा जलप्रपात और सरोवर है, जहां वन्य प्राणी हिरण, भालू, पानी पीने आते हैं। गुम्माघाटी की इस 10 एकड़ कब्जा की गई भूमि इन वन्यप्राणियों का विचरण स्थल है।
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