इगांराजवि में सातवें विश्व योग दिवस एवं सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन
अनूपपुर। कोविड -19 का मुकाबला करने योग और पारंपरिक उपचारों की भूमिका विषय पर आयोजित सातवें विश्व योग दिवस एवं सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन सोमवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में किया गया। योग विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में देश के विभिन्न भागों से लगभग 500 सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े। आयुष मंत्रालय के निर्देशानुसार योगा प्रोटोकॉल का प्रायोगिक योगाभ्यास के अन्तर्गत योगासन, प्राणायाम,ध्यानादि का अभ्यास डॉ हरेराम पाण्डेय, द्वारा कराया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीप्रकाशमणि त्रिपाठी ने बताया कि योग से स्वास्थ्य शारीरिक एवं मानसिक आधी एवं व्याधियों से बचा जा सकता हैं। एवं रोग प्रीतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। दैनिक आहार एवं दिनचर्या से मानव अपना जीवन कैसे व्यवस्थित एवं संयमित कर आत्म विकास बढ़ा सकता हैं। साथ वैश्विक महामारी कोरोना से कैसे बचा जा सकता है इसके लिए सावधानियों को बताया।
कुलपति अटल बिहारी बाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर प्रो. ऐडीएन बाजपेई ने वैदिक साहित्य एवं योगिक ग्रंथो में योग में भारतीय सनातन परम्परा, अध्यात्म के बारे में बताया। कार्यशाला में प्रो. आलोक श्रोत्रिय,प्रो. जितेंद्र कुमार शर्मा, डॉ हरेराम पाण्डेय, डॉ प्रवीण कुमार गुप्ता, डॉ. श्याम सुंदर पाल, डॉ संदीप ठाकरे, डॉ नीलम श्रीवास्तव, श्रीगुरुनाथ करनाल एवं विवेक नेगी शामिल रहें।
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