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शनिवार, 25 दिसंबर 2021

उमरिया और डिंडौरी भेजी गई मानक धान हुई अमानक,एक ही कंपनी के सर्वेयर बना रहे मानक और अमानक

अनूपपुर। खरीफ विपणन खरीदी 2021-22 के लिए 9 लाख क्विंटल की खरीदी के लक्ष्य में जिले में बनाए गए 30 उपार्जन केन्द्रों पर धान की हुई खरीदी के बाद जगह के अभाव में जिले से बाहर भेजे गए लगभग 6 ट्रक धान अमानक पाए गए हैं। जहां सर्वेयर ने जांच के उपरांत वाहनों का वापस अनूपपुर लौटा दिया है। वापस लौटे वाहन उमरिया और डिंडौरी से वापस किए गए हैं। धान से लदे वाहनों की वापसी के बाद प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है। वहीं विभागीय अधिकारियों ने भी मामले में गंभीरता दिखाते हुए घटना के सम्बंध में एमडी भोपाल को जानकारी दी। जिसमें भोपाल एमडी ने पहले ट्रको की जांच करने की बात कही है। और गड़बड़ी ज्यादा नहीं पाए जाने पर सर्वेयर कंपनी के खिलाफ पेनाल्टी लगाने के निर्देश दिए हैं। वहीं सूत्रों की माने उमरिया में एक वाहन ने सर्वेयर को 3 हजार रूपये दिये तो पूरे वाहन की धान मानक हो गई। नागरिक आपूर्ति प्रबंधक एवं डिप्टी कलेक्टर विजय डहेरिया ने बताया कि गोदामों में पूर्व से जगह नहीं होने के कारण और इस वर्ष किए जा रहे धान उपार्जन में भंडारण की कमी बन गई है। जिसे देखते हुए शासन को शॉटफॉल की जानकारी देते हुए पत्र लिखा गया था। जिसमें शासन ने 15 हजार एमटी धान को डिंडौरी और उमरिया में भंडारित कराने के निर्देश दिए थे। जिसमें 19 दिसम्बर को दोनों जिले में भंडारण के लिए धान का परिवहन आरम्भ किया गया था। लेकिन इन जिलों में धान के ट्रक पहुंचते ही सर्वेयर ने जांच में इसे अमानक बताते हुए वापस लौटा दिया। अब तक कुल 6 ट्रक धान रिजेक्ट कर वापस लौटाए गए हैं। एक ट्रक में लगभग 800 बोरी धान लोड होते हुए इस प्रकार 4800 बोरियां वापस की गई है। विदित हो कि शासन ने दो जिलों के लिए लगभग 15000 एमटी धान भंडारण के निर्देश दिए हैं। इनमें उमरिया में 5 हजार एमटी धान को भंडारण और 10 एमटी (लगभग 1 लाख क्विंटल) धान डिंडौरी के धामनपुर गांव स्थित कैप के लिए भेजा जाना है। लेकिन अब तक लगभग 15 से अधिक भेजे गए ट्रक में 6 की अमानकता के बाद विभाग में हडक़ंप मच गया है। एक ही कंपनी के सर्वेयर बना रहे मानक और अमानक धान सर्वेयर को लेकर धान खरीदी के शुरूआती समय से ही किसानों व सर्वेयर के बीच विवादों की स्थिति बनी रही है। जिसमें कई किसानों की शिकायत पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मामला शांत कराते हुए धान खरीदी का रास्ता बनाया। लेकिन हालात यह है कि सोयायटी द्वारा सर्वेयर की जांच के उपरांत किसानों से की जा रही धान की खरीदी में अन्य जिले में भंडारण के लिए जांच के लिए बैठे दूसरे सर्वेयर इसे अमानक बता रहे हैं। बताया जाता है कि प्रदेश स्तर पर कृष्णा सर्वेयर कंपनी के कर्मचारियों द्वारा धान उपार्जन केन्द्रों पर धान की मानकों का सर्वे किया जा रहा है। लेकिन आश्चर्य एक ही कंपनी के दो सर्वेयर अलग अलग क्षेत्रों में धान की मानकता पर अमानकता का प्रमाण दे रहे हैं। कुछ बोरियों में अमानक की जांच की बजाय पूरा ट्रक किया रिजेक्ट डिप्टी कलेक्टर एवं नान प्रबंधक अधिकारी ने बताया कि उमरिया और डिंडौरी में रिजेक्टर किए धान में सर्वेयर की लापरवाही सामने आई है। जिसमें सर्वेयर ने ट्रक की कुछ बोरियों की जांच के बाद पूरा ट्रक ही रिजेक्टर कर दिया। जबकि पूरी प्रावधानों के अनुसार ट्रक पर पाए जाने वाले अमानक धान को वापस लौटाया जाना था। वहीं उन्होंने बताया कि अब वापस लौटे धान की बोरियों को समिति के पास भेजा जाएगा, जहां अमानक बोरियों को हटाकर मानक लोड कर उन्हें भंडारण के लिए पुन: बाहर भेजा जाएगा। उन्होंने आश्चर्य जताया कि जब सर्वेयर के द्वारा धान की जांच कर उसे भेजा जा रहा तो यह अमानक कैसे पाया गया। विजय डहेरिया, प्रशासनिक नान प्रबंधक और डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि एक ही कंपनी के सर्वेयर अनूपपुर में धान को मानक जांच कर बाहर भेज रहे हैं, वहीं दूसरा सर्वेयर इसे रिजेक्टर कर वापस लौटा रहा है। इस सम्बंध में एमडी भोपाल को जानकारी दी गई है। जिसमें जांच के बाद गलत पाए जाने पर कंपनी के उपर पेनाल्टी लगाया जाएगा, जिसमें परिवहन में हुए खर्च की वसूली की जाएगी।

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