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बुधवार, 1 दिसंबर 2021

कलेक्टर का आदेश हुए बेअसर: जिला चिकित्सा्लय परिसर बना वाहन पार्किग,एम्बुलेंस की आवाजाही में परेशानी

स्टाफ के साथ बाहरी व्यक्तियों की परिसर में होते है वाहन पार्क अनूपपुर। कायाकल्प योजना के तहत जिला चिकित्सांलय में करोड़ रूपए की लागत से हुए सुधार कार्य और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखने परिसर को साफ-सुथरा रखने के दिए गए निर्देश में अब चिकित्साएलय पूर्व की भांति बदहाल नजर आने लगा है। परिसर में वाहनों के प्रवेश में लगाए गए रोक के बावजूद जिला चिकित्साएलय परिसर वाहनों की जमघट में तब्दील हो गया है। जिससे एम्बुलेंस के साथ बाहरी चार पहिया कार सहित स्टाफों की बाइक भी शामिल हो गई। सबसे अधिक रात के समय पूरा परिसर ही वाहनों की पार्किंग स्थल में तब्दील नजर आता है। जिसके कारण यहां आपातकालीन एम्बुलेंस वाहनों के साथ जननी एक्सप्रेस वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित होती है। वहीं दिन के समय सुरक्षा गार्ड के बाद भी बाहरी वाहन मरीजों को पोर्च शेड तक पहुंचाने की आड़ में अपने वाहनें परिसर के भीतर पार्क कर देते हैं। जिसमें दिन के समय मरीजों व परिजनों की अधिक भीड़ के साथ एम्बुलेंस वाहनों की आवाजाही में मरीजों व परिजनों के साथ आपातकालीन सेवाओं में ला रहे मरीजों को वार्ड तक पहुंचाने में अधिक समय तक इंतजार करना पड़ता है। चिकित्सा लय सूत्रों का कहना है कि इसके लिए अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इसे हटाने या मनाही करने पहल नहीं करते हैं। जबकि कायाकल्प योजना के तहत तत्काली तत्कईलीन कलेक्टर ने सफाई व्यवस्था और वाहनों की पार्किंग स्थल से अस्पताल परिसर को बचाने दोनों मुख्य दरवाजे को एकल मार्ग से मरीजों की आवाजाही कराने की व्यवस्था के साथ बाहरी वाहनों या प्रशासनिक अधिकारियों के वाहनों के भी भीतर प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया था। कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में मात्र जननी एक्सप्रेस और एम्बुलेंस वाहनों के साथ मरीज लेकर आने वाले वाहनों के प्रवेश की छूट दी थी। वहीं बाहरी वाहन या एम्बुलेंस वाहन भी मरीजों को अस्पताल में छोड़ने के बाद बाहर पार्किंग स्थल पर पार्क होगी। इस दौरान कलेक्टर ने खुद अपने वाहन को भी परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाते हुए गार्ड से अंदर वाहन के प्रवेश पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। प्रबंधक मॉनीटरिंग से कर रहा अनदेखी जिला चिकित्सागलय प्रबंधक व्यवस्थाओं के प्रति गंभीर नहीं हैं। यहां व्यवस्थाओं को लेकर नियमित मॉनीटरिंग भी नहीं की जा रही है। जिसके कारण अस्पताल के भीतर फिर से गंदगी का माहौल बनने लगा है, पानी निकासी के लिए बनाया गया नाला बदहाल हो गया है, पान-पिक की गंदगी और नाली की बदबी से मरीज व परिजन के साथ स्टाफ भी परेशान है। लेकिन दूसरी ओर व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखने प्रबंधक लचर रवैया अपनाए हुए हैं। सिविल सर्जन डॉ.सेवईराम परस्तेे से जानकारी लेने पर उन्होंहने इसे पहले एक सिरे से नकारते हुए कहा कि ऐसा नहीं हैं परिसर में कोई वाहन नहीं हैं जब बुधवार की दोपहर 3 बजे की फोटो दिखाई गई तो उन्हों ने कहा कि दिखवाते हैं गार्ड से बोलता हूं। सीएमएचओ डॉ.एससी राय ने बताया कि इस सम्बंध में सूचना मिली है, फिलहाल परिसर के सामने पार्किंग स्थल बने हुए हैं। परिसर में पार्क हो रहे वाहनों को हटाया जाएगा।

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