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शनिवार, 14 जनवरी 2023

सूर्यदेव हुए उत्तरायण: दो दिन तक मनेगा संक्रांति उत्सव, 32 हजार श्रद्धालुओं ने लगाई आस्थ की डुबकी

मंदिरों में किया विशेष पूजन, अमरकंटक सहित जिलेभर में जगह जगह आयोजित हुआ मेला उत्सव
अनूपपुर। नई फसल की कटाई तथा सूर्यदेव के दक्षिणायन से उत्तरायण की पौराणिक मान्यताओं में 14 जनवरी को मनाए जाने वाले मकर संक्रांति का पावन पर्व पूरे श्रद्धा व हर्षोउल्लास के आरम्भ हुआ। इस वर्ष राशियों में परिवर्तन 14 जनवरी की देर रात हो रहा है, इसलिए मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। जिले की पवित्र नगरी अमरकंटक के नर्मदा सहित जिला मुख्यालय के सोन-तिपान नदी संगम पर श्रद्धालुओं ने नदियों में आस्था की डुबकी लगाई। जबकि राजेन्द्रग्राम, कोतमा, जैतहरी, राजनगर, बिजुरी सहित अन्य क्षेत्रों से गुजरती नर्मदा, सोन, जुहिला, तिपान, केवई सहित अन्य नदियों के नदीघाटों पर लोगों ने स्नानकर इष्टदेवों की विशेष पूजा अर्चना की। मकरसंक्रांत के अवसर पर जिले के अनेक स्थानों पर मेले का भी आयोजन किया गया है। दोपहर तक 32,000 से अधिक श्रद्धालु अमरकंटक पहुंच चुके हैं।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, 14 जनवरी दिन शनिवार को सूर्य देव रात 8 बजकर 14 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसी वजह से लोगों में इस तिथि को लेकर असमंजस है। दरअसल रात्रि प्रहर में स्नान, दान-धर्म के कार्य वर्जित होते हैं, इसलिए 14 जनवरी को मकर संक्रांति मनाना सही नहीं हैं, उदया तिथि चलते अगले दिन यानी 15 जनवरी को ही मकर संक्रांति का पर्व मनाएं जायेगा। 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर सुबह 07 बजकर 15 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 46 मिनट तक मकर संक्रांति का पुण्यकाल रहेगा। इस अवधि में स्नान, दान-धर्म के कार्य बहुत ही शुभ माने जाते हैं। चूंकि मकर संक्रांति का पर्व रविवार के दिन पड़ रहा है तो इससे त्योहार का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है, यह वार सूर्य देव को ही समर्पित हैं। जिसके कारण यह पर्व दो दिन मनाया जा रहा है। लेकिन प्रथम दिन ही जिले में पर्व की पौराणिक निर्धारित तिथि की महत्ता में मकरसंक्रांत हर्षोउल्लास के साथ शुभारम्भ हुआ। पुराणों के अनुसार मकर संक्राति का पर्व बह्मा, विष्णु, महेश, गणेश सहित आदि शक्ति और सूर्य की उपासना एवं आराधना का पावन व्रत माना जाता है। संत महर्षियों के अनुसार इनके प्रभाव से प्राणी की आत्मा शुद्ध होती है, संकल्प शक्ति बढ़ती है, ज्ञान का विकास होता है। मकर संक्रंति इसी चेतना को विकसित करने वाला पर्व है। यह सम्पूर्ण भारतवर्ष में किसी न किसी रूप में आयोजित होता है। जबकि अन्य मान्यताओं में गंगा को धरती पर लाने वाले महाराज भागीरथ ने अपने पूर्वजों के लिए इसी दिन तर्पण किया था। उनका तर्पण स्वीकार करने के बाद इस दिन गंगा समुद्र में मिली थी। इसलिए मकर संक्रांति पर गंगा-सागर में मेला लगता है। आस्था, उमंग और उत्साह का पर्व मकर संक्रांति समूचे जिले में उल्लास पूर्वक मनाई जा रही है। संक्रांति के अवसर पर जिले के नर्मदा उद्गम पवित्र नगरी अमरकंटक में अपार भीड़ श्रद्धालुओं की पहुंची। वहीं, जिले के सीतापुर एवं बरगवां में भी मेला सज चुका हैं। जिले की दोनों मेला में पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लोग सुबह से ही दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर बरगवां में पहुंचकर पूजा अर्चना कर रहे हैं। 14 जनवरी की सुबह से ही पावन नगरी अमरकंटक में हजारो श्रदलुओं की भीड़ जुटी रही। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा उद्गम कुंड में डुबकी लगाकर माता नर्मदा का पूजन अर्चन किया। साथ ही तिल-चावल, गुड़ सहित अन्य सामग्रियों का दान दिया। दरअसल अमरकंटक में पर्व की महत्ता एवं मेले में पहुंचने वाली भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं का जत्था एक सप्ताह पूर्व से आने आरम्भ हो गए थे। प्रदेश की जीवनदायिनी नदी मां नर्मदा का उद्गम स्थल होने के कारण इस दिन यहां देश- प्रदेश से हजारों की तादाद में श्रद्धालु एवं पर्यटक पूजा अर्चना के साथ मेला देखने आते हैं। जबकि इस वक्त अमरकंटक में अत्याधिक ठंड पड़ता है, जिसके कारण दूधधारा, कपिलधारा से निकलने वाली दूधिया भाप पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बना रहता है।
अमरकंटक में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से नर्मदा कुंड और रामघाट में लोगों ने पहुंचकर इस पावन अवसर पर पवित्र नर्मदा के जल पर डुबकी लगाई, और तिल, गुड़ का दान गरीबों को किया। मकर सक्रांति के अवसर पर दोपहर तक लगभग 32,000 से अधिक श्रद्धालु अमरकंटक पहुंच चुके हैं। मंदिर परिसर में जाने के लिए लंबी कतार मुख्य प्रवेश द्वार पर बनी हुई हैं। मंदिर के बाहर और मंदिर के अंदर दोनों तरफ हजारों लोगों की भीड़ बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग 3 वर्ष बाद मकर सक्रांति पर ऐसी भीड़ उमड़ी है। ठंड में कमी आने और पवित्र नदियों में स्नान के महत्व को देखते हुए मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे हैं। दिन भर यहां लोगों के आने का सिलसिला बना हुआ है। यहां पहुंचकर लोगों ने पहले नर्मदा जल में डुबकी लगाई भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया फिर पूजन करने के बाद मंदिर परिसर में पहुंचकर गरीब परिवारों को अनाज, तिल, गुड़ सहित अन्य सामग्री दान में दी।
गोंगपा सम्मेलन में उमड़ रहे आदिवासी परिवार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पिछले 18 साल से आयोजित किया जा रहा अखिल गोंगपा सम्मेलन 13 जनवरी से आरम्भ हुआ, जो 15 जनवरी को समाप्त होगा। इस गोंगपा सम्मेलन में गोंडी, धर्म, सांस्कृतिक, साहित्य सम्मेलन एवं फडापेन महापूजन समारोह आयोजित किए गए। जिसमें 13 जनवरी को युवा सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जनचेतना 14 जनवरी को गोंडी धर्म संसद, मातृ सम्मान, मातृ शक्ति महासम्मेलन, शोभायात्रा तथा 15 जनवरी को माई दर्शन और परिक्रमा जैसे कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। इस दौरान हजारों की तादाद में प्रदेश सहित अन्य 10-12 प्रदेशों से आदिवासी परिवार सम्मेलन में पहुंचे। बताया जाता है कि इसमें दादा हीरा सिंह मरकाम (संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष जीजीपी) का जन्म दिवस मनाने तथा गोंडी धर्म पर आधारित दीक्षा समारोह का कार्यक्रम भी आयोजित कराया जाता है। अमरकंटक में विशेष सुरक्षाबलों को तैनात कर पर्यटक पुलिस चौकी को चौकसी बरतने की हिदायत दी गई है। जबकि मुख्यलाय स्थित सोन-तिपान नदी संगम घाट पर आयोजित होने वाले मेले के लिए दर्जनभर जवानों को तैनात किया गया है।
मेले का हुआ आयोजन मकर संक्रांति के अवसर पर अनूपपुर जिले की विभिन्न क्षेत्रों खासकर अमरकंटक में मेला जैसा माहौल बना हुआ है। जबकि जिला मुख्यालय अनूपपुर के सीतापुर गांव में सोन-तिपान संगम पर दो दिवसीय मेले, बरगंवा ग्राम पंचायत, सकरा ग्राम पंचायत सहित अन्य स्थानों पर भी मेले का आयोजन किया गया है। श्रद्धालुओं के सुविधाओं तथा साफ-सफाई का कलेक्टर ने भ्रमण कर लिया जायजा मकर संक्रांति पर्व पर अमरकंटक में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अधिवेशन तथा मेले के अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना को देखते हुए कलेक्टर सोनिया मीना ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं तथा यातायात, साफ सफाई व्यवस्था का समीक्षा करते हुए अमरकंटक क्षेत्र का भ्रमण कर जायजा लिया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक जीतेंद्र सिंह पवार एसडीएम ,एसडीओपी पुष्पराजगढ़ सहित मुख्य नगरपालिका अधिकारी तथा स्थानीय अधिकारी उपस्थित रहें। कलेक्टर ने मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर अमरकंटक आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखने तथा आवागमन को सामान्य रखने के लिए पार्किंग, बैरिकेड्स तथा अन्य व्यवस्थाओं के निर्देश दिए स्थानीय अधिकारियों ने व्यवस्थाओं के संबंध में मौका भ्रमण के दौरान कलेक्टर को जानकारी दी। उन्होंने अमरकंटक क्षेत्र के विभिन्न स्थानों का भ्रमण कर मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए कलेक्टर ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को समुचित साफ सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए मॉनिटरिंग के निर्देश दिए।

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