अनूपपुर। उधारी दिये रूपयों के लेने
देन पर हुए विवाद में 45 वर्षीय गोरेलाल उर्फ बारेलाल अगरिया की गला दबाकर हत्या की
गई थी। रविवार को कोतमा पुलिस ने आज रविवार को खुलासा करते हुए बताया कि थाना अंतर्गत
ग्राम पचखुरा में 8 दिसम्बर को 52 वर्षीय गोरेलाल उर्फ बारेलाल अगरिया की हत्या कर
शव खेत में फेक दिया गया था। उनके खिलाफ धारा 302, 201 के तहत कार्यवाही की गई है।
कोतमा थाना प्रभारी सुन्द्रेश मरावी
ने बताया कि ग्राम पचखुरा स्थित मुनीम जायसवाल के खेत में 52 वर्षीय गोरेलाल उर्फ
बारेलाल अगरिया का शव पड़े होने की सूचना गांव संतोष केवट द्वारा दी गई थी। सूचना पर
घटना स्थल सहित शव का निरीक्षण किया गया। मृतक की जीभ बाहर निकले होने तथा सीने
में चोट के निशान मिले आसपास के लोगो से पूछताछ की गई। पोस्टमार्डम रिपोर्ट में
मृतक का गला दबाकर तथा सीने में किसी ठोस वस्तु से प्रहार कर हत्या किया जाना
बताया गया। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302, 201 के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया था।
ग्रामीणों से पूछताछ के दौरान बताया गया कि 7 दिसम्बर की रात मृतक गोरेलाल उर्फ
बारेलाल अगरिया को गांव के ही रामनारायण कोल, गणेश कोल उर्फ
पप्पू सहित उनके अन्य साथियों के साथ देखा गया था। जिसके बाद पुलिस ने संदेह के
आधारा पर रामनारायण कोल एवं गणेश कोल को हिरासत में लेते हुए पूछताछ के दौरान बताया
कि 7 दिसम्बर को मृतक गोरेलाल अगरिया, बब्बू कोल, राम नारायण कोल एवं उनके अन्य साथियों ने साथ मे मिलकर मुर्गा
पार्टी किये और पार्टी खत्म होने के बाद रात 12 बजे मृतक गोरेलाल अगरिया को उसके
घर छोड़ने बब्बू कोल वा रामनारायण कोल जा रहे थे। बीच रास्ते में खेत के पास उधारी
दिये पैसो की बात को लेकर विवाद हो गया और गुस्से में आकर रामनारायण कोल एवं बब्बू
कोल ने गोरेलाल उर्फ बारेलाल अगरिया की गला दबाकर एवं सीने में घुटने से एवं ईंट
से मार कर हत्या करने की बात स्वीकार किया। जिस पर बाद पुलिस ने दोनो आरोपितों को
गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज करते हुये उन्हे न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। हत्या का खुलासा करने में थाना प्रभारी
कोतमा सुंन्द्रेश मरावी, उप निरीक्षक बाबूलाल सिंह, पुष्पराज सिंह, सहायक उप निरीक्षक
अरविंद राय, विनय सिंह, प्रधान आरक्षक अजय शर्मा, राजाराम, आरक्षक कृपाल सिंह, दिनेश सिंह, संत मरावी की भूमिका रहीं।
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