काले हीरे के काले कारोबार पर प्रशासन की चुप्पी, लगा प्रश्नचिन्ह
अनूपपुर। जिले की सीमा पर स्थित
एसएसईसीएल सोहागपुर क्षेत्र की रामपुर-बटुरा प्रोजेक्ट के समीप ही बटुरा में लंबे
अरसे से कोयले की अवैध खदान का संचालन लंबे अरसे से किया जा रहा है। जहां
विजय-अशोक-बद्री द्वारा रोजाना कई टन कोयला उत्खनन कर ट्रक के माध्यम से बाहर के
व्यापारियों को बेच जाता है। इस अवैध खदान से जहां दिनदहाड़े खुलेआम कोयला का अवैध
उतखनन किया जा रहा है, जिसकी कई शिकायतों के बावजूद
प्रशासनिक स्तर से कोई कार्यवाही न होने पर अब इसकी शिकायत प्रदेश की नवनियुक्त
प्रमुख सचिव के पास भेजी गई है।
इतना ही नही जिले में अपराधों का
ग्राफ बढ़ने का कारण जुआ, सट्टा, रेत, शराब और कबाड़ के साथ अब कोयला का बड़ा
कारोबार अवैध तरीके से चलने के कारण है। इस अवैध कारोबार में कुछ टुटपुंजिये भी
शामिल हैं, जो नीचे से लेकर ऊपर तक सेटिंग का
दावा करते हुए प्रतिदिन दर्जनों ट्रक कोयला पार कर लाखों-करोड़ों में खेल रहे हैं।
गरीब बेरोजगारों गांव वाले इन कोयला (चोर) कारोबारियों की गतिविधियों से एक बार
फिर लोगों के असमय काल के गाल में समाने की आशंका खड़ी है।
सूत्रों के अनुसार बटुरा में पेट्रोल
पंप के समीप कोई यादव नाम का व्यक्ति है, इसके कई ट्रक चलते
हैं। जो बद्री व अशोक के साथ मिलकर कोयले का अवैध उत्खनन करते है तथा अन्य
कारोबारियों के साथ मिलकर अपनी गैंग बनाते हुए कोयले का अवैध कारोबार डंके की चोट
पर किया जा रहा है। इस कारोबार में ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को मौत के मुंह में
धकेल कर उनसे कोयले का उत्खनन तो कराया ही जाता है, वहीं बोरियों में भी कोयला भरकर लाने वाले मजदूरों से भी कोयला
खरीद कर उसे रातों-रात ट्रकों में भर कर बाहर रवाना कर दिया जाता है।
दावा है कि कोयले की काली कमाई में
सक्रिय इस गैंग का नीचे से लेकर ऊपर तक अधिकारियों, नेताओं एवं अन्य प्रभावित वर्ग के लोगों के साथ सेटिंग है और इस
अवैध काले कारोबार के बदले इन धंधेबाजों द्वारा हर महीने सबका नजराना समय पर
पहुंचाया जाता है। यही वजह है कि कभी-कभार अवैध कोयला उत्खनन से बने गड्ढों को
पाटकर या अवैध कोयले से भरे एक-दो वाहन पकड़कर कार्यवाही की खानापूर्ति कर दी जाती
है।
कई बार इस मामले की शिकायत जिला व
पुलिस प्रशासन से की गई, लेकिन शासन-प्रशासन के ओहदेदारों
द्वारा सख्त कार्यवाही से रोक लिया, जिसका खामियाजा
सोहागपुर कोयलांचल मैनेजमेंट को भी भुगतना पड़ रहा है साथ ही हर समय किसी बड़े हादसे
की आशंका बनी रहती है। शिकायतों के बाद भी प्रशासनिक स्तर से कार्यवाही न होने पर
अब इसकी शिकायत प्रदेश की नवनियुक्त प्रमुख सचिव बीरा राणा के पास भेजा गया हैं।
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