मामला ओपेन कैप पयारी में 700 बोरी शासकीय धान की कालाबाजारी का
अनूपपुर। एमपीडब्ल्यूएलसी के ओपेन कैंप पयारी के तत्कालीन प्रभारी पुष्पराज सिंह बघेल कनिष्ठ सहायक द्वारा शासकीय धान की अफरा-तफरी व कालाबाजारी किए जाना प्रमाणित पाते हुए कलेक्टर न्यायालय द्वारा 30 मई 2023 को कनिष्ठ सहायक पुष्पराज सिंह बघेल के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने तथा जप्तसुदा धान की नीलामी कर राशि शासकीय कोष में जमा कराना लेख किया गया है। लेकिन 7 माह बीत जाने के बाद भी आज दिनांक तक भालूमाड़ा थाना में एफआईआर दर्ज नही हो सकी है। जबकि उक्त मामले में ओपेन कैप पयारी में जब्त 700 बोरी वजन 268.66 क्विंटल धान अब पूरी तरह से खराब होने के कगार पर पहुंच गया है। पूरे मामले में पुलिस विभाग द्वारा कलेक्टर न्यायालय के आदेश को दरकिनार कर दिया गया है।
यह था मामला
ओपेन कैंप पयारी में वर्ष 2020-21 व वर्ष 2021-22 की उपार्जित धान का भण्डारन कराया गया है, जहां से कैम्प प्रभारी श्री बघेल द्वारा 8 जून 2022 को एक ट्रक शासकीय धान चोरी कराये जाने संबंधी शिकायत की जांच 14 जून 2022 को वेयर हाउस अनूपपुर के जिला प्रबंधक अशोक रघुवंशी एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के जिला प्रबंधक ए के. रावत द्वारा की गई। जिसमें 234 बोरी पुरानी धान स्टॉक में कम पाए प्रबंधक संचालक एमपीडब्ल्यूएलसी द्वारा 21 जून 2022 को कैप प्रभारी श्री बघेल को निलंबित कर दिया गया, द्वारा 24 जून 2022 तक उक्त कैम्प में धान के जमा भुगतान का कार्य कराकर अभिलेख का संधारण किया गया। कैंप में भण्डारित धान के स्टाक का भौतिक सत्यापन किया गया, जिसमें 700 बोरी नई धान वर्ष 2021-22 कैंप में भण्डारित पाई गई है जबकि आनलाइन व आफलाइन स्टाक पंजी में नई धान वर्ष 2021-22 का स्टाक निरंक दर्ज पाया गया। 28 जून 2022 को उक्त भण्डारण स्थल के कैंप सी-19 में भण्डारित नई धान वर्ष 2021-22 का सत्यापन किया गया, जिसमें वर्ष 2021-22 में उपाति धान 700 बोरी भण्डारित पाई गई, जिनमें समस्त बोरियों पर नीले रंग के धागे डबल सिलाई होना तथा सभी बोरियों में म.प्र. स्टेट सप्लाइज कार्पोरेशन जिला अनूपपुर, सरस्वती स्व सहायता समूह छिलपा समिति खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 लिखा होना पाया गया।
शासकीय धान की कालाबाजारी हुई प्रमाणित
प्रकरण में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी द्वारा जांच प्रतिवेदन 22 जुलाई 2022 में कनिष्ठ सहायक पुष्पराजसिंह बघेल द्वारा राइसमिलर्स के साथ सांठ-गांठ कर शासकीय धान की अफरा-तफरी वा कालाबाजारी किया जाना पाया गया तथा धान का स्टॉक निरंक बताकर शासन को 5 लाख 21 हजार 200 रूपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई गई। जिस पर पुष्पराज सिंह ने उक्त धान अनुभवहीनता व सम्पूर्ण ज्ञान नहीं होने के कारण स्टाक पंजी में निरंक करना बताया गया था।
7 माह बाद भी थाना में धूल खा रही कलेक्टर न्यायालय का आदेश
शासकीय धान की हेराफेरी वा कालाबजारी प्रमाणित होने के बाद कलेक्टर न्यायालय अनूपपुर द्वारा एमपीडब्ल्यूएलसी के ओपेन कैंप पयारी के तत्कालीन प्रभारी पुष्पराज सिंह बघेल के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता के तत्कालीन प्रभारी श्री पुष्पराज प्रावधानों के तहत पुलिस में अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने हेतु जिला आपूर्ति अधिकारी अनूपपुर को निर्देशित किया गया था। जिसके बाद खाद्य विभाग द्वारा भालूमाड़ा थाना में प्रकरण से संबंधित संपूर्ण फाइल, जांच रिर्पोट के साथ ओपेन कैप पयारी से जब्त 700 बोरी धान से संबंधित सभी दस्तावेज उपलब्ध करा दिया गया, लेकिन बावजूद इसके कलेक्टर न्यायालय द्वारा पारित आदेश थाना में धूल खा रही है।
खराब होने के कगार पर पहुंचा 700 बोरी चावल
शासकीय धान के अफरा तफरी वा कालाबाजारी में जब्त 700 बोरी वजन 268.66 क्विटल धान खुले आसमान में पड़े होने के कारण खराब होने के कगार पर पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2021-22 में पयारी कैंप के सी-19 में खुले आसमान के नीचे पड़ी है। जहां पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की मानमानी वा अपने हठधार्मिता के कारण आज लगभग लाखों की धान खराब हो रही है। एक तरफ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा कलेक्टर न्यायालय के पारित आदेश का उल्लंघन कर रहे है तो वहीं दूसरी तरफ खुले आसमान में जब्त पड़ी लाखों की धान की नियमानुसार नीलामी की कार्यवाही पूर्ण नही की जा सकी है। जबकि कलेक्टर ने एक माह के भीतर ही उक्त शासकीय धान की नीलामी कराकर उससे प्राप्त राशि को शासन के खजाने में जमा कराए जाने के आदेश है।
इनका कहना है
मामला मेरे संज्ञान में नही है, जानकारी लेकर कार्यवाही करवाई जाएगी।
तन्मय वशिष्ठ शर्मा, प्रभारी कलेक्टर अनूपपुर
इनका कहना है
पूरे मामले में थाना भालूमाड़ा प्रभारी से चर्चा करते हुए कार्यवाही करवाई जाएगी।
शिव कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
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