रामनगर पुलिस का कारनामा
अनूपपुर। जिले की रामनगर पुलिस द्वारा विभिन्न
अपराधिक मामलो में की गई कार्यवाही पर आरटीआई कार्यकर्ता के द्वारा प्रश्न चिन्ह
खड़े करते रामनगर पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है। इस मामले की शिकायत पुलिस
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से की गई है। शिकायत में आरटीआई कार्यकर्ता भूपेंद्र
सिंह ने बतलाया कि रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस के जलेंद्र गुप्ता तथा रवि
कुमार साहू को 80 से अधिक आपराधिक मामलों में गवाह के तौर पर रिकॉर्ड में दर्ज
किया गया है। जिसकी जानकारी आरटीआई के माध्यम से प्राप्त करते हुए रामनगर पुलिस के
द्वारा की जा रही मनमानी के विरुद्ध अधिकारियों से इस पर संज्ञान लिए जाने के लिए
आरटीआई कार्यकर्ता के द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है।
एक ही दिन और एक ही समय पर दो मामलो में बने गवाह
शिकायत में आरटीआई कार्यकर्ता के द्वारा
उल्लिखित कर बताया गया कि थाना रामनगर में दर्ज आंकड़ों के अनुसार 15 अगस्त से 18
अक्टूबर 2023 तक पुलिस के द्वारा 80 एफ आई आर में इन दोनों को गवाह बनाया गया है।
एक मामला तो ऐसा है कि इसमें एक ही दिन और एक ही समय पर घटित अपराध में दोनों
व्यक्तियों को गवाह दर्शाया गया है। 23 सितंबर को बरतराई में एनडीपीएस एक्ट की
कार्यवाही दोपहर 2: 15 बजे से रात्रि 8:45 तक चली जिसमें जलेंद्रा गुप्ता और रवि
कुमार साहू गवाह बनाए गए हैं उसी दिन और उसी समय पर इन दोनों को पुलिस के द्वारा
रात 8:15 बजे फुलकोना जंगल के पास एक जुए के अड्डे पर छापेमारी के लिए ले गई जो
बरतराई से 7.5 किलोमीटर की दूरी पर है। आरटीआई कार्यकर्ता ने पुलिस की कार्यवाही
पर सवाल उठाए हैं कि जलेंद गुप्ता और रवि कुमार साहू रात 8:15 बजे एक छापे के गवाह
कैसे हो सकते हैं यदि वह एक ही समय पर एक अलग अपराध स्थल पर लगभग 8 किलोमीटर की
दूरी पर थे।
ग्राम रक्षा समिति के सदस्य भी हैं
शिकायतकर्ता भूपेंद्र सिंह ने बताया कि जलेंद्र
गुप्ता और रवि कुमार साहू को रामनगर पुलिस ने ग्राम रक्षा समिति का सदस्य भी बनाया
है और यह गवाह बनकर पुलिस को सहयोग भी
करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने शिकायत में पुलिस की कार्यवाही की विश्वसनीयता पर
भी सवाल उठाते हुए वरिष्ठ अधिकारियों से इसकी जांच कराए जाने की मांग की है।
इनका कहना है
थाने में हर वर्ष सैकड़ो अपराध घटित होते हैं, जिनमें से सैकड़ो मामले ऐसे हैं जिनमें अन्य
लोगों को गवाह बनाया गया है। पुलिस का मामला ऐसा होता है कि सामान्य व्यक्ति इसमें
नहीं पढ़ना चाहता है ऐसे में यह दोनों व्यक्ति थाने के समीप ही कार्य करते हैं
जिससे यह पुलिस को आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। ऐसी बात नहीं है कि सिर्फ इन्हीं
को गवाह बनाया जाता है।
अरविंद कुमार जैन, थाना प्रभारी रामनगर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें