महिला बाल विकास की रही सराहनीय पहल
अनूपपुर। माता-पिता सहित बड़े भाईयों की मृत्यु हो जाने के पश्चात नगरपरिषद डोला में 13 वर्षीय किशोर के अनाथ हो जाने पर वह भोजन के लिए दर-दर भटक रहा था, जिसकी सूचना पर आसपास के लोगो सहित आशा कार्यकर्ता द्वारा बालक को भोजन करवाते हुए जानकारी महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को दी गई।
मामला को संज्ञान में लेते हुए विभाग ने पर्यवेक्षक सीमा सिंह अनाथ बच्चे को जिला मुख्यालय अनूपपुर ले आई जहां महिला सशक्तिकरण अधिकारी मंजूषा शर्मा के समक्ष प्रस्तुत किया गया। महिला बाल विकास के अधिकारियों द्वारा बाल कल्याण समिति में किशोर को भेजा गया सदस्यों द्वारा काउंसलिंग करने के बाद किशोर बालक को चाइल्ड लाइन को सुपुर्द कर बाल गृह अनूपपुर भेजा दिया गया।
जानकारी के अनुसार बच्चे के माता-पिता ने अंतर्जातीय विवाह किया था। जिस पर समाज ने उनका बहिष्कार कर दिया और उनकी मृत्यु हो जाने पर परिवार के अन्य लोग बच्चे की देखरेख के लिए आगे नही आए। जिसके बाद किशोर बालक दिन भर भोजन के लिए भटकता रहता था। सूचना पर विभाग ने बच्चे की काउंसलिंग की जहां बच्चे किशोर ने स्वयं को बाल गृह रखने की बात कही।
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