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मंगलवार, 22 फ़रवरी 2022

ग्राम खांड़ा में हुई अंधी हत्या का पुलिस ने किया खुलासा

पुराने विवादों को लेकर तीन लोगो ने योजनाबद्ध तरीके से की थी हत्या अनूपपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खांड़ा में 30 वर्षीय युवक की हुई अंधी हत्या का पुलिस ने 12 घंटे के अंदर खुलासा करते हुए बताया कि पुराने विवाद को लेकर तीन आरोपियों नीलमन उर्फ मन्नू केवट 25 वर्ष, संतोष कुशवाहा पिता दादूराम कुशवाहा 30 वर्ष एवं दिलीप पिता समारू केवट 25 वर्ष तीनों निवासी ग्राम खांड़ा द्वारा योजनाबद्ध तरीके से उसकी हत्या कर दी गई। जहां पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार 21 फरवरी को ग्राम खांड़ा में राजकुमार साहू के निमार्णाधीन मकान के पास रोड के किनारे खेत में विकास उर्फ मोनू सिंह पिता स्व. रणमत सिंह 30 वर्ष निवासी बरबसपुर का शव व कुछ ही दूरी पर उसकी मोटर साईकिल पड़े होने की सूचना ग्रामीणों द्वारा दी गई। सूचना पर मौके में पहुंची पुलिस ने घटना स्थल सहित शव का निरीक्षण किया गया, मृतक के सिर व चेहरे पर पर गहरे चोट के निशान देखे गये। संभावना जताई गई की अत्याधिक रक्तस्त्राव होने पर मृत्यु हो गई। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया। पुराने विवादों पर हुई हत्या मृतक विकास उर्फ मोनू सिंह और नीलमन उर्फ मन्नू केवट से उसका पुराना विवाद था। उससे बदला लेने के लिए नीलमन ने उसे ग्राम खांड़ा में संजय के घर शादी में बुलाया था। जहां विकास उर्फ मोनू सिंह ने शराब के नशे में संतोष कुशवाहा व दिलीप केवट के साथ उसका विवाद हो गया था। जिसके बाद तीनों लोगो ने योजना बनाकर उसे घर छोडऩे के बहाने उसकी ही मोटर साईकिल में बैठाकर आधो रास्ते में पहुंच कर निर्माणाधीन मकान की सेन्ट्रिक के लिए लगी लकडी से उसके सिर व चहरे में प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। आरोपितों ने बताया कि विकास सिंह आये दिन शराब पीकर लोगो के साथ अपशब्दो का प्रयोग व मारपीट करता था। जहां उसका विवाद नीलमन उर्फ मन्नू केवट से भी हुई था। तीनों आरोपियों की मृतक से पहचान साधारण थी। बदला लेने के लिये मृतक को शादी समारोह में शामिल होने के लिये ग्राम खांड़ा बुलाया गया था। जहां विकास सिंह ने शराब के नशे में संतोष कुशवाहा व दिलीप केवट के साथ भी विवाद हो गया। जिसके बाद नीलमन उर्फ मन्नू केवट, संतोष कुशवाहा एवं दिलीप केवट तीनों ने मिलकर योजना बनाते हुए 21 फरवरी की रात विकास सिंह को उसके ही दोपहिया वाहन से घर छोडने के बहाने अपने साथ ले गया। जहां रास्ते में राजकुमार साहू के निमार्णाधीन मकान के पास रोककर लकडी से सिर व चहरे में प्रहार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। वहीं अंधी हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के निर्देश पर कोतवाली निरीक्षक अमर वर्मा सहित एसपी द्वारा गठित विशेष टीम, सायबर सेल आरक्षक पंकज मिश्रा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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