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रविवार, 27 फ़रवरी 2022

24 घंटे से हो रही बारिश से जनजीवन अस्ति व्यिस्तं, बिजुरी में गिरे ओले

किसानो के माथे पर चिंता की लकीरे अनूपपुर। बंगाल की खाड़ी खाड़ीमें बने कम दबाब दबाबसे पूरे प्रदेश में 24 घंटे से रूक-रूक हो रहीं बारिश का सिलसिला जारी हैं। हैं।वहीं जिले के कुछ हिस्सोा में ओलावृष्िर क होने से जनजीवन जनजीवन प्रभावित हुआ हैं। बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई हें। इससे ठड़ बढ़ गई हैं। लोगो को एक बार पिफर गर्म कपड़ो का सहारा लेना पढ़ गया हैं। इस बेमौसम बारिश से किसानों के माथे पर चिंता देखी जा रहीं हैं। शनिवार की दोपहर से मौसम के बदले मिजाज में रविवार को भी जारी रहा जहं आसमान से ओले की आफत बरसी। जिससे किसानों की रबी की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। सुबह से आसमान में काले बादलों का डेरा रहा दोपहर जिले के कोतमा और बिजुरी सहित आसपास के दर्जनों गांव में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि का कहर बरपा। आंवला आकार तो कहीं इससे बड़ी साइज की ओलावृष्टि हुई। जिससे किसानों के खेत में लगी गेहूं सहित दलहनी व सब्जीह की फसलों को नुकसान पहुंचा है। वहीं तेज बारिश से खेतों में पानी जमा हो गया हैं। बारिश का सिलसिला रूक रूककर शाम तक बना हैं। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच आई है। ग्राम सेन्दुहरी के किसान छत्रशाल राठौर का कहना है कि पहले तो पाला ने वैसे ही दलहनी फसलों को नुकसान पहुंचाया है, अब तैयार होने पर पहुंची मसूर, चना, मटर, सरसों सहित अन्य नगदी सब्जों पर बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपा दिया है। ओलावृष्टि से फसलें चोटिल हो गई है। वहीं तैयार होने पर पहुंची दलहनी और तिलहन की फसलों के नुकसान होने की आशंका अधिक बन गई है। इस ओलावृष्टि ने किसानों के मेहनत पर पानी फेर दिया है। बताया जाता है कि कोतमा नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के साथ ही बिजुरी नगर व उससे लगे ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार की दोपहर आधे घंटे तक हुई तेज बारिश तथा ओलावृष्टि होती रही।

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