https://halchalanuppur.blogspot.com

सोमवार, 21 मार्च 2022

निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई कराई जाएगी – खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह

3 दिवस के अंदर 4-4 लाख रुपए मुआवजा देने के निर्देश अनूपपुर। जिला मुख्यालय में होली पर्व के दो दिनों में दो बड़ी घटित घटनाओं में तीन लोगों की युवको की सोन नदी में डूबने से मौत हो गई। घटना पर शोक संवेदना व्यक्त करने 21 मार्च को प्रदेश शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह दो परिवारों के बीच पहुंच कर सांत्वना दी। और कहा कि शासन-प्रशासन उनके साथ है निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई कराई जाएगी। प्रदेश शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह सीतापुर के सोन नदी में ग्राम बरबसपुर निवासी 15 वर्षीय अंशुल कुजूर पिता दीपक कुजूर, 19 वर्षीय आलोक केवट पिता पुरेंद्र केवट निवासी महूदा तहसील जैतहरी एवं 22 वर्षीय अभय द्विवेदी पिता रमेश चंद्र द्विवेदी निवासी जेल भवन के पास सकरिया अनूपपुर की डूबने से मृत्यु होने की घटना पर शोक संवेदना व्यक्त करने उनके निवास स्थल पर पहुंचे, जहां उन्होंने उनके परिवार को सांत्वना देते हुए परिजनों को विश्वा स दिलाते हुए कहा कि शासन-प्रशासन उनके साथ है निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई कराई जाएगी। अधिकारियों को निर्देशित किया कि 3 दिवस के अंदर 4-4 लाख रुपए मुआवजा तीनों परिवारों को वितरित करें। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की कि मृत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे।

रायसेन में अजजा पर हमले के विरोध में विश्व हिन्दु परिषद बजरंग दल ने सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई की मांग

अनूपपुर। रायसेन जिले के चैनपुर और खमरिया क्षेत्र में अनुसूचित जनजाति के लोगों पर हुई हिंसा पर कार्रवाई की मांग को लेकर 21 मार्च को विश्वा हिन्दु परिषद बजरंग दल ने कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर सरोधन सिंह को ज्ञापन सौंपा। विश्वा हिन्दु परिषद बजरंग दल ने ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि अनुसूचित जनजाति के हिंदू बंधुओं पर जिन लोगों ने भी हमला किया है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। बजरंग दल के सदस्यों ने कहा कि हिंदू विरोधी गतिविधियों को संचालित करने वाले कुख्यात बदमाश, पेशेवर तस्कर के समूह ने अनुसूचित जनजाति के लोगों को ट्रैक्टर से कुचलने की घटना को अंजाम दिया। जिसमें 2 लोगों की घटनास्थल पर मृत्यु और 32 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। होली के त्योहार पर यह घटना सुनियोजित थी। राष्ट्रीय बजरंग दल ने मांग की है कि ऐसे कृत्य करने वाले लोगों के अवैध कब्जों को तोड़ा जाए और पीड़ित पक्ष को सुरक्षा प्रदान किया जाए। इसके साथ ही देशद्रोही गतिविधियों को संचालित करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाए।

रेत खदान में हुए हादसे को लेकर कांग्रेस ने न्यायिक जांच की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

अनूपपुर। जिला मुख्यालय से सटे सोन नदी में होली पर्व के दो दिनों शुक्रवार एवं शनिवार को दो बड़ी घटित घटनाओंमें तीन लोगों की युवको की डूबने से मौत हो गई। जिसके विरोध में प्रदेश महासचिव रमेश सिंह के नेतृत्वन में जिला कांग्रेस सोमवार की शाम अपर कलेक्टर सरोधन सिंह को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर रेत उत्खनन से हुए गड्ढे में डूबने से तीन युवकों के मौत की न्यायिक जांच की मांग की है। प्रदेश महासचिव रमेश सिंह ने बताया कि कलेक्टर द्वारा तीन युवकों की सोन नदी में डूबने से मौत के बाद रेत उत्खनन से संबंधित जांच के लिए टीम गठित की गई है। गठित टीम में अनुविभागीय दंडाधिकारी कमलेश पुरी की जांच रिपोर्ट में केजी डेवलपर्स ने 90 मीटर अवैध उत्खनन किया पाया गया। इसके साथ ही कांग्रेस कमेटी ने सवाल है कि कितने रकवे में लीज स्वीकृति हुई और कितने रकवे में अवैध उत्खनन की जांच, खनिज विभाग द्वारा बनाए गए रेत उत्खनन के मिनट बुक की जांच, रेत उत्खनन की गहराई की जांच, पूर्व में खनिज विभाग द्वारा क्या कार्रवाई की गई एवं जिले में पूर्व में संचालित खनिज नाके किसके आदेश से बंद किए गए थे। इन सभी बिंदुओं को लेकरजिला कांग्रेस ने न्यायिक जांच की मांग की है।

रविवार, 20 मार्च 2022

सोन नदी में तीन युवकों के डूबने के बाद संयुक्त टीम ने रेत खदान की जांच, कलेक्टर को सौंपा प्र‍तिवेदन

स्थान से हटकर 90 मीटर से अधिक किया खनन, मामला दर्ज दुर्घटनाओं पर खाद्य मंत्री ने व्यक्त की शोक संवेदना अनूपपुर। दो दिनों में तीन युवको की सोन नदी स्थित सीतापुर रेत खदान में डूबने से हुई मौत के मामले में 20 मार्च को खनिज, राजस्व व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम सीतापुर रेत खदान का निरीक्षण किया, जहां निरीक्षण के दौरान एसडीएम कमलेश पुरी, एसडीओपी कीर्ति बघेल एवं खनिज विभाग के अधिकारी सहित तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर सीतापुर रेत खदान की जांच की गई। वहीं रेत खदान के ठेकेदार व उनके कर्मचारियों द्वारा लापरवाही का मामला दर्ज किया गया हैं। दो दिनों में तीन युवको के सोन नदी में डूबने की घटना को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए संपूर्ण घटना की परिस्थिति की जांच किए जाने हेतु कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देश पर अपर जिला दंडाधिकारी सरोधन सिंह ने जांच दल गठित किया। जांच दल में अनुविभागीय दंडाधिकारी अनूपपुर कमलेश पुरी,अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अनूपपुर कीर्ति बघेल, खनि निरीक्षक अनूपपुर ईषा वर्मा शामिल रहीं। जांच दल ने रविवार की शाम 4 बजे घटनास्थल पर पहुंचकर रेत खनन नियम शर्ते एवं घटना के वैधानिक स्थितियों के अनुसार जांच कर अभिमत सहित जांच प्रतिवेदन दिया गया जांच दल में शामिल अनुविभागीय दंडाधिकारी अनूपपुर कमलेश पुरी ने बताया कि सोन नदी में तीन स्था नों में जांच की गई जिसमें रेत ठेकेदार अपनी लीज से हटकर क्षेत्र में 90 मीटर से अधिक खोदाई करना पाया गया। संयुक्त टीम ने प्रतिवेदन बनाते हुए आज ही शाम 7 बजे कलेक्टर को सौंपा दिया गया। साथ ही उस क्षेत्र में को चारो तरफ से बैरीकेटिंग करा दी गई। शनिवार रात को घटना से अक्रोशित लोगों को शांत कराते हुए पुलिस अधिक्षक ने कहा था कि रेत ठेकेदार के विरुध मामला दर्ज कराया जायेगा। जिस पर रविवार को सीतापुर रेत खदान के ठेकेदार व उनके कर्मचारियों द्वारा लापरवाही पूर्वक रेत का उत्खनन कर गड्डा कर दिये जाने एवं खदान के आसपास एवं गड्डो के आसपास किसी भी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था एवं संकेतों का उपयोग नही किये जाने के कारण आलोक केवट एवं अभय द्विवेदी की खदान में डूबकर मृत्युव हो जाने के मामले में पुलिस ने शुभ शुक्ला पिता सुनील शुक्ला की शिकायत पर केजी डेवलपर्स के ठेकेदार एवं कर्मचारी पर धारा 304 ए के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया है। यह है मामला सीतापुर स्थित मेला स्थल में आलोक केवट, अभय द्विवेदी, हर्ष परौहा, अनुज जडिय़ा, राजवीर सिंह, कर्तिकेय तिवारी, वीरेन्द्र प्रताप सिंह पिकनिक मनाने गये हुये थे। जहां पिकनिक मनाने के दौरान शाम लगभग 5 बजे बर्तन धोने के लिये आलोक केवट व अभय द्विवेदी सोन नदी में उतर गये। जहां कुछ दूर पर केजी डेवलपर्स की रेत खदान में बने गड्ढे के पानी में नहाने के लिये आलोक केवट कूद गया और थोड़ी देर बाद डूबने लगा, जिसे बचाने के लिये उसके साथी अभय द्विवेदी ने लंबे बांस की डंडा का सहारा देकर उसे पकड़वाने में लगा, लेकिन उसको डूबते देख अभय द्विवेदी ने पानी में छलांग लगा और दी और वो भी डूब गया। बचाव व राहत कार्य में जुटे अतरिक्ता पुलिस अधिक्षक के नेतृव में होमगार्ड बचाव कार्य में जुटे रहें। वहीं लोगो ने स्थल की गहराई 20 फीट से अधिक बताई।
दुर्घटनाओं पर मंत्री ने व्यक्त की शोक संवेदना जिले के विभिन्न स्थानों पर होली पर्व के दौरान हुई दुर्घटनाओं में कई परिवारों को गहरे दुख का सामना करना पड़ा है। अनूपपुर सोन नदी में डूबने से तीन लोगों की मौत हुई, तो वही कदमटोला पयारी में सड़क दुर्घटना में चालक सहित दो अन्य लोगों की मौत होने से परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। अनूपपुर जिले से लगे हुए छत्तीसगढ़ सीमा पर रमदहा वाटरफॉल में उमरिया मानपुर के रहने वाले 3 लोगों की डूबने से मौत हो गई इस दुखद समाचार की जानकारी मिलने पर प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने गहरा दुख प्रकट करते हुए शोक संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से मृत आत्मा की शांति तथा इस दुख की घड़ी में मृतकों के परिजनों को सहन शक्ति प्रदान करने की कामना की है।

शनिवार, 19 मार्च 2022

सोन नदी में डूबे दूसरे युवक अभय द्विवेदी का शव मिला, जांच जारी

कलेक्टर ने कहा घटना के हर पहलू की जांच करा दोषियों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्रवाई अनूपपुर। जिला मुख्यालय स्थित सोन नदी में दो दिन में तीन युवको की मौत ने जिला प्रशासन की सुरक्षा के दावो की पोल खोल दी। शनिवार युवको की टोली पिकनिक मनाने सीतापुर स्थित मेला स्थाल गये। जहां नीचे सोन नदी बहती हैं कुछ दूर पर रेत खनन ठेकेदार द्वारा रेत खनन बीच नदी से रेत निकालने की वजह से गहरा हो गया। वहीं युवको ने पिकनिक मनाने के बाद शाम 4 बजे बर्तन धोने गये थे जहा उन्हेि इस बात का अनुमान नहीं रहा कि इतना गहरा होगा। इस दौरान पानी में बर्तन धोने के दौरान पानी की गहराई में डूबने से दो की मौत हो गई। वहीं सेवानिर्वत प्राचार्य अर्जुन केवट के नाती एडवोकेट पुरेन्द्र केवट का 19 वर्षीय पुत्र आलोक केवट का शव शाम 7 बजे गोताखोरो ने ढूढ़ निकाला और दूसरे युवक अभय द्विवेदी की खोज जारी रखी। अतरिक्तो पुलिस अधिक्षक अभिषेक राजन ने बताया लगातार खोज के बाद गोताखोरो ने रात 11.30 बजे दूसरे युवक 21 वर्षीय के शव को ढूढ़ निकाला। उन्होंनने बताया कि प्रशासन एवं पुलिस की टीम द्वारा गोताखोरों के सहयोग से युवक का शव मिल गया हैं। रविवार को जांच उपरांत पोस्टतमार्टम कराया जायेगा। ज्ञात हो कि मौके पर पहुंचे कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने सोन नदी में डूबने वाले युवकों के परिजनों को सांत्वना दी तथा हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। कलेक्टर ने घटना के हर पहलू की जांच कराने तथा दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की बात कही गई। डूबे एक युवक का शव बरामद कर लिया गया है दूसरे युवक की तलाशने के भरसक प्रयास प्रशासन एवं पुलिस की टीम द्वारा गोताखोरों के सहयोग से करने की बात कहीं थी।

रेत खनन के लिए खोदे गढ़्ढे में दूसरे दिन दो की डूबने से मौत, एक का शव मिला दूसरे को ढूढ़ने का प्रयास जारी

अनूपपुर। शुक्रवार को 15 वर्षीय छात्र की डूबने से मौत खबर अभी 24 घंटे बीते ही थे कि एक बार फिर जिला मुख्यालय स्थित ग्राम सीतापुर में सोन नदी में शाम 4 बजे 2 युवक फिर डूबने खबर मिली, जिस पर पुलिस और गोताखोर की टीम युवकों को ढूंढने के लिए प्रयास शुरू कर दिये। जहां 7 बजे एक युवक का शव ढूढ निकाला गया। दूसरे युवक को ढूढ़नेका प्रयासजारी हैं। अतरिक्त पुलिस अधिक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि अनूपपुर निवासी आलोक केवट, और अभय द्विवेदी जिला मुख्यालय स्थित सोन नदी में नहाने गयें थे जहां नहाते हुए दोनो युवक नदी के बीच में रेत खनन के लिए खोदे गये गढ्ढे में समा गयें। जानकारी के बाद पुलिस पुलिस और गोताखोर की टीम युवकों को ढूंढने के लिए प्रयास शुरू कर दिये। जहां शाम 7 बजे गोताखोर ने एक युवक अलोक केवट का शव ढूढ़ने में सफलता पाई वहीं दूसरे युवक अभय द्विवेदी को ढूढ़ने का प्रयास जारी हैं। खबर लिखे जाने तक सफलता नहीं मिली हैं।

कार दो पहिया वाहन की आमने-सामने की टक्कर से दो युवक की मौत

अनूपपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग 43 कोतमा मार्ग में शनिवार की दोपहर थाना भालूमाड़ा अंतर्गत ग्राम पंचायत पयारी के पास एक तेज रफ्तार कार की टक्कर लगने से एक मोटरसाइकिल में सवार दो युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। फुनगा चौकी प्रभारी ने बताया कि शनिवार दोपहर गांव के रास्ते से दो युवक स्टेट हाईवे रोड की तरफ आ रहे थे पयारी के पास दोनो की भिड़ंत होने से दो पहिया वाहन में सवार फूलचंद महरा 37 वर्ष और मनी केवट 34 वर्ष दोनों निवासी कदमटोला पयारी को सीएचसी फुनगा भेजा गया जहांइलाज के दौरान दोनो की मृत्यु हो गई।

शुक्रवार, 18 मार्च 2022

बायलर की ट्यूब लीकेज होने से अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र चचाई की 210 मेगावाट का विद्युत उत्पांदन ठप्पर

अनूपपुर। अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र चचाई की 210 मेगावाट यूनिट की बायलर की ट्यूब फट जाने से बिजली उत्पादन शुक्रवार की दोपहर 2 बजे से ठप पड़ हैं जिसे चालू होने में तीन दिन का समय लगेंगा। ज्ञात हो कि 19 नवम्बयर 2021 को भी बायलर की ट्यूब में लीकेज आने से विद्युत उत्पाीदन बंद रहा हैं। जानकारी अनुसार चचाई में स्थित अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र में 210 मेगावाट की यूनिट शुक्रवार 18 मार्च की दोपहर 2 बजे अचानक तेज धमाके के साथ बायलर की ट्यूब में लीकेज आ गया और यूनिट को बंद करना पड़ा। मुख्य अभियंता अमरकंटक ताप विद्युत केंद्र चचाई एएच रिजवी ने बताया कि बायलर की ट्यूब लीकेज होने से विद्युत उत्पाभदन बंद हैं। अधिकारी यूनिट के सुधार में लग गए हैं, सुधार कार्य में 3 दिनों का समय लगेंगा। यूनिट को पुनः विद्युत परिचालन में लाने में समय के साथ जो फर्नेस ऑयल का उपयोग किया जाएगा। विद्युत उत्पाहदन बंद होने से प्रदेश में बिजली की कमी आई हैं।

सोन नदी में नहाने गये किशोर की डूबने से मौत

अनूपपुर। रंगों का त्यौहार होली में प्रशासन की चुस्ती के बाद भी जिला मुख्यालय स्थित सोन नदी में सीतापुर रेत खदान में नहाने गए किशोर की गहरे गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। गोताखोरों के कड़ी मशक्कत के बाद शव को पानी से निकाला गया। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। वहां चल रहे राहत कार्य की डिस्ट्रिक कमाण्डेन्ट से पूरी जानकारी ली। साथ ही थाना प्रभारी कोतवाली को तत्परता से कार्य करने एवं किन परिस्थितियों में घटना घटित हुई है। इस संबंध में जॉच कर अग्रिम कार्यवाही के लिए निर्देशित किया। पुलिस के अनुसार शुक्रवार को 15 वर्षीय अंसुल कुजूर अपने 4 दोस्तों के साथ होली खेलने घर से निकला जहां सोन नदी रेत खदान के पास 11.30 बजे होली खेलते समय दोस्तों से कहा नदी में डुबकी लगा कर आता हू्ं,और रेत खनन के लिए खोदे गये गहरे गड्ढे में डूबने से अंसुल कूद गया। दोस्तों देखा वह डूब रहा था जिसमे से एक दोस्तत ने उसे बचाने का प्रयास किया किन्तुल बचा नहीं सका। इसके बाद दोस्तों ने खबर दी तो पूरा गांव इकठ्ठा हो गया कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। जिस पर गोताखोरों ने डूबे अंशुल को ढूंढने की कोशिश में लग गई। जहां तीन घंटे की कड़ी मसक्तो के बाद अंशुल के शव को निकाला गया। इस दौरान माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल रहा।

बुधवार, 16 मार्च 2022

फ्लाई ओव्हर के बहाने रामलाल का बिसाहू लाल पर हल्ला बोल, शीध्र निर्माण के लिए कलेक्ट र को सौंपा ज्ञापन

हजारो लोगो के साथ कूच करके किया फ्लाई ओव्हर के शीघ्र निर्माण की मांग अनूपपुर। पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी नेता छत्तीसगढ़ के प्रभारी रामलाल रौतेल ने बुधवार को हजारो लोगो एवं समाज सेवियो के साथ हुंकार भरते हुये कहा कि अनूपपुर की सबसे बड़ी समस्या रेलवे फ्लाई ओव्हर है जिसके निर्माण कार्य शुरू होने में बार-बार हीला हवाली, लापरवाही बरती जा रही है। जिला प्रशासन को इसके निर्माण के लिये शीघ्र ही सकारात्मक पहल करनी चाहिये। पूर्व घोषित कार्यक्रम अनुसार 16 मार्च को रेलवे ओव्हर ब्रिज के निर्माण में हो रही देरी पर पूर्व विधायक अनूपपुर रामलाल रौतेल ने इंदिरा तिराहे पर समर्थको के सामने जन सभा कर अपना आक्रोष व्यक्त करते हुये हजारो समर्थको के साथ इंदिरा तिराहे से पैदल मार्च करते हुये कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कलेक्टजर सोनिया मीना को ज्ञापन सौंप कर रेलवे फ्लाई ओव्हर के शीघ्र निर्माण की मांग की।
पैदल मार्च में भाजपा का झण्डा न होना बना चर्चा का विषय हजारो समर्थको के साथ रेलवे ओव्हर ब्रिज के शीघ्र निर्माण की मांग को लेकर भाजपा पूर्व विधायक के द्वारा निकाला गया पैदल मार्च में एक तरफ जहां जिला प्रशासन होश में आओ के नारे लग रहे थे वहीं पूरे कार्यक्रम के दौरान भाजपा का झण्डा, बैनर न होना भी चर्चा का विषय बना रहा। उल्लेखनीय है कि पूर्व भाजपा विधायक राम लाल रौतेल आज भी प्रदेश में भाजपा के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ प्रभारी है, परंतु पूरे कार्यक्रम के दौरान जिला प्रशासन के विरोध में लग रहे नारे से प्रदेश सरकार का विरोध भी स्पष्ट हो रहा था। वहीं रौतेल द्वारा भाजपा के झण्डा बैनर का उपयोग न करना चर्चा का विषय बना हुआ है। पैदल मार्च को कुछ राजनैतिक विष्लेषक प्रदेश सरकार में मंत्री बिसाहू लाल पर हल्ला बोल मान रहे है, रामलाल और बिसाहू लाल में भाजपा में रहकर भी सत्ता की वर्चस्व की लडाई छिडी हुई है। जिसमें रौतेल को जब भी मौका मिलता है वह जनता के साथ बिसाहू लाल के खिलाफ आवाज बुलंद करने निकल पड़ते है।
कलेक्टर के सामने छलका राम लाल का दर्द भाजपा पूर्व विधायक कलेक्टर अनूपपुर को जब रेलवे फ्लाई ओव्हर के शीघ्र निर्माण की मांग का स्मरण पत्र सौंप रहे थे तो उस समय राम लाल का फ्लाई ओव्हर के भूमि पूजन को लेकर वर्षो से चले आ रहे संघर्ष का दर्द छलक पड़ा। उन्होने कलेक्टर से कहा कि जब प्रभारी मंत्री और मैने इसका एक बार भूमि पूजन कर दिये थे तो बार-बार भूमि पूजन की कोई औचित्य नही था आज तो यह स्थिति हो गई है कि कोई भी ऐरा गैरा, शराबी काबाबी, सटोरिया नेता भी एक नारियल फोड़कर ओव्हर ब्रिज के निर्माण का श्रेय लेना चाहता है। ज्ञात हो कि ठेकेदार द्वारा 16 अगस्त 2021 से कार्य प्रारंभ का साईन बोर्ड लगा दिया था। जिसके बाद सिर्फ बोर्ड ही रहा काम नहीं। वहीं इस ओवर ब्रिज के भूमिपूजन का इतिहास भी बनता जा रहा हैं। पहली बार भूमिपूजन तत्तककालीन प्रभारी मंत्री संजय पाठक ने किया। दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, तीसरी बार भाजपा मंडल अध्यक्ष शिवरतन बर्मा द्वारा किया गया। इसके बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं हो सका। इसके बाद सत्ता और संगठन के नेताओं को जमकर किरकिरी हुई। चौथी बार कार्य प्रारभ्भ का भूमि पूजन संगठन के अनूपपुर प्रमुख ने पूर्व विधायक की चेतवनी से घबराकर आनन-फानन में 7 मार्च को नारियल तोड़कर तामझांम दिखाकर भूमि पूजन कर कार्य प्रारंभ करने ठेकेदार से मशीन से खुदाई कराई।
इससे पूर्व 13-18 सितम्बर 2021 तक पूर्व विधायक रामलाल रौतेल ने ओवरब्रिज निर्माण को लेकर धरना प्रदर्शन किया था, इसी बीच जबलपुर में आदिवासी सम्मेोलन देश के गृह मंत्री अमित शाह का कार्यक्रम बना इससे सत्ताा और संगठन दोनो घबरा कर फौरन पूर्व विधायक रामलाल रौतेल को मनाने के लिए भाजपा के संभाग प्रभारी हरिशंकर खटिक के साथ सत्तापक्ष के वरिष्ठ पदाधिकारी ने प्रशासनिक और विभागीय आश्वासनों पर धरना प्रदर्शन समाप्ति की घोषणा कराई थी। लेकिन विभाग और प्रशासन द्वारा अक्टूबर माह से कार्य आरंभ के दिए आश्वासन में अब छह माह से अधिक का समय बीत गया, कार्य आरंभ नहीं हो सका। .अब पुन:अनूपपुर पूर्व भाजपा विधायक रामलाल रौतेल अपनी ही सत्ता के प्रशासकीय अधिकारियों के खिलाफ निर्माण कार्य में हो रही विलंबता के विरोध में आवाज उठाने की तैयारी कर दी है। जहां रेलवे फाटक पर प्रस्तावित ओवरब्रिज निर्माण कार्य आरंभ नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने नगरवासियों से 16 मार्च को एकत्रित होने का आह्वान किया है। जिस पर सत्ता और संगठन एक बार फिर इस चेतवनी से घबराकर आनन-फानन में 7 मार्च को भूमि पूजन नारियल तोड़कर तामझांम दिखा कार्य प्रारंभ करने ठेकेदार से मशीन से खुदाई कराई गई। इस पर स्थाकनिय जनों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि यह तो हर बार होता हैं पूर्व विधायक रामलाल रौतेल की चेतावनी के बाद फिर वहीं दोहराया जा रहा हैं। लोगों ने कहा कि रेलवे फाटक अनूपपुर नगरवासियों के लिए अब अबुझ पहेली बनकर रह गया है, लगता हैं अब इसके बाद भाजपा का पितृ संगठन संघ के पदाधिकारियों को अपने हाथों में लेकर इसे पूरा कराने का बीड़ा उठाना पड़ेगा। शायद तभी पूर्ण हो सकता हैं। जहां पिछले छह साल से रेलवे फाटक पर प्रस्तावित ओवरब्रिज निर्माण की प्रक्रिया रेलवे और राजनीतिक दवाबों की भेंट चढ़ती नजर आई है। हालात यह बने हुए हैं कि रेलवे की दो साल पूर्व मिली अनुमति और शासन द्वारा 1201 करोड़ की स्वीकृत बजट के बाद भी ठेकेदार और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित ओवरब्रिज का निर्माण कार्य आरंभ नहीं कराया जा सका है। वहीं अब दपूमरे बिलासपुर रेल मंडल अंतर्गत छुलहा-अनूपपुर रेलखड पर दोहरीकरण लाइन विद्युतीकृत के कार्य संचालन में घंटों तक बंद हो रही फाटक ने नगरवासियों की दुखती जख्म पर हाथ रख दिया है। पूर्व विधायक ने बताया कि यह अब अनूपपुर नगरवासियों के लिए जरूरी हो गया है कि वे प्रशासन और ठेकेदार की इस अनदेखी का खुलकर विरोध करें। रेलवे का नियमित कार्य चलता रहता है, वर्तमान में रेलवे फाटक अनूपपुर 24 घंटे में 10-12 घंटे तक बंद हो रही है। इससे शहर के मध्यम से गुजरी रेलवे लाइन के चंद फांसलों को तय करने में लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 6 अगस्त 2016 को अनूपपुर में आयोजित आमसभा में रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण की घोषणा की थी। 14 दिसम्बर 2016 को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई और 8 मई 2017 को तत्कालीन प्रभारी मंत्री एवं मेरे (रामलाल रौतेल तत्कालीन विधायक अनूपपुर) द्वारा भूमि पूजन सम्पन्न हुआ। लेकिन इसके बाद मुआवजा व अन्य मामलों में निर्माण कार्य अटक गया। इसमें भी शासन ने 2017 में 7 करोड़ 53 लाख की मुआवजा राशि का प्रभावित भू स्वामियों के बीच वितरण कार्य कराया। इसके बाद मेसर्स श्रीराम कंस्ट्रक्शन द्वारा कार्य प्रारंभ करने की तिथि 16 अगस्त की घोषणा करते हुए सूचना पट भी लगा दिए। लेकिन आज तक कोई निर्माण कार्य आरंभ नहीं हो सका है। ओवरब्रिज निर्माण को लेकर विभाग भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा है। पूर्व विधायक ने ओवरब्रिज निर्माण नहीं होने पर एक बार फिर सत्ता संगठन को आमजनों के लिए खिलाफ में उतरेंगें।

सोमवार, 14 मार्च 2022

सड़क निर्माण की मांग को लेकर बिजुरी दलदल मुख्य मार्ग पर वार्डवासियों ने किया चक्काजाम

सड़को के दोनो ओर लगा रहा वाहनों की कतारें, लिखित समझौते की मांग को लेकर डटे रहे रहवासी अनूपपुर। नगर पालिका बिजुरी क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 7 एवं 8 बिजुरी-मनेन्द्रगढ़ मुख्य मार्ग मे बड़े-बड़े गड्ढों के कारण परेशान वार्डवासियों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर 14 मार्च की सुबह 11 बजे से मुख्य मार्ग में चक्का जाम कर दिया। जहां रात 8 बजे भी जारी हैं। जाम से सड़क के दोनो ओर वाहनों की लंबी कतारे लग गई। सैकड़ों की संख्या में गुस्साये लोगो द्वारा चक्काजाम करने पर मौके पर तहसीलदार आर.के. सिंह एवं थाना प्रभारी बिजुरी राकेश उइके पहुंचे। गुस्सायें लोगो ने बिना नपा सीएमओं व कॉलरी के सिविल हसदेव क्षेत्र एरिया सिक्योरिटी ऑफिसर के पहुंचने व उनसे लिखित समझौता की मांग की हैं।
जाम की खबर पाकर दोपहर लगभग 4 बजे नपा बिजुरी सीएमओं मीरा कोरी सहित कॉलरी के अधिकारी पहुंचे। जहां कॉलरी द्वारा स्वयं सड़क बनाये जाने तथा इसके लिये नगर पालिका बिजुरी द्वारा एनओसी देने की बात कही। वहीं नपा सीएमओं मीना कोरी का कहना था कि अभी टेंडर फ्लो हुआ है, हम परिषद का विशेष सम्मेलन बुलायेंगें, पीआईसी की बैठक करेंगे, जिसके लिये हमें समय लगेंगा। जिसके बाद बीच का रास्ता निकालने की बात कही गई जिसपर वार्डवासियों ने लिखित समझौता करने बात कही गई, लेकिन सीएमओं ने किसी भी लिखित समझौता पर हस्ताक्षर करने से मना कर दी और वहां से चली गई। जिसके बाद खबर लिखे जाने तक आंदोलनकारी हड़ताल पर बैठे हुये है। जानकारी के अनुसार बिजुरी नगर के वार्ड क्रमांक 7, 8 मुख्य मार्ग के क्षतिग्रस्त होने पर वार्डवासियों द्वारा लगातार सड़क बनावाये जाने की मांग की जाती रही है। जिसमें वार्डवासियों ने कई बार कलेक्टर, नगर पालिका व अनुविभागीय दंडाधिकारी कोतमा को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होने दलदल तिराहे के बिजुरी मुख्य मार्ग एवं कपिलधारा कॉलोनी मुख्य मार्ग में कोयला से लोड़ भारी वाहनों की आवाजाही के कारण सउ़क गड्डे में तब्दील हो गई। जहां सड़क में हो चले बड़े-बड़े गड्ढों के कारण आवागमन अवरूद्ध हो गया है साथ ही आये दिन दो पहिया वाहनो के साथ दुुर्घटना घटित हो रही है। वहीं लिखित शिकायतों के साथ ही वार्डवासियों ने सीएम हेल्पलाईन 181 में भी शिकायत दर्ज कराई कि बिजुरी मुख्य मार्ग होते हुये बिजुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व रेलवे स्टेशन जाने का एक मुख्य मार्ग है लेकिन उसके क्षतिग्रस्त होने से आवागमन करना दुर्भर हो गया है। लेकिन शिकायतों के बाद भी संतुष्ट निराकरण न होने पर वार्डवासियों ने सड़क न बनाये जाने पर 14 मार्च से बिजुरी दलदल मुख्य मार्ग में अनिश्चित कॉलीन हड़ताल की चेतावनी भी दी थी। विकाश पांडेय बिजुरी

रविवार, 13 मार्च 2022

घायल सौरभ ने बताया कुत्ते को बचाने में अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई तेज रफ्तार कार, तीन की मौत, दो घायल

अनूपपुर। शहडोल-अमरकंटक मार्ग पर राजेंद्रग्राम अंतर्गत शिवरीचंदास के करौंदी तिराहा के पास आज एक तेज रफ्तार टाटा अल्ट्रोज कार पेड़ से जा टकरा गई। इसमें सवार 5 लोगों में 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। दो घायल हो गए। इन्हें जिला चिकित्साटलय लाया गया है। सभी नई कार अमरकंटक घूमने जा रहे थे। तेज रफ्तार कार के सामने अचानक कुत्ता आने से ड्राइवर का नियंत्रण हट गया। कार अनियंत्रित होकर सड़क से उतरकर पेड़ से टकरा गई, पेड़ से टकराते ही कार के दो टुकड़े हो गए। कार में सवार वर्षा श्रीवास्तव पुत्री दिनेश श्रीवास्तव (19) निवासी सोन मौहरी, मनीषा सिंह (24) निवासी कोतमा और सुबोध श्रीवास्तव (24) निवासी सोन मौहरी की मौके पर ही मौत हो गई। सौरभ शर्मा पुत्र बिहारी लाल शर्मा (22) और दिव्यांशु श्रीवास्तव पुत्र रामप्रकाश श्रीवास्तव (22) दोनों निवासी अनूपपुर घायल हो गए। घायलों को स्वास्थ्य केंद्र राजेंद्रग्राम भेजा गया, जहां से उन्हें जिला चिकित्सालय अनूपपुर के लिए रेफर कर दिया गया। राजेंद्रग्राम पुलिस ने स्वास्थ केंद्र में तीनों शवों का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया। जिला चिकित्साअलय अनूपपुर में भर्ती घायल सौरभ शर्मा ने बताया कि कार मैं चला रहा था तथा कार की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा थी। कार सौरभ शर्मा की बहन कल्याणी शर्मा के नाम है। सौरभ शर्मा नोएडा में पढ़ाई करता है। कल ही नोएडा से अनूपपुर आया था, दिव्यांशु श्रीवास्तव इंदौर में रहकर पढ़ाई करता है, कल वो भी अनूपपुर आया था। मृत सुबोध श्रीवास्तव शहडोल में काम करता हैं तथा मनीषा सिंह का परिचित था। पांचों लोग सुबह 8 बजे अनूपपुर से अमरकंटक घूमने जा रहे थे। जैसे ही कार करौली चौराहा के पास पहुंची, अचानक सामने कुत्ता आने के कारण गाड़ी अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि घटना इतनी भीषण थी कि मुझे घटना के बारे में कुछ भी पता नहीं हैं। घटना की सूचना लगते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया। वहीं प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तीम मिश्रा एवं सांसद हिमान्द्रीत सिंह ने दिवंगतों को श्रद्धांजलि देते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

शनिवार, 12 मार्च 2022

अमरकंटक जा रहीं कार तेज रफ्तार से पेड़ में टकराई 3 की मौत, दो घायल

मुख्यमंत्री ने जताया शोक अनूपपुर, 13 मार्च (हि.स.)। नर्मदा दशर्न के लिए अनूपपुर से अमरकंटक जा रही कार राजेन्द्रग्राम के पास करौंदी तिराहे पर तेज रफ्तार से पेड़ से टकराई और कार दो टुकडों में बंट गई। जिसमें बैंठे 3 की मौके पर मौत हो गई। दो घायल हुए जिन्हे स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्रग्राम में भर्ती कराया गया हैं। मौके पर पुलिस पहुंच कर निरिक्षण कर रहीं हैं। इस सड़क दुर्घटना पर मुख्य्मंत्री ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति, शोकाकुल परिजनों को आघात सहने की शक्ति व घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने की प्रार्थना की है। पुलिस के अनुसार नई कार सौरभ शर्मा अपने दोस्तों के साथ अनूपपुर से नर्मदा दशर्न के अमरकंटक जा रहें थे जहां तेज रफ्तार कार करौंदी तिराहे के पास पेड़ से टकराई और कार दो टुकडों में बंट गई। इसमें बैठे 19 वर्षीय वर्षा श्रीवास्तव पिता दिनेश श्रीवास्तव निवासी सोन मौहरी, 24 वर्षीय सुबोध श्रीवास्तव पिता जमुना श्रीवास्तव निवसी शहडोल एवं मनु सिंह निवासी कोतमा की मौंके पर ही मृत्यु हो गई। वहीं दो घायल 22 वर्षीय सौरभ शर्मा पिता बिहारी लाल शर्मा एवं 22 वर्षीय दिव्यांशु श्रीवास्तव पिता रामप्रकाश श्रीवास्तव दोनो निवसी अनूपपुर को स्वास्थ्य केंद्र राजेन्द्राग्राम में भर्ती कराया गया हैं। यह दोनो सामने बैठे थे घटना के समय कार का एयर बैंग खुलने से दोनो की जान बच गई।

पिकअप में लोड़ 15 बोरी कोयला पुलिस ने किया जब्त,आरोपी गिरफ्तार

अनूपपुर। भालूमाड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने हरद ओसीएम बंद पड़ी खदान से कोयला अवैध उत्खनन कर उसे बिक्री करने हेतु जमुना कॉपरेटिव के पास पिकअप क्रमांक एमपी 65 जीए 2081 में 15 बोरी कोयला लोड़ कर रखा था, जिसे पुलिस ने 12 मार्च को जब्त करते हुए चालक गणेश प्रसाद बैगा पिता हीरालाल बैगा को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ धारा 379, 414 एवं खान एवं खनिज अधिनियम की धारा 4/21 के तहत मामला दर्ज किया गया। जानकारी के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली की जमुना क्वापरेटिव के पास पिकअप का चालक गणेश प्रसाद बैगा पिता हीरालाल बैगा निवासी बदरा बस स्टैंण्ड द्वारा हरद ओसीएम बंद पडी खदान से कोयला का अवैध तरीके से उत्खनन कर उसे पिकअप मे लोड कर बिक्री करने के लिये ग्राहक खोज रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, जहां पिकअप क्वापरेटिव के अंदर गैलरी मे संधिग्द हालत मे खडी थी तथा उसका चालक गणेश प्रसाद बैगा गाडी मे बैठा था, जिस पर पुलिस ने पिकअप वाहन की जांच की गई तो वाहन के अंदर 15 बोरी कोयला लोड़ था, जिसके बाद पुलिस ने वाहन चालक से वाहन में लोड़ कोयले से संबंधित दस्तावेज की मांग की गई। जहां मौके पर किसी भी तरह का दस्तावेज नही दिखाने पर पुलिस ने पिकअप वाहन सहित कोयले को जब्त कर उसे थाना परिसर में लाते हुए चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की विवेचना में जुटी हुई है।

राष्ट्रीय लोक अदालत : जिले की 15 खण्ड पीठ में 247 प्रकरण, प्रीलिटिगेशन के 47 प्रकरण हुआ निराकरण, 1 करोड़ 9 लाख से अधिक का हुआ अवार्ड

अनूपपुर। वर्ष की पहली राष्ट्रीय लोक अदालत जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित कोतमा व राजेन्द्रग्राम तहसील स्तरीय न्यायालय में 12 मार्च को 15 खंडपीठों में 247 प्रकरणों का निराकरण सम्भव हो सका। वहीं 1 करोड़ 9 लाख से अधिक राशि का अवार्ड हुआ। इसके पूर्व प्रधान जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर रत्नेश चन्द्र सिंह बिसेन एवं पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। इस मौके पर न्यायाधीश भू-भास्कर यादव, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संतोष सिंह सहित विभागीय अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान मोटर दुर्घटना दावा, विद्युत चोरी के मामले, पारिवारिक विवाद, आपराधिक प्रकरण, धारा 138 चेक से संबंधित प्रकरण का निपटारा किया गया। पति पत्नी के बीच विवाद के मामलों में 2 दंपतियों के बीच राजीनामा हुआ और वह मुकदमों को वापस लेकर एक साथ रहने चले गए।
इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश ने कहा कि आपसी विवाद को राजीनामे से निपटाने मे राष्ट्रीय लोक अदालत अपनी महती भूमिका अदा करता है। लोक अदालत से प्रकरणों के निपटने से जहां एक ओर पक्षकारो का समय बचता है, वहीं दूसरी ओर पैसे की भी बचत होती है। लोक अदालत में किसी हार एवं जीत नही होती हैं। आपसी मन मुटाव को भूलकर कई परिवार इसकी वजह से संवर जाते है। लोक अदालत के माध्यम से प्रकरण के निराकरण होने पर किसी व्यक्ति को हारने का गम नहीं होता और जीतने का अहंकार नहीं होता। दोनों पक्षों के बीच आपसी सौहार्द्र और प्रेम बना रहता है,इससे मुकदमेबाजी का अंत जरूर होता है। आपसी शत्रुता समाप्त होती है। जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित कोतमा व राजेन्द्रग्राम तहसील स्तरीय न्यायालय में 12 मार्च को राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन में जिले के तीनों न्यायालय के लिए कुल 15 खंडपीठों का गठन किया गया था, जिसमे जिला न्यायालय अनूपपुर में 7 खण्डपीठ, व्यवहार न्यायालय तहसील राजेन्द्रग्राम में 3 खण्डपीठ एवं व्यवहार न्यायालय तहसील कोतमा में 5 खण्डपीठ रहीं। प्रत्येक खण्डपीठ में दो सदस्यों की नियुक्ति की गई थी। जहां दाण्डिक, शमनीय प्रकरण, चेक अनादरण प्रकरण, बैंक वसूली प्रकरण, मोटर दुर्घटना प्रकरण, वैवाहिक प्रकरण, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण, सिविल प्रकरण एवं बिजली व पानी के बिल से संबंधित प्रकरणों का निराकरण किया गया। जिला मुख्यालय अनूपपुर, तहसील कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम में लंबित प्रकरणों मे से 2432 प्रकरणों को लोक अदालत में रेफर किया गया था, जिनमें कुल 247 प्रकरणों का निराकरण सम्भव हो सका। जबकि प्रीलिटिगेशन के 770 प्रकरण में से 47 प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से हुआ। वहीं पुराने प्रकरणों में आपराधिक 160 में 34 प्रकरण निपटे, प्रकाम्य अधिनियम 391 में 22, विद्युत्त 269 में 76, क्लेम प्रकरण 215 में 9, वैवाहिक प्रकरण 187 में 21, अन्य सिविल प्रकरण 506 में 29 एवं अन्य प्रकरण 658 में 53 का निराकरण हुआ। आयोजित लोक अदालत में कुल 1 करोड़ 9 लाख 8 हजार का अवार्ड पारित हुआ।

समझौता ज्ञापन औषधीय एवं सुगंधित फूलों के संरक्षण, विपणन और उत्पादन के लिए कारगर सिद्ध होगा- कुलपति

जनजाति विश्वविद्यालय, अनूपपुर जिला प्रशासन और सीमैप द्वारा औषधीय एवं सुगंधित फूलों के संरक्षण, विपणन और उत्पादन हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर अनूपपुर। विश्वविद्यालय के 13 संकाय और 35 विषय में संलग्न शिक्षकों द्वारा उच्च कोटि शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ स्थानीय एवं क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान हेतु शोध कार्य करके 'वोकल फॉर लोकल' की अवधारणा को चरितार्थ करने हेतु विश्वविद्यालय परिवार पूर्णरूपेण कटिबद्ध है। 12 मार्च को विश्वविद्यालय द्वारा त्रिस्तरीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है। जिसमें विश्वविद्यालय के साथ सीमैप और अनूपपुर जिला प्रशासन संयुक्त रूप से शामिल हैं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि 'जनजातीय समाज का उन्नयन करना विश्वविद्यालय का उद्देश्य है और जनजातीय समाज के कौशल विकास का उन्नयन कर उसे वैश्विक पटल पर स्थापित करते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में महती भूमिका निभा रहा है। साथ ही राष्ट्र की गौरवशाली संस्कृति एवं परंपरा के संपोषक एवं संवाहक बनने की राह निर्मित कर रहा है। यह समझौता ज्ञापन औषधीय एवं सुगंधित फूलों के संरक्षण, विपणन और उत्पादन के लिए कारगर सिद्ध होगा। प्रधानमंत्री का संदेश है कि जब तक ग्रामंचल आत्मनिर्भर नहीं होंगे तब तक संपूर्ण भारत आत्मनिर्भर नहीं हो पाएगा। यह समझौता ज्ञापन इसी दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है, औषधियां मानव संरक्षण में सहायक होती है अतः मानव को भी औषधियों का संरक्षण करना चाहिए। इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से वन औषधियों के विपणन और उत्पादन से किसान समर्थ बनेंगे और विकास की मुख्यधारा में शामिल होंगे। आज आवश्यकता है परंपरागत ज्ञान को आधुनिक ज्ञान से जोड़ने की यह समझौता ज्ञापन इसी तरह के जोड़ को अभिव्यक्त करता है। इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करते हुए कलेक्टर सोनिया मीणा ने इस समझौता ज्ञापन को मील का पत्थर बताते हुए कहा की समझौता ज्ञापन किसानों और क्षेत्र के विकास के लिए उपयोगी साबित होगा यहां पर तकनीकी सहायता के माध्यम से सुगंधित एवं औषधि पौधों को बचाए जाएगा। उनका विपणन होगा, कृषि आधुनिक पद्धति से होगी और यहां के कृषक औषधीय पौधों के उत्पादन से विकास की मुख्य धारा से जुड़ेंगे यह क्षेत्र बायोस्फियर रिजर्व के नाम से जाना जाता है, जिसमें की विभिन्न तरह की औषधियां और सुगंधित पुष्प हैं जिनकी पहचान और संरक्षण आवश्यक है। यह समझौता ज्ञापन इसी दिशा में कार्य करेगा ऐसा मुझे विश्वास है'। सीमैप के डायरेक्टर डॉ. संजय कुमार ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि 'आज का दिन अत्यंत गौरव का दिन है, हमने इस तरह के समझौता ज्ञापन कई बार किए लेकिन यह त्रिस्तरीय समझौता ज्ञापन अद्भुत है, इससे ना सिर्फ कृषकों की आय बढ़ेगी बल्कि यहां के सुगंधित पुष्प और औषधियों का विपणन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो सकेगा। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना तीनों संस्थाओं के लिए गौरव की बात है'। समझौता ज्ञापन पर विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव पी. सुल्वेनाथन द्वारा हस्ताक्षर किए गए और डीन एकेडमिक प्रो. आलोक श्रोत्रिय ने विश्वविद्यालय की विकास यात्रा को सबके सामने रखा और कहा कि यह समझौता ज्ञापन अपने आप में अनूठा है इससे औषधीय एवं सुगंधित फूलों का संरक्षण और विपणन आसान होगा। विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, जनजातीय अध्ययन विभाग, मानव विज्ञान तथा समाजशास्त्र विभाग, इनोवेशन क्लब, इनक्यूबेशन सेंटर यह सभी वनस्पति जगत के लिए और क्षेत्र के किसानों को मूल धारा से जोड़ने का कार्य करेंगे जिसमें औषधीय एवं सुगंधित फूल मुख्य होंगे। संचालन डॉक्टर रविन्द्र शुक्ला धन्यवाद प्रो. विजय प्रमाणिक द्वारा दिया गया। इस अवसर पर इस विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भूमिनाथ त्रिपाठी, प्रोफेसर मनीषा शर्मा, प्रोफेसर एम.टी.वी. नागराजू, प्रोफ़ेसर मूर्ति, प्रोफेसर पूनम शर्मा आदि शामिल थे।

बुधवार, 9 मार्च 2022

चेतवनी के बाद आनन-फनन में ओवरब्रिज के निर्माण में गढ्ढा खोद गायब हुआ ठकेदार,काम के नाम पर खना पूर्ती

अनूपपुर। दो हिस्सों में बटी नगरीय जीवन और विकास के लिए अभिश्राप बना रेलवे फाटक अनूपपुर अब राजनीति रंगों में रंग गया है। जहां पिछले छह सालों से ओवरब्रिज के निर्माण की सारी प्रक्रियाओं को पूरा कराने अपनाई गई कार्ययोजनाओं के बाद अब भी निर्माण से कोसो दूर खड़ा नजर आ रहा है। तीसरे दिन 9 मार्च को भी कार्य बंद हैं इससे सरकार और सत्तास दल के पदाधिकारियों पर सवाल उठने लगें हैं। प्रभावित नगर के लोगो का कहना हैं कि यह सब मंत्री के इसारे पर हो रहा हैं। वहीं शाम को सेतू निगम शहडोल का कहना हैं कि काम चालू हैं। किन्तुर दोपहर 12.30 बजे और 2 बजे मौंके पर कोई कार्यरत मजदूर स्थोल पर नहीं दिखा।
जबकि अभी तक कार्य प्रारंभ नहीं हुआ अचानक‍ 7 मार्च को भाजपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में पदाधिकारियों व पुल निगम ने आनन फानन में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण का कार्य आरंभ कर दिया। पॉकलेन मशीन से गड्ढे खोदकर निर्माण के लिए पूजा अर्चना भी की गई। और यह कहा गया कि अब लगातार कार्य जारी रखते हुए नगरवासियों को ओवरब्रिज की सौगात दी जाएगी। इसका कारण हाल के दिनों में पूर्व विधायक अनूपपुर रामलाल रौतेल द्वारा सारी प्रक्रियाओं में ओवरब्रिज निर्माण में हो रही विलबंता पर प्रशासन को ज्ञापन सौंपने और धरना देने की दी गई चेतावनी का असर रहा। कहीं पूर्व विधायक इसके निर्माण का श्रेय न ले, इसके पहले ठेकेदार से कह जिला भाजपा ने खाद्य मंत्री के निर्देश पर आन-फनन में ओवरब्रिज के निर्माण कार्य के लिए भारी तामझांम कर बीच सड़क में बड़ा सा गढ्ढा खोद दिया गया। वहीं भाजपा पदाधिकारियों के जाते ही कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार ने भी अपनी पॉकलेन मशीन को ट्रक पर लादकर चल दिया, जहां नगरवासियों के लिए बिना सड़क मार्ग की व्यवस्थाएं बनाए और सूचना प्रदान किए पिलर खड़ा करने खोदा गया गड्ढा लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। वहीं मशीन के पंजों ने जलापूर्ति के लिए पड़ी नगर की सर्विस पाइप लाइन को नुकसान पहुंचा दिया, जिसमें पानी के फब्वारों में आसपास के क्षेत्र कीचड़युक्त बन गए। गड्ढे के कारण मात्र 5-6 फीट चौड़ी सड़क में दोनों दिशाओं की फाटक खुलने के बाद वाहनों की आपाधापी में रेलवे फाटक पर बार बार जाम लग रहा है। यहां तक कि इंदिरा तिराहे से कोतवाली तिराहा की ओर जाने वाले पैदल यात्री के साथ बाइक सवार और छोट वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे लोगों में आक्रोश की स्थिति बनी हुई है। नगरवासियों का कहना है कि जब ओवरब्रिज का निर्माण कार्य आरंभ करना था तो प्रशासनिक स्तर पर व्यवस्थाएं बनाते हुए या तो मार्ग को पूर्णतः बंद कर दिया जाता या फिर दोनों छोर से सर्विस लाइन निर्माण कराते हुए लोगों की आवाजाही के लिए मार्ग उपलब्ध करा दिया जाता। इससे निर्माण कार्य भी प्रभावित नहीं होते और लोगों की आवाजाही भी हो पाती। वहीं दूसरी ओर निर्माण के दौरान खतरों से बचाने इसे प्रतिबंधित कर दिया जाता। जिससे लोग और वाहनें रेलवे अंडरब्रिज से आवागमन कर पाते। लेकिन यहां बिना किसी सूचना और व्यवस्था के लिए प्रशासन ने पुल निगम को निर्माण की अनुमति दे दी। लोगों में नाराजगी का सबसे बड़ी वजह अब यह भी बनती जा रही है कि अगर सत्तापक्ष ने अपने ही पूर्व विधायक के डर से बचने आपाधापी में ओवरब्रिज का निर्माण कार्य आरंभ किया तो 8 मार्च से नियमित कार्य क्यों नहीं आरंभ रहा। पार्टी पदाधिकारियों के जाते ही ठेकेदार क्यों अपनी मशीनरी समेट चलता बना। दूसरे दिन प्रशासन ने यहां बन रही अव्यवस्था या काम बंद है की जानकारी क्यों नहीं ली। जब काम नहीं कराना था तो गड्ढा क्यों खोदा गया, सहित अन्य बातें सामने आई है। बताया जाता है कि एकाध दिनों में काम शुरू नहीं हुआ तो समाज के वरिष्ठ नागरिक ही विरोध के लिए सड़क पर उतरेंगे। पाइपलाइन फूटा, वार्ड में जलापूर्ति बंद पॉकलेन मशीन से खुदाई में नपा की जलापूर्ति पाइपलाइन के फूटने से वार्ड क्रमांक 11 में 7 मार्च की शाम से जलापूर्ति बंद हैं। वही पाइपलाइन के फूटने के बाद पानी नाला के माध्यम से बह रहा है इसकी सूचना नगर पालिका को मिलने के बाद भी 9 मार्च तक नपा अमला ने इसका ने सुधार नहीं किया है। जिसके कारण वार्डवासी पानी के लिए आसपास के हैंडपंपों की ओर दौड़ लगा रहे हैं। वहीं इसके बाद भी शहडोल से मनीटरिंग कर रहें सेतु निगम के एसडीओ डीएस मरकाम का कहना हैं कि कार्य प्रारंभ हैं।

आयुक्त, रेलवे सेफ्टी ने किया निगौरा-अनूपपुर तीसरी लाइन विद्युतीकृत का किया निरीक्षण

अनूपपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे द्वारा विगत कुछ वर्षों मे अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास से जुड़े अनेक कार्य तीव्र गति से किये जा रहे हैं। बिलासपुर मंडल में नई रेललाइन, दोहरीलाइन, तीसरीलाइन एवं चौथीलाइन का कार्य भी व्यापक स्तर पर किए जा रहा हैं। बुधवार को पेण्ड्रारोड-अनूपपुर स्टेशनों के मध्य 50.10 किमी विद्युतीकृत तीसरीलाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है जिसके अंतर्गत निगौरा-अनूपपुर स्टेशनों के मध्य 22.50 किमी विद्युतीकृत नई तीसरीलाइन का कार्य पूरा कर लिया गया है। लाइन बिछाने के उपरांत इंटरलाकिंग सहित सम्पूर्ण कार्य पूरा होने के पश्चात् आयुक्त रेलवे सेफ्टी द्वारा निरीक्षण किया। इस निरिक्षण के बाद आयुक्त रेलवे सेफ्टी की अनुमति के बाद ही लाइनों पर गाडियों का परिचालन प्रारंभ होगा है। इस नई तीहरीकरण लाइन पर यातायात प्रारंभ होने से सवारी गाडियों के परिचालन में गतिशीलता आएगी। निरिक्षण में एसई सर्कल के आयुक्त, रेलवे सेफ्टी एस.मित्रा 09 मार्च को तीहरीकरण लाइन का निरीक्षण दल के साथ विशेष गाडी से निगौरा पहुंचे। निगौरा स्टेशन में निरीक्षण करने के पश्चात उन्होंने नई लाइन का मोटर ट्राली निरीक्षण एवं आब्जर्वेशन कार के साथ स्पीड ट्रायल किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने इंटरलाकिंग के साथ ही साथ परिचालन एवं संरक्षा से जुडे सभी पहलुओं का गहन अध्ययन तथा निरीक्षण किये तथा अधिकारियों के साथ चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। आयुक्त, रेलवे सेफ्टी से अनुमति मिलते ही इस तीसरीलाइन पर निर्बाध रूप से सवारी एवं मालगाडियों का परिचालन होगा जिससे परिचालन में गतिशीलता आएगी। निरीक्षण दल में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण)आरएन सुनकर, मंडल रेल प्रबंधक अलोक सहाय सहित मंडल तथा मुख्यालय के संबंधित विभागों के अनेक अधिकारी शामिल रहें।

मंगलवार, 8 मार्च 2022

यूक्रेन से कोतमा पहुंचे हिमांशु सराफ ने कहा भारत का झंडा लेकर हमारे साथ पाकिस्तानी भी आए

यूक्रेन से सकुशल वापस आने पर जमकर हुआ स्वागत अनूपपुर। यूक्रेन में पढ़ने वाले जिले के कोतमा नगर के निवासी हिमांशु सराफ पिता लालाराम सराफ 8 मार्च को सकुशल अपने नगर पहुंचने पर परिजनों ने आरती उतारी, जनप्रतिनिधियों, नागरिकों,राजनीतिक दलो के नेताओं सहित स्था निय पुलिस द्वारा स्वागत किया गया। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम, नपा अध्यक्ष मोहनी वर्मा, उपाध्यक्ष प्रभात मिश्रा, हनुमान गर्ग, सांसद प्रतिनिधि धर्मेंद्र वर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष पुष्पेंद्र जैन सहित अन्यि लोगों ने फूल माला पहना कर स्वागत किया। इस दौरान लोगों ने पटाखे फोड़कर मिष्ठान वितरण किया। 8 मार्च को नर्मदा एक्सप्रेस से जैसे ही हिमांशु सोनी अनूपपुर रेलवे स्टेशन उतरे वैसे ही स्टेशन मास्टर ने हिमांशु सोनी को फूल की माला पहना कर उनका स्वागत किया। रेलवे स्टेशन में लेने के लिए हिमांशु की मां मीना सोनी पिता लालाराम सोनी राजेंद्र कुमार सोनी भाई आदित्य कुमार सोनी लेने रेलवे स्टेशन अनूपपुर पहुंचे। छात्र हिमांशु सोनी ने बताया कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध क्षेत्र से बाहर निकालने में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के दबदबे से उनके साथ पाकिस्तानी छात्र भी भारत के झंडे के सहारे वापस आए हैं। इसके लिए भारत सरकार और मध्य प्रदेश सरकार के प्रति आभार प्रकट किया।
हिमांशु सोनी ने बताया कि 15 फरवरी को हमें दूतावास से यूनिवर्सिटी के लिए मैसेज आया कि जो भी छात्र भारत के हैं वह घर जाना चाहते हैं तो अपने खर्चे पर वापस चले जाएं जल्दी रूस यूक्रेन के बीच युद्ध छेड़ने वाला है लेकिन हम लोग जब विमान की का किराया पता करने गए तो किराया एक से डेढ़ लाख रुपए लग रहा था जिसके कारण हम नहीं फस गए वही हमारी यूनिवर्सिटी में यूएस के भी छात्र थे उन्हें वहां की सरकार ने वापस बुला लिया था। हम लोग काफी परेशान हो गए हमें लग रहा था कि हम वापस अपने देश कैसे पहुंचेंगे लेकिन जब हमें यह जानकारी लगी कि भारत सरकार अपने खर्चे से यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय छात्रों को वापस ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर रही है तब हमारे चेहरे में मुस्कुराहट आई। हिमांशु ने बताया कि जब हम लोग यूनिवर्सिटी से वापस भारत आने के लिए निकले तो ट्रेन के सफर में ओडेसा के पास रात में ट्रेन रुक गई है और बाहर से रूसी सैनिक ट्रेन के दरवाजे खुलवाने लगे लेकिन जब हम लोगों ने खिड़की खोली और भारत का झंडा दिखाएं तो रूसी सेना वापस चले गई उसके बाद हम लोग हंगरी पहुंचे और वहां पर 3 दिन रुकने के बाद भारत सरकार ने अपने विमान से हमें वापस भारत बुला लिया। उसने बताया कि हम जब यूनिवर्सिटी से बंकर जाते थे तो 10 से 15 दिन के खाने का सामान साथ में रख लेते थे हमें ऐसा लगता था कि कहीं हम लोग को बंकर में ही न बिताना पडे। हिमांशु सोनी ने बताया कि जब हम लोग यूक्रेन में फंसे थे और हम डर के साए में जी रहे थे उस वक्त हमारा हौसला हमारे माता-पिता एवं परिजनों के साथ ही स्था निय पत्रकार भरत मिश्रा ने हौसला बढ़ाते हुए कहा कि घबराओ नहीं कुछ नहीं होगा हम सब तुम्हारे साथ हैं जल्दी भारत सरकार सभी छात्रों को वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर रही है और जल्दी तुम वापस भारत आ जाओगे तुम्हें कुछ नहीं होगा। हिमांशु सोनी ने बताया कि जिले के पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल ने एक अभिभावक की तरह लगातार सर्म्प क में रहें। साथ ही थाना प्रभारी अजय बैगा फोन पर संपर्क बनाए हुए थे और जानकारी लेते रहते थे। एक और जहां भारत सरकार तथा राज्य की सरकारें यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को सकुशल वापस ला रही है वही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा अपने प्रदेश के छात्रों को प्लेन एवं ट्रेन तथा अन्य साधनों से अपने खर्चे पर उनके घरों तक भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं लेकिन उनके मातहत कर्मचारी उनकी योजनाओं पर पलीता लगाने में लगे हुए हैं यूक्रेन से वापस मुंबई पहुंचने पर जब हिमांशु सोनी मुंबई एयरपोर्ट में लगे मध्य प्रदेश के सहायता केंद्र में पहुंचे और उनसे जानकारी ली कि हमें भेजने की क्या व्यवस्था है तो वहां पर बैठे सुरक्षा ऑफिसर का कहना था कि सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं है बस इतनी व्यवस्था है कि आप लोगों को हम एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन तक ही पहुंचा सकते हैं। काफी हस्तांक्षेप के बाद अधिकारी ने मुंबई से इंदौर तक के लिए प्लेन में सरकार के खर्चे पर भेजने की व्यवस्था की। उसके बाद छात्र हिमांशु सोनी इंदौर से कोतमा तक पहुंचा।

रिश्तेदारी से घर वापस जा रहे बाइक को ट्रक ने कुचला, तीन की मौत

अनूपपुर। जैतहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लपटा मुख्य मार्ग के पास 7 मार्च की रात तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को ठोकर मार दी, जहां बाइक में सवार दो लोगो की मौके पर ही मौत व एक की हालत गंभीर होने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जैतहरी में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।,8 मार्च को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा तैयार करते हुए शव का पोस्ट मार्टम उपरांत परिजनों को सौंप दिया। अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ धारा 279, 337, 304 के तहत मामला दर्ज कर मामले की विवेचना में जुटी हुई है। जानकारी के अनुसार ग्राम रटगा थाना मरवाही छत्तीसगढ़ से बाइक में सवार तीन लोग जिनमें प्रेमलाल पिता भूषण दास पनिका 21 वर्ष, राम कुमार पिता रामशरण पनिका 42 वर्ष एवं भारत लाल पिता शंकर लाल पनिका 35 वर्ष तीनों बाइक में बैठ कर अपनी रिश्तेदारी ग्राम ठोड़ीपानी आये हुये थे, जहां से रात अपने घर जाते समय ग्राम लपटा बस स्टैण्ड के पास पेड्रा से अनूपपुर की ओर आ रहे ट्रक क्रमांक सीजी 15 डीएफ 9996 का चालक तेज रफ्तार लापरवाही पूर्व ट्रक चलाते हुए बाइक को ठोकर मार दी, दुर्घटना में प्रेमलाल पिता भूषण दास तथा रामकुमार पिता रामभूषण की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर मौके से फरार हो गया। जिसकी सूचना आसपास के लोगो ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए पंचनामा तैयार करते हुए दोनो शवों को पोस्मारर्टम के लिए भेजा, गंभीर रूप से घायल हुये भारत लाल पनिका को जैतहरी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया, जहां उपचार के दौरान 8 मार्च को प्रेमलाल की मौत हो गई। पूरे मामले में पुलिस ने अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की विवेचना में जुटी हुई है।

सोमवार, 7 मार्च 2022

पूर्व विधायक की चेतावनी का असर: चौंथी बार हुआ ओवर ब्रिज का भूमि पूजन, जिलाध्याक्ष के कर कार्य प्रारंभ की कहीं बात

नागरिकों ने कहा लगातार झूठ से लगता हैं निर्माण के लिए पितृ संगठन को लेनी पड़ेगी जिम्मेयदारी अनूपपुर। जिला मुख्यालय में बहु प्रतीक्षित ओवर ब्रिज 2017 को भूमिपूजन होने के बाद 4 वर्ष बाद भी भूमि पूजन कर आमजनों को ठगने का काम प्रशासन जनप्रतिनिधी कर रहें हैं। सोमवार को एक बार फिर सत्ता‍ दल के नेताओं ने तामझाम कर कार्य की शुरूआत करने की नौंटकी की। जिसमें सड़क को खोद कर कार्य की शुरूआत की बात कहीं। इस पूरे कार्य में विभाग के एसडीओ पूरी तरह असहाय नजर आयें। वहीं स्थाएनिय जनों का मानना हैं कि यह ठेकेदार और विभाग का पुराना फंडा हैं जब कोई विरोध की बात करने लगता हैं तो इस तरह की नौंटकी ठेकेदार और विभाग द्वारा कार्य का दिखावा कर जनता को मूर्ख बनाने का काम करते हैं। जबकि ठेकेदार 16 अगस्ते 2021 2021से कार्य प्रारंभ का साईन बोर्ड लगा दिया था। वहीं इस ओवर ब्रिज के भूमिपूजन का इतिहास भी लिखा जा सकता हैं। पहली बार भूमिपूजन तत्तककालीन प्रभारी मंत्री संजय पाठक ने किया। दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, तीसरी बार भाजपा मंडल अध्यक्ष शिवरतन बर्मा द्वारा किया गया। किन्तुर कार्य प्रारंभ नहीं हो सका। इसके बाद सत्ताम और संगठन के नेताओं को जमकर किरकिरी हुई। इससे पूर्व 13-18 सितम्बर 2021 तक पूर्व विधायक रामलाल रौतेल ने ओवरब्रिज निर्माण को लेकर धरना प्रदर्शन किया था, इसी बीच जबलपुर में आदिवासी सम्मेोलन देश के गृह मंत्री अमित शाह का कार्यक्रम बना इससे सत्ताा और संगठन दोनो घबरा कर फौरन पूर्व विधायक रामलाल रौतेल को मनाने के लिए भाजपा के संभाग प्रभारी हरिशंकर खटिक के साथ सत्तापक्ष के वरिष्ठ पदाधिकारी ने प्रशासनिक और विभागीय आश्वासनों पर धरना प्रदर्शन समाप्ति की घोषणा कराई थी। लेकिन विभाग और प्रशासन द्वारा अक्टूबर माह से कार्य आरंभ के दिए आश्वासन में अब छह माह से अधिक का समय बीत गया, कार्य आरंभ नहीं हो सका।
अब पुन:अनूपपुर पूर्व भाजपा विधायक रामलाल रौतेल अपनी ही सत्ता के प्रशासकीय अधिकारियों के खिलाफ निर्माण कार्य में हो रही विलंबता के विरोध में आवाज उठाने की तैयारी कर दी है। जहां रेलवे फाटक पर प्रस्तावित ओवरब्रिज निर्माण कार्य आरंभ नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने नगरवासियों से 16 मार्च को एकत्रित होने का आह्वान किया है। जिस पर सत्तान और संगठन एक बार फिर इस चेतवनी से घबराकर आनन-फानन में 7 मार्च को भूमि पूजन नारियल तोड़कर तामझांम दिखा कार्य प्रारंभ करने ठेकेदार से मशीन से खुदाई कराई गई। इस पर स्थाकनिय जनों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि यह तो हर बार होता हैं पूर्व विधायक रामलाल रौतेल की चेतावनी के बाद फिर वहीं दोहराया जा रहा हैं। लोगों ने कहा कि रेलवे फाटक अनूपपुर नगरवासियों के लिए अब अबुझ पहेली बनकर रह गया है, लगता हैं अब इसके बाद भाजपा का पितृ संगठन संघ के पदाधिकारियों को अपने हाथों में लेकर इसे पूरा कराने का बीड़ा उठाना पड़ेगा। शायद तभी पूर्ण हो सकता हैं। जहां पिछले छह साल से रेलवे फाटक पर प्रस्तावित ओवरब्रिज निर्माण की प्रक्रिया रेलवे और राजनीतिक दवाबों की भेंट चढ़ती नजर आई है। हालात यह बने हुए हैं कि रेलवे की दो साल पूर्व मिली अनुमति और शासन द्वारा 1201 करोड़ की स्वीकृत बजट के बाद भी ठेकेदार और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित ओवरब्रिज का निर्माण कार्य आरंभ नहीं कराया जा सका है। वहीं अब दपूमरे बिलासपुर रेल मंडल अंतर्गत छुलहा-अनूपपुर रेलखड पर दोहरीकरण लाइन विद्युतीकृत के कार्य संचालन में घंटों तक बंद हो रही फाटक ने नगरवासियों की दुखती जख्म पर हाथ रख दिया है। पूर्व विधायक ने बताया कि यह अब अनूपपुर नगरवासियों के लिए जरूरी हो गया है कि वे प्रशासन और ठेकेदार की इस अनदेखी का खुलकर विरोध करें। रेलवे का नियमित कार्य चलता रहता है, वर्तमान में रेलवे फाटक अनूपपुर 24 घंटे में 10-12 घंटे तक बंद हो रही है। इससे शहर के मध्यम से गुजरी रेलवे लाइन के चंद फांसलों को तय करने में लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 6 अगस्त 2016 को अनूपपुर में आयोजित आमसभा में रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण की घोषणा की थी। 14 दिसम्बर 2016 को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई और 8 मई 2017 को तत्कालीन प्रभारी मंत्री एवं मेरे (रामलाल रौतेल तत्कालीन विधायक अनूपपुर) द्वारा भूमि पूजन सम्पन्न हुआ। लेकिन इसके बाद मुआवजा व अन्य मामलों में निर्माण कार्य अटक गया। इसमें भी शासन ने 2017 में 7 करोड़ 53 लाख की मुआवजा राशि का प्रभावित भू स्वामियों के बीच वितरण कार्य कराया। इसके बाद मेसर्स श्रीराम कंस्ट्रक्शन द्वारा कार्य प्रारंभ करने की तिथि 16 अगस्त की घोषणा करते हुए सूचना पट भी लगा दिए। लेकिन आज तक कोई निर्माण कार्य आरंभ नहीं हो सका है। ओवरब्रिज निर्माण को लेकर विभाग भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा है। पूर्व विधायक ने ओवरब्रिज निर्माण नहीं होने पर एक बार फिर सत्ता संगठन को आमजनों के लिए खिलाफ में उतरेंगें।

102 उप स्वास्थ्य केन्द्र में 7 लाख की राशि से 12 तरह के कार्यो की मरम्तल के नाम पर सिर्फ बाहरी रंग-रोगन

ठेकेदार व उपयंत्री की जोड़ी ने बाहरी दीवारों को चमका कर किया कोरम पूरा अनूपपुर। ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जीर्णशीर्ण हो चुके उपस्वास्थ्य केन्द्रों के मरम्त के लिए स्वीकृत की गई राशि पर ठेकेदार व एनएचएम उपयंत्री द्वारा करायें जा रहें कार्य की गुणवत्ता पर प्रश्र चिन्ह खड़ा हो गया हैं, वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के कारण उपस्वास्थ्य केन्द्रों में सिर्फ बाहरी रंग-रोगन का कार्य करते हुए शासकीय राशि का आहरण करने पूरा जुगत बनाये है। आश्चर्य की बात है कि ब्लॉक स्तर के किसी भी अधिकारियों को उप स्वास्थ्य केन्द्र में चल रहे मरम्त के संबंध में कोई जानकारी नही है, जिला स्तर से हमें इस संबंध में कोई भी जानकारी से अवगत नही कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग का यह कोई नया कारनामा नही है बल्कि आये दिन अपने करनामों के कारण स्वास्थ्य विभाग सुर्खियों में रहता है। जानकारी अनुसार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स हेतु जिले के चिन्हित उप स्वास्थ्य केन्द्रों के जीर्णशीर्ण वनों को उनके पुननिर्माण हेतु प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्रों को लगभग 7 लाख रूपए की राशि स्वीकृत किया गया था। जिनमें रंग-रोगन, वॉटर सिपेज, फर्श, लेटबॉथ, विद्युतिकरण, पेयजल लाइन, रैप निर्माण, कमरों में टाइल्स, बॉउन्ड्रीवॉल, योगा शेड का निर्माण सहित 12 तरह के कार्यो की सर्विस शामिल है। लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक जिले की एक भी उप स्वास्थ्य केन्द्रों में पूर्ण रूप से मरम्त कार्य नही किया गया। पूरे मामले में एनएचएम के उपयंत्री सतीश शुक्ला व ठेकेदार द्वारा उप स्वास्थ्य केन्द्र के मर मत कार्यो में सिर्फ बाहरी रंग-रोगन का कार्य करते हुए राशि आहरित करने के जुगाड़ में है। 102 उप स्वास्थ्य केन्द्रों का होना है मर मत कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने हेतु जहां शासन व प्रशासन लगातार प्रयासरत है। वहीं अनेको सुविधाओं के माध्यम से ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने हेतु कई योजनाएं भी संचालित है। जिसमें जिले के लगभग 102 उप स्वास्थ्य केन्द्रों की हालत जीर्णशीर्ण होने पर मरम्तभ के लिये राशि उपलब्ध कराते हुए टेंडर प्रक्रिया की गई। ठेकेदार द्वारा जिले के किसी भी उप स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्धारित मापदंडों के अनुसार मरम्त कार्य नही किया गया। दीवाल व छत सीपेज होने पर भी रंगाई व पुताई, बंद पड़े नल कनेक्शन, पानी की अनुपलब्धता, जर्जर शौचालय सहित योगा शेड, फर्श में टाइल्स जैसे महत्वपूर्ण कार्य जस के तस बने हुये है। जिसके कारण उप स्वास्थ्य केन्द्र बदहाली का शिकार है। उपयंत्री और ठेकेदार द्वारा मिलीभगत कर सिर्फ भवनों में रंग-रोगन कार्य करते हुए बाहरी दीवारों को चमका दिया गया है। उप स्वास्थ्य केन्द्रों के शौचालय जर्जर हालत में उपयोग विहीन है। जिसके कारण यहां कार्य रहे महिला कर्मचारी लगातार परेशान है। जिला व ब्लॉक स्तर पर नही है कोई जानकारी जीर्णशीर्ण उपस्वास्थ्य केन्द्रों में मर मत कार्य के लिए राशि आवंटित होने के साथ ही टेंडर प्रक्रिया पूर्ण हुये एक वर्ष हो चुके है। लेकिन उप स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ सीएचओं से लेकर ब्लॉक व जिला स्तर के अधिकारियों के पास इस संबंध में कोई जानकारी ही उपलब्ध नही है कि उप स्वास्थ्य केन्द्र में मेंटनेंस कार्य में क्या-क्या किया जाना है। इसके साथ ही एनएचएम के उपयंत्री सतीश शुक्ला द्वारा से जानकारी मांगे जाने पर उनके पास किसी तरह की जानकारी न होने संबंधी आश्यर्च चकित करने वाला जवाब दिया गया। 7 लाख में सिर्फ उप स्वास्थ्य केन्द्रों का रंग-रोगन जहां प्रत्येक उप स्वास्थ्य केन्द्रों में मेंटनेंस के लिये 7 लाख रूपये से ठेकेदार को रंग-रोगन, विद्युतिकरण, पेयजल सहित रैप निर्माण, कमरों में टाइल्स, शौचालय, बॉउन्ड्रीवॉल, योगा शेड का निर्माण कर देना है। लेकिन एनएचएम के उपयंत्री व ठेकेदार द्वारा ठेकेदार से मिलीभगत कर सिर्फ उप स्वास्थ्य केन्द्रों में रंग-रोगन का कार्य कराते हुए उसे बाहर से चमका रहे है। लेकिन अंदर की स्थिति जस की तस बनी हुई है। उप स्वास्थ्य केन्द्रो में न तो पानी सप्लाई संबंधी और न ही शौचालय का मर मत कार्य किया गया। जिसके कारण उप स्वास्थ्य केन्द्रो की स्थिति दयनीय बनी हुई है और न ही योगा के लिय शेड बनाया गया है। ठेकेदार लापता, उपयंत्री करा रहा कार्य स्वास्थ्य विभाग के जिला व ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को उप स्वास्थ्य केन्द्र में मेंटनेंस का कार्य कर रहे ठेकेदार के संबंध में किसी को कोई जानकारी नही है, न तो इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग रूचि ले रहा है। जिला स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को किस ठेकेदार को कार्य मिला है व ठेकेदार का नाम तक नही पता है। वहीं गुणवत्ता विहीन व अधूरे कार्यो को पूरा दिखाने के कारण इसका खमियाजा ग्रामीण क्षेत्रों पर पड़ेगा। इतनी बड़ी लापरवाही या फिर जानबूझकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य पर पर्दा डाला जा रहा है, इस पर विभाग के अधिकारियों पर ही प्रश्र चिन्ह खड़ा हो रहा है। वहीं मेंटनेंस कार्य कराने वाला ठेकेदार लापता हो गया है, लेकिन उपयंत्री उक्त कार्यो को कराने में जी-जान से से जुटे हुये देखे गये है। सीएचओं की आधा सैकड़ा शिकायत खा रही धूल उपस्वास्थ्य केन्द्रो में मरम्ती का कार्य पूर्ण कर उन्हे सीएचओं के आवासीय भवन के रूप में बनाना है। लेकिन गुणवत्ता विहीन कार्य होने के साथ आधे अधूरे किये गए कार्यो पर भवन में न तो शौचालय, पेयजल की व्यवस्था पूर्ण नही की गई। जहां गुणवत्ता विहीन कार्य के साथ आधे अधूरे कार्य होने पर इसकी शिकायत जिले की लगभग आधा सैकड़ा सीएचओं द्वारा जिला स्तर पर मौखिक व लिखित रूप से की जा चुकी है। लेकिन सीएचओं की शिकायत कार्यालय में धूल खा रही है। सीएमएचओं अनूपपुर डॉ.एस.सी.राय का कहना हैं कि पूरे मामले में उपयंत्री सतीश शुक्ला को बुलाया गया है, जिनसे जानकारी लेकर गुणवत्ता विहीन व मापदंडों के अनुरूप कार्य होने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

पुरानी पेंशन बहली एवं पदनाम को लेकर मध्य प्रदेश शिक्षक संघ ने सौंपा ज्ञापन

अनूपपुर। पुरानी पेंशन बहली एवं पदनाम को लेकर मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर विकासखंड अनूपपुर इकाई द्वारा सोमवार को रैली निकालकर नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय अनूपपुर में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कमलेश पुरी एवं तहसीलदार दीपपक तिवारी को मुख्यमंत्री के नाम 3 सूत्रीय मांगों ज्ञापन सौंपा। ब्लॉक अध्यक्ष राम सिंह चंदेल ने बताया कि सोमवार को मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर विकासखंड अनूपपुर इकाई द्वारा रैली निकालकर नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय अनूपपुर में मुख्यममंत्री के नाम 3 सूत्रीय मांगों को दोहराया गया हैं जिसमे 2005 के बाद नियुक्त समस्त कर्मचारियों की एनपीएस को बंद कर पुरानी पेंशन बहाली के जाने, योग्यता अनुरूप पदनाम और केंद्र के समान सुविधा एचआरए भत्ता दिए जाने की मांग शामिल हैं। इस दौरान संभागीय उपाध्यक्ष आरके वाधवा, राज बहोर पयासी, अनिल कुमार सिंह, पूर्व संगठन मंत्री एवं सचिव नरेंद्र पटेल, जिला सचिव राम कुमार राठौर, जिला कोषाध्यक्ष संजय कुमार निगम, जिला उपाध्यक्ष अमिता मरकाम, अमृतलाल मौर्य, सह सचिव चंद्रबली यादव, हीरालाल नायक, तहसील अध्यक्ष मिथिलेश शर्मा, सचिव सुनील कुमार ब्योहार, ब्लॉक अध्यक्ष राम सिंह चंदेल, सचिव राकेश प्रताप सिंह, कोषाध्यक्ष जगनारायण साहू, नगर इकाई अध्यक्ष आरपी सोनी, उपाध्यक्ष हेतराम साहू, सचिव धर्मेंद्र शाक्यवार, कोषाध्यक्ष शंकर सिंह राठौर, दिलीप द्विवेदी, वृंदावन पटेल, प्रहलाद सेन, लाल सिंह राठौर, विनीत पटेल, गोपाल साहू, निशांत सिंह, संतोष पटेल, दिलीप पटेल, डीएस सिंह, फूल सिंह श्याम सहित अन्य, शिक्षक शामिल रहें।

रविवार, 6 मार्च 2022

सरकार की वादा खिलाफी याद दिलाने अजाक्स ने निकाला पैदल मार्च,सौंपा 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन

अनूपपुर। मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ (अजाक्स) ने सरकार की वादा खिलाफी याद दिलाने सहित नवीन पदोन्नति नियम को लागू, नियमित नियुक्ति,संविदा एवं सभी पदों पर आरक्षण लागू रहे एवं बैकलॉग के सभी पद भरे जाने सहित अन्य मांगो को लेकर रविवार को इंदिरा तिराहें से पैदल मार्च निकाल कर कलेक्टर परिसर में मुख्यमंत्री के नाम 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन तहसीलदार भागीरथी लहरे को सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ ने कहा कि 12 जून 2016 को मुख्यमंत्री ने आउटसोर्सिंग पदों पर आरक्षण देने की घोषणा की थी। लेकिन लगभग 6 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी प्रकार कोई आरक्षण लागू नहीं हुआ। मध्य प्रदेश अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया था कि 15 दिन के अंदर आदेश जारी किया जाएगा। इसके साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति के कुछ वरिष्ठ अधिकारी इस आरक्षण को लागू करने के हित में नहीं है उनके द्वारा इस आरक्षण को लागू ना करने के लिए बाधा डाली जा रही हैं। अजाक्स संघ ने कहा कि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के साथ शोषण होता हैं। ठेकेदार द्वारा 100 लोगों के काम को 40 लोगों द्वारा कराया जाता है एवं कलेक्टर के मानदेय से भुगतान न कर सिर्फ 40 प्रतिशत भुगतान दिया जाता हैं। दूसरी मांगो में मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के बैकलॉग के लगभग 103458 पद खाली हैं। 12 जून 2016 को मुख्यमंत्री द्वारा भोपाल में घोषणा की गई थी कि बैकलॉग के पद युद्ध स्तर पर भरे जाएंगे लेकिन अभी तक बैकलॉग के पद नहीं भरे गए हैं। बैकलॉग के पद 1 महीने के अंदर नोटिस निकाल कर 1 सप्ताह के अंदर इस प्रक्रिया को पूर्ण किया जाए। इसके अलावा अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति समय पर देने के साथ ही पुराने पेंशन व्यवस्था को लागू करने की मांग की है।

शनिवार, 5 मार्च 2022

10वीं की अंग्रेजी विषय की परीक्षा में 3 नकलची पकड़ायें

माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा का आगाज गुरूवार 17 फरवरी से हुआ, जिले में 10वीं कक्षा के परीक्षा के आयोजन के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कुल 58 परीक्षा केन्द्रों बनाए गए हैं। शनिवार को अंग्रेजी विषय की परीक्षा में 10839 नियमित छात्र-छात्राओं में 10437 परीक्षा में सम्मिलित हुए। इस दौरान 402 छात्र-छात्राएं परीक्षा में अनुपस्थित रहें। वहीं हाई स्कूल वेंकटनगर में तीन नकलची पकड़े गयें। समन्वयक संस्था प्राचार्य एचएल बहेलिया शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अनूपपुर ने बताया कि परीक्षा को कदाचार मुक्त रखने के लिए जिलेभर में शिक्षको ने छात्र-छात्राओं की सधन तलाशी ली। शनिवार को कक्षा 10वीं की अंग्रेजी विषय की परीक्षा 58 केन्द्रों पर आयोजित हुई। जिसमे हाई स्कूल वेंकटनगर में संयुक्त संचालक संचालक लोक शिक्षण शहडोल ने औचक निरिक्षण के दौरान तीन छात्रों को नकल करते पकड़े हुए कार्यवाई की।

बेटे को देख माता-पिता के आंखों में आए आंसू, नंद प्रकाश सकुशल घर वापस लौटे

अनूपपुर। कोयलांचल क्षेत्र के राजनगर सी सेक्टर में रहने वाले गोविंद मल के पुत्र नंद प्रकाश यूक्रेन के लुहान्स्क शहर के स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के फाइनल ईयर के सेकंड सेमेस्टर की पढ़ाई कर रहे थे। वह 2017 में पढ़ाई करने वहां गए थे और रूस यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हो गया, जिस वजह से वे वहीं फंस गए। 5 मार्च को नंद प्रकाश सकुशल अपने घर राजनगर वापस आ गए हैं। नंद प्रकाश को लेने के लिए अनूपपुर रेलवे स्टेशन में उनके परिजन गए थे। जहां पुत्र को सकुशल वापस आने पर माता-पिता के आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने अपने पुत्र को जैसे ही देखा उसे गले लगा लिया। पुत्र के सकुशल वापस राजनगर पहुंचने पर राजनगर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और मीडिया कर्मी उनके घर पहुंच कर उनका हालचाल जाना।

दो पक्षों में मारपीट के दौरान एक की मौत, एक गंभीर घायल, तीन गिरफ्तार

टूटें डंडे की नुकीले भाग से गले में घोंपने पर पुत्र की मौत,पिता को चाकू गोद कर किया घायल अनूपपुर। रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत आमाडांड में दो पक्षों के आपसी विवाद इतना बढ़ गया कि डंडे से मारपीट के दौरान अंकित दुबे ने टूटें डंडे की नुकीले भाग से राजा केवट गले में घोप दिया, वहीं लालमन केवट के पेट में चाकू से कई वार कर दोनो को गंभीर रूप से घायल कर दिया। जहां दोनो घायलों को उपचार हेतु बिजुरी अस्पताल ले जाया गया, जहां राजा केवट की मौत हो गई तथा लालमन केवट की प्राथमिक उपचार के दौरान आमाखेरवा अस्पताल मनेन्द्रगढ व वहां से बिलासपुर रेफर कर दिया गया। जहां 5 मार्च को आत्माराम केवट पिता स्व. गोरेलाल केवट की शिकायत पर पुलिस ने अंकित दुबे, शिवेन्द्र मिश्रा एवं विनय केवट तीनों निवासी आमाडांड के खिलाफ धारा 302, 307, 427, 34 के तहत मामला दर्ज कर तीनों अरोपित को गिरफ्तार करते हुए मामले की विवेचना में जुटे हुए है। जानकारी के अनुसार आत्माराम केवट वार्ड क्रमांक 8 निवासी ग्राम सेमरा ने थाना पहुंच शिकायत दर्ज करवाई कि 4 मार्च की रात लगभग 9.44 बजे मेरा भाई लालमन केवट मेरे घर आकर बताया कि अंकित दुबे निवासी आमाडांड द्वारा राजा केवट के गाली-गलौज कर रहा है। जिसके बाद मै और मेरा भाई लालमन केवट की कार से जाने लगा, जहां कार में पहले से मनिराम केवट, भतीजा राजा केवट, अनुराग द्विवेदी, प्रशांत शुक्ला, शिवम शुक्ला के साथ आमाडांड पहुंचे और सोसायटी के पास गाडी घुमा कर अंकित दुबें की दुकान के सामने खड़ी कर दिये। तब भाई लालमन केवट एवं भतीजा राजा केवट गाडी से उतरे तो अंकित दुबे, शिवेन्द्र मिश्रा, विनय केवट ने मिलकर राजा केवट के साथ मारपीट करने लगे। जहां अंकित दुबें ने डंडे से राजा केवट को मारने लगा जिससे डंडा टूट गया और तो उसे टूटें डंडें के नुकीलें भाग से राजा केवट के गलें में घोप दिया, जिसके बाद अंकित दुबे अपने दुकान का शटर खोलकर अंदर से चाकू लेकर लालमन केवट के पेट में कई बार किया तथा शिवेन्द्र मिश्रा, विनय केवट लाठी डंडा से लालमन के साथ मारपीट किये। जिसके बाद हम लोगो द्वारा तत्काल ही भतीजा राजा केवट व भाई लालमन केवट को बिजुरी अस्पताल ले गये। जहां डॉक्टरों ने राजा केवट को मृत घोषित कर दिया वहीं लालमन केवट का प्राथमिक उपचार कर उसे आमाखेरवा अस्पताल मनेन्द्रगढ़ और वहां से बिलासपुर रेफर कर दिया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। अतरिक्तह पुलिस अधिक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि 5 मार्च को पुलिस ने तीनों अरापितो को गिरफ्तार कर लिया हैं। मामले की जांच की जा रहीं हैं।

शुक्रवार, 4 मार्च 2022

पदोन्नति,पेंशनरों और लोक सेवकों को महंगाई भत्ता सहित अन्य मांगों को लेकर अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने सौंपा ज्ञापन

अनूपपुर। मध्य प्रदेश के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को उच्चतम न्यायालय के निर्णय के प्रत्याशा में पदोन्नति, पेंशनरों एवं समस्त लोक सेवकों को 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता, स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ सातवें वेतनमान के अनुसार केंद्रीय कर्मचारियों के समान गृह भाड़ा एवं अन्य भत्ते दिए जाने की मांग को लेकर मध्य प्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर सरोधन सिंह को ज्ञापन सौंपा। संयुक्त मोर्चा के जिला महामंत्री डॉ. राजकुमार ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्णय के प्रत्याशा में पदोन्नति, पेंशनरों एवं समस्त लोक सेवकों को 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता, स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ सातवें वेतनमान के अनुसार केंद्रीय कर्मचारियों के समान गृह भाड़ा एवं अन्य भत्ते सहित एनपीएस व्यवस्था को बंद कर पुरानी पेंशन व्यवस्था, अध्यापक संवर्ग को नए शिक्षा संवर्ग में नियुक्ति के स्थान पर संविलियन के आदेश जारी कर क्रमोन्नति का लाभ प्रथम नियुक्ति तिथि से देने तथा सहायक शिक्षक, उच्च श्रेणी शिक्षक का पदनाम वेतनमान अनुसार देने लिपिक संवर्ग सहित प्रदेश के विभिन्न संवर्ग की वेतन विसंगति का निराकरण किया जाए। यही नहीं आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के नियमितीकरण और अनुकंपा नियुक्ति के आदेश का सरलीकरण करने जैसी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री तथा मुख्य सचिव के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।

157 मूल्यांकनकर्ता 41 हजार से अधिक उत्तर पुस्तिका जांचेगें, हाई हासे मूल्यांकन शनिवार से

ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज होंगे अंक,तैयारी पूर्ण अनूपपुर। जिले में माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा आयोजित कराई जा रही कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के साथ ही उत्तधर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शनिवार से प्रारंभ किया जा रहा हैं। जिला स्तरीय मूल्यांकन कार्य अनूपपुर जिला मुख्यालय स्थित शा.उत्कृाष्ठन उच्चवतर विद्लय को मूल्यांकन केन्द्र बनाया गया है। जहां सुरक्षा व्यवस्थाओं में परिसर को फेसिंग कराने के साथ 100 मीटर की परिधि को प्रतिबंधात्मक जोन घोषित किया गया है। मूल्यांकन के लिए 157 मूल्यांगकनकर्ता 41 हजार से अधिक उत्तवर पुस्तिका जाचेगें। जहां शासन के निर्देशों के अनुसार मूल्यांकन कार्य कराया जाएगा। अनूपपुर केन्द्र प्रभारी एवं प्राचार्य एचएल बहेलिया ने बताया कि इस वर्ष माशिमं के नए नियम में मूल्यांकन को निष्पक्ष बनाए रखने प्रत्येक मूल्यांकन केन्द्रों पर परीक्षा वीक्षकों द्वारा जांची जाने वाली उत्त र पुस्तिकाओं के मूल्यांकन अंक को तत्काल ही विभाग के पोर्टल पर स्बंधित परीक्षार्थियों के नाम के सामने फीड कर दिए जाएंगे। इसके लिए शासन द्वारा अतिरिक्त कम्यु ्याटर ऑपरेटर के साथ दो सहायक मूल्यांकन अधिकारी भी नियुक्त किया है। अनूपपुर में पांच कम्यु ्याटर ऑपरेटर और दो सहायक अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। जो सीएस के अधीनस्थ कार्य करेगा। यहां मूल्यांकन के लिए आने वाले शिक्षक एक दिन में 30- 45 कांपियों का मूल्यांकन कर सकेंगे। मूल्यांकन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे संचालित होगा। जिसमें शिक्षक अपनी आईडी सहित निर्देशों के अनुसार केन्द्र पर प्रवेश करेंगे। दो चरणों में होगा मूल्यांकन प्राचार्य एचएल बहेलिया ने बताया कि मूल्यांकन कार्य दो चरणों में पूरा किया जाएगा। जिसमें प्रथम चरण में 5 मार्च से दूसरा चरण 15 मार्च से आरंभ होगा। जिसमें 157 मूल्यांाकनकर्ता प्रथम चरण में 41 हजार 474 उत्तसर पुस्तिकाएं जांचे जायेगें। जिसमें हाई स्कूल के तीन विषयक हिन्दी, गणित और सामाजिक विज्ञान, जबकि कक्षा 12वीं के हिन्दी, अंग्रेजी, भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान, अर्थशास्त्र, इतिहास, व्यवसायिक अध्ययन, राजनीतिक शास्त्र, कृषि विज्ञान, गृह प्रबंधन एवं पोषण विषयों का मूल्यांकन किया जाएगा। इनमें बचे शेष विषयों का दूसरे चरण में मूल्यांकन होगा। केन्द्र प्रभारी नेबताया कि मूल्यांक न केन्द्र को सुरक्षित फेंसिंग कराया गया है, जहां शिक्षकों के प्रवेश के दौरान उनके आईडी की जांच सहित इले€ट्रोनिक उपकरणों को जप्तंŽ कर सुरक्षित भंडारित किया जाएगा। जबकि क्षेत्र के 100 मीटर की परिधि में बिना अनुमति प्रवेश को प्रतिबंधित कि या गया है।

गुरुवार, 3 मार्च 2022

70 फीसदी दिव्यांगता का प्रमाण पत्र नहीं बनाया तो महिला के पति ने की अभद्रता; मामला दर्ज

जिला चिकित्सालय में दिव्यांग परीक्षण बोर्ड के डॉक्टर को जान से मारने की धमकी पहले की तरह प्रमाण पत्र की थी मांग अनूपपुर। जिला चिकित्सालय अनूपपुर में गुरूवार को जिला स्तरीय दिव्यांग परीक्षण बोर्ड का आयोजन किया गया था। जहां बोर्ड के चिकित्सक सदस्यों द्वारा शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों का परीक्षण कर प्रमाण पत्र बनाए जा रहे थे। प्रमाण पत्र बनाने के दौरान डॉक्टर केवी प्रजापति को राजेश सोनी ने अभद्रता करते हुए जान से मरने की धमकी दी। जिला मुख्या लय अनूपपुर में जिला स्तरीय दिव्यांग बोर्ड द्वारा शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों का परीक्षण कर दिव्यांगता का प्रमाण पत्र बनाए गए। प्रमाण पत्र बनाने के दौरान डॉक्टर केबी प्रजापति द्वारा राखी सोनी की शारीरिक बाध्यता के आधार पर 40 प्रतिशत दिव्यांग का सर्टिफिकेट बनाया गया। दो दशक राखी सोनी का 70 प्रतिशत शारीरिक दिव्यांग का प्रमाण पत्र बना था। जिसको लेकर महिला ने आपत्ति की। डॉक्टर प्रजापति पर प्रतिशत बढ़ाने को लेकर दबाव बनाया। डॉक्टर प्रजापति द्वारा शारीरिक बाध्यता के आधार पर 40 प्रतिशत का प्रमाण पत्र बनाया गया। डॉक्टर का आरोप है कि इसका विरोध करते हुए राखी सोनी के पति राजेश सोनी ने डॉक्टर केवी प्रजापति से अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हुए जान से मारने की धमकी दी। डॉक्टरों ने जताया आक्रोश डॉक्टर के साथ हुए विवाद और अभद्र व्यवहार का विरोध चिकित्सकों के द्वारा किया गया जिसके बाद सभी चिकित्सक लामबंद होकर पुलिस सहायता केंद्र और उसके बाद कोतवाली अनूपपुर पहुंचे। जहां डॉक्टर के.वी.प्रजापति द्वारा राजेश सोनी के खिलाफ अनूपपुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने राजेश सोनी के खिलाफ 353, 294, 506 एवं 3/4 चिकित्सा अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

मंगलवार, 1 मार्च 2022

शिवालय में गूंजे हर हर महादेव,शिव का हुआ जलाभिषेक, शिव की भक्ति मे लीन दिखे श्रद्धालु

नर्मदा उद्गम में श्रद्धालुओं ने लगाई अस्था की डुबकी, जगह-जगह लगे मेले,सांसद ने मेले का किया शुभारंभ अनूपपुर/अमरकंटक। फाल्गुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी के मौके पर 01 मार्च को जिलेभर में हर्षोउल्लास के साथ महाशिवरात्रि पर्व मनाया गया। शिवालयों में सुबह से ही भक्तों ने भगवान शिव-पार्वती की विशेष पूजा अर्चना कर प्रसाद के भोग लगाए। इस मौके पर कुछ स्थानों पर विशेष भंडारे के साथ मेले का भी आयोजन किया गया। जबकि अमरकंटक के मां नर्मदा उद्गम कुंड (सरोवर)में हजारों शिवभक्तों ने डुबकी लगाकर हर हर महादेव का जयघोष से सारा वातावरण गुंजायमान कर दिया। देवालयो में लोग पूजा अर्चना, रुद्राभिषेक व जप करते देखे गये। मां नर्मदा उद्गम मंदिर में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने उद्गम मंदिर में मां नर्मदा व भगवान शंकर के देवालयों में मत्था टेका तथा भक्ति में लीन नजर आये। नर्मदा तट में श्रद्धालुओं ने स्नान किया तथा भोलेनाथ की पिंडी में जल का अर्पण किया।
सांसद ने मेले का किया शुभारंभ महाशिवरात्रि पर्व 1 मार्च के अवसर पर सर्किट हाउस ग्राउंड अमरकंटक में 27 फरवरी से 3 मार्च तक आयोजित पांच दिवसीय महाशिवरात्रि मेला का शुभारंभ महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर सांसद हिमाद्री सिंह द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर विधायक पुष्पराजगढ़ फुंदेलाल लाल सिंह, एसडीएम पुष्पराजगढ़ अभिषेक चौधरी, पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत प्रशासकीय समिति के उपाध्यक्ष संतोष पांडे तथा नगर परिषद अमरकंटक के पूर्व पदाधिकारी गण व मुख्य नगरपालिका अधिकारी चैन सिंह परस्ते प्रमुख रुप से उपस्थित रहें। मेला स्थल पर शासकीय विभागों पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, उद्यानिकी विभाग, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड शहडोल, कृषि विभाग, आयुष विभाग, जनजाति कार्य विभाग, पशु चिकित्सा विभाग, ओरियंट पेपर मिल अमलाई द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का सांसद ने अवलोकन किया। एवं नागरिकों तथा बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं को महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दी। महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर अमरकंटक में स्थित आश्रमों ने भंडारा तथा जगह-जगह भक्तो ने प्रसाद का वितरण किया।
अमरकंटक में महाशिवरात्रि का महत्व मां नर्मदा को शंकरी अर्थात भगवान शंकर की पुत्री कहा जाता है। अन्य नदियो से विपरीत नर्मदा से निकले हुए पत्थरों को शिव का रूप माना जाता है, ये स्वयं प्राण प्रतिष्ठित होते है अर्थात नर्मदा के पत्थरों को प्राण प्रतिष्ठित करने की आवश्यकता नहीं होती है, इसी कारण देश में ही नही विदेशों में भी नर्मदा से निकले हुए पत्थरो की शिवलिंग के रुप में सर्वाधित मान्यता है। जिसके कारण अमरकंटक में महाशिवरात्रि का बड़ा महत्व है। वहीं वेदों के अनुसार महाशिवरात्रि के मौके पर शिव की पूजा-अर्चना करने से मानव को मोक्ष की प्राप्ती होती है। मान्यता यह भी है कि सृष्टि का प्रारंभ इसी दिन से हुआ था। जबकि अन्य मान्यताओं में इसी दिन भगवान शिव का विवाह माता पार्वती के साथ हुआ था। इस मौके पर नर्मदा सरोवर में हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर माता नर्मदा एवं शिव को जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि के साथ अपने परिजनों की मनोकामना पूरी होने का वर मांगा। बताया जाता है कि अमरकंटक में महाशिवरात्रि के मौके पर हजारों शिवभक्तों ने मां नर्मदा उद्गम कुंड में स्नानकर पूजा अर्चना की। इसके अलावा महाशिवरात्रि पर्व के मौके पर जिला मुख्यालय अनूपपुर के शंकर मंदिर, तिपान शिव मंदिर, रामजानकी मंदिर, बुढ़ी माई मढिय़ा मंदिर, ठाकुरबाबा धाम मंदिर सहित अन्य मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की कतार लगी रही। सभी मंदिरो में भंडारा शाम तक बटता रहा। सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्थ् पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के मार्गदर्शन में अमरकंटक मेले में पर समुचित सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है। प्रत्येक सेक्टर का प्रभारी राजपत्रित अधिकारी की नियुक्ती, सम्पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था का प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को बनाया गया है। एसडीओपी पुष्पराजगढ़ आशीष भराडे, एसडीओपी कोतमा शिवेन्द्र सिंह एवं 08 निरीक्षक सहित 300 का बल सम्पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है। इसके अतिरिक्त बी.डी.डी.एस. की टीम एवं पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी के द्वारा भी समस्त धार्मिक स्थानों एवं मेला क्षेत्र की चेकिंग कराई जा रहीं है। घाटों में मोटर बोट, लाईफ जैकेट एवं संकेतक की पर्याप्त व्यवस्था सहित नाईट पेट्रोलिंग की व्यवस्था भी की जा रहीं है। अस्थाई मेला कन्ट्रोल,पब्लिक अनाउन्समेंट सिस्टम के माध्यम से निरंतर मानीटरिंग की जा रही है। मंदिरों, मेला क्षेत्र में पार्किंग व्यवस्था सुनिष्चित रहे इसके लिए पृथक से पेट्रोलिंग व्यवस्था लगाई गई है। शिवलहरा मेले पर उमड़ी भीड़ भालूमाड़ा के अघोरी बाबा, हनुमान मंदिर, राम-जानकी मंदिर, अमन चौक, लाइन दफाई सहित अनेक मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ के दर्शन कर पूजा-अर्चना किए। कुछ स्थानों पर विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। जबकि ऐतिहासिक पाडंवकालीन नागवंशी गुफाओं के लिए प्रसिद्ध केवई नदी तट स्थित शिवलहरा मंदिर धाम में दो दिवसीय मेला प्रारंभ हुआ, जहां सुबह से ही लोग केवई नदी में स्नान कर शिव को जल चढ़ाएं। यहां भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। दूरदराज से मेला में आने वाले लोगों ने भी दर्शन कर पूजा-अर्चना किए। मेले में सुरक्षा के लिए भालूमाड़ा पुलिस के साथ आसपास के थानों का बल व जिला प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा कोतमा नगर में भी महाशिवरात्रि पर्व की धूम रही। श्रद्वालुओं द्वारा भोले नाथ के मंिदरो में पहुंच बेल, फूल, धतूरा, बेर, मदार के फूल लेकर अर्पण कराया गया। इस दौरान जगह-जगह शिवजी का रुद्राभिषेक का आयोजन भी होता रहा। नगर के श्री गौरीशंकर मंदिर, बस स्टैंड परिसर, धर्मशाला मंदिर, विकास नगर, लहसुई कैम्प सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी भगवान भोले नाथ के जयकारो की गूंज बनी रही। इसी तरह जैतहरी के वार्ड 3 में स्थापित सिद्धबाबा डोंगरिया में भव्य मेला का आयोजन किया गया।

नर्मदा एक्सप्रेस वे का निर्माण अमरकंटक से हो, पत्रकारों ने सांसद से फलदार पौधे भेट कर की मांग

अनूपपुर/अमरकंटक। महाशिवरात्रि के अवसर पर अमरकंटक के स्थानीय पत्रकारों ने सांसद हिमाद्री सिंह एवं पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को को फलदार वृक्ष जामुन के पौधे भेंट स्वरूप दिया। इस दौरान पत्रकारों ने नर्मदा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य अमरकंटक से प्रारभ्भ कराने की मांग रखी। सांसद हिमाद्री सिंह अमरकंटक में 27 फरवरी से 3 मार्च तक आयोजित पांच दिवसीय महाशिवरात्रि मेला का शुभारंभ के बाद पत्रकारों से मिली जिस पर पत्रकारों ने उन्हें फलदार वृक्ष जामुन के पौधे भेंट स्वरूप दिया, साथ ही मांग की कि सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के द्वारा मध्यप्रदेश में नर्मदा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य किया जाना है जानकारी अनुसार सड़क अनूपपुर जिले के अमरकंटक के कबीर चबूतरा से हो रहा है जो अमरकंटक से 5 किलोमीटर की दूरी पर है। इसे अमरकंटक से बननी चाहिए कारण नर्मदा एक्सप्रेस वे मां श्रीनर्मदा जी के नाम पर हैं। अमरकंटक में मां श्रीनर्मदा का उद्गम स्थल हैं। जिस पर सांसद ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से इस विषय में चार्चा करेंगी। इस दौरान पत्रकार उमा शंकर पांडेय, श्रवण उपाध्याय, वैद्य प्रदीप शुक्ला, विपुल बरमन सहित अन्य जन शामिल रहें।

स्वीेकृत के बाद भी फ्लाईओवर का कार्य नहीं हुआ आरंभ, 16 मार्च को पूर्व विधायक मुख्यमंत्री के नाम शीध्र निमार्ण के लिए सौंपेगे अनुरोध पत्र

अनूपपुर। जिला मुख्यालय अनूपपुर का रेल्वे फाटक अब लोगों के लिए नासूर बन गया हैं प्रशासन को आमजन की तकलीफो से कोई सरोकार नहीं हैं। लगातार अनदेखी, झूठे अश्वािसन से बारबार भूमि पूजन किया जा रहा हैं। साथ ही मेसर्स श्रीराम कंस्ट्रक्शन द्वारा कार्य प्रारंभ 16 अगस्तन 2021 का बोर्ड रेल्वे फाटक के पास लगाकर आमजनों को गुमराह कर रहा हैं। जिस पर जनता की परेशानियों को देखते हुए पूर्व विधायक रामलाल रौतेल नगर के जागरूक लोगो से अपील की हैं कि 16 मार्च की दोपहर 2 बजे उत्कृाष्ट विद्यालय अनूपपुर के पास एकत्रित होकर काम शुरू के लिए मुख्यमंत्री के नाम अनुरोध पत्र (ज्ञापन) कलेक्टर अनूपपुर को सौंपा जाएगा। पूर्व विधायक रामलाल रौतेल ने बताया कि जिला मुख्यालय अनूपपुर के रेल्वे फाटक बन्द होने पर आवागमन में आमजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एक दिन में लगभग 16 घंटे फाटक बन्द रहता है। जनभावना एवं आवश्यकता अनुसार मेरे अनुरोध पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 06 अगस्त 2016 को अनूपपुर में आयोजित आमसभा में रेल्वे ओव्हर ब्रिज निर्माण की घोषणा किए, घोषणा के अनुपालन में राज्य शासन ने 14 दिसम्बर 2016 को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी। 08 मई 2017 को तत्कालीन प्रभारी मंत्री के मुख्य आतिथ्य एवं मेरे अध्यक्षता में भूमि पूजन सम्पन्न हुआ। भूमि पूजन के बाद काम भी शुरू हो गया था। कुछ लोगों ने मुआवजा की मांग की, राज्य शासन ने सात करोड़ सत्ताइस लाख छ हजार पांच सौ नब्बे रूपये की राशि भी प्रदान कर दी। सितम्बर 2020 में कार्य शुभारंभ हेतु मुख्यमंत्री ने पूजा अर्चना भी किए, लेकिन आज दिनांक तक काम शुरू नहीं हुआ है। मेसर्स श्रीराम कंस्ट्रक्शन द्वारा कार्य प्रारंभ 16 अगस्तन 2021 का बोर्ड रेल्वे फाटक के पास लगाकर आमजनों को गुमराह करते हुए शासन को बदनाम करने का प्रयास है। विभाग सिर्फ पत्राचार कर खानापूर्ति कर लेता है। जबकि आम जनता को रेल्वे ओव्हर ब्रिज अनूपपुर की आवश्यकता है।

सोते समय जहरीला कीड़ा काटने से युवती की मौत,परिवार में पसरा मातम

  अनूपपुर । कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत ग्राम बरबसपुर निवासी युवती को गुरुवार एवं शुक्रवार रात्रि सो रही थी सुबह जहरीले कीड़े ने हाथ की को...