मुख्य मार्ग मे मिला कटा सागौन का पेड़,बाधित हुई बिजली,कार्यवाही
के निर्देश
अनूपपुर। जिले में वन विभाग की शह पर जंगलो से अज्ञात लोगो
द्वारा कीमती सागौन के हरे पेड़ों को मशीन से काटकर ले जा रहें हैं। शनिवार को ग्राम
पंचायत लखनपुर के पचरीपानी टोला में हाथी द्वारा किए गए घरों में तोड़फोड़ के
निरीक्षण के लिए जा रहे मध्यप्रदेश कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल रास्ते
में सागौन के वृक्ष कटा पड़ा था जिससे बिजली तार टूट कर जमीन में पड़े देख बिजली
विभाग के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर विद्युत तार को ठीक कर लाइन चालू करने के
निर्देश दियें। साथ ही वन मंडलाधिकारी अनूपपुर एवं मुख्य वन संरक्षक शहडोल वृत को
फोन पर हरे पेड़ों की अवैध कटाई की जानकारी देते हुए तत्काल जांच कर कर हरे पेड़ों
को काटने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने के की बात कहीं।
अज्ञात लोगो द्वारा जंगलो से कीमती सागौन के हरे पेड़ों को मशीन
से काटकर ले जाने की जानकारी वन विभाग को लगातार दी जा रही हैं। इसके बाद भी विभाग
मौन धारण किये हुए हाथ में हाथ रखे बैठा हैं। ग्रामीणों ने बताया कि विगत एक माह
से देर रात में कुछ लोग घने जंगल के बीच लगे हरे सागौन के वृक्षों को मशीन से काट कर
ले जाते हैं। अबतक 25 से 30 हरे वृक्षों की कटाई की जा चुकी है। ग्राम पंचायत
लखनपुर के पचरीपानी टोला में गत दिनों हाथी द्वारा किए गए घरों में तोड़फोड़ के
निरीक्षण के लिए जा रहें मध्यप्रदेश कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल रास्ते
में सागौन के वृक्ष कटा पड़ा था जिससे बिजली तार टूट कर जमीन में पड़े देख उन्होंने
बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर विद्युत लाईन ठीक कर चालू करने के
निर्देश दिये। साथ ही वन मंडलाधिकारी अनूपपुर एसके प्रजापति एवं मुख्य वन संरक्षक
शहडोल वृत एलएल उईके को फोन द्वारा अज्ञात तत्वों द्वारा काटे गए सागौन के हरे
पेड़ों की अवैध कटाई की जानकारी देते हुए तत्काल जांच कर हरे पेड़ों को काटने
वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की बात कहीं। इस दौरान वनसुरक्षा समिति अध्यक्ष
पचारीपानी अनूप सिंह ने अज्ञात व्यक्ति द्वारा काटे गए सागौन पेड़ जो मुख्य मार्ग
में पड़ा रहा है को काटकर मार्ग के किनारे किया।
वन मण्डलाधिकारी अनूपपुर एसके प्रजापति ने बताया कि सूचना मिलने पर वन
अधिकारियों के साथ स्थल का निरीक्षण कर काटे गए सागौन के हरे पेड़ों की अवैध कटाई करने
वालो पर कार्यवाही की जायेगी। वनों कर सुरक्षा के लिए वनधिकारियों को निर्देशित किया
गया हैं।
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