हैण्डलिंग चालान के आधार पर बिना गोदाम में धान जमा कर बना दिया गया स्वीकृति पत्रक
सहकारी समिति कोतमा
के प्रबंधक व केन्द्र प्रभारी का कारनामा, नॉन के जिला
प्रबंधक की भूमिका संदिग्ध
अनूपपुर। जिले में
शासकीय धान की हेराफेरी व अफरा तफरी का बड़ा मामला सामने आया है। जहां धान उपार्जन
वर्ष 2023-24 में भंडारण केन्द्र विपणन संघ कोतमा के गोदाम में आदिम जाति सेवा
सहकारी समिति कोतमा द्वारा हैण्डलिंग चालान बिना धान जमा कराये जाने तथा गोदाम के
सुरक्षा कर्मियों को गुमराह कर पावती लेते हुए स्वीकृति पत्रक जारी करवाये जाने का
मामला सामने आया है। इस पूरे मामले में गोदाम से 4 हजार 994 बोरी शासकीय धान का
गोलमाल करते हुए धोखाधड़ी की गई है। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक मोहन
लाल द्विवेदी एवं केन्द्र प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी उर्फ लल्लू धतुरा द्वारा कोतमा
के मिलरों से सांठगांठ करते हुए समर्थन मूल्य पर किसानो का दिये जाने वाला लाभ
लेते हुये भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है।
यह है मामला
म.प्र. राज्य
सहकारी विपणन संघ मर्यादित कोतमा गोदाम के गोदाम प्रभारी कीर्ति प्रजापति ने 23
जनवरी को पत्र क्रमांक/भंडारण/27/2024 के माध्यम से म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाईज
कॉर्पोरेशन लिमिटेड अनूपपुर के जिला प्रबंधक मधुर खर्द को अवगत कराया था कि समिति
कोतमा द्वारा उसके साथ कुटरचना करते हुए बिना बिना गोदाम में धान जमा कराते हुए
हैण्डलिंग चालान काटते हुए सुरक्षा कर्मियों को गुमराह करते हुए 4 हजार 994 का
स्वीकृति पत्रक जारी करा लिया गया है। जिसकी जानकारी उसे 19 जनवरी को धान खरीदी
समाप्त होने के बाद गोदाम धान की बोरियों की गिनती के समय हुआ है। इसके साथ ही
गिनती में 97 हजार 145 बोरी धान जमा करवाया गया है, जबकि हैण्डलिंग चालान 1 लाख 21 हजार 139 बोरी का जारी कर स्वीकृत
पत्रक बनवाया गया है।
स्वीकृति पत्रक
डिलीट करने लिखा था पत्रक
विपणन संघ कोतमा के
गोदाम प्रभारी ने आदिम जाति सेवा सहकारी समिति पर सीधा आरोप लगाया है कि समिति
प्रबंधक मोहनलाल द्विवेदी एवं केन्द्र प्रभारी चंद्रशेखर तिवारी ने हैण्डलिंग
चालान के आधार पर जारी स्वीकृति पत्रक जारी करवाया गया, जिस पर उसने नॉन के जिला प्रबंधक से 12 जनवरी को जारी हैण्डलिंग
चालान क्रमांक 591480520037 में 2 हजार 884 बोरी वजन 1153.60 क्विंटल, 15 जनवरी को हैण्डलिंग चालान क्रमांक 591480520038 में 2 हजार 93
बोरी वजन 837.20 क्विंटल एवं 17 जनवरी को हैण्डलिंग चालान क्रमांक 591480520039
में 2 हजार 155 बोरी वजन 862 क्विंटल धान का फर्जी तरीके से स्वीकृत पत्रक जारी
करवाया गया है, जिसकी स्वीकृति पत्रक डिलीट की जाये।
आज होगें समिति
कोतमा के प्रबंधक सेवानिवृत्त
पूरे मामले में
जहां आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक मोहलाल द्विवेदी 31 जनवरी को
सेवानिवृत्त होना है, लेकिन केन्द्र प्रभारी चंद्रशेखर
तिवारी सहित मॉ ज्वाला राईस मिल, अब्दुल वाहिद राईस
मिल के साथ मिलीभगत कर बड़े पैमाने में शासकीय धान की अफरा तफरी को अंजाम दिया गया
है। जिसका दूसरा मामला 25 जनवरी को मॉ ज्वाला उचेहरा राईस मिल द्वारा 407 वाहन
क्रमांक एमपी 18 जीए 1550 में 124 बोरी धान लोड़ कर उल्टा ही विपणन कोतमा के गोदाम
में भेजा गया। इतना ही समिति कोतमा के प्रबंधक वा खरीदी प्रभारी द्वारा पूरे मामले
में डीओ में अधिक धान जाने की बात कह वापस मांगाये जाने की बात कही, लेकिन ये अपनी ही मामलों में तब फंस गये जब 25 जनवरी को किसान रवि
सिंह गोड़ पिता नागेश्वर के नाम पर 9.4 क्विंटल 22 बोरी एवं सियावती गोड़ पति कोमल
सिंह गोड़ 40 क्विंटल 100 बोरी कुल 122 बोरी धान का हैण्डलिंग चालान काट कर नई
खरीदी को दिखा दिया गया।
उपार्जन कमेटी पर
लगे गंभीर आरोप
समर्थन मूल्य पर
धान खरीदी के मामले में कलेक्टर की अध्यक्षता पर उपार्जन कमेटी का गठन किया गया था, जिसमें नागरिक आपूर्ति विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति
विभाग, सहकारिता विभाग, वेयर हाउस कॉर्पोरेशन एवं विपणन संघ के अधिकारियों शामिल थे। वहीं
उपार्जन के लिये बनाये गये वॉट्सएप पर भी धान खरीदी में हो रही गड़बडिय़ों के आरोप
सामने आये थे, जिसे पूरी कमेटी ने नजर अंदाज कर
दिया। 23 जनवरी को विपणन कोतमा के गोदाम प्रभारी कीर्ति प्राजापति द्वारा नागरिक
आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक मधुर खर्द से भी 4 हजार 994 बोरी शासकीय धान का
गोलमाल किये जाने तथा हैण्डलिंग चालान के आधार पर स्वीकृत पत्रक जारी करवाये जाने
के लिये पत्र लिख उसे डिलीट करने की बात कही गई। लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद
भी नागरिक आपूर्ति के जिला प्रबंधक ने इतनी बड़ी अफरा तफरी पर अंजान बने हुये थे।
गोदाम वा मिलरों का
भौतिक सत्यापन आवश्यक
पूरे मामले का
खुलासा करने के लिए जहां विपणन संघ गोदाम में रखे धान एवं मॉ ज्वाला उचेहरा राईस
मिल, अब्दुल वाहिद राईस मिल का भौतिक
सत्यापन एसडीएम कोतमा वा वेयर हाउस के अधिकारियों की टीम बनाकर करने पर पूरा मामला
साफ हो जायेगा। इतना ही नही इस भौतिक सत्यापन में नागरिक आपूर्ति विभाग, सहकारिता विभाग तथा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों एवं
कर्मचारियों को दूर रखने तथा इन पर शासकीय धान की कालाबाजारी रोकने वा पकडऩे के
बाद नियमानुसार कार्यवाही नही करने तथा विपणन संघ कोतमा के गोदाम में शासकीय धान
की हेराफेरी की जानकारी के बावजूद कार्यवाही नही करने जैसे आरोपो के बाद इस पूरे
मामले में इनको दूर रखकर जांच करना अनिवार्य हो गया है। जिससे जिले मे हुई सबसे
बड़ा शासकीय धान का घोटाला सामने आ सकेगा।
इनका कहना है
मुझे जानकारी मिली हैं
मेरे द्वारा कलेक्टर से चर्चा कर नियमानुसार निष्पक्ष व सख्त कार्यवाही के निर्देश
दिये गये। भ्रष्टाचार के मामले में किसी को ढील नही दी जाएगी।
कुटीर एवं
ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल
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