तीन बीआरसीसी की नियुक्ति आदेश पर कलेक्टर, तो पुष्पराजगढ़ बीआरसीसी के आदेश पर डीपीसी के हस्ताक्षर
अनूपपुर। जिला
शिक्षा केन्द्र अनूपपुर कार्यालय में हुए भ्रष्टाचार वा अनियमितता हमेशा से
सुर्खियों में रहा है। जहां वर्ष 2022 में बीआरसीसी की प्रतिनियुक्ति को लेकर अपनी
मनमानी की गई। एैसा ही एक मामला फिर सामने आया है। डीपीसी हेमंत खैरवार द्वारा
अपनी मनमानी करते हुए नियम विरूद्ध तरीके से अपने स्वयं के हस्ताक्षर से 12 जनवरी
को आदेश जारी करते हुए अपने चहेते उमा. शिक्षक हर प्रसाद तिवारी को समन्वयक जनपद
शिक्षा केन्द्र पुष्पराजगढ़ का प्रभार सौंपते हुए कार्यदेशित किया गया है। जबकि
जिले के तीन जनपद शिक्षा केन्द्रों में बीआरसीसी की प्रतिनियुक्ति आदेश संचालक
राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के पत्र पर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ के हस्ताक्षर से हुए
है।
यह है मामला
जिले के चारों
विकासखंडो में बीआरसीसी के पदो के लिये 16 अगस्त 2022 को लिखित परीक्षा शासकीय
शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय रीवा में आयोजित की गई। जिसमें 18 शिक्षक परीक्षर्थियों
ने परीक्षा दी। जिसमें बीआरसीसी पदों के लिये 4 परीक्षार्थियों का चयन हुआ। लेकिन
बीते 12 वर्षो से कब्जा जमा कर बैठे चारों विकासखंडो के बीआरसीसी ने हाईकोर्ट के
शरण में चले गए और बाद में उन्होने स्थगन आदेश वापस लेने हेतु शपथ पत्र सौंपा।
जहां कलेक्टर द्वारा जिले के चारों विकासखंडो में बीआरसीसी की प्रतिनियुक्ति के
लिये जैतहरी विकासखंड से विष्णु कुमार मिश्रा, अनूपपुर से राजमणि
पांडेय, कोतमा में अजय कुमार शाह व
पुष्पराजगढ़ के लिये सुभाषचंद्र वर्मा चयनित हुए थे। इस बीच जनपद शिक्षा केन्द्र
पुष्पराजगढ़ में चयनित सुभाषचंद्र वर्मा का चयन सीएम राईज स्कूल कोतमा प्राचार्य
में हो गया और उन्होने बीआरसीसी पुष्पराजगढ़ में नियुक्ति करने से मना कर दिया
गया।
मैरिट सूची की जगह
अपने चहेते को दिया बीआरसीसी पुष्पराजगढ़ का प्रभार
डीपीसी हेमंत
खैरवार ने जनपद शिक्षा केन्द्र पुष्पराजगढ़ में बीआरसीसी का प्रभार देने के लिए
चयन सूची में वरिष्ठता को दर किनारे करते हुए एक बार फिर से अपने चहेते शासकीय
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गौरेला के माध्यमिक शिक्षक हर प्रसाद तिवारी को स्वयं के
हस्ताक्षर से नियुक्ति कर दिया गया है। जबकि जिले तीनों जनपद शिक्षा केन्द्रों में
कार्यरत बीआरसीसी की प्रतिनियुक्ति आदेश कलेक्टर अनूपपुर द्वारा की गई है। डीपीसी
द्वारा जारी किए गए आदेश जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। नियमानुसार बीआरसीसी
की नियुक्ति 4 वर्ष पूर्ण हो जाने से इनकी सेवायें मूल विभाग में वापिस की जानी
चाहिए साथ ही परीक्षा के प्राप्तांक अनुसार मेरिट सूची से अभ्यार्थियों की
प्रतिनियुक्ति बीआरसीसी पुष्पराजगढ़ के लिये की जानी थी।
पूर्व में भी
बीआरसीसी पुष्पराजगढ़ हर प्रसाद को कलेक्टर ने किया था निलंबित
शासन के
प्रतिनियुक्ति आदेश को दरकिनार करते हुए डीपीसी हेमंत खैरवार ने अपने चहेते
माध्यमिक शिक्षक हर प्रसाद तिवारी को बार-बार बीआरसीसी पुष्पराजगढ़ का प्रयास किया
गया और अंत में उन्हे प्रभार दिलाने के लिये नियम विरूद्ध तरीके से आदेश जारी किया
गया। जहां पूर्व में बीआरसीसी पुष्पराजगढ़ में होने के पश्चात शासन से हटा देने
तथा परीक्षा में सम्मिलित होने की पात्रता नही रखने 15 मार्च 2023 को कलेक्टर ने
पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गुड़ाडोंगरी के औचक निरीक्षण में
अव्यवस्थाओं से रूबरू होते हुए बच्चों के पेयजल की व्यवस्था नही होने तथा मॉडलर
एजुकेशन किट का वितरण नही किये जाने को लेकर नाराजगी जताते हुये बीआरसीसी
पुष्पराजगढ़ हर प्रसाद तिवारी को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिये थे। जहां
दूसरे ही दिन 16 मार्च को डीपीसी ने बीआरसीसी हर प्रसाद तिवारी को उनके पदीय
दायित्वों से पृथक कर अपने कार्यालय में संलग्न करते हुए उनकी जगह एपीसी जिला
शिक्षा केन्द्र अनूपपुर राजाराम प्रधान उ.मा. शिक्षक को जनपद शिक्षा केन्द्र
पुष्पराजगढ़ का प्रभार सौंपा गया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें