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सोमवार, 27 अप्रैल 2020

अक्षय तृतीया पर सोशल डिस्टेंसिंग में कन्याओं ने रचाया गुड्डे-गुडियों का ब्याह

नहीं बजी सकी शहनाई
अनूपपुर इतिहास में पहली बार हिन्दू वर्ष के वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष में आने वाली अक्षय तृतीया पर रविवार को जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में की कन्याओं ने सोशल डिस्टेंसिंग मे गुड्डा-गुडियों को ब्याह झमा-झमा बारिश के बीच देर रात तक चला रचाकर  कर विवाह की रीति-रिवाज से परचित हुई। लॉकडाउन की वजह से कहीं भी शहनाई नहीं बजी। गौरतलब है अक्षय तृतीया को आखातीज भी कहते हैं। अक्षय तृतीया के दिन सम्पन्न की गई साधनाएं व दान अक्षय रहकर शीघ्र फलदायी होते हैं। ऐसा मानना है कि इस दिन जिसका भी परिणय संस्कार होता है और उसका सौभाग्य अखंड रहता है। बताया गया है कि अक्षय तृतीया से शुरू होने वाला शादी का सीजन भगवान के देवशयन जाने पर थमेगा, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से शादी का सीजन पहले ही से थमा हुआ है।
मंडप सजाकर किया खुशी का इजहार

कोरोना संक्रमण के खौफ के बावजूद अक्षय तृतीया के दिन बच्चों में काफी उत्साह रहा। अधिकांश घरों में बच्चों द्वारा आंगन में मंडप सजाए गए और अपनी खेल सामग्रियों का बेहतर उपयोग कर अपनी खुशियों का इजहार किया। गौरतलब है कि अक्षय तृतीया के दिन किसी शुभ कार्य के लिए विशेष मुहुर्त की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि इस दिन मुहुर्त की चारों दिशाएं खुली रहती है।

रविवार, 26 अप्रैल 2020

11 स्थानो में दुकान खुलने का समय प्रात:10 से शाम 4 बजे तक,प्रतिबंधात्मक आदेश में संशोधन

ग्रामीण क्षेत्रों में पूरे दिन दुकाने खोलने की सशर्त अनुमति,साप्ताहिक हाट बाजार प्रतिबंधित
अनूपपुर। भारत सरकार गृह मंत्रालय के दिशा निर्देशों के बाद जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में निर्णयों के आधार पर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने धारा- 144 के अंतर्गत जारी प्रतिबंधात्मक आदेश में संशोधित कर रविवार को नवीन आदेश जारी किए। जारी आदेश के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी दुकानें संचालित करने की अनुमति पूरे दिन रहेगी। सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने हेतु 2 ग्राहकों के बीच एक मीटर की दूरी तथा मास्क एवं ग्लब्स लगाना अनिवार्य होगा। सभी अन्य साप्ताहिक बाजार प्रतिबंधित रहेंगे। अधिक जनसंख्या घनत्व वाले ६ नगरीय निकाय एवं ५ ग्रमीण क्षेत्र की दुकाने प्रात: 10 बजे से सांय 4 बजे तक दुकान खोल सकेंगे। नगरिय क्षेत्रों में अनूपपुर, कोतमा, अमरकंटक, जैतहरी, पसान तथा बिजुरी एवं ग्रमीण क्षेत्रो में राजनगर, बनगवां,राजेन्द्रग्राम,किरगी एवं कोहका की चिन्हित दुकाने निर्धारित समय में खोली जा सकेंगी।
इन स्थानो में फल एवं सब्जी, विक्रेता ठेले पर अथवा अन्य वाहन से होम डिलेवरी द्वारा प्रात: 8 बजे से सांय 4 बजे तक विक्रय कर सकेंगे। ठेले या वाहन के पास दो ग्राहकों के बीच एक मीटर की दूरी रखनी अनिवार्य होगी सब्जी मंडी लगाने पर प्रतिबंध रहेगा। दूध विक्रेता प्रात: 6 बजे से 9 बजे तक होम डिलीवरी करने के साथ प्रात: 10 बजे से सांय 4 बजे तक दुकान खोल सकेंगे। पशु आहार, चारा, अण्डे, मांस एवं मछली की दुकानो का समय यही रहेगा। मांस मंडी के स्थान का निर्धारण संबंधित क्षेत्र के उपखण्ड मजिस्ट्रेट करेंगे।
राशन, किराना एवं स्वच्छता वस्तुओं के विकेता,भवन निर्माण तथा अन्य निर्माण संबंधी सामग्री जैसे-सीमेंट, लोहा,छड़ आदि,विद्युत एवं विद्युत उपकरण के साथ-विद्युत मरम्मत, मोबाईल तथा मोबाईल मरम्मत , मेकैनिक, गाडिय़ों तथा मशीनों के मरम्मत तथा स्पेयर पार्ट्स एवं किताबे तथा स्टेशनरी की दुकाने जो स्थायी भवनों में संचालित,हाथठेला चालक तथा पल्लेदारों सभी प्रात: 10 बजे से सांय 4 बजे तक दुकानो के खुलने के साथ कार्य कर सकेंगे। सकेंगी।
पके हुए भोजन की बिक्री करने वाले मिठाई दुकानों, ढाबे,रेस्टॉरेंट,भोजनालय आदि पूरे दिन होम डिलीवरी कर सकेंगे। प्रतिष्ठान पर बैठाकर खिलाने पर प्रतिबंध रहेगा।  सभी दुकाने जो खोली जायेंगी उनमें ग्राहकों के बीच एक-एक मीटर की दूरी सुनिश्चित करने हेतु  दुकानदार गोल निशान लगाएंगें। यदि किसी दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जाता है, तो उपखण्ड मजिस्ट्रेट, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट या पुलिस अधिकारी 3 दिवस के लिए संबंधित दुकान बंद करायेंगे।
समस्त 6 नगरीय निकायों को छोड़कर जिले की सभी 282 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के कार्य किये जा सकेंगे। मनरेगा कार्यों को सोशल डिस्टेन्सिंग के अनुपालन और चेहरे पर मास्क के सख्त कार्यान्वयन के साथ अनुमति दी जाती है। सिंचाई और जल संरक्षण कार्यों को मनरेगा के तहत प्राथमिकता दी जाय। सिंचाई और जल संरक्षण क्षेत्रों में अन्य केंद्रीय और राज्य क्षेत्र की योजनाओं को भी मनरेगा कार्यों के साथ लागू करने की अनुमति दी जा सकती है ।

ग्रामीण क्षेत्रों में,नगर पालिकाओं की सीमा के बाहर, सड़क, सिंचाई परियोजनाओं, भवनों और सभी प्रकार की औद्योगिक परियोजनाओं का निर्माण, जिसमें एमएसएमई भी शामिल है, तथा औद्योगिक स्टेट में सभी प्रकार की परियोजनाएँ निर्माण प्रारंभ करने से पहले सभी मजदूरों तथा प्रबंधकों की सूची सहित संबंधित अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को उपलब्ध कराना होगा। नगर पालिकाओं की सीमाओं के भीतर मानक प्रचालन प्रक्रिया का पालन अनिवार्य होगा। पृथक से अनुमति जारी करने की आवश्यकता नहीं होगी मजदूरों तथा प्रबंधकों की सूची संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट के कार्यालय में जमा कर निर्माण कार्य प्रारंभ किये जा सकेंगे।

श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ घरो में मनाया गया भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव

अनूपपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लाकडाउन होने से सभी त्योहार लोगो ने घरो में ही मनाया। रविवार को ऋषि संस्कृति के प्रखर प्रकाश पुंज भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम की जयंती अक्षय तृतीया का पावन पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ  अनूपपुर, चचाई, राजेन्द्रग्राम, अमरकंटक, बिजुरी, कोतमा, राजनगर, संजय नगर, जैतहरी सहित अन्य स्थानों पर लोगों ने अपने-अपने घरो में श्र्राध्दा और उल्लास से मनाया। उल्लेखनीय है कि हिन्दू समाज के लिये अक्षय तृतीया एवं भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव अत्यंत शुभ, सिद्ध एवं सर्वकल्याणकारी पर्व होने के कारण सुबह से ही लोगों ने पूजा अर्चना की तथा शुभकामनाएं प्रदान की।

कथाओं के अनुसार भगवान परशुराम का जन्म ब्राह्मण कुल में हुआ था। ऋषि जमदग्नि और माता रेणुका के पुत्र थे। धार्मिक ग्रंथों में बताया जाता है कि ऋषि जमदग्नि सप्त ऋषियों में से एक थे। ऐसा किवंदतियां प्रचलित हैं कि भगवान परशुराम का जन्म 6 उच्च ग्रहों के योग में हुआ था, जिस कारण वे अति तेजस्वी, ओजस्वी और पराक्रमी थे। इनके बारे में किए वर्णन के अनुसार प्राचनी काल में एक बार इन्होंने अपने पिता की आज्ञा पर अपनी माता का सिर काट दिया था। परंतु बाद में अपने पिता से वरदान के रूप में उन्हें जीवित करने का वचन मां को पुन: जीवित कर लिया था। इसी प्रकार जब परशुराम ने क्षत्रियों को मारना बंद कर दिया, तो उन्होंने खून से सना अपना फरसा समुद्र में फेंक दिया, इससे समुद्र इतना डर गया कि वह फरसा गिरने वाली जगह से बहुत पीछे हट गये समुद्र के पीछे हटने से जो जगह बनी वो केरल बना, इसी मान्यता के आधार पर केरल में परशुराम की पूजा की जाती है। शस्त्रविद्या के महान गुरु थे। उन्होंने भीष्म, द्रोण व कर्ण को शस्त्रविद्या प्रदान की थी। शस्त्रो में अवशेष कार्यो में कल्कि अवतार होने पर उनका गुरुपद ग्रहण कर उन्हें शस्त्रविद्या प्रदान करना भी बताया गया है।

समर्थन मूल्य से कम दर पर नही हो वनोपज का विक्रय - कलेक्टर

डीएफओ ने दी वनोपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य की जानकारी,खरीदी हेतु बनाए गए 10 केंद
महुआ 35 एवं शहद की 225 प्रति किलो की होगी सकेगी खरीदी
अनूपपुर समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वनोपज की खरीदी किसी भी दुकानदार द्वारा शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य से कम पर न की जाय, इस बात की निगरानी रखें। उल्लंघन पाए जाने पर दंडात्मक कार्यवाही करने की बात कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने रविवार को कहीं वनोपज की शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य की जानकारी वनमंडल अधिकारी एम.एस.भगदिया ने बताया कि शासन द्वारा महुआ व गुली 35 रूपये प्रति किलो, चार 130 रूपये प्रति किलो, हर्रा 20 रुपये प्रति किलो, बहेरा 25 रूपये प्रति किलो, शहद 225 रूपये प्रति किलो, तथा नीम बीज का न्यूनतम समर्थन मूल्य 20 रूपये प्रति किलों निर्धारित है। शासन द्वारा निर्धारित रेट से कम पर व्यापारी वनोपज का क्रय नहीं कर सकेंगे। उन्होने बताया कि जिले में वर्तमान में वनोपज के 10 खरीदी केन्द्र बनाये गये हैं। ग्रामीणों की सुविधा हेतु आवश्यकता पडऩे पर और खरीदी केन्द्र स्थापित किए जाएँगे।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर के निर्देशो के अनुपालन में एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी द्वारा निजी वनोपज क्रेताओ का निरीक्षण किया गया, जहाँ शासन द्वारा निर्धारित दरों के अनुरूप ही खरीदी की प्रक्रिया पाई गयी। सम्बंधित क्रेता को सामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण दे सुरक्षा हेतु एहतियात बरतने के निर्देश भी दिए।

कोरोना बचाव से मूल्यांकन केन्द्र में समुचित व्यवस्था कराने शा.अ संगठन ने सौंपा ज्ञापन

उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन घरो में कराने की मांग
अनूपपुर माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के निर्देशानुसार हाई स्कूल एवं हाई सेकेंडरी परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शाउमावि अनूपपुर में 25 अप्रैल से प्रारंभ हो गया। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर मध्य प्रदेश शासकीय अध्यापक संगठन अनूपपुर ने तीन सूत्रिय ज्ञापन रविवार को सयुंक्त कलेक्टर ऋषि सिंधाई को सौंपकर घरो में मूल्यांकन कार्य कराने की मांग की है।
दिये गये ज्ञापन में संघ ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविंड 19 को दृष्टिगत रखते हुए मप्र के लगभग समस्त जिलों में आईसीएमआर एवं मध्यप्रदेश शासन के निर्देश पर घरो में मूल्यांकन कराने का निर्णय लिया गया है। किन्तु  अनूपपुर में नही कराया जा रहा है।
संघ ने कहा कि बर्तमान समय आवागमन का कोई साधन उपलब्ध नहीं है ऐसे में केवल दो पहिया वाहन ही आवागमन के साधन है। अधिकांश हाई स्कूल हायर सेकेंडरी विद्यालय जिला मुख्यालय से दूर अधिकतम 80 किलोमीटर तक स्थित है। ऐसे में दो पहिया वाहन से प्रतिदिन इतनी दूर आना-जाना फिर भीषण गर्मी में आना-जाना सुरक्षित नहीं है।
अगर केन्द्रीयकृत मूल्यांकन कार्य कराया जाता है तो मूल्यांकन केंद्र में दूर से आ रहे शिक्षकों की उपस्थित होने में छूट दी जाए। मूल्यांकन में भाग लेने वाले समस्त मूल्यांकन कर्ताओं की पिछली पूरी ट्रैवल हिस्ट्री जानने के उपरांत संतुष्ट होने के बाद ही मूल्यांकन कार्य में सम्मिलित किया जाए। भारत सरकार के समस्त निर्देशों का पालन करते हुए मूल्यांकन केन्द्र में समुचित व्यवस्था की जाय।
ज्ञापन में कहा कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है,जिसने पूरे विश्व को अपने चपेट में ले लिया है,शिक्षकों को ना तो अनुकंपा  की पात्रता है, ना ही परिवार पेंशन की पात्रता और ना ही शासन द्वारा उन्हें विशेष बीमा का लाभ ही दिया जा रहा है अत: यदि कोई शिक्षक कोरोना से प्रभावित हो जाता है तो उसकी पूर्ण जवाबदारी जिला प्रशासन की होगी।
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दो तरीके दिये है जिसमें मूल्यांकन केंद्र में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य कराने की बात कहीं है।

शनिवार, 25 अप्रैल 2020

शहरी क्षेत्र के हर नागरिक की थर्मल जाँच 3 दिवस के भीतर करने कलेक्टर ने दिए निर्देश


43960 व्यक्तियों की हो चुकी थर्मल स्क्रीनिंग,ग्रामीण क्षेत्रों में भी शीघ्र चालू होगी थर्मल जाँच
अनूपपुरजिले में स्वास्थ्य सुविधाओं एवं कोरोना संक्रमण से रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक की गई कार्यवाहियों की समीक्षा करते हुए शनिवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने निर्देशित किया कि आवश्यक सामग्रियों के स्टॉक की जानकारी सदैव अद्यतन रखें एवं नियमित रूप से आवश्यकतानुसार माँग अग्रेषित करें। उन्होने आपूर्ति में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तुरंत सूचित करने,आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं एवं नियमित टीकाकरण सेवाएँ चालू रखने के निर्देश दिए। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं की नियमित स्वास्थ्य जाँच एवं आयरन फोलिक ऐसिड की गोलियाँ सम्बंधित के घर में उपलब्ध करा उनके नियमित सेवन पर निगरानी रखने के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर ने 3 दिवस के अंदर सभी शहरी निवासियों की थर्मल स्क्रीनिंग का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। अगले चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों की थर्मल जाँच की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बीडी सोनवानी ने बताया कि प्रथम चरण में 774570 व्यक्तियों की घर-घर जाकर प्राथमिक जाँच की गई है। द्वितीय चरण में प्रारम्भिक तौर पर शहरी क्षेत्रों में चालू किया गया है जहाँ हर नागरिक की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। अब तक 43960 व्यक्तियों की नॉन कांटैक्ट थर्मामीटर से थर्मल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जिले में 200 नॉन कॉंटैक्ट थर्मामीटर हैं।

विभिन्न क्षेत्रों में छूट का दायरा बढ़ाने पर जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में बनी सहमति

लॉकडाउन के स्वरूप के सम्बंध में लिए गए निर्णय
अनूपपुर जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक कलेक्ट्रैट सभाकक्ष में आगामी दिवसों में लॉक डाउन के स्वरूप पर चर्चा कर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियों को चालू करने के सम्बंध में शनिवार को आयोजित बैठक में विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। कोरोना संक्रमण से सुरक्षा एवं सावधानियाँ सुनिश्चित करते हुए अतिरिक्त गतिविधियों को सशर्त अनुमति देने पर सहमति बनी। बैठक में सांसद हिमाद्रि सिंह, कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर, पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, डीएफओ एमएस भगदिया, पूर्व विधायक रामलाल रौतेल, दिलीप जायसवाल सहित  अन्य जनप्रतिनिधि एवं शासकीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में आम सहमति से यह निर्णय लिया गया कि श्रमिकों के नियोजन की गतिविधियाँ बढ़ाई जाये, जिस पर कलेक्टर ने बताया कि सभी ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा एवं प्रधानमंत्री आवास योजना कार्यों को अनुमति दे दी गई है। इसके साथ ही शासकीय निर्माण कार्य भी सम्बंधित विभाग श्रमिकों की जानकारी की लिखित सूचना के साथ चालू कर सकते हैं। कलेक्टर ने कहा सामग्रियों की आपूर्ति के सम्बंध में भी सामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु जारी राष्ट्रीय निर्देशों के अनुपालन के साथ व्यवस्था किए जाने के सम्बंध में भी आवश्यक सुझावों को अग्रिम आदेश में शामिल किया जाएगा।

ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों हेतु बैठक में हुई चर्चा के अनुसार शीघ्र ही नए आदेश जारी किए जाएँगे। जिसके तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में विभिन्न गतिविधियाँ अनुमत रहेंगी। बैठक में खाद्यान्न आवंटनराहत कार्यों एवं पलायन कर आने वाले श्रमिकों की व्यवस्था के सम्बंध में चर्चा की गयी,कलेक्टर ने बताया कि जिले की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता में रहेगी, आवश्यकतानुसार सुविधाओं की उपलब्धता हेतु स्थलों का चिन्हांकन कर लिया गया है।

बारिश और ओलावृष्टि का कहर,दो दर्जन अधिक गांवो में मचाई तबाही

अनूपपुर वैश्विक महामारी कोरोना के कहर के कारण पूरे देश में पूर्णताला बंदी के कारण किसानो सहित आमजन की कमर तोड़ रहा है तो दूसरी तरफ बारिश और ओलावृष्टि का कहर जारी है। इससे किसानो की आर्थिक स्थिति कमजोर हुई है। शनिवार 25 अप्रैल की दोपहर जैतहरी और पुष्पराजगढ़ के तीन दर्जन गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि कहर के रूप में बरसा। जैतहरी विकासखंड में दोपहर 2 बजे के आसपास आधा दर्जन गांवों में बारिश के साथ ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है। इनमें बलबहरा, उमरिया, सिवनी, आदर्श गांव सहित आसपास के गांवों में गरज के साथ लगभग ३० मिनट तक बारिश हुई। इसके साथ आंवला आकार की ओलावृष्टि हुई। इससे विकासखंड में  लगभग सैकड़ो एकड़ गेहूं की तैयार व कटकर खलिहानों में भंडारित फसलें भींग गई। वहीं ओलावृष्टि की चोट से दाने प्रभावित हुए हैं।


पुष्पराजगढ़ विकासखंड के पोंडकी अमरकंटक क्षेत्र से लेकर दमहेहड़ी के बीच बिना बारिश बड़े आकार के ओलावृष्टि ने कहर बरपाया है। बताया जाता है कि दोपहर लगभग 2 बजे के आसपास 10-15 मिनट तक आंवला आकार के गिरे ओला से गांव की धरती सफेद नजर आने लगी थी। वहीं बड़े आकार के ओला गिरने से ग्रामीणों में भय का माहौल बन आया। प्रभावित गांवों में पोंडकी, भेजरी, मझौली, टिकईटोला, परसवाह, सरवाही, खांटी, न्योसा, पुरगा, दमहेड़ी, कोयलारी, लीलाटोला, करपा, बेनीबारी, अतरिया, बघारी, तुलरा, चककुम्हर, धीरूटोला, पकड़ीटोला सहित राजेन्द्रग्राम व आसपास के के दर्जनभर गांव हैं जहां कहीं बारिश के साथ तो कहीं बिना बारिश की बूंदे गिरे सूखे रूप में ओलावृष्टि हुई है। इससे खेतों में तैयार खड़ी गेहूं की फसल के साथ साथ गहाई के लिए खलिहानों में भंडारित फसल को नुकसान पहुंचा है।

जैतहरी क्वॉरंटीन कैम्प में कच्चे भोजन की शिकायत, नपाधिकारी नही करते निरिक्षण

अनूपपुर। लॉक डॉउन में अगर सबसे ज्यादा मुसीबत में है वह गरीब जो कमाने खाने के लिए अपने घर वालों से घर से दूर गया हुआ था अब वह किसी  कदर वापस घर आ रहा है। नियमानुसार 14 दिनों क्वॉरंटीन कैम्प में रहना होता है ताकि उनके स्वास्थ्य  का परीक्षण हो सके जिसके लिए जिला प्रशासन ने जैतहरी क्वॉरंटीन कैम्प में रहने वाले लोगों के भोजन की व्यवस्था के लिए नगर परिषद को जिम्मेदारी सौंपी है। जहां से खराब भोजन देने की शिकायत आ रही है। दिए जाने वाले चावल ठीक ढंग से पकाया तक नहीं जाता लोगों ने बताया कि कभी चावल के साथ दाल या सब्जी दिया जाता है। सुबह 5 से 6 के बीच उठने के बाद सीधे दोपहर का भोजन लगभग 1 बजे मिलता है,फिर  रात्रि 8 बजे के दिया जाता है। इसकी निगरानी सीएमओ को करनी है किन्तु लापरवाह सीएमओ ने कभी क्वॉरंटीन कैम्प की व्यवस्था देखने नहीं गये। जबकि कलेक्टर स्वंम  प्रत्येक दिन क्वॉरंटीन कैम्प में जाकर व्यावास्थाओ का जायजा लेते है। क्वॉरंटीन कैम्प को सैनिटाईज नहीं कराया जा रहा है।
इनका कहना है
मैं दिखवाता हूं वहां पर कैसा भोजन भेजा जा रहा है।

राम मिलान तिवारी, प्रभारी सीएमओ नगर परिषद जैतहरी

मनरेगा एवं प्रधानमंत्री आवास के कार्य करें समस्त 282 ग्राम पंचायतों में प्रारम्भ - कलेक्टर

निर्माण एजेंसी एसडीएम एवं कलेक्टर को श्रमिकों की सूची प्रेषित कर शुरू कर सकते हैं कार्य
अनूपपुर लाकडाउन के समाप्त होने के पहले व्यवास्था को पटरी में लाने के लिए सरकार ने मजदूरो को राहत देते हुए मनरेगा कार्यों को प्रारभ्भ करने को जिला प्रशासन को निर्देशित किया था जिसपर शनिवार को जिले की समस्त 282 ग्राम पंचायतों में रोजगार सृजन के लिए मनरेगा कार्यों को प्राथमिकता के साथ शुरू करने हेतु सम्बंधित सीईओ जनपद को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने 25 अप्रैल को  निर्देश दिए हैं। उन्होने जल संरक्षण एवं जल संवर्धन कार्यों जैसे खेत तालाब, मेड़ बधान आदि श्रमिक आधारित कार्यों को मनरेगा के तहत प्राथमिकता देने की बात कही। शुक्रवार से 198 ग्राम पंचायतों में 5927 श्रमिक कार्य कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि डिंडोरी एवं पेंड्रा-गौरेला-मरवाही से लगे जिलो में मनरेगा कार्यों हेतु सुरक्षा की दृष्टि से रोक लगाई गई थी, सम्बंधित स्थलों में कोरोना प्रकरण की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने प्रतिबंध को हटा लिया और समस्त पंचायतों में अधिक से अधिक संख्या में श्रमिकों को रोजगार देने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास कार्यों में भी गति लाने हेतु निर्देशित करते हुए कलेक्टर ने कहा कार्य के दौरान सामाजिक दूरी (2 व्यक्तियों के बीच न्यूनतम 1 मीटर की दूरी), चेहरे को मास्क अथवा गमछे आदि से ढँकना अनिवार्य है। साथ ही ऐसे श्रमिक जिन्हें सर्दी, खाँसी, बुखार, साँस लेने में तकलीफ़ है, उन्हें कार्य में न लगाकर उनकी स्वास्थ्य जाँच करवाई जाय।
विभिन्न निर्माण विभागों के कार्य के सम्बंध में कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि सम्बंधित निर्माण एजेंसियाँ पीडबल्यूडी, एमपीआरडीसी आदि अपने निर्माण कार्यों में लगने वाले श्रमिकों की सूची, कार्य एवं कार्यस्थल के विवरण के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सम्बंधित एसडीएम एवं शहरी/ नगरीय क्षेत्रों में कलेक्टर को लिखित रूप से सूचित कर कार्य प्रारम्भ कर सकते हैं। कार्य के दौरान सामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियों का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित करना होगा। निर्माण कार्यों हेतु सामग्री की आपूर्ति हेतु प्रतिबंध से भारत सरकार गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार छूट रहेगी, सम्बंधित सेवा प्रदाता सामाजिक दूरी की पालना के साथ सामग्रियों की आपूर्ति कर सकेंगे।


शहरी और पंचायतों में सार्वजनिक स्थलों का नियमित रूप से करें सैनिटाईजेशन - कलेक्टर

संरक्षण योजना-वी केयर के चयनित हितग्राहियों को तीन दिन में वितरित करें खाद्य एवं स्वच्छता किट
अनूपपुर गरीब, बेसहारा लोगों की कोरोना संक्रमण से संरक्षण हेतु प्रारम्भ की गई संरक्षण योजना- वी केयर की प्रगति की विशेष बैठक शनिवार 25 अप्रैल को जिले के समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत से कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने जानकारी ली। बैठक में जनपद पुष्पराजगढ़ के सहित अन्य जनपदो में लचर प्रगति पर नाराजगी जताते हुए कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि जनहितैषी इस योजना के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। ज्ञात हो कि ग्राम पंचायतवार गठित समिति द्वारा हितग्राहियों का चिन्हांकन किया जा चुका है। कलेक्टर ने 3 दिवस के अंदर हितग्राहियों को लाभान्वित करने एवं नियत प्रपत्र में लाभान्वितों की जानकारी, प्राप्ति के साक्ष्य के साथ प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

उन्होने शहरी क्षेत्रों के साथ- साथ ग्रामीण क्षेत्रों को भी नियमित रूप से सैनिटाईज किये जाने तथा सैनिटाईजेशन कार्य की सम्बंधित ग्राम पंचायत द्वारा पंजी संधारित करने  व पंजी की सम्बंधित सीईओ जनपद नियमित रूप से निगरानी कर निर्देशानुसार सैनिटाईजेशन कराया जाना सुनिश्चित करें। उल्लेखनीय है कि अनूपपुर जिले में सैनिटाईजेशन कार्य हेतु ग्राम पंचायतों की माँग अनुसार 450 स्प्रे मशीन एवं सोडियम हाईपोक्लोराइट मंगाया गया है। स्प्रे मशीन द्वारा सप्ताह में कम से कम एक बार हर गाँव के सार्वजनिक स्थलों का सोडियम हाईपोक्लोराईट घोल से सैनिटाईजेशन किए जाने के कलेक्टर द्वारा निर्देश दिए गए हैं।

अक्षय तृतीया पर लाकडाउन का असर गायब रहेगी सराफा व्यापार की चमक

चार माह बाद त्यौहारो में सराफा व्यापार की लौटेगी रौनक
अनूपपुर सराफा कारोबार के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि सबसे शुभ माने जाने वाले अक्षय तृतीया 26 अप्रैल के दिन सराफा की चमक गायब रहेगी। लॉकडाउन की वजह से सभी ज्वैलर्स की दुकानें बंद रहेगी और लोग शुभ घड़ी में सोना-चांदी की खरीदारी नहीं कर पाएंगे। एक ओर कोरोना संक्रमण पूरे विश्व में अपना विकराल रूप धारण कर चुका है। वहीं दूसरी ओर सोने के भाव भी काफी चढ़ते जा रहे है। जिले के व्यापारियों के अनुसार शनिवार को सोने की कीमत 48000 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच गई है। कारोबारियो की माने तो अक्षय तृतीया के दिन मुख्यालय में करीब 50-80 लाख रुपये तक का कारोबार हो जाता था, लेकिन इस बार यह आंकड़ा नगण्य रहेगा। कारोबारियों का कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यदि लॉकडाउन तीन मई को खुल भी जाता है तो भी उनके कारोबार को गति पकडऩे में कम से कम चार माह और लग जाएंगे है।
पुरूषोत्तम एण्ड संस के संचालक प्रवीण सोनी का कहना है कि शादी का पूरा सीजन लॉकडाउन मे गुजर गया और इस सीजन की कई शादियां आगे के लिए टल गई हैं। अब लॉकडाउन को हटने के बाद कारोबार को उठने में चार-पांच महीने लग जाएंगे। बृज बिहारी ज्वेलर्स के संचालक सीताराम सोनी ने बताया कि लॉकडाउन खुलने के बाद आम उपभोक्ता सोने-चांदी के बजाय अपनी आवश्यक जरूरी चीजों की खरीदारी में जुटेंगे। वैसे भी जब तक कोरोना का खतरा है, तब तक लॉकडाउन बहुत जरूरी है।
गौरतलब है कि अप्रैल, मई व जून में शादी के मुहूर्त है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से बहुत सी शादियां आगे टल गई हैं। इसके बाद जुलाई, व अगस्त वैसे ही सराफा कारोबार के लिए ऑफ ही माना जाता है। कारोबारियों का कहना है कि सितंबर में त्योहारी सीजन शुरू होने के बाद ही सराफा की थोड़ी चमक लौटने की उम्मीद है।


शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

रामनगर पुलिस ने 82 पशुधन को किया जप्त,एक गिरफ्तार 1 फरार

अनूपपुर कोरोना वायरस की मानव चैन को तोडऩे के लिए किये गये पूर्ण तालाबंदी का फायदा पशुधन का तस्करी में लगे लोग उठा रहे है। थाना रामनगर के ग्राम ऊरा में पशुधन भोला केवट पिता श्यामलाल केवट के बाड़े में बधे होने की सूचना मुखबिर से कोतमा एसडीओपी एसएन प्रसाद को मिली। एसडीओपी ने रामनगर थाना प्रभारी सहित अन्य सहयोगियो के साथ छापामार कार्यवाई करते हुए 82 पशुधन जप्त किया। पुलिस ने कोतमा निवासी बल्लू खान एवं ग्राम ऊरा के भोला केवट को आरोपी बनाते हुए भोला केवट को गिरफ्तार कर लिया। दूसरा आरोपी बल्लू खान फरार बताया गया है। रामनगर थाना प्रभारी ने बीएन प्रजापति ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर अवैध पशु तस्करी के कारोबार से जुड़ा भोला केवट के बाड़े में पशुओ रखने की सूचना मिलने पर छापामार कार्यवाई की गई। जहां से 12 नग पडिय़ा एवं 70 नग पड़ा कीमती 4,10,000 रुपए को जप्त कर देखरेख हेतु सरपंच ग्राम पंचायत ऊरा को सुपुर्द कर दिया। आरोपी के विरुद्ध धारा 6(क)(ख)(1),10,11 मध्यप्रदेश कृषक परिरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा कायम कर विवेचना में लिया गया।

डिंडौरी और छग से लगे गांव में 26 अप्रैल से शुरू होंगे मनरेगा कार्य

अनूपपुर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर ने डिंडौरी और छत्तीसगढ़ के पेंड्रा-गौरेला-मरवाही से लगे गांव में 26 अप्रैल से मनरेगा कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए हैं। कार्य के दौरान सामाजिक दूरी एवं कोविड.19 के प्रति सुरक्षात्मक उपाय जैसे चेहरे, नाक, मुंह से ढंककर रखना, नियमित रूप से साबुन से 20 सेकंड तक हाथ साफ़  करते रहना का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। डिंडौरी जिला तथा पेन्ड्रा-गौरेला-मरवाही छग जिले के सीमावर्ती तहसील पुष्पराजगढ़ के ग्रामों लालपुर, सिवनी संगम, परिवारबंधन, भांवर, खजुरवार, सरईटोला, भीमकुंडी, करौंदा टोला, खांटी, दमगढ़, फर्रीसेमर, भमरिया, पोड़की एवं अमरकंटक। जबकि तहसील कोतमा के ग्रामों बरबसपुर, चोंडीपोडी, शिकारपुर, बगडुमरा, छिड़ीमिड़ी, बाडीखार, भेड़वाला, चुकान, भलवाही, बरतराई, मलगा, टंकी, डुमरकछार, बिजौली। इसी तरह तहसील जैतहरी के ग्रामों चोलना, जरियारी, भेलमा, लहसुना, कंपरिया, मुंडा, खालबहरा, उमरिया, व्यंकटनगर एवं कदमसरा में मनरेगा के कार्यों के लिए पूर्व आदेश में 30 अप्रैल के बाद सशर्त अनुमति दी गई थी जिसे अब 26 अप्रैल कर दिया गया है।

इफ्तार एवं नमाज घर पर,सामूहिक नमाज पर रोक

रमजान में सामाजिक सुरक्षा का रखें ध्यान,धर्मगुरुओं की बैठक में कलेक्टर ने की चर्चा
अनूपपुर रमजान के मुबारक माह में कोरोना संक्रमण के प्रति सुरक्षा एवं बचाव सुनिश्चित करने हेतु शुक्रवार को कलेक्ट्रैट सभाकक्ष में मुस्लिम सम्प्रदाय के धर्मगुरुओं प्रतिनिधियों सहित विभिन्न सम्प्रदाय के धर्मगुरु धर्मावलम्बियों की बैठक कर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने कहा कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए वर्तमान समय में किसी भी प्रकार के सार्वजनिक धार्मिक आयोजन की अनुमति नही है। जनहित में समस्त निर्देशों का पूर्णतया पालन आवश्यक है, किसी भी प्रकार की लापरवाही बड़े खतरे को आमंत्रित कर सकती है। कलेक्टर के विचारों से सरोकार रखते हुए मुस्लिम सम्प्रदाय के प्रतिनिधि सदर अंजुमन इस्लामियाँ कमिटी अनूपपुर मोहम्मद सलीम एवं जिला वक्फ बोर्ड अनूपपुर ने कहा जनहित में लॉकडाउन के समस्त निर्देशों का पालन अहम है, कलेक्टर ने मुस्लिम धर्म के सभी अनुयायियों से अपील की है कि मुबारक माह रमजान में रोजा रखें, परंतु नमाज अदायगी एवं इफ्तार घर पर रहकर ही करें। घर पर ही पढ़कर नमाज अदा करें। किसी भी स्थिति में सामाजिक दूरी का उल्लंघन अथवा जन एकत्रीकरण न हो। इस पाक माह में जनहित के कार्य एवं गरीबों की मदद हेतु सहयोग करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, अपर कलेक्टर बीडी सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी सहित विभिन्न धर्मों एवं सम्प्रदायों के धर्मगुरु,प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

मां की डांट इतनी नागवार लगी की 11 वर्षीय मासूम ने फांसी लगा जीवन किया समाप्त

अनूपपुर कोरोना वायरस के लाकडाउन के बीच भालूमाड़ा थाने के जमुना कॉलरी वार्ड क्रमांक 5 राठौर मोहल्ला में गुरूवार की रात घर के बाहर 11 वर्ष का बालक खेल रहा था तभी पुलिस की गाड़ी निकली और घर के अन्दर घुसा तभी उसकी मां ने बाहर खेलने को मनाकर डाट दिया जिससे नाराज पुत्र ने बाथरूम में जाकर फांसी लगाकर अपना जीवन समाप्त कर लिया। जानकारी के अनुसार 11 वर्षीय नमन विश्वकर्मा पिता राजेंद्र प्रसाद 23 अप्रैल की रात लगभग 9.30 बजे नमन अपने कुछ मित्रों के साथ घर से बाहर खेल रहा था इसी बीच पुलिस की गाड़ी सायरन बजाते निकली और वह बच्चे अपने घरो की ओर भागे जहां नमन भी अपने घर गया पहुंचते ही उसकी मां ने उसे थोड़ा सा डांटते हुए बाहर खेलने के लिए गुस्सा किया और उसे बोला गया कि जाकर मुंह हाथ धो खाना खा लो नमन को यह बात अच्छी नही लगी वह जाकर बाथरूम में लगी जीआई तार में कपड़े से फंदा बनाया और झूल गया। उसका पूरा परिवार खाने के लिए नमन का इंतजार कर रहा था लगभग 10 मिनट बाद जब नमन नहीं आया तो बड़ा भाई जाकर देखा तो बाथरूम बंद था दो-तीन बार आवाज दिया लेकिन बाथरूम नहीं खुला तब उसने पीछे से जाकर रोशनदान से देखा तो वह नमन फंदे पर झूल रहा था उसने आकर घरवालों को बताया और तब बाथरूम का दरवाजा तोड़कर देखे तो नमन फांसी पर लटका हुआ था घरवालों ने तुरंत फंदे को काटा और नमन को लेकर भालूमाड़ा कॉलरी हॉस्पिटल गए लगभग 10.15 पर हॉस्पिटल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना थाने में दी गई। 24 अप्रैल की सुबह पंचनामा कर शव का पोस्टमार्डम करा परिवार को सौंपा दिया।






कोटा से 80 विद्यार्थी सहित 3 अभिभावक वापस लौटे,14 दिन संस्थागत क्वॉरंटीन में

25 छात्राएं,55 छात्र एवं सहित 83 की प्रारम्भिक जाँच में सभी स्वस्थ,मुख्यमंत्री को छात्रों ने दिया धन्यवाद
कलेक्टर ने आइसोलेशन कैम्प का निरीक्षण
अनूपपुर कोरोना संक्रमण के लाकडाउन में राजस्थान के कोटा शहर में पढऩे छात्रों-छात्राओं सहित अभिभावको ने प्रदेश सरकार के साथ जिला प्रशासन से निकालने की गुहार लगाई थी। जिसके बाद प्रशासन ने 5 सदस्यीय दल की टीम बनाकर कोटा भेजा जिसमें नायब तहसीलदार दीपक तिवारी के नेतृत्व में क्षेत्र संयोजक जनजातीय कार्य एसके वाजपेयी,बीईओ शिरीष श्रीवास्तव, पीटीआई बीके मिश्रा, शिक्षक कौशलेंद्र सिंह शामिल थे। दल ने सामाजिक दूरी एवं कोरोना संक्रमण के संरक्षण हेतु सभी एहतियात का ध्यान रख सभी छात्रों एवं उनके अभिभावको को 30 दिन बाद 23-24अप्रैल की रात 2 बजे सुरक्षित अनूपपुर लाया गया। जहां सभी बच्चों को संस्थागत आइसोलेशन कैम्प कन्या शिक्षा परिसर अनूपपुर लाकर छात्रों एवं अभिभावको का स्वास्थ्य दल द्वारा प्रारम्भिक जाँच की गई, जिस पर स्वस्थ पाए गए। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार सभी को 14 दिन तक संस्थागत क्वॉरंटीन में रखा जाएगा। जिले के 55 छात्रों, 25 छात्राओं एवं 3 अभिभावक कुल मिलाकर 83 लोगों को कोटा से सकुशल अनूपपुर लाया गया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने परिस्थिति के प्रति सहानुभूति दिखा सुरक्षित अनूपपुर लाने हेतु मध्यप्रदेश शासन एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद ज्ञापित किया।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर शुक्रवार को आइसोलेशन कैम्प पहुँच बच्चों से उनके आगमन एवं वर्तमान व्यवस्थाओं के सम्बंध में चर्चा पर बच्चों ने बताया उन्हें बहुत ही विधिवत एवं सुरक्षित रूप से अनूपपुर लाया गया है, इस हेतु जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया तथा यह आश्वस्त किया कि क्वॉरंटीन अवधि के दौरान वे निर्देशानुसार सारी नियमो का पालन करेंगे। इससे पूर्व कन्या शिक्षा परिसर को नगरपालिका अनूपपुर द्वारा पूर्ण रूप से सैनिटाईज किया गया। परिसर को नियमित रूप से सैनिटाईज करने के कलेक्टर ने निर्देश दिए।

जल संरक्षण एवं संवर्धन के 198 ग्रापं में 5927 श्रमिकों ने प्रारम्भ किया मनरेगा कार्य

अनूपपुरजिले में मनरेगा कार्यों की सशर्त अनुमति के बाद शुक्रवार से 198 ग्राम पंचायतों में 5912 मस्टर रोल जारी किए गये हैं। जिनमे वर्तमान में 5927 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। प्रारम्भिक तौर पर जल संरक्षण एवं संवर्धन कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। कार्य के दौरान जिला दंडाधिकारी चंद्रमोहन ठाकुर ने सशर्त अनुमति में कहा था सोशल डिस्टेन्सिंग (दो व्यक्तियों के बीच न्यूनतम 1 मीटर की दूरी) के अनुपालन और चेहरे को अनिवार्य रूप से मास्क या गमछे आदि से ढँककर कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर ने आचरण का अनिवार्य पालन सुनिश्चित करने के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा मैदानी अमले को सतत निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होने यह भी निर्देशित किया है कि किसी भी व्यक्ति को सर्दी, खाँसी, बुखार तथा साँस लेने में तकलीफ हो तो उसे कार्य में शामिल न कर उसकी स्वास्थ्य जाँच करवाई जाए।

ज्ञात हो कि जिला दंडाधिकारी ने अधिक घनत्व वाले 24 स्थानों नगरीय निकाय अनूपपुर, कोतमा, अमरकंटक, जैतहरी, पसान, बिजुरी सहित ग्राम रामनगर, बनगवां, राजेन्द्रग्राम, किरगी, कोहका, फुनगा, व्यंकटनगर, चचाई ,डोला,रामनगर,डूमरकछार, बदरा, आमाडांड़,  निगवानी, पोड़की, लालपुर,बेनीबारी, लीलाटोलाभेजरी,अमलाई, खूंटाटोला तथा कोठी में मनरेगा के कार्य नहीं किये जायेंगे।

साथ ही डिण्डौरी तथा छग का पेन्ड्रा-गौरेला-मरवाही जिले के सीमावर्ती पुष्पराजगढ़ तहसील के ग्रामों में लालपुर, शिवानी संगम,परिवार, बंधन भांवर, खजुरवार, सरईटोला, भीम कुंडी, करौंदा टोला, खाटी, दमगढ़,फर्रीसेमर,भमरिया, पोड़की एवं अमरकंटकशमिल है। कोतमा तहसील के ग्राम बरबसपुर, चोंडीपोडी, शिकारपुर, बगडुमरा, छिड़मिड़ीबाडीखार, भेड़वाला, चुकाने, भलवाही,बरतराई,मलगा,टंकी, डुमरकछार,बिजौली एवं जैतहरी तहसील के ग्राम चोलना,  जरियारी, भेलमा, लहसुना, कंपरिया, मुण्डा,खालबहरा, उमरिया ,व्यंकटनगर एवं कदमसरा में मनरेगा के समस्त कार्य 30 अप्रैल के बाद प्रारंभ किए जायेंगे।

गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

ज़िले के समस्त कार्यालय प्रमुखों को कलेक्टर ने दिए 33 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति में कार्य करने के निर्देश

अनूपपुर। कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के अनुक्रम में जारी निर्देश के परिपालन मे कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने जिले के समस्त कार्यालय प्रमुखो को निर्देशित किया है कि 3 मई तक के लिए कार्यालय मे कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियो मे से 33 प्रतिशत कर्मचारी ही कार्यालय मे उपस्थित रहकर कार्य सम्पादित करें तथा शेष कर्मचारी अल्टरनेट दिवस मे कार्यालय मे उपस्थित रहकर कार्य सम्पादित करें। जिन 67 प्रतिशत कर्मचारियों को कार्यालय आने के लिए निषेध किया जाएगा वे अपने शासकीय कार्य लिए अपने मुख्यालय मे रहकर निवास मे ही रहेंगे तथा दूरभाष एवं संपर्क के समस्त माध्यमो पर संपर्क किये जाने पर तत्काल कार्यशील होना सुनिश्चित करेगें। उपरोक्तानुसार समस्त कार्यालय प्रमुख अपने कार्यालय मे आदेश जारी कर इस व्यवस्था का अनुपालन सुनिश्चित करेगे। जिन कर्मचारियो को रोस्टर के हिसाब से जिस दिन घर पर रहना है वे टेलीफोन या इलेक्ट्रॅनिक माध्यम के संवाद के लिए कार्यालयीन समय मे उपस्थित रहेगें ताकि उन्हे किसी भी तात्कालिकता की स्थित मे बुलाया जा सके। ये आदेश 3 मई तक लागू रहेगा। उक्त तिथि के बाद तत्समय की परिस्थितियो के आधार पर पुनः परीक्षण कर आगामी निर्णय लिया जाएगा।

खेत जोतने आए ट्रैक्टर से किसान की मुत्यु,चालक फरार

घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने परिजनों को दी

अनूपपुर कोतवाली थानांतर्गत कोलमी गांव में 23 अप्रैल की दोपहर खेत जोतने आए ट्रैक्टर से कुचलकर 30 वर्षीय युवक राजेन्द्र पाव पिता गोंविद पाव की मौत हो गई। घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने परिजनों को दी, जहां मौके खेत पहुंचे परिजनों ने युवक की मरा पाया और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर शव को पीएम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी प्रफुल्ल राय ने बताया कि मृतक के छोटे भाई सूर्यबलि पाव ने बताया कि गुरूवार को उसका बड़ा भाई राजेन्द्र पाव पास के खेत में जुताई के लिए गया था। गांव के ही ट्रैक्टर मालिक लखन राठौर खुद वाहन चलाते हुए आया था। दोपहर 3.30 बजे के आसपास लखन राठौर ने घर पर फोन कर बताया कि उसका भाई खेत में सोया पड़ा है कुछ बोल नहीं रहा है। आकर ले जाओ। घटना को सुनकर सूर्यबलि खेत की ओर दौड़ा आया, जहां खेत में उसका भाई औंधे मुंह गिरा पड़ा था, मुंह से खून निकल रहा था, तथा सीना का हिस्सा टूटकर अंदर के कुछ अंश बाहर निकले हुए थे। सूर्यबलि ने पुलिस को बताया कि जब वह खेत पहुंचा था तो लखन राठौर ट्रैक्टर लेकर तेजी से खेत से बाहर भागता निकल गया। आवाज देने पर भी नहीं लौटा। सम्भावना है कि ट्रैक्टर से कुचलने के उपरांत चालक ने मृत शरीर को घटना स्थल से खींच कर अन्यत्र कर दिया और ट्रैक्टर लेकर भाग गया। पुलिस ने आशंका जताई है कि सम्भवत: राजेन्द्र पाव ट्रैक्टर पर बैठा होगा जो हिचकोले में आगे की ओर नीचे गिरा होगा और चक्का चढ़ा गया होगा। फिलहाल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।

पेंशन लेकर घर लौट रही वृद्धा को बाइक ने मारी ठोकर, दाहिना पैर जख्मी

घटना के बाद बाइक सवार हुआ फरार, एम्बुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती

अनूपपुर कोतवाली थानांतर्गत छुलहा रेलवे फाटक के पास 23 अप्रैल की दोपहर अज्ञात बाइक सवार ने सड़क पर पैदल अनूपपुर से बेलिया गांव लौट रही 65 वर्षीय वृद्धा रीता कोल पति भूरा कोल को ठोकर मार दी। जिसमें वृद्धा का दाहिना पैर गम्भीर रूप से जख्मी हो गया। खून से लथपथ महिला किसी तरह सड़क के किनारे पहुंची, जहां साथ रही अन्य महिला सेमलिया बाई कोल ने स्थानीय लोगों की मदद से घायल वृद्धा को उपचार के लिए एम्बुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जाता है कि रीता कोल और सेमलिया बाइ कोल वृद्धा पेंशन लेने अनूपपुर स्थित बैंक आई थी, जहां दोपहर 12 बजे पेंशन लेकर वापस बेलिया गांव लौट रही थी। अभी दोनों वृद्धा छुलहा रेलवे फाटक के पास पहुंची ही थी कि पीछे से अनूपपुर से जैतहरी की ओर जा रहे बाइक सवार ने रीता कोल को ठोकर मार दी। और मौके से फरार हो गया।

सोते समय जहरीला कीड़ा काटने से युवती की मौत,परिवार में पसरा मातम

  अनूपपुर । कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत ग्राम बरबसपुर निवासी युवती को गुरुवार एवं शुक्रवार रात्रि सो रही थी सुबह जहरीले कीड़े ने हाथ की को...