अनूपपुर। मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा कोतमा द्वारा धोखाधड़ी एवं मानसिक प्रताडऩा को लेकर ग्राम उमर्दा निवासी रामसजीवन अगरिया ने कोतमा थाना में लिखित शिकायत बैंक प्रबंधक धर्म प्रताप राठौर व सहायक प्रबंधक शिनचेन कांति जना की करते हुए पुलिस प्रशासन से इंसाफ की लगाई गुहार लगाई।
शिकायतकर्ता युवक ने बताया कि ग्रामीण बैंक शाखा बिजुरी एवं कोतमा में निजी बैंकिंग कर्मचारी के रूप में कार्य कर रहा था तथा उसके पिताजी कोल माइंस से सेवानिवृत होने पूरा फंड स्टेट बैंक बिजुरी के खाते में जमा था। जिसकी जानकारी तत्कालीन कोतमा शाखा प्रबंधक को लगी शाखा प्रबंधक ने सहायक प्रबंधक के साथ मिलकर फरियादी को बैंक में स्थाई नौकरी देने का लालच देकर पूरा पैसा ग्रामीण बैंक में लाकर एफडी कराने के लिए प्रेरित किया, नौकरी का लालच पाकर युवक ने अपने पिता का पच्चीस लाख रुपए स्टेट बैंक खाते से निकालकर ग्रामीण बैंक में जमा कराना चाहा, प्रबंधक एवं उप प्रबंधक ने रिटायर्ड फंड को कोतमा एवं बिजुरी स्टेट बैंक खाते एवं मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक खाते से घुमाते हुए उसके पूरे फंड का एफडी बनाने का हवाला गबन कर लिया और किसी प्रकार की रसीद नहीं दी। भ्रष्टाचार होने के शक हुआ और ग्रामीण बैंक जाकर पता लगाया तब पता चला कि युवक के पिता के रिटायर्ड फंड का सारा पैसा एफडी तो कराया मगर उस एफडी के एवज में उन्होंने पूरे पैसे का लोन लेकर और रफूचक्कर हो गयें।
जब इनका विरोध करने लगा तो ही उप शाखा प्रबंधक बैंक से निकल गयें और शाखा प्रबंधक धर्मपाल अपना ट्रांसफर कोतमा शाखा से किसी अन्य शाखा में करा लिए युवक ने इसकी शिकायत क्षेत्रीय शाखा में की सुनवाई नहीं होने पर युवक ने इन मामले की शिकायत थाने कोतमा की।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें