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मंगलवार, 18 अक्तूबर 2022

लक्ष्मण दास बाल बडे़ संगठन के पदाधिकारी, इसलिए नहीं हो रही कार्रवाई, जयस ने लगाये आरोप गिरफ्तार करने सौंपा ज्ञापन

अनूपपुर। अमरकंटक के महामंडलेश्वर लक्ष्मण दास बाल योगी पर महिला ने 14 अक्टूबर को शोषण के आरोप लगाते हुए अमरकंटक थाने में मामला दर्ज कराया। महिला ने कहा था कि बर्फानी आश्रम के लक्ष्मण दास बाल योगी ने पांच साल में कई बार दुष्कर्म किया था। बाबा ने दोनों बच्चों और उसे मारने की धमकी दी थी, इसलिए वह बाबा की प्रताड़ना सहती रही। मंगलवार को जयस ने बाबा की गिरफ्तारी नहीं होने पर एसडीओपी सोनाली गुप्ता को ज्ञापन सौंपा हैं। इसके साथ ही वर्तमान टीआई को हटाने की मांग की है। आदिवासी महिला के आरोप पर बाबा लक्ष्मण दास के खिलाफ अमरकंटक पुलिस ने 376 का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने अब तक गिरफ्तार नहीं किये जाने पर जयस ने आरोप लगाया हैं कि आरोपित बड़े राजनैतिक दल का पदाधिकारी है, इसलिए उन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है। कोई भी महिला अपनी इज्जत दांव पर नहीं लगाएगी, लेकिन पुलिस प्रशासन इतने संवेदनशील मामले को भी जिम्मेदारी के साथ नहीं ले रहा है। साथ ही कहा हैं कि कई तरह के अपराध पहले भी अमरकंटक में होते आए हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन की नाकामी की वजह से किसी भी संगीन आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नही की गई। उन्होंने मांग की हैं कि बाबा लक्ष्मण दास को तत्काल गिरफ्तार करते हुए वर्तमान टी.आई को अमरकंटक से हटाते हुए प्रशासनिक कार्रवाई की जाए। यह है पूरा मामला दुष्कर्म पीड़िता ने बताया कि 06 वर्ष पूर्व उसके पति की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद दो बच्चों को पालना कठिन हो गया। करीब पांच साल पहले रोजी-रोटी के लिए आश्रमों में काम करने वालों के साथ गांव से अमरकंटक आ गई। उन्हीं के साथ अमरकंटक के बर्फानी आश्रम में बड़ा गेट बनने में मजदूरी की। करीब 3 माह यह काम किया। 150 रुपए रोज मजदूरी मिलती थी। गेट बनने के बाद बालयोगी लक्ष्मण दास ने मुझे और एक अन्य महिला को आश्रम में रोक लिया। दोनों आश्रम में सफाई का काम करने लगे। मुझे भी आजीविका का सहारा मिल गया। इसके करीब 2 महीने के बाद महंत ने अपने कमरे की सफाई कराने के बहाने बुलाया। उसने मेरे साथ बलात्कार किया और धमकी दी किसी को नहीं बताना, बताया तो जान से मार दूंगा। 3 दिन तक मैं आश्रम में रोती रही। मानसिक रूप से बहुत प्रताड़ित और डरी हुई थी। इसके बाद बर्फानी आश्रम की बदनामी के डर से अमरकंटक से 40 किलोमीटर दूरी पर बने बर्फानी आश्रम में रख दिया। लगभग 5 वर्षों में महंत ने मेरे साथ कई बार दुष्कर्म किया। मुझे और मेरे बच्चों को जान से मारने की धमकी देता था। शारीरिक आर्थिक शोषण करता रहा। गांव वालों की मदद से छोड़ा आश्रम समय-समय पर सिर्फ मुझे और मेरे बच्चो को खाना कपड़ा देता रहा, कभी-कभी कुछ पैसा दे देता था। वह कहता था तुम किसी से कुछ नहीं कहना, तुम्हारी कोई नहीं सुनेगा। मैं पैसे वाला हूं, ऊपर तक पहुंच है, जो चाहूं वो कर सकता हूं। मैंने कई बार भागने का प्रयास किया, तो उसके आदमी मुझे धमकी देकर पकड़ लेते थे। मैं बालयोगी लक्ष्मण द्वारा बर्फानी आश्रण के महन्त के अत्याचारो से तंग आ चुकी हूं। मेरे पास कोई रास्ता नहीं है। मैं अपने गांव वालों के सहयोग से रात में 12 बजे अमरकंटक थाना आई, तब जाकर शिकायत की।

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