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मंगलवार, 18 अक्तूबर 2022

महिला ने बदला बयान: कहा-अपहरण कर दबाव बनाकर कराया गया बालयोगी फर्जी मुकदमा, महिला ने पुलिस को बताई कहानी

अनूपपुर। लक्ष्मण दास बाबा पर महिला ने बलात्कार के आरोप लगाए थे। इस आरोप के बाद थाने में महिला की अपहरण की शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत में कहा गया था कि लक्ष्मण दास ने पीड़ित महिला का अपहरण कर लिया है। अब महिला ने एक वीडियो जारी कर शिकायतकर्ता उमाकांत मिश्रा पर ही अपहरण का आरोप लगाया है। उसने कहा कि जबरदस्ती दबाव डालकर बाबा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। किशन चक्रधारी, सूरज यादव एवं उमाकांत मिश्रा ने शिकायत करते हुए बताया कि 14 अक्टूबर को पीड़ित ने निर्भीक तरीके से बयान देते हुए बाबा लक्ष्मण दास पर बलात्कार का आरोप लगाया था। महिला का 15 अक्टूबर को मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल अनूपपुर ले जाया गया था। मेडिकल व कोर्ट के बयान दिलाने के बाद पीड़ित को ग्राम भेजरी में छोड़ दिया था। रात में लक्ष्मण दास के लोगों ने पीड़ित को हत्या की धमकी देकर अपहरण कर लिया था। पीड़ित अभी तक लापता है। उमाकांत मिश्रा ने इस पूरे मामले पर मांग की है कि पीड़ित अनुसूचित जनजाति के अनपढ़ महिला है। लक्ष्मण दास महिला की विवशता का फायदा उठाकर अपने आपको बचाने के लिए उसकी हत्या का षड्यंत्र कर सकता है। वह सारा आरोप पीड़ित को न्याय दिलाने वाले को पर लगा सकता है। महिला को सुरक्षा दी जाए और लक्ष्मण दास को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। यह है पूरा मामला दुष्कर्म पीड़िता ने बताया कि 06 वर्ष पूर्व उसके पति की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद दो बच्चों को पालना कठिन हो गया। करीब पांच साल पहले रोजी-रोटी के लिए आश्रमों में काम करने वालों के साथ गांव से अमरकंटक आ गई। उन्हीं के साथ अमरकंटक के बर्फानी आश्रम में बड़ा गेट बनने में मजदूरी की। करीब 3 माह यह काम किया। 150 रुपए रोज मजदूरी मिलती थी। गेट बनने के बाद बालयोगी लक्ष्मण दास ने मुझे और एक अन्य महिला को आश्रम में रोक लिया। दोनों आश्रम में सफाई का काम करने लगे। मुझे भी आजीविका का सहारा मिल गया। इसके करीब 2 महीने के बाद महंत ने अपने कमरे की सफाई कराने के बहाने बुलाया। उसने मेरे साथ बलात्कार किया और धमकी दी किसी को नहीं बताना, बताया तो जान से मार दूंगा। 3 दिन तक मैं आश्रम में रोती रही। मानसिक रूप से बहुत प्रताड़ित और डरी हुई थी। इसके बाद बर्फानी आश्रम की बदनामी के डर से अमरकंटक से 40 किलोमीटर दूरी पर बने बर्फानी आश्रम में रख दिया। लगभग 5 वर्षों में महंत ने मेरे साथ कई बार दुष्कर्म किया। मुझे और मेरे बच्चों को जान से मारने की धमकी देता था। शारीरिक आर्थिक शोषण करता रहा। गांव वालों की मदद से छोड़ा आश्रम समय-समय पर सिर्फ मुझे और मेरे बच्चो को खाना कपड़ा देता रहा, कभी-कभी कुछ पैसा दे देता था। वह कहता था तुम किसी से कुछ नहीं कहना, तुम्हारी कोई नहीं सुनेगा। मैं पैसे वाला हूं, ऊपर तक पहुंच है, जो चाहूं वो कर सकता हूं। मैंने कई बार भागने का प्रयास किया, तो उसके आदमी मुझे धमकी देकर पकड़ लेते थे। मैं बालयोगी लक्ष्मण द्वारा बर्फानी आश्रण के महन्त के अत्याचारो से तंग आ चुकी हूं। मेरे पास कोई रास्ता नहीं है। मैं अपने गांव वालों के सहयोग से रात में 12 बजे अमरकंटक थाना आई, तब जाकर शिकायत की।

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