गायत्री नदी में जल संवर्धन हेतु
गहरीकरण एवं बाँध निर्माण
अनूपपुर। लगातार खबरों
की सुर्खिया बन रही नर्मदा नदी की टूटी धारा जिसे लेकर अमरकंटक के आश्रामों के साथ
आमजन मिल कर फिर से धारा को जीवित करने के लिये अपने श्रम से संवर्धन हेतु गहरीकरण
एवं बाँध निर्माण करने का बीड़ा उठाया जो दिखने लगा। अमरकंटक जल संकट से गुजर रहा है
मां नर्मदा उद्गम कुंड, स्नान कुंड का जलस्तर नीचे चला गया है,मां नर्मदा की दो सहायक नदियां
गायत्री,सावित्री
व इंद्र दमन तालाब पूरा सूख गया है,जलस्तर बढ़ाने के लिए आमजन के आर्थिक सहयोग व श्रमदान से कार्य
किया जा रहा है। अमरकंटक में नर्मदा मंदिर के पीछे गायत्री नदी में जल संवर्धन हेतु
गहरीकरण एवं बाँध निर्माण हेतु नागरिकों ने श्रमदान कर प्रकृति को सुरक्षित एवं संरक्षित
करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। लोक निर्माण विभाग एवं नपा अमरकंटक के तकनीकी
मार्गदर्शन में कल्याण आश्रम,मृत्युंजय आश्रम,बर्फानी आश्रम, सहित रामगोपाल द्विवेदी,राजू वर्मन, संजय श्रीवास, साधु प्रसाद, मुरारी लाल,अमित राजपूत, प्रियम द्विवेदी,
श्याम, अशोक साहू, घनश्याम राजपूत, सिद्धार्थ गुप्ता,
योगेश सेन नारायण सोनी
आदि ने मिट्टी के बाँध में पड्डलिंग का कार्य एवं गहरीकरण कार्य में श्रम दान किया।
आम जनो की सक्रिय सहभागिता पर्यावरण को संरक्षित सुरक्षित एवं सँवर्धित करने के लिए
आवश्यक है,यह सभी के लिए प्रेरणा है।
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