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बुधवार, 27 मई 2020

सौरउर्जा नलजल योजना एक वर्ष से बिमार, तीन हैंडपम्प 250 परिवार

सीएम हेल्पलाइन शिकायत के बाद भी कोई नहीं ले सुध, अब पानी के लिए परेशान ग्रामीण

अनूपपुर नौतपा की 45 डिग्री की झुलसा देने वाली गर्मी के बीच कई ग्राम पीन के पानी की समस्याओं से जूझ रहे है। जहां एक या दो हैंडपम्पो से पूरा गांव पानी ले रहा है बाकी के हैंडपम्प बिगड़े है। जनपद पंचायत अनूपपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत कदमटोला का पाठटोला (मोहल्ला) पानी की समस्या से जूझ रहा है। यह समस्या पिछले एक साल से बनी हुई है। पंचायत के सबसे अधिक आबादी वाले बैगा प्रजाति, आदिवासी और नामदेव समाज के 250 परिवारों की बसाहट वाला पाठटोला तीन हैंडपम्प के सहारे अपनी पेयजल समस्याओं की पूर्ति कर रहे है। यहां पीएचई विभाग द्वारा पांच हैंडपम्प के लिए बोर कराए गए हैं। लेकिन इनमें एक ध्वस्त हो गया है, दूसरा खराब है। अधिक धनत्व और पानी की समस्या को लेकर विभाग द्वारा पाठटोला बस्ती के पास सौरउर्जा से संचालित नलजल योजना स्थापित की गई थी। लेकिन सौरउर्जा नलजल योजना पिछले एक साल से खराब पड़ा है। पीएचई द्वारा सालभर से अधिक समय से इसका मेंटनेंस नहीं कराया गया है। विभाग का कहना है कि सौरउर्जा योजना का बजट के माध्यम से मेंटनेंस कराया जाता है, जो अबतक नहीं आया है। ग्रामीण ग्रामीण कोदू लाल का कहना है कि पूर्व में नल जल योजना में आई खराबी को लेकर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद भी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा इसकी मरम्मत नही कराई जा रही हैं। जिसके कारण आमजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों की इस बस्ती में महिलाओ व बच्चों को सुबह होते ही पानी के लिए मशक्कत करना आरम्भ हो जाता है। एक तरफ तो महामारी से बचने के लिए शासन ने लोगो को सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए बताया जा रहा है, वही दूसरी तरफ ना चाहते हुए भी पानी के लिए लोगों की भीड़ हैंडपम्पों पर इक्_ी लग जाती है। यहां रोजाना एक हैंडपम्प पर 50-70 परिवार पानी भरने आते हैं। सुबह और शाम लोगों को कई घंटे तक लम्बी इंतजार के बाद पानी मिल पाता है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत कदमटोला में 14 वार्ड हैं, जिनमें पाठटोला वार्डक्रमांक 6 अंतर्गत आता है। इसमें बैगानटोला और पाठटोला शामिल हैं।

गर्मी में हार जाते हैंडपम्प

ग्रामीण बताते है कि गांव में पांच हैंडपम्प हैं, इनमें दो खराब है शेष तीन से पानी भरने का काम किया जाता है। इस वर्ष बारिश अच्छी होने के कारण जलस्तर भी उपर बना हुआ, जिसके कारण हैंडपम्प संचालित हैं, अन्यथा भीषण गर्मी के दौर में एकाध हैंडपम्प छोड़कर शेष सूख जाते है, तब पानी के लिए लोगों को दूर वार्ड के हैंडपम्प से पानी भरना पड़ता है।

सामाजिक सुरक्षा में किसी भी लापरवाही को नही किया जाएगा बर्दाश्त - कलेक्टर

होम क्वॉरंटीन का किया उल्लंघन तो लगेगा दो हजार का जुर्माना

अनूपपुर होम क्वॉरंटीन किए हुए व्यक्तियों द्वारा दिए गए निर्देशों का उल्लंघन पाए जाने पर सख्त कार्यवाही के निर्देश शुक्रवार को कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने दिए हैं। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के निर्देशानुसार कोविड 19 के संदिग्ध प्रकरणों अथवा माइल्ड / प्रीसिम्पटोमैटिक प्रकरणों हेतु सम्बंधित व्यक्तियों को होम क्वॉरंटीन करने के निर्देश हैं। किन्तु सम्बन्धित व्यक्तियों द्वारा होम क्वॉरंटीन के नियमों का पालन नहीं करने के कारण अन्य लोगों को संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। उक्त सम्बंध में कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि सामाजिक सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नही किया जाएगा। सभी कार्यपालिक मजिस्ट्रेट को होम क्वॉरंटीन किए हुए व्यक्तियों से निर्धारित प्रारूप में अंडरटेकिंग लेकर सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।

कलेक्टर ने होम क्वॉरंटीन किए हुए समस्त व्यक्तियों को चेताया है कि दिए गए निर्देशों, होम क्वॉरंटीन के नियमों का प्रथम उल्लंघन किये जाने पर सम्बन्धित व्यक्ति पर रु. 2,000 का अर्थदंड लगाया जाएगा एवं पुन: उल्लंघन पाए जाने पर सम्बंधित व्यक्ति को तत्काल संस्थागत क्वॉरंटीन सेंटर भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होने कहा सभी नागरिकों से अपेक्षित है कि कोरोना संक्रमण से लड़ाई एवं बचाव हेतु दिए गए निर्देशों का अनुपालन कर शासन एवं प्रशासन का सहयोग करें।

उल्लेखनीय है कि होम क्वॉरंटीन निर्देशों के साथ स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु दिए गए निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करने हेतु मध्य प्रदेश पब्लिक हेल्थ अधिनियम,1949, मध्य प्रदेश एपिडेमिक डिजीज कोविड-19, विनियमन 2020 एवं डिजास्टर मैनेजमेंट अधिनियम, 2005 के अंतर्गत अधिकार एवं शक्तियाँ प्रदत्त की गयी हैं। उक्त शक्तियों के अंतर्गत कार्यवाही करने के कलेक्टर द्वारा निर्देश दिए गए हैं।

उपनिरीक्षक,सहा. उपनिरीक्षक एवं आरक्षको के थोक तबादले

उपनिरीक्षक सुमित कौशिक को वेंकटनगर चौकी का प्रभार

अनूपपुरजिले में पुलिस अमले में कसावट लाने के लिए पुलिस अधिक्षक किरणलता केरकेट्टा ने उप निरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षको एवं आरक्षको को थानो में बदलाव किया है। उपनिरीक्षक सुमित कौशिक को बिजुरी से प्रभारी वेंकटनगर चौकी की कमान सौंपी हैं। सहायक उपनिरीक्षक वीरेन्द्र तिवारी वेंकटनगर से बिजुरी, सउनि अभयप्रताप सिंह जैतहरी से बिजुरी, सउनि रामनरेश चतुर्वेदी बिजुरी से जैतहरी, सउनि रामेश्वर सिंह चचाई से कोतमा, सउनि गोविंद प्रजापति कोतमा से चचाई, सउनि कमल किशोर अमरकंटक से करनपठार में स्थानांतरित किया है। आरक्षकों में संतोष मिश्रा थाना अजाक अनूपपुर से कोतमा, साहिबा सिंह यातायात अनूपपुर से राजेन्द्रग्राम, रविकांत दुबे राजेन्द्रग्राम से यातायात अनूपपुर, अशोक गुप्ता कोतवाली अनूपपुर से कोतमा, कमला प्रसाद टांडिया कोतमा से कोतवाली अनूपपुर, उमेश सिंह यातायात अनूपपुर से रामनगर, जगत बहादुर साहू रामनगर से यातायात अनूपपुर, चमरू प्रसाद चचाई से करनपठार, संतोष पाण्डेय करनपठार से चचाई, राजेन्द्र सिंह यातायात अनूपपुर से बिजुरी, संजय श्रीवास पुलिस लाईन से यातायात, सुरेश कुमार कोरी  वेंकटनगर से राजेन्द्रग्राम, कमलेश तिवारी बिजुरी से थाना  वेंकटनगर, रामहर्ष पटेल चौकी सरई से यातायात, राजेश बंसल यातायात से चौकी सरई, दिग्विजय पाण्डेय भालूमाड़ा से कोतमा, दादूलाल सिंह कोतमा से भालूमाड़ा, विपिन बिहारी राय यातायात अनूपपुर से रामनगर, संतोष मिश्रा पुलिस लाईन से रामनगर में स्थानांतरित किया गया है।

यातायात पुलिस ने एक सप्ताह में 122 चलानी कार्रवाई से 41 हजार का वसूला समन शुल्क


अनूपपुर। कोरोना संक्रमण के बावजूद वाहन चालक यातायात नियमों व शासन के निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं। जिसमें यातायात पुलिस ने पिछले एक सप्ताह से लगातार सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाते हुए 122 वाहन चालकों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करते हुए 41 हजार 750 रूपए का समन शुल्क वसूल किया है। वहीं यातयात जवानों द्वारा वाहन चालकों से सोशल डिस्टेंसिंग तथा यातायात नियमों का पालन करने की समझाइश भी दी गई। यही नहीं वाहन संबंधी जानकारियां भी प्रदान की गई। जवानों ने चालकों को बताया कि माक्स लगाएं, दो पहिया वाहन में एक ही व्यक्ति सवार हों, चार पहिया वाहन में केवल दो ही व्यक्ति चले। जरूरत के अनुसार तीन व्यक्तियों की अनुमति हैं। जिला यातायात प्रभारी श्वेता शर्मा ने बताया कि नगर में बेवजह वाहन लेकर अगर यातायात नियमों का पालन नहीं करेंगे तो ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाएगी। पिछले 7 दिन में यातायात विभाग ने चालानी कार्रवाई करते हुए 41 हजार 750 रुपए वसूल किए।

मंगलवार, 26 मई 2020

अतिक्रमण दस्ता पहुंचा हटाने,एसडीएम ने आईसीआईसी बैंक को दी दो दिन की मोहलत

अनूपपुर अमरकंटक तिराहा से वेंकटनगर 40.600 मीटर लम्बी सीसी सड़क के निर्माण कार्य में अनूपपुर नगरीय क्षेत्र के शिवमंदिर चौराहा के पास अतिक्रमण के कारण अटके निर्माण पर 26 मई को प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अमला अतिक्रमण हटाने पहुंचा। जहां जेसीबी से निर्धारित सीमा में भवन के आसपास के स्थलों को हटाने व नाला के लिए जमीन की खुदाई आरम्भ करवाई। लेकिन भवन का नींव नजर आने लगा। जिसे देखकर मकान गिरने की आशंका लेकर अधिकारियों ने उसे तत्काल रोक दिया। वहीं भवन के निचले हिस्से में संचालित बैंक शाखा के प्रबंधक द्वारा कार्यालय तत्काल खाली करने में असमर्थता और एटीएम बूथ को अन्यंत्र हटाने के लिए कुछ समय का अनुरोध पर प्रशासन ने दो दिनों की मोहलत दी। इसके बाद जेसीबी मशीन के साथ प्रशासनिक और पुलिस अमला वापस लौट गया। लेकिन इस दौरान शिव मंदिर चौराहा पर अफरा तफरी का माहौल बना रहा। आधा सैकड़ा पुलिस बलों के साथ एसडीएम कमलेश पुरी और तहसीलदार भागीरथी लहरे के साथ थाना कोतवाली प्रभारी नरेश पॉल सहित पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारी मौजूद रहे। बताया जाता है कि सड़क के साथ नाली निर्माण का कार्य दो साल पूर्व से आरम्भ था, जिसमें जगह जगह बन रहे अतिक्रमण के कारण बार बार निर्माण कार्य बाधित हुआ। जिसपर पूर्व में कलेक्टर ने चार स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करवाते हुए नाला और सड़क निर्माण का कार्य कराया था। लेकिन शिवमंदिर चौराहे के पास अभिषेक अग्रवाल की दो मंजिला भवन का कुछ हिस्सा नाला और सड़क निर्माण में अतिक्रमण के रूप में बाधा बना रहा। पूर्व में  पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा जारी किए गए नोटिस और कलेक्टर के निरीक्षण के उपरांत पुन: जारी हुए नोटिस के बाद भी मकान मालिक ने सम्बंधित मकान के हिस्से को हटाने की कार्रवाई नहीं कार्रवाई। जिसपर नाला निर्माण का कार्य रूक गया। इस पर प्रशासन ने गम्भीरता दिखाते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हुए मंगलवार की सुबह जेसीबी के साथ मौके स्थल पर पहुंचे थे। एसडीएम का कहना है कि दो दिनों में अगर अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो जेसीबी के माध्यम से खाली करा दिया जाएगा।

भालू कुंए में गिरा,वन अमले के प्रयास से निकाला

अनूपपुर भोलगढ़ बीट अंतर्गत ग्राम मैरटोला में 26 मई को 5 वर्षीय भालू कुंए में जा गिरा। खेत के झोपड़ी में सो रहे खेत मालिक रामस्वरूप पिता बैशाखू राठौर ने कुंए में किसी के गिरने की आवाज सुनी। टॉर्च के साथ कुंए पर पहुंचा, जहां पानी में भालू को तैरते देखा। इसकी सूचना रामस्वरूप और ग्रामीणों ने वन्यप्रेमी शशिधर अग्रवाल को दी। जिसपर शशिधर अग्रवाल ने वनविभाग के अधिकारियों को सूचित कर भालू बचाने की अपील की। मौके पर पहुंचे वनविभाग अमला और ग्रामीणों ने भालू को निकालने का प्रयास किया। बताया जाता है कि नायलॉन की रस्सी डालकर निकालने के प्रयास में भालू असमर्थ रहा, इसी दौरान ग्रामीणों ने बांस काटकर कुंए में डाला, जहां भालू बांस के सहारे कुएं से बाहर खुद बाहर निकल आया और कुरियारी की जंगल की ओर भाग गया।


मां नर्मदा के पुष्कर बांध में स्वच्छता अभियान के छठवे दिन मंडला के संगठन ने किया सहयोग

अनूपपुर/अमरकंटक मां नर्मदा स्वच्छता अभियान के छठवे दिन मंगलवार को पंडित नीलू महाराज के मार्गदर्शन में दो अलग-अलग समूह बनाकर प्रथम समूह में वार्ड क्रमांक 11 एवं 12 के लोगों द्वारा जिसमें बच्चे, युवा, तथा वृद्ध जनों ने रामघाट (पुष्कर बांध) तथा मां नर्मदा की प्रथम 2 सहायक नदियों के प्रवाह पर मां नर्मदा भक्त मंडल एवं नर्मदा समग्र मंडला के कार्यकर्ताओं द्वारा श्रमदान में अपना सहयोग दिया। मार्गदर्शक पं. नीलू महाराज ने बताया पुष्कर बांध में 20 वर्षों से सफाई न होने से प्लास्टिक, मिट्टी का मलबा लगभग 10 से 15 फिट तक भरा हुआ है जो लगभग कई ट्रक तक होगा, सफाई के लिए बड़ी मशीनो की सहायता निकाला जा सकता है। समय कम है बरसात नजदीक है। उन्होने स्थानिय और जिला प्रशासन से पुष्कर बांध एवं अन्य सरोवरो की सफाई में सहायता की मांग की है। इसकी सफाई होने से अमरकंटक का जल स्तर बढ़ेगा।

उन्होने बताया अभी हम नगरवासियो के सहयोग से स्वच्छता अभियान चलाया है जिसमें नगर लोगों ने अपना सहयोग दे रहे है। इसमें प्रशासन का सहयोग जरूरी है जिससे पुष्कर बांध को गहरा किया जा सके।

एक हैंडपम्प से 200 परिवार,नलजल योजना सर्वे बाद स्वीकृत के लिए करना होगा इंतजार

20 वार्ड के लिए दो नलजल योजना प्रस्तावित 

अनूपपुर अनूपपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत दैखल में भीषण गर्मी में पानी की समस्या गहरा गई है। 20 वार्डो वाले ग्राम पंचायत में अधिकांश हैंडपम्प बिगड़ गए हैं या फिर जलस्तर के अभाव में सूख गए हैं। हालात यह कि एक ही हैंडपम्प से 200 परिवार पानी भरने को विवश है। ग्राम पंचायत दैखल का हनुमान मोहल्ला वार्ड क्रमांक 8 में पानी वार्डवासियों की जरूरतों के साथ मुसीबत बन गई है। जहां पानी भरने के लिए लोगों को काफी मशक्कत उठानी पड़ रही है। आसपास कोई अन्य हैंडपम्प नहीं होने के कारण एक ही हैंडपंप पर लगभग 200 से ज्यादा लोग निर्भर हैं। हैंडपंप में सुबह और शाम को लंबी कतारें लगती हैं। दोपहर में गर्मी के कारण एकाध लोग आते हैं, लेकिन गर्मी की तपिश में पानी भरकर ले जाने में परेशान हो जाते हैं। पिछड़ा वर्ग व हरिजन एवं आदिवासी समुदाय के लोग निवास करते हैं। यहां 3 मोहल्ले के लोग पानी भरने के लिए आते हैं। बताया जाता है कि ग्राम पंचायत के लिए दो नलजल योजना प्रस्तावित थी, जिसमें विभाग द्वारा सर्वे का कार्य भी कराया गया था। लेकिन दो बार सर्वेक्षण कार्य पूर्ण होने के बाद भी पंचायत में नलजल योजना का कार्य आरम्भ नहीं हो सका है। वार्डवासियों का कहना है कि वार्ड की दूरियां अधिक होने के कारण लोगों को पानी भरने में परेशानी अधिक होती है। अगर अन्य वार्ड की हैंडपम्प बिगड़ती या सूखती है तो एक ही हैंडपम्प आसपास के वार्डो का सहारा बनती है।

लोक स्वास्थ्य यात्रिंकी विभाग के कार्य पालन यंत्री एसके साल्वे ने बताया कि सर्वे हुआ है स्वीकृत नही आई है। उन्होने बताया कि यहा प्रत्येक घरो में नल कनेक्शन सहित कार्य होना है इसमें दो से चार माह का समय लग सकता है।

नाबालिक से दुष्कर्म के फरार दो आरोपी गिरफ्तार, भेजे गये जेल

अनूपपुर/राजेंद्रग्रामनाबालिक से दुष्कर्म के आरोप के बाद पांच माह से फरार दो आरोपियो को थाना राजेंद्रग्राम पुलिस ने सोमवार की रात ग्राम करौंदी से 25 वर्षीय लवलेश महरा पिता रघुनंदन एवं 24 वर्षीय रामनरेश महरा पिता शिव प्रसाद महरा को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेजा दिया गया।

थाना प्रभारी राजेन्द्रग्राम खेम सिंह पेन्द्रो ने बताया कि नाबालिक लड़की के परिजनो ने 20 जनवरी को शिकायत में बताया कि रात 8.30 बजे लड़की निस्तार के लिए बाहर गई थी। उसी समय इन दोनों ने उसे पकड़कर खेत की तरफ नहर के पास ले गए। जहां रामनरेश हाथ पकड़कर जकड़ लिया और लवकेश ने दुष्कर्म किया। जिस पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा पास्को एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपियो की तलाश किया किन्तु दोनो आरोपी फरार हो गये थे। लाकडउन के कारण दोनो आरोपी अपने ग्राम करौंदी आने की सूचना मुखबिर से मिलने पर पुलिस घेराबंदी कर दोनो आरोपियो को उनके घर से गिरफ्तार किया।

उप चुनाव के लिए कांग्रेस को दमदार चेहरे की तलाश

भाजपा के बिसाहूलाल के खिलाफ कांग्रेस अधिकारी पर लगा सकती है दांव

राजेश शुक्ला

अनूपपुर। मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अब उपचुनाव लगभग 3 माह के अंदर संपन्न होने हैं। जिसके लिए प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस,भाजपा के साथ अन्य पार्टियां भी अपने चुनावी समीकरण के साथ जनता के बीच अपनी छबि बनाने की पुर जोर कोशिश कर रहे है। अनूपपुर विधानसभा चुनाव हमेशा कांग्रेस और भाजपा के बिसाहूलाल सिंह और रामलाल रौतेल के मध्य मुकाबला होता रहा है। अभीतक बागडोर इन्ही दोनो के हाथ रही है। लेकिन 15 माह के कांग्रेस के शासनकाल में सत्ता परिवर्तन का वह परिदृश्य सामने आया कि कभी एक दूसरे के प्रतिद्वंदी बिसाहूलाल सिंह और रामलाल रौतेल अब साथ-साथ हो गए।

अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र और कांग्रेस बड़ा आदिवासी चेहरा पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कांग्रेस का छोड़ भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। परिस्थितियां यह हो गई कांग्रेस के अनूपपुर में कई भाग हो गए दमदार नेता कांग्रेस के अंदर अब दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा। तीन संभावित उम्मीदवार कांग्रेस में अपने-अपने आकाओं की बदौलत जोर लगा रहे हैं जिसमे जिला पंचायत सदस्य विश्वनाथ सिंह, सरपंच उमाकांत उइके एवं युवा नेता राजीव सिंह तीनों अलग-अलग दिशाओं से अपना जोर लगाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। साथ ही सोशल मीडिया के माध्याम से भी अपनी दावेदारी ठोक रहे है। किन्तु कांग्रेस के पास कोई बिसाहूलाल जैसा कोई दमदार चेहरा नही है।

कांग्रेस की गोपनीय सर्वे रिपोर्ट में पार्टी नया समीकरण सामने लाना चाहती है पता चला है कि राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जिस पर कभी भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव के समय दाव खेलने का विचार कर रही थी लेकिन इसी बीच कांग्रेस छोड़कर हिमाद्री सिंह भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली जिससे उनका दाव कमजोर पड़ गया और हिमाद्री सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा में अपना प्रत्याशी घोषित कर राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की उम्मीदवारी को किनारे कर दिया। बिसाहूलाल सिंह के भाजपा में जाने से अनूपपुर विधानसभा में कांग्रेस को दमदार नेता की कमी को देखते हुए अधिकारी को कांग्रेस के ही प्रादेशिक स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर के नेता लगातार सम्पर्क करने में जुट गए हैं। सूत्रो की माने तो अधिकारी ने चुनाव लडऩे का मन लगभग बना लिया है। इस विधानसभा क्षेत्र में उसके समाज की काफी बाहुलता है यही नहीं उनका निवास के साथ ही ससुराल भी यही है। भाजपा के बिसाहूलाल सिंह को कड़ी टक्कर दे सकते है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ व्यक्तिगत रुचि लेकर अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र को किसी भी कीमत में कांग्रेस के पक्ष में हर हाल में लाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने प्रभारी की नियुक्ति भी कर दी है और वे पूरी तरह से बिसाहूलाल सिंह को इस सीट से हराने के लिए अपना मन बना लिए हैं। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष को अभयदान देते हुए नई कार्यकारिणी गठन के निर्देश भी दे चुके है । ज्ञातव्य हो कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल केवल बिसाहूलाल सिंह के लिए ही जिला कांग्रेस अध्यक्ष थे वह कभी कोतमा एवं पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायकों के साथ उनके किसी भी कार्यक्रम में कभी भी शामिल नहीं हुए केवल उनके लिए बिसाहूलाल सिंह ही सब कुछ थे। जिनकी बदौलत लगातार वे लाख विरोध के बावजूद जिला कांग्रेस अध्यक्ष बने रहे। लेकिन एकाएक बिसाहूलाल सिंह के कांग्रेस से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद भी उन्होंने कांग्रेस से अपना नाता यथावत बनाए रखा और बिसाहूलाल सिंह को अलविदा कह दिया। जिससे मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उनको अभयदान दे दिया। अब चुनाव के समय उनके नेतृत्व में बिसाहूलाल सिंह के खिलाफ तेजी से प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी संभालते हुए उनके खिलाफ तमाम आरोपों की झड़ी लगाने का कार्य उन्हें करना है। ज्ञातव्य हो कि राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की पकड़ अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र में अच्छी खासी है आसपास भी इन्होंने अपनी नौकरी लोगो से अच्छी तरह वाकिफ है और उनकी उम्मीदवारी से कांग्रेस का गुटीय संतुलन भी संभल जाएगा और कांग्रेस पूरी दमदारी से भारतीय जनता पार्टी को उनके प्रत्याशी को टक्कर देने की स्थिति में हो सकती है। अगर सब कुछ तय हुआ तो कांग्रेस के लिए संभावित अधिकारी त्यागपत्र देकर विधानसभा क्षेत्र अनूपपुर का दौरा शीघ्र ही जिला कांग्रेस के नेतृत्व में साथ ही कांग्रेस के विधायकों कोतमा एवं पुष्पराजगढ़ के साथ प्रारंभ कर देंगे। आने वाले वक्त में जब बिसाहूलाल सिंह सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार अपने विधानसभा क्षेत्र में आएंगे तो कांग्रेस के कितने नेता शहर से लेकर गांव तक के उनके नेतृत्व में भाजपा का दामन थामते हैं। यह काफी महत्वपूर्ण होगा। लगभग 4 माह से बिसाहूलाल सिंह अपने क्षेत्र से दूर ही दूर है उनकी प्रतीक्षा कांग्रेस और भाजपा दोनों को है कि उनके आने के बाद विधानसभा क्षेत्र अनूपपुर में परिवर्तन की क्या दशा और दिशा तय होती है। अब सभी को बदले परिदृश्य मैं होने वाले चुनाव का इंतजार है।

जोगी नाला से रेत का उत्खनन एवं परिवहन करते दो ट्रैक्टर जप्त

अनूपपुर कोतमा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों से रात के अंधेरे में नदियों का सीना छलनी कर रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन किया जा रहा है जबकि शासन ने रेत उत्खनन पर रोक लगा रखी है। केशवाही रोड स्थित जोगी नाला से रेत का उत्खनन करने की शिकायत पर मंगलवार को कोतमा थाना प्रभारी आरके बैस एवं उप निरीक्षक विवेक द्विवेदी ने निगवानीघाट एवं जोगी नाला से रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन किये जाने की सूचना पर मौके पर पहुंचकर ट्रैक्टर क्रमांक सीजी 16 बी 1553 चालक भीमसेन गोड़ निवासी चपानी मालिक सोनू तिवारी तथा ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 65 एए 3361 मालिक भोला के चालक विजय चौधरी निवासी बुरहानपुर को मौके से रेत का उत्खनन कर परिवहन करते पाए जाने पर मौके पर कोई भी वैध कागजात चालक द्वारा नहीं दिखाया गया जिस पर पुलिस ने ट्रैक्टर को जप्त कर थाने में खड़ा करवाते हुए खनिज अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई।

जब शराब की दुकानें खोली जा सकती हैं तो मंदिरों क्यों नही - विधायक

अनूपपुर
पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने मंगलवार को केंद्र एवं प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ही सरकारें अपने-अपने स्थल पर पूरी तरह से विफल हैं। देश एवं प्रदेश में जब शराब दुकानें खोलकर सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए बिक्री कराई जा सकती है तो मंदिरों में धर्मावलंबियों को सोशल डिस्टेंस में दर्शन क्यों नहीं कराया जा सकता। विधायक ने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश की सरकारों को तत्काल मंदिरों के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाने चाहिए और सोशल डिस्टेंस में दर्शन लाभ दिलाना चाहिए। विधायक मां नर्मदा के उद्गम स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में मां नर्मदा के दर्शन प्राप्त कर अपने क्षेत्र वासियों के लिए मां नर्मदा के समस्त भक्तों के लिए पूजा अर्चना कर विश्व में शांति का रहे ऐसी प्रार्थना की। साथ ही साथ अमरकंटक में हो रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया गया। मध्यप्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए विधायक ने कहा कि जिस तरीके से प्रदेश की भाजपा सरकार ने मदिरा की दुकानें खुलवा दी लेकिन मां नर्मदा के मंदिर कपाट आज तक नहीं खुलवा पाई।

सोमवार, 25 मई 2020

बिसाहूलाल के बिकाऊ होने का आरोप जनजातीय समाज का अपमान

अनूपपुर प्रदेश में आगामी दिनो में २४ विधानसभा में उप चुनाव होने है जिसमें अनूपपुर विधानसभा भी शमिल है। जहां भाजपा के कांग्रेस से आये बिसाहूलाल सिंह का मुकाबला कांग्रेस से है जिन्हे अभी अपना प्रत्यासी तय करना है। राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को अपने ही दल के कद्दावर जनाधार वाले नेताओं की अपमानजनक उपेक्षा भारी पड़ गई। 2003 से 2018 तक भारतीय जनता पार्टी ने ऐसा कोई कार्य नहीं किया जो जनता विरोधी हो। सुश्री उमा भारती, बाबूलाल गौर के बाद मुख्यमंत्री बनाए गये शिवराज सिंह चौहान की सरलता, विनम्रता, सुलभता पार्टी की बड़ी ताकत है। 2018 के पूर्व उनके विरुद्ध माई के लाल वाली साजिश की गई। जिसके बाद सपाक्स ने एक मोहरा पार्टी की तरह सामान्य वर्ग के कुछ मतों को भाजपा से तात्कालिक रुप से अलग किया। दूसरा,टिकट वितरण में कुछ विधानसभाओं में की गयी चूक से यदि चौहान बच जाते तो उन्हे पन्द्रह माह का वनवास ना भोगना पड़ता। विभिन्न एजेंसियों के सुझाव को नकार कर अपने मन की कर लेना जनता को रास नहीं आया।

भाजपा नेता मनोज द्विवेदी का कहना है कि पन्द्रह साल बाद सत्ता पर काबिज कांग्रेस ने अनूपपुर के कद्दावर विधायक, कई बार के कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह सहित ऐंदल सिंह कंसाना सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को सत्ता से दूर रखते हुए उन्हे लगातार उनके ही क्षेत्र में उपेक्षा का शिकार बनाया।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. दलवीर सिंह (जिन्होंने अजीत जोगी के पांव यहाँ जमने के पहले ही उखाड़ दिये थे) इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के समकालीन कद्दावर जनजातीय नेता रहे हैं। उनके बाद जनजातीय समाज में विंध्य तथा महाकौशल प्रांत में बिसाहूलाल सिंह के कद का एक भी नेता कांग्रेस में नहीं रहा।

2018 के चुनाव मे भाजपा प्रत्याशियों (ना कि भाजपा) से जनता तथा दल के ही लोगों की नाराजगी के चलते कांग्रेस कोतमा, पुष्पराजगढ,अनूपपुर में जीत सकी। यह कांग्रेस की जीत से अधिक भाजपा प्रत्याशियों की हार इसलिए मानी गई क्योंकि समूचे विंध्य क्षेत्र में अजय सिंह राहुल समेत एक भी प्रत्याशी कांग्रेस जिता नहीं पाई।

अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल सिंह को मंत्री बनने से रोकने के लिये अलग - अलग कारणों से पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल सिंह तथा कोतमा विधायक सुनील सराफ ने हाथ मिला लिया। दिग्विजय सिंह तथा कमलनाथ ने भी अपने - अपने अहं एवं स्वार्थ के लिये बिसाहूलाल सिंह को मंत्री नहीं बनाया। पन्द्रह साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस की यह बड़ी रणनीतिक चूक थी। रही सही कसर बिसाहूलाल के प्रति पुष्पराजगढ़ एवं कोतमा विधायकों के अपमानजनक व्यवहार ने पूरी कर दी।

अमरकंटक में मुख्यमंत्री कमलनाथ,दिग्विजय सिंह सहित  तमाम मंत्रियों की उपस्थिति में आयोजित मंचीय कार्यक्रम में पुष्पराजगढ़ विधायक फुन्देलाल सिंह की बिसाहूलाल पर अपमानजनक टोकाटाकी ने मानो ताबूत में अन्तिम कील ठोंकने का काम कर दिया। अमरकंटक नर्मदा महोत्सव 2020 के शुभारंभ अवसर पर मंच मे उपेक्षित किनारे बैठे बिसाहूलाल सिंह को स्वत: मुख्यमंत्री ने अपने पास बुलाकर बैठाया तथा उनसे वे स्वंय चर्चा कर रहे थे। माईक पर भाषण दे रहे फुन्देलाल को यह इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने मंच पर ही हजारों जनता के सामने बिसाहूलाल को लताड़ लगा दी। इस असंस्कारित आचरण से कमलनाथ, दिग्विजय सिंह,उपस्थित हजारों लोग तथा बाद में जिसने भी सुना वह सभी हतप्रभ रह गये। सत्तर साल के बिसाहूलाल सिंह का मंचीय अपमान कांग्रेस, भाजपा सहित अन्य राजनैतिक- गैर राजनैतिक लोगों को अच्छा नही लगा।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष तथा अनूपपुर मे बिसाहूलाल के चिर प्रतिद्वंद्वी रामलाल रौतेल ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी तथा कहा कि भले ही बिसाहूलाल कांग्रेस से मेरे प्रतिद्वंद्वी हैं. लेकिन फुन्देलाल का यह सार्वजनिक आचरण उचित नहीं है। यदि ऐसा भाजपा के मंच पर हमारा नेता कर जाता तो अब तक कार्यवाही हो गयी होती। आश्चर्यजनक तरीके से दिग्विजय सिंह, कमलनाथ या किसी अन्य शीर्ष नेता ने फुन्देलाल के आचरण की कोई सार्वजनिक निंदा नहीं की। लेकिन अखबारो में इसकी कड़ी प्रतिक्रिया हुई।

बिसाहूलाल सिंह 1980 से कांग्रेस के विधायक रहे हैं। दिग्विजय सिंह के साथ उनके दोनो कार्यकाल में लोकनिर्माण, खनिज, अनुसूचित जनजाति, ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे हैं। मप्र में कांग्रेस के कद्दावर जनजातीय नेताओं में उनकी गिनती होती रही है। अत्यंत सरल,सौम्य, विनम्र, हंसमुख होने के बावजूद प्रदेश के सामाजिक ताने बाने की उन्हे गहरी समझ रही है। पुष्पराजगढ़ में जनजातीय समाज के एक आयोजन में कुछ वर्ष पूर्व अलावा सहित गोंगपा, कांग्रेस, भाजपा, सपा, बसपा, वाम दलों से जुड़े समाज के नेताओं के जमावड़े के बीच कुछ लोगों ने सामान्य वर्ग के विरुद्ध जहर उगलना शुरु किया तो बिना बुलावे के ही बिसाहूलाल सिंह मंच पर जा चढ़े और उन्होंने सामाजिक विद्वेष फैलाने के लिये मंच से ही जमकर खिंचाई की तथा लानत मलानत कर दी थी।

बिसाहूलाल सिंह विंध्य तथा महाकौशल प्रांत में आदिवासी अस्मिता के बड़े प्रतीक रहे हैं।

अपने ही दल के नेताओं तथा बहुत कनिष्ठ विधायकों के हाथों पन्द्रह माह तक अपमान का कड़वा विष पीने के बाद टूटे हुए मन से कांग्रेस को तिलांजलि दे दी। बिसाहूलाल का कांग्रेस छोडऩा पार्टी के लिये गहरा झटका है। हताश परेशान कांग्रेस अब उन पर बिकाऊ होने का आरोप लगा रही है। जनजातीय समाज को जाने अनजाने अपमानित करने का यह कार्य भी कांग्रेस के विरुद्ध जाता दिख रहा है। बिसाहूलाल को बिकाऊ बतलाए जाने से जनजातीय समाज मे व्यापक आक्रोश है। हाल फिलहाल के वर्षों में इस नुकसान की भरपाई करता कोई नहीं दिखता। कांग्रेस उन्होंने तब छोड़ा जब उसकी सरकार थी। शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में डंके की चोट पर कांग्रेस छोड़कर उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली है। यह आने वाले वर्षों मे भाजपा को बहुत ताकत देने वाली है। यद्यपि भारतीय जनता पार्टी में फग्गन सिंह कुलस्ते, ओमप्रकाश धुर्वे, रामलाल रौतेल, ज्ञानसिंह, जयसिंह मरावी, मीना सिंह तथा हिमाद्री सिंह जैसे जनजातीय नेता हैं। बिसाहूलाल सिंह के भाजपा में आने से कांग्रेस 15 साल पीछे चली गयी है। जनजातीय अस्मिता को उपेक्षित- अपनानित करने का  आरोप उस पर हमेशा लगता रहेगा। भाजपा ने बिसाहूलाल सिंह को हाथों हाथ लिया है। संभव है कि शीघ्र वे मंत्री बनाए जाएं। उप चुनाव में भी उनके मुकाबले का कोई नेता कांग्रेस के खेमे में अभी तो नहीं ही है। जिसके कारण चुनावी तस्वीर एकतरफा जाती दिख रही है।

रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन करते खनिज विभाग ने जब्त किया ट्रैक्टर

अनूपपुर। क्षेत्र में लगातार रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन की शिकायतों के बाद खनिज विभाग ने 25 मई को ग्राम दैखल की सीमा में स्थित गोडारू नदी से रेत का अवैध उत्खनन करते ट्रैक्टर क्रमांक एमपी 185 एए 9006 को मौके से पकड़ते हुए ट्रैक्टर चालक से वाहन में लोड किए जा रहे रेत से संबंधित दस्तावेजों की मांग की गई। चालक द्वारा मौके पर किसी भी तरह का दस्तावेज नही दिखाया गया, जिसके बाद खनिज विभाग द्वारा ट्रैक्टर को जबत करते हुए उसे थाना भालूमाड़ा में खड़ा कराते हुए खनिज अधिनिमय के तहत मामला पंजीबद्घ किया गया है। कार्यवाही में खनिज अधिकारी पीपी राय, खनिज निरीक्षक राहुल शांडिल्य तथा खनिज सर्वेक्षक अमित कुमार वर्मा द्वारा की गई है।

कोरोना संक्रमण के बीच लोगो ने ईद की नमाज घरो में अदा की

अनूपपुर। एक माह से चला आ रहा पवित्र रमजान का पावन महीना सोमवार २५ मई को मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा घरों में नमाज अदा करने साथ समाप्त हो गया। कोरोना संकट के कारण इस वर्ष जिलेभर के विभिन्न मस्जिदों पर पांच-पांच सदस्यों ने सिर झुकाकर सजदा किया और विश्व कल्याण की मन्नत मांगी। अन्य वर्षो की भांति इस वर्ष कोरोना संक्रमण और शासन के आदेश के पालनार्थ मुस्लिम समुदायों ने नवाज अदा करने ईदगाहों के ओर रूख नहीं किया, बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी लोगों ने अपने अपने घरों में नमाज अदा की। इससे पूर्व २४ मई को रमजान की आखिरी नमाज अदा की गई। सोमवार २५ मई को जिला मुख्यालय के बड़ी मस्जिद में सुबह ९ बजे हाफिज सलमान रजा अनूपपुर जामा मस्जिद में ५ लोगो को ईद की नमाज अदा कराई गई, जहां मुस्लिम भाईयों ने ईद की नमाज अदाकर एक दूसरे को ईद की बधाई दी। पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा ने बताया कि जिलेभर में १४ मस्जिद और ७ ईदगाह जहां नमाज अदा की जाती रही है। लेकिन इस बार मस्जिदों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाज अदाएगी की गई है। मस्जिदों की सुरक्षा और भीड़ एकत्रित न हो के एतिहातन तौर पर सुरक्षा बल तैनात किए गए थे। सुरक्षा के लिए जिलेभर के ५०० पुलिस बल को तैनात किया गया था। सभी जगह शांतिपूर्वक नमाज अदाएगी के साथ पर्व मनाया गया है। राजेन्द्रग्राम में भी ईद के मौके पर स्थानीय मुस्लिम धर्मावलंबियों ने जुहिला नदी के किनारे बने मस्जिद में खुशियों के साथ नमाज अदा की तथा अल्लाह के सजदे में अपना सिर एक साथ झुकाया। वही पांच सदस्यों के अलावा अन्य लोगों ने घर पर ही नमाज अदा की। जबकि भालूमाड़ा में ईद उल फित्र का पर्व सदभावनापूर्ण व सौहार्द्र के साथ मनाया गया।

मां नर्मदा के प्रथम बांध में अमरकंटक के लोगो ने किया श्रमदान

अनूपपुर। पवित्र नगरी अमरकंटक में मां नर्मदा का प्रथम बांध पुष्कर अमरकंटक का ह्रदय है जहां लगातार पांचवे दिन सोमवार को श्रमदान में नगर के लोगों ने अपना सहयोग दिया। पुष्कर बांध के लिए श्रमदान पर्याप्त नहीं है बल्कि बांध में ट्रको प्लास्टिक मिट्टी का भरा पड़ा मलवा को निकालने के लिए आमजनो के सहयोग के साथ प्रशासन का साहयोग जरूरी है। इससे मां नर्मदा का उद्गम भी प्रभावित होता है। ज्ञात हो कि चौथे दिन के श्रमदान के दौरान पुष्कर बांध में 50 किलो का कछुआ मिला जिसे जिसे नीचे वाले बांध में छोंडा गया। इस कार्य मे प्रभा पनारीया,पं.कामता प्रसाद द्विवेदी, रामगोपाल द्विवेदी, रूपेश द्विवेदी, रोशन पनारीया, संजय श्रीवास, अमित राजपूत, नारायण राजपूत, रिंकू राजपूत, दिगम्बर बर्मन, राजू वर्मा, विशाल जैसवाल, दिव्यम द्विवेदी, योगेश सेन ने श्रमदान किया।

रविवार, 24 मई 2020

फेसबुक पर धर्म विरोधी टिप्पणी करने पर अनूपपुर और भालूमाड़ा थाने में शिकायत, कार्यवाही की मांग

अनूपपुर/भालूमाड़ाब्राम्हण समाज के लिए सोशल मीडिया में अभद्र टिप्पणी किए जाने पर आहत ब्राम्हण समाज के युवाओं द्वारा 24 मई को कोतवाली अनूपपुर एवं भालूमाड़ा थाने में गोविंद साहू के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है।

ज्ञात हो कि जिला चिकित्सालय अनूपपुर के सामने पैथालॉजी चलाने वाले गोविंद साहू ने फेसबुक में ब्राम्हण समाज के बारे में गलत मानसिकता रखते हुए समाज को आहत कर अपमानित किया है। उसने अपने पोस्ट में ब्राम्हण को भारत बरबाद करने वाले खतरनाक वायरस बताया है। इतना ही नही ब्राम्हणों एवं मंदिर के पुजारियों को शौचालय साफ करने की नसीहत देते हुए ब्राम्हण युवाओं को पोस्ट में किये गए कमेंट के माध्यम से धमकी दे रहा है। जिस पर अनूपपुर ब्राम्हण समाज के युवाओं ने सोशल मीडिया में की गई पोस्ट की निंदा करते हुए कोतवाली अनूपपुर एवं भलूमाड़ा थाने में गोविंद साहू के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है।

इस दौरान राष्ट्रीय ब्राम्हण युवजन सभा के प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रदीप मिश्रा,ब्लाक महासचिव राष्ट्रीय ब्राम्हण युवजन सभा विमल पाण्डेय, अक्षय पाण्डेय, अंकित मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, शुभम गौतम, पंकज कुमार पाठक, प्रखर पाण्डेय, अजय तिवारी, प्रदीप मिश्रा आदि उपस्थित रहें।

भालूमाड़ा थाने में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के युवा जिला अध्यक्ष मानवेंद्र मिश्रा, जिला संगठन महामंत्री किशन तिवारी, निलेश मिश्रा, आशीष मिश्रा,पंकज पांडे, बबलू त्रिपाठी, नीरज मिश्रा, अजीत सिंह, अमित सिंह, संजय त्रिपाठी,अभिजीत शाही, किशन तिवारी, बृजभान सिंह, रविकरण, नितेश गुप्ता, कमलेश तिवारी सहित अन्य समाज ने भी कार्यवाही की मांग की है।

उप संचालक चिकित्सा सेवा ने जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण

कोरोना सक्रमण से बचाव हेतु तैयारियों की सराहना

अनूपपुरउप संचालक चिकित्सा सेवा रीवा संभाग डॉ संजीव शुक्ला ने जिला चिकित्सालय अनूपपुर में कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु बनाई गयी व्यवस्थाओं का 24 मई को निरीक्षण किया। जिला चिकित्सालय मे पृथक से संचालित फ्लू ओपीडी, कोरोना मरीजों हेतु पृथक से संचालित आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। इस दौरान सिविल सर्जन सह ज़िला चिकित्सालय अधीक्षक डॉ एससी राय द्वारा कोरोना से बचाव हेतु अब तक की गयी कार्यवाहियों, वर्तमान व्यवस्थाओं एवं आगामी उन्नयन कार्यों के सम्बंध में विस्तार से जानकारी दी गयी।

डॉ संजीव शुक्ला ने जिला चिकित्सालय अनूपपुर की कोरोना संक्रमण से बचाव, संरक्षण एवं उपचार हेतु की गयी तैयारियों की सराहना की। इस दौरान आपके द्वारा कोरोना संक्रमित महिला के सुरक्षित प्रसव एवं नवजात की देखभाल हेतु पृथक कॉर्नर की व्यवस्थाओं का भी मुआयना किया गया। निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी कोरोना नियंत्रण डॉ आरपी श्रीवास्तव, डॉ एसआरपी द्विवेदी सहित जिला चिकित्सालय के अन्य अधिकारी एवं स्टाफ उपस्थित रहे।

हासे परीक्षाओं के लिए विद्यार्थी परीक्षा केंद्र के जिला परिवर्तन के लिए ऑनलाइन आवेदन करें

25 मई से 28 मई तक केंद्र परिवर्तन आवेदन,जिले के भीतर केंद्र परिवर्तन नहीं

अनूपपुर माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित हायर सेकण्डरी, हायर सेकण्डरी व्यावसायिक, हायर सेकण्डरी (दृष्टिहीन मूक बधिर) दिव्यांग की शेष परीक्षाएं 9 जून से आयोजित हैं। लॉकडाउन अथवा अन्य कारणों से कतिपय परीक्षार्थी अपने निवास के वर्तमान स्थान से अन्य स्थानों पर विस्थापित हुए हैं। ऐसे परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित न हों, इस उद्देश्य से माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा निर्णय लिया गया है कि विस्थापित परीक्षार्थी विशेष परिस्थितियों में वर्तमान में जिस भी जिले में निवासरत हैं वहीं से परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं।

ऐसे परीक्षार्थी जो शेष परीक्षाएं अन्य किसी जिले से देना चाहते हैं वह 25 मई शाम 4 बजे से 28 मई तक ऑनलाईन आवेदन एम.पी. ऑनलाईन कियोस्क / पोर्टल/मण्डल के मोबाइल ऐप के माध्यम से प्रस्तुत कर सकते हैं। ऑनलाईन आवेदन की सुविधा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिले की समन्वयक संस्था, मण्डल के संभागीय कार्यालयों के माध्यम से भी उपलब्ध रहेगी। परीक्षार्थियों को जिला परिवर्तन करने की स्थिति में नवीन चयनित जिले के जिला मुख्यालय पर परीक्षा केन्द्र आवंटित किया जायेगा। जिले के भीतर केन्द्र परिवर्तन मान्य नहीं होगा।

इंगांराजविवि को मिला 395 लाख रूपए का बजट एवं 31 पदों के साथ प्रोजेक्ट का अनुमोदन

किसानों को क्लाउड एप तथा मृदा परीक्षण उन्नत तकनीकि की जानकारी देने बनेगा किट

अनूपपुर विश्वविद्यालय का दायित्व छात्रों के लिए बेहतर अध्ययन और अध्यापन, शैक्षणिक क्रियाकलापों के साथ-साथ समाज एवं देश के लिए आवश्यक अनुसंधान एवं महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को क्रियान्वित करना होता है जिसका परिणाम राष्ट्र निर्माण एवं राष्ट्र कल्याण से हो। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रोजेक्ट के लिए 395 लाख रूपए का बजट एवं 31 पदों के साथ अनुमोदित इस प्रोजेक्ट में उभरती प्रौद्योगिकी-आटफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ ङ्क्षथग्स और क्लाउड नेटिव कम्प्यूङ्क्षटग आधारित किसान-एप को भारत के कृषकों के लिए लॉच किया जाएगा। रविवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान कही।

उन्होने बताया किसान-एप कृषकों को गुणवत्ता वाले बीज की किस्मों का चयन, बीज प्रबंधन, उर्वरक प्रबंधन, खरपतवार प्रबंधन, कीटप्रबंधन, रोगप्रबंधन, ङ्क्षसचाई प्रबंधन और कितना कीटनाशक डालना है इसे तय करने में मदद करेगा। मौसम की जानकारी, कृषि आधारित तकनीक के विषय में जानकारी देकर किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ाने में सहायक होगा। इससे किसान किसी रिसर्च सेंटर जाने के बजाए अपने मोबाइल में देखकर समझ पाएगा कि कैसे किसी फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकती है। इसकी मदद से खेती का वैज्ञानिक मॉडल समझ पाएगा। परम्परागत फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकती है, कृषि आधारित तकनीकी उपकरणों के अभाव ने पंरापरागत फसल की खेती कम होने से औषधीय गुणों से भरपूरभारत की प्राचीन अनाज जैसे-जई (घोड़ जई), जौ (बारली), क्विनोआ, रागी (मरुआ), बाजरा, टेफ, इंकॉर्न, एम्मर, बकलादाल, सावा, टवनी, कोदो, अमरनाथ, अलसी अब लुप्त होने की कगार पर है इन पर शोध करके आवश्यक उपकरण के स्टार्टअप शुरू करने का प्रबंध किया जायेगा।

कुलपति ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में एसना मृदा परीक्षण किट का अनुसंधान एवं निर्माण किया जाएगा,  प्रधानमंत्री मृदा परीक्षण योजना में मिट्टी के पोषक तत्वों नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, कैल्शियम, मैग्निशियम एवं सल्फर, पीएच, ओसी (कार्बन), बोरान, ङ्क्षजक, आयरन, मैग्नीज, कॉपर की जांच हेतु मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना भारत सरकार द्वारा लाई गई है। 

प्रोजेक्ट का दूसरा भाग उद्यमिता निर्माण को लेकर है जिसमें मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, झारखंड, बिहार एवं छत्तीसगढ़ में आत्मनिर्भर-भारत केंद्र की स्थापना करके उद्यम शुरू करने का प्रशिक्षण की शुरूवात की जाएगी तथा इच्छुक युवाओं को उद्यमी/ उद्योगपति बनाया जाएगा। उद्यमिता निर्माण में मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक स्टार्ट अप, हेल्थ केयर प्रोडक्ट्स स्टार्टअप, एग्रोमशीन रीस्टार्टअप, हर्बलप्लांट एंड प्रोडक्ट्स स्टार्टअप, ग्लास एंड ङ्क्षप्रङ्क्षटग मटेरियल स्टार्टअप, हस्तशिल्प एवं हथकरघा स्टार्टअप, हार्ड वेयर प्रोडक्ट् सस्टार्ट अप, बम्बू वर्क स्टार्टअप, प्लास्टिक एवं रबर प्रोडक्ट स्टार्टअप, एग्री कल्चर स्टार्टअप, हॉटकल्चर स्टार्टअप, मसाला (स्पाइसेस) उद्योग स्टार्टअप, आयल प्रोडक्शन स्टार्ट अप, आईटी प्रोडक्ट्स स्टार्टअप, सोलर एनर्जी स्टार्टअप, स्टेशनरी प्रोडक्ट स्टार्टअप, एंड बेव रेज प्रोडक्ट स्टार्टअप सहित अलग-अलग २५०० स्टार्टअप के लिए मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्यम इकाइयां और स्टार्ट अप श्रेणी के उद्यमों का डीपीआर तथा ईपीसी तैयार किया जाएगा। मुद्रा लोन योजना, एमएसएमई बिजनेस लोन और स्टैंड अप इंडिया लोन योजना प्रमुख सरकारी लोन योजना हैं, इसके अंतर्गत युवाओं को एक नया कारोबार शुरु करने के लिए अपने डीपीआर के अनुसार 10 लाख से लेकर 20 करोड़ तक का बिजनेस ऋण ले सकते है।

कुलपति ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से लोगों के जीवन को बचाने के लिए लगाए गये बेहद आवश्यक सम्पूर्ण लॉडाउन ने विश्व के अधिकांश देशों की वित्तीय स्थिति खराब कर दी है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था भी उसके प्रभाव से अछूती नहीं है। अर्थव्यवस्था को मुश्किल हालात के दौर से गुजरना पड़ रहा है, संकट के इस दौर मे लोकल अर्थात स्थानीय स्तर पर निमत उत्पादों ने ही हमें आगे बढऩे का रास्ता दिखाया है, आत्मनिर्भर बनने का मंत्र लोकल पर वोकल का मंत्र सभी वर्गों के लोगों के बहुत ज्यादा हित में है। स्वदेशी वस्तु अपनाने से भारत की अपनी कंपनियों को बहुत अधिक लाभ होगा। बैठक में प्रमुख रूप से प्रो.ए.के. शुक्ला, प्रो.हरीनारायण मूती, प्रो. संध्यागिहर, प्रो.बी.एन.त्रिपाठी, प्रो. खेम सिंह डहेरिया, प्रो. रविंद्र मनुकोंडा, डॉ. एस. डी. त्रिपाठी, डॉ. विकास सिंह, डॉ. राघवेंद्र मिश्रा, डॉ. संजीव ङ्क्षसह, तथा कुल सचिव उपस्थित रहे।

सोते समय जहरीला कीड़ा काटने से युवती की मौत,परिवार में पसरा मातम

  अनूपपुर । कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत ग्राम बरबसपुर निवासी युवती को गुरुवार एवं शुक्रवार रात्रि सो रही थी सुबह जहरीले कीड़े ने हाथ की को...