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बुधवार, 5 जनवरी 2022

कृषि उपज मंडी उपार्जन केन्द्र अनूपपुर में किसान से रूपयें वसूलने का वीडियों हुआ वॉयरल

पैसे न देने पर किसान की धान को अमान्य करने की धमकी देकर होती हें वसूली अनूपपुर। धान उपार्जन केन्द्र में समर्थन मूल्य पर अपनी धान बेचने पहुंच रहे किसानो से खरीदी प्रभारी तथा अन्य कर्मचारियों द्वारा रूपये लिए जाने का वीडियो जमकर सोशल मीडिया में वॉयरल हो रहा है। जो जिले के खरीदी केन्द्रों की व्यवस्थाओं की पोल और प्रशासन की नाकामी साबित हो रही है। एैसा ही एक मामला आदिम जाति सेवा सहकारी समिति अनूपपुर कृषि उपज मंडी परिसर का है। जहां खरीदी प्रभारी नीलेश गुप्ता एवं एक अन्य कर्मचारी विनय पटेल द्वारा किसानो से रूपये लेने का वीडियो किसान ने सोशल मीडिया में वॉयरल करने के साथ शिकायत कलेक्टर सहित जिला खाद्य आपूर्ति विभाग में करते हुए कार्यवाही की मांग की गई है। कृषक ने बताया कि उपार्जन केन्द्र में आने वाले कई किसान परेशानियों से बचने के लिए विवश होकर रूपयें देने को मजबूर है।
किसान ने कलेक्टर से की लिखित शिकायत पूरे मामले में 5 जनवरी को सुभाष राठौर निवासी ग्राम बर्री ने कलेक्टर व जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अनूपपुर में लिखित शिकायत करते हुए बताया कि ग्राम बर्री में उसके पिता मोहनलाल राठौर की भूमि खसरा क्रमांक 520/1/2, रकवा 1.316 हेक्टेयर तथा किसान पंजीयन क्रमांक 218480010684 है। जहां 4 जनवरी को वह आदिम जाति सेवा सहकारी समिति अनूपपुर कृषि उपज मंडी में अपनी धान लेकर गया था, जहां खरीदी प्रभारी नीलेश गुप्ता व कर्मचारी विनय पटेल द्वारा उनसे रूपयों की मांग करने लगे तथा रूपयें नही देने पर धान रिजेक्ट होने तथा वापस घर ले जाने का दवाब डालने लगे। बारदाना व एफएक्यू के नाम पर लिए 600 रूपये कृषक पुत्र ने बताया की उपार्जन केन्द्र कृषि उपज मंडी अनूपपुर में जब उसने खरीदी प्रभारी नीलेश गुप्ता से बारदाने की मांग की गई तो उससे 500 रूपयें की मांग की गई तथा रूपयें नही देने पर बारदाना देने से मना कर दिया गया। जहां घंटो परेशान हुए कृषक ने उसे 400 रूपयें दिए तब उसे बारदाना दिया गया। वहीं धान की एफएक्यू करने के नाम पर फिर से खरीदी प्रभारी ने 500 की मांग की गई, जिस पर परेशान किसान 200 रूपये दिए तब जाकर धान का एफएक्यू किया गया। बोरी गिनाई के नाम पर भी वसूले पैसा कृषक सुभाष राठौर ने बताया कि मेरे द्वारा स्वंय अपने मजदूर लाकर धान को बोरियों में भरा गया तथा तौल किया गया। जिसके बाद धान से भरी बोरियों की गिनाने के लिए उपार्जन केन्द्र के एक कर्मचारी विनय पटेल को बुलाया गया, तो उसे बोरी गिनने के लिए भी पैसों की मांग की गई। जिस पर उसने रूपयें पहले ही दे दिया जाना बताया तो कर्मचारी ने किसान को उसकी धान रिजेक्ट बताकर वापस ले जाने तक की धमकी देने लगा, जिसके बाद परेशान किसान ने अंत में अपनी हार मानते हुए 100 रूपयें विनय पटेल को दिया गया। जिसके बाद उसकी धान खरीदी गई। केन्द्रों के निरीक्षण पर उठे सवाल जिले में बनायें गए 30 धान उपार्जन केन्द्र में जहां अव्यवस्थाओं का आलम है, किसी केन्द्र में किसान से रूपयें लेने की शिकायत तो कुछ केन्द्रों में जगह न होने के कारण किसानो की बढ़ती भीड़ जो कि मुख्य मार्ग तक जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। लेकिन धान खरीदी केन्द्रों में प्रशासन द्वारा गठित टीम द्वारा समय पर निरीक्षण नही करने के कारण खरीदी प्रभारियों की मनमानी सहित परिवहनकर्ता की धीमा परिवहन जिले में सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। जहां खरीदी केन्द्र में धान का परिवहन न होने के कारण जगह ही नही बची, जिसके कारण धान खरीदी केन्द्र सेमरा में धान की खरीदी बंद है। नोडल अधिकारी धान उपार्जन अनूपपुर एवं एसडीएम विजय डेहरिया ने कहा कि अगर किसानों से खरीदी केन्द्र में रूपयें लिया गया है तो निश्चित ही कार्यवाही की जायेगी।

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