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शुक्रवार, 3 जुलाई 2020

9 जुलाई तक कर सकते हैं दावा आपत्ति, 4 अगस्त को होगा अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन

नगरपालिका एवं पंचायत निर्वाचन हेतु फ़ोटोयुक्त मतदाता सूची पुनरीक्षण 2020 के सम्बंध में स्टैंडिंग कमिटी की बैठक संपन्न

अनूपपुर। मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आगामी नगरपालिका एवं पंचायत निर्वाचन हेतु 1 जनवरी 2020 के अनुसार तिथी के आधार पर फोटोयुक्त मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के सम्बंध में आयोजित स्टैंडिंग कमिटी की बैठक में अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी सरोधन सिंह ने पुनरीक्षण कार्यक्रम की जानकारी दी एवं सदस्यों द्वारा विषयों पर शीघ्र कार्यवाही करने की बात कही। बैठक में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

अपर कलेक्टर ने बताया कि फोटोयुक्त प्रारूप मतदाता सूची का नगरपालिका, ग्राम पंचायत एवं अन्य विहित स्थानो पर सार्वजनिक प्रकाशन किया जा चुका है। दावा आपत्ति केंद्र पर नागरिक सम्बंधित बीएलओ (प्राधिकृत अधिकारी) को नाम जोडऩे, हटाने आदि दावा आपत्तियाँ 9 जुलाई 2020 अपरान्ह 3 बजे तक (रविवार) को छोड़कर दे सकते हैं। मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार फोटोयुक्त अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 4 अगस्त को नगरपालिका, ग्राम पंचायत एवं अन्य विहित स्थानो में किया जाएगा।

नगरीय निकाय एवं ग्राम पंचायत के वार्डों एवं मतदान केंद्र सम्बंधी जानकारी

उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अनूपपुर जिले में 7 नगरीय निकायों में निर्वाचन होगा। जिनमे वर्तमान में कुल मतदाताओं की संख्या 107676 है। नगरीय निकाय अनूपपुर में 15 वार्ड, 20 मतदान केंद्र एवं 17462 मतदाता हैं, नगरीय निकाय कोतमा में 15 वार्ड, 25 मतदान केंद्र एवं 21470 मतदाता हैं, नगरीय निकाय बिजुरी में 15 वार्ड, 25 मतदान केंद्र एवं 21224 मतदाता हैं, नगरीय निकाय पसान में 18 वार्ड, 22 मतदान केंद्र एवं 19020 मतदाता हैं, नगरीय निकाय जैतहरी में 15 वार्ड, 15 मतदान केंद्र एवं 6701 मतदाता हैं, नगरीय निकाय अमरकंटक में 15 वार्ड, 16 मतदान केंद्र एवं 5994 मतदाता हैं तथा नगरीय निकाय बनगवाँ (राजनगर) में 15 वार्ड, 15 मतदान केंद्र एवं 15805 मतदाता हैं।

अनूपपुर जिले की चारों जनपद पंचायतों (283 ग्राम पंचायत) में वर्तमान में कुल 457021 मतदाता हैं। जनपद पंचायत अनूपपुर में 51 ग्राम पंचायत, 158 मतदान केंद्र एवं 92960 मतदाता हैं, जनपद पंचायत कोतमा में 31 ग्राम पंचायत, 78 मतदान केंद्र एवं 44580 मतदाता हैं, जनपद पंचायत जैतहरी में 82 ग्राम पंचायत, 279 मतदान केंद्र एवं 155480 मतदाता हैं तथा जनपद पंचायत पुष्पराजगढ़ में 119 ग्राम पंचायत, 319 मतदान केंद्र एवं 164001 मतदाता हैं।

कलेक्टर एवं वनमंडलाधिकारी ने की वनाधिकार दावों पर की गयी कार्यवाही की समीक्षा

अनूपपुर। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर एवं वनमंडलाधिकारी अधर गुप्ता ने शुक्रवार को पुष्पराजगढ़ के ग्राम पिपरहा एवं पोड़की में वनाधिकार दावों के सम्बंध में की गयी कार्यवाहियों की समीक्षा की। इस दौरान सम्बंधित ग्रामीणो से चर्चा कर किसी भी प्रकार की असुविधा के सम्बंध में पूँछतांछ कर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि वनाधिकार दावों को निरस्त करने से पूर्व सम्बंधित अधिकारी पहले पूर्ण रूप से संतुष्ट हों एवं मौका मुआयना अनिवार्य रूप से करें। सम्बंधित ग्रामों के 80 वनाधिकार दावों पर की गई कार्यवाही की समीक्षा की गयी। इस दौरान एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डहेरिया, एसडीओ वन एमएस मरावी, तहसीलदार टीआर नाग, नायब तहसीलदार शशांक शेंडे सहित सम्बंधित अधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित रहे। 

शीघ्र और सुलभ न्याय दिलाने के लिए संवेदनशीलता व तत्परता से कार्य करें - कृष्णकांत शर्मा

जिला न्यायाधीश ने किया पदभार ग्रहण,ऑनलाइन लोक अदालत के लिए दिये आवश्यक निर्देश

अनूपपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर के अध्यक्ष, जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत शर्मा ने  शुक्रवार को पदभार ग्रहण कर लिया। उन्होने प्राधिकरण के सचिव भू भास्कर यादव, जिला विधिक सहायता अधिकारी जीतेन्द्र मोहन धुर्वे तथा न्यायिक अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिये। उन्होने कहा लोगों को शीघ्र और सुलभ न्याय दिलाने के लिए सभी अधिकारी और कर्मचारी संवेदनशीलता व तत्परता से कार्य करें। लोगों के बीच प्रेम और सौहार्द को बढ़ाने की दृष्टि से 25 जुलाई को ऑनलाइन लोक अदालत आयोजित कराने के निर्देश दिये।

उन्होने कहा कोविड 19 के संक्रमण के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए न्याय प्रदान करने की प्रक्रिया को निरंतर जारी रखने की दृष्टि से मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने ऑनलाइन लोक अदालत कराने के निर्देश दिए हैं। ऑनलाईन लोक अदालत में राजीनामा योग्य सभी प्रकार जैसे लड़ाई झगड़ा के छोटे मोटे मामले, मोटर दुर्घटना दावा, विद्युत चोरी के मामले, पैसा लेन-देन और चैक से संबंधित विवाद रखे जा सकते हैं, जिसमें पक्षकार अपने घर बैठे ऑनलाइन राजीनामा कर सकते हैं अथवा पक्षकार अपने अधिवक्ता के माध्यम से भी राजीनामा कर सकते हैं। लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय अनूपपुर के साथ ही सिविल कोर्ट कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम में भी आयोजित किया जायेगा।

जिला न्यायाधीश ने कहा ऑनलाइन लोक अदालत आयोजित होने के पश्चात अवार्ड की नि:शुल्क प्रतिलिपि राजीनामा करने वाले सभी पक्षकारों को दिया जाए, इसके लिए पक्षकारों को अनावश्यक रूप से भटकने नहीं दें।

कमर्शियल माइनिंग के विरोध में कोल खानों में तीन दिवसीय हड़ताल दूसरे दिन उत्पादन रहा ठप

जिले की 18 खदानों में उत्पादन रहा प्रभावित,करोड़ों का नुकसान

अनूपपुर। भारत सरकार द्वारा कमर्शियल माइनिंग की आड़ में कोल ब्लॉकों को निजी हाथो में सौंपने, काम के घंटे बढ़ाए जाने, तथा सीएमपीडीआई के विलयीकरण के विरोध में पांचों श्रमिक संगठनों ने 2 जुलाई से सामूहिक तीन दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन 3 जुलाई को अनूपपुर जिले के 18 कोल खदानों पर व्यापक असर पड़ा है। पांचो श्रमिक संगठनों एचएमएस, सीटू, एटक, इंटक, बीएमएसएच के पदाधिकारियों ने पहले दिन सभी खदानों के प्रवेश द्वार पर मोर्चा सम्भालते हुए आने वाले श्रमिकों से कामर्शियल माइनिंग से होने वाले नुकसान को बताते हुए काम पर नहीं जाने की अपील के बाद मजदूर वापस लौट गए। जिससे आंशिक उत्पाद के साथ खदानों पर उत्पादन शून्य दर्ज की गई।

महामंत्री एटक एसईसीएल हरिद्वार सिंह ने कोल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा दूसरे दिन भी हड़ताल शत प्रतिशत सफल है एसईसीएल के अंदर कोयला मजदूरों की एकता के साथ खदान को पूरी तरह से ठप्प है। प्रबंधन अपनी साख बचाने के लिए झूठ का सहारा लेकर फर्जी डिस्पैच और उत्पादन दिखाकर लोगों की आंखों में धूल झोंक रहा हैं। सच्चाई यह है कि जब मजदूर काम पर गया ही नहीं तो कोयला उत्पादन कहा से होगा। रखे हुए कोयले के भंडार को ही उत्पादन बता कर के और बयान बाजी कर रहे हैं।

एटक एसईसीएल के महामंत्री ने कहा कि यह हड़ताल ऐतिहासिक सफल हड़ताल है और मजदूर अपनी बातों को मनवा करके ही दम लेगा। सार्वजनिक क्षेत्र का लाभ मजदूरों के साथ अधिकारियों को भी भरपूर मिलता है। सभी चाहते हैं कि सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण ना हो कोल ब्लॉक का निजी कंपनियों को बिक्री ना हो लेकिन बिवस हैं। सरकार 3 दिन के जबरदस्त हड़ताल के बाद भी होश में नहीं आया तो हम कोयला उद्योग को बचाने के लिए अगली रणनीति पर विचार होगा।

एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के 8 कोल खदानों सहित हसदेव क्षेत्र की 10 खदानों के लगभग सभी खदानों से कोयला उत्पादन का कार्य बंद रहा। कॉलरी सूत्रों के अनुसार पांचों श्रमिक संगठनों के तीन दिनी हड़ताल में जिले के समस्त कोयला खदानों में उत्पादन नहीं होने से सरकार को लगभग 400 करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। कॉलरी सूत्रों का कहना है कि कॉलरी में ऐसे ही कर्मचारी कायर्रत है, जिनकी जरूरत खदानों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए जरूरी है। इसके अलावा उत्पादन से सम्बंधित समस्त श्रमिक और कर्मचारी हड़ताल में शामिल है। जिसके कारण दूसरे दिन 3 जुलाई को श्रमिकों की लगभग 100 फीसदी हड़ताल सफल साबित हुई।

एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र अंतर्गत आनेवाली 9/10 बंद होने के कारण यहां उत्पादन बंद है, जबकि मीरा खदान, आमाडांड भूमि खदान, आमाडांड ओसीएम, जमुना 1/2, जमुना कॉलरी वर्कशॉप, जमुना कोतमा 7/8 खदान , गोंविदा खदान में सुबह से कोई उत्पादन कार्य नहीं हुए। इसी तरह हसदेव क्षेत्र अंतर्गत आने वाली 10 खदानों में बिजुरी, बहेराबांध, कपिलधारा, कुरजा भूमिगत खदान, राजनगर आरओ, राजनगर ओसीएम, झिरिया खदान, बेस्ट जेकडी, तथा हल्दीबाड़ी खदानों में भी उत्पादन नहीं हुआ। कपिलधारा में मात्र 150 टन उत्पादन दर्ज किया गया है। जबकि बिजुरी खदान की क्षमता 600 टन, बेहराबांध में 1600 टन, कपिलधारा 600 टन, कुरजा भूमिगत खदान 800 टन, राजनगर के दो खदानों में 1000 टन, झिरिया खदान 400 टन, बेस्ट जेकड़ी 400, हल्दीबाड़ी 1600 टन प्रतिदिन क्षमता है।

गुरुवार, 2 जुलाई 2020

विधायक बिसाहूलाल को शिवराज मंत्रीमंडल में मिली जगह, जिले के विकाश को मिलेगी गति

तीसरी बार मिली जिम्मेदारी, वाईपास सड़क, जिला चिकित्सालय एवं फ्लाईओवर निर्माण की प्रथमिकता 

अनूपपुर। मध्यप्रदेश की सियासत में कांग्रेस से नाराज होकर भाजपा का दामन थामने वाले अनूपपुर पूर्व विधायक बिसाहूलाल सिंह को आखिरकार 2 जुलाई को शिवराज सिंह चौहान की विस्तारित मंत्रीमंडल में केबिनेट मंत्री के रूप में जगह मिल ही गई। बिसाहूलाल सिंह ने भोपाल में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इसके साथ ही बिसाहूलाल के मंत्री बनने के साथ साथ आगामी अनूपपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की ओर से उम्मीदवारी का भी दूसरा मौका मिल गया है। बिसाहूलाल के मंत्री बनने के बाद भाजपा खेमें में खुशी की लहर दौड़ गई है। वहीं जिलेवासियों को अब जिले में फिर से विकास होने की आशाएं दिखने लगी है। जिसमें प्रमुख जिला चिकित्सालय के नवीन भवन का निर्माण,फ्लाईओवर एवं शहर के बाहर वाईपास सड़क का बनवाने का होगा।

बिसाहूलाल कांग्रेस के दिग्विजय सिंह शासन काल में पांच विभागों खनिज, पशुपालन और डेयरी, आदिवासी विकास विभाग,पीडब्ल्यूडी और उर्जा विभाग में मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा अनूपपुर विधानसभा में वर्ष 1980 से राजनीति कैरियर की शुरूआत करते हुए कांग्रेस की उम्मीदवारी में विधायक बने थे। जिसके बाद अनूपपुर का अबतक 8 विधानसभा चुनावों में 5वीं जीत हासिल किया था। लेकिन वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर वरिष्ठता के आधार पर मंत्री बनाए जाने की उम्मीदों में बार बार सूची से नाम काटे से नाराज हो गए थे। जिसके बाद उन्होंने मार्च में कांग्रेस का साथ छोड़कर विरोध दर्ज करा दिया और बाद में कांग्रेस की सत्ता गिर गई थी। वहीं उपचुनाव में प्रत्याशी के रूप में उम्मीदवारी भी करेंगे। हालांकि विधानसभा उपचुनाव के दौरान बिसाहूलाल सिंह के लिए चुनाव में अपनों साथ रूठे को मनाने की भी चुनौती रहेगी।

पटाखे फोड़, मिठाई खिला जताई खुशी

बिसाहूलाल के केंद्रीय मंत्री बनने पर खुशी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जगह- जगह पटाखे फोड़, मिठाई खिला खुशी का इजहार किया। कार्यकर्ताओं ने बिसाहूलाल को शिवराज टीम में शामिल किया जाना हमारे लिए गर्व की बात कहीं। इस दौरान सांसद हिमान्द्री सिंह, पूर्व विधायक व प्रदेश भाजपा उपध्यक्ष रामलाल रौतेल, अनिल गुप्ता, नरेन्द्र मरावी,सुदामा सिंह, सिद्धार्थ सिंह, मनोज द्विवेदी, रामदास पुरी, शिवरतन वर्मा, जितेन्द्र सोनी उदयसिंह मामा, प्रवीण चौरसिया,चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी, हनुमान गर्ग, मनीष गोयनका, गजेंद्र सिंह,प्रदीप यादव, अरुण सिंह, राकेश गुप्ता आदि ने बधाईयाँ दी।

पसान में खुशी की लहर कार्यकर्ताओं ने फोड़े पटाखे बांटी मिठाईयां

पसान नगर पालिका के पूर्व नपाअध्यक्ष राम अवध सिंह ने कहा कि बिसाहूलाल सिंह अनूपपुर जिले के विकास पुरुष हैं उन्होंने अनूपपुर जिले में विकास की गंगा बहाई है और अब उनके मंत्री बन जाने से जिले का तेजी से विकास होगा जिले भर में अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं जो रुकी हुई थी उनका प्रारंभ होगी। मंत्री बनने से भाजपा कार्यकर्ताओं में नया उत्साह उमंग का निर्माण हुआ है और इसी उत्साह और उमंग के सहारे आने वाले उपचुनाव में जीत दिलानी है। भाजपा नेता शिवराज दत्त त्रिवेदी, चंद्रभान सिंह,भागीरथी पटेल, अशोक लाल, अजय द्विवेदी, धीरेंद्र सिंह,अनीता चौहान, फूलमती केवट,सचिन जयसवाल, सर्वेश पांडे, शारदा द्विवेदी, अमित शुक्ला सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता खुशी के अवसर पर उपस्थित रहें।

विभाग को नहीं लगी भनक, सजहा वेयरहाउस में सड़ गया 30 लाख रूपए का 870 क्विंटल चावल

विभाग चुका रहा किराया,2015-16 में वेयरहाउस अनूपपुर ने कराया था भंडारित

अनूपपुर। सजहा वेयरहाउस में अमानक खाद्यान्न को लेकर भंडारण और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है। अभी 20 हजार क्विंटल गेहूं के खराब होने का जांच का मामला चल ही रहा था कि इसी वेयरहाउस से वर्ष 2016-17 के दौरान 23 हजार क्विंटल चावल चोरी होने के भी मामले सामने आ गए। जिसपर पूर्व से एससीएससी प्रबंध संचालक भोपाल द्वारा आरएम सतना को भेजे जा रहे कार्रवाई पत्रक में जून माह में आरएम सतना प्रबंधक ने अनूपपुर में कार्रवाई के लिए आवेदन पत्र दिया है। लेकिन अब इसी वेयरहाउस में वर्ष 2015-16 से 87 टन चावल लगभग 870 क्विंटल(1746 बोरी) चावल सड़े हालत में भंडारित है। यहां भंडारित खराब चावल की वर्तमान कीमत के अनुसार 30 लाख 55 हजार 500 रूपए अनुमानित बताई जा रही हैं। सजहा वेयरहाउस के ब्लॉक एक में सड़े चावल पर अबतक किसी विभागीय अधिकारी का ध्यान नहीं गया है। जबकि वेयरहाउस प्रबंधक सजहा द्वारा सड़े चावल के निराकरण के लिए कई बार पत्र वेयरहाउस प्रबंधक अनूपपुर शाखा और नागरिक आपूर्ति विभाग को किया जा चुका है। बावजूद न तो वेयरहाउस शाखा प्रबंधक अनूपपुर और ना ही नागरिक आपूर्ति विभाग अनूपपुर ने निराकरण की कोई कार्रवाई की। बताया जाता है कि वेयरहाउस में भंडारित इस चावल का किराया विभाग अब भी चुका रहा है।

सूत्रों की माने तो एमपीडब्ल्यूएलसी (वेयरहाउस शाखा अनूपपुर) द्वारा चावल की बोरियों को यहां भंडारण कराया गया था। खराब होने पर प्रबंधन द्वारा निराकरण किए जाने की मांग पर वेयरहाउस शाखा द्वारा यहां बोरियां रखी हुई तो क्या आपत्ति की बात कही जाती रही। जबकि नियमानुसार ऐसे खराब चावल का शराब दुकान या अन्य के लिए विकवाली कर राशियों का समावेश राजस्व में किया जाना होता है। लेकिन आश्चर्य पांच साल से गोदाम में 870 क्विंटल चावल भंडारित पड़ा है।

कभी नही हुआ वेयरहाउस का निरीक्षण

सजहा वेयरहाउस में भंडारित खराब 870 क्विंटल चावल कहां से आया और किस मिलर ने दिया इसकी जानकारी विभाग के पास नहीं है। वहीं नागरिक आपूर्ति विभाग, जिला खाद्य आपूर्ति विभाग, वेयरहाउस शाखा अनूपपुर, क्षेत्रीय प्रबंधक सतना, सहित जिला प्रशासन ने भी कभी वेयरहाउस का निरीक्षण कर इसके मिलान की जरूरत नहीं समझी। जबकि नियमानुसार नागरिक आपूर्ति विभाग के साथ साथ जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक विभाग को प्रत्येक माह वेयरहाउस की वास्तविक स्थिति से अवगत होना अनिवार्य है।

जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी विपिन पटेल ने बताया इसकी जिम्मेदारी नागरिक आपूर्ति विभाग प्रबंधक की है। चावल कहां से आया कितना है वहीं जानकारी बता पाएंगे। मेरे विभाग का कार्य राशन की दुकानों तक खराब खाद्यान्न नहीं पहुंचे इसकी निगरानी करना है।

प्रबंधक नागरिक आपूर्ति विभाग एसके द्विवेदी ने कहा इस सम्बंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। हमने भोपाल पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की अपील की है।

मां नर्मदा को चढ़ाए बहुमूल्य धातू के बर्तन व जेवरो का समिति के पास नही है कोई लेखा-जोखा

श्रद्घालुओं को नही मिलती को रसीद,बदलने का लगा आरोप

अनूपपुर/अमरकंटक मां नर्मदा को श्रद्घालु सोना, चांदी के बर्तन व अन्य वस्तुएं भेंट करते हैं लेकिन अमरकंटक नर्मदा मंदिर में जो भेंट चढ़ा रहे हैं इसका कोई लेखा-जोखा नहीं रखा जा रहा। देश का बड़ा प्राचीन मंदिर है जहां बड़ी कमी को उजागर कर रहा है। यहां मंदिर में जो भी सामान धातुएं आती हैं, उन्हें ट्रेजरी में जमा होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। नगर परिषद के कर्मचारी अपनी देखरेख में उन्हें रख लेते हैं। इस ऐतिहासिक मंदिर का एक ट्रस्ट भी है जिसके माध्यम से दान की जा रही वस्तुओं का एक रिकॉर्ड रखा जाना चाहिए लेकिन यहां अलग से ऐसा कोई विभाग व कर्मचारी नहीं रखे गए हैं। नगर परिषद के कुछ कर्मचारियों द्वारा यह दायित्व संभाला जा रहा है। आरोप हैं कि मंदिर की धातु सामग्री सोने से चांदी और चांदी से एल्यूमीनियम में बदली जा रही है। वहीं कई सामग्रियों का पता नहीं चल रहा। कुछ दिन पूर्व मंदिर में कटोरा, गिलास, चम्मच सभी चांदी के पात्र मां नर्मदा के भक्त सतीश कुमार मिश्रा बरगवां द्वारा भेंट की गई किंतु उन्हें भी कोई रसीद नहीं दी गई।

नर्मदा मंदिर में एक अष्टधातु का बड़ा नगाड़ा वर्षों से लापता है। कोई बता नहीं पा रहा कि आखिर यह अब कहां गायब हो गया। यह नगाड़ा स्टोर रूम में भी अब नहीं है। कुछ वर्ष पहले इसका उपयोग हुआ फिर दोबारा दिखाई नहीं दिया। मंदिर के पुजारियों का कहना है कि यह नगाड़ा कहां है उन्हें भी नहीं पता।

माता नर्मदा को नवरात्रि के पावन अवसर पर सोने की सुतिया पहनाई जाती थी किंतु अब वह चांदी की हो गई है। यह सोना से चांदी में तब्दील हो चुकी है जबकि यह दान में दी गई थी तब सोना था। मंदिर के पुजारी धनेश द्विवेदी ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मंदिर के अंदर जो पूजन व श्रृंगार की चीजें होती थी उनमें भी मंदिर के अंदर कम ही देखी गई है। कान का कुंडल दो नग, चांदी का 2 नग नाग, दीपक कटोरा चांदी का, चांदी की 2 नग प्लेट वर्तमान में मंदिर में नहीं है।

नर्मदा मंदिर में कई भक्त ऐसे आते हैं जो सोने व चांदी के गहने तथा पात्र चढ़ाते हैं। बहुत से गुप्त दान में अनेक वस्तुएं दे जाते हैं लेकिन यहां माता व मंदिर की व्यवस्थाओं के लिए जो सामग्री दी वह किस अवस्था में है और उपयोग किस तरह से हो रहा है यहां कोई पड़ताल नहीं की जा रही है।

बताया गया कि मंदिर में भक्तों द्वारा माताजी को श्रद्घा पूर्वक लोग जेवर व अन्य वस्तु अर्पित करते हैं उसे ट्रस्ट जमा कर लेता है लेकिन ऐसा नही होता और वह सोना चांदी में परिवर्तित हो जाती है और चांदी एल्यूमीनियम में। ऐसी कई यहां घटनाएं कई बार उजागर हो चुकी हैं जो एक जांच का विषय भी है और व्यवस्था में सुधार के लिए मंदिर ट्रस्ट के लिए आगे आने की जरूरत है। यहां दान करने वाले लोगों को रसीद भी दी जानी चाहिए।

इस संबंध में एसडीएम पुष्पराजगढ़ व मंदिर ट्रस्ट समिति व्यवस्था प्रभारी विजय डेहरिया ने बताया यहां जो कमियां हैं उसे दूर करने के संबंध में कार्य योजना बनाई जा रही है। दानदाताओं को रसीद देने का प्रावधान है। यहां कमी है स्थाई कर्मचारी की जो इस कार्य के लिए नहीं है। इसके लिए अब ट्रस्ट लेखा जोखा रखने के लिए कर्मचारी की नियुक्ति करने जा रहा है। अन्य जो अव्यवस्थाएं हैं उसे दूर किया जाएगा।

कोरोना संक्रमण काल में शिक्षा व्यवस्था की सीईओ जिला पंचायत ने की समीक्षा

सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारियों को पाठ्यपुस्तक वितरण एवं योजनाओं के सम्बंध में दिए निर्देश

अनूपपुर। कक्षा-1 से 8 तक के समस्त विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तक वितरण का कार्य 4 जुलाई तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कर लिया जाय। डिजीलेप के माध्यम से शिक्षण सामग्री का समय से पालकों/ छात्रों को प्रदाय करने एवं उत्पन्न संशयों का नियमित रूप से समाधान करने हेतु सामग्री प्रदाय के साथ बच्चों से जुड़ाव जरूरी है, शिक्षक आगे आकर प्रयास करें एवं बच्चों से प्रश्न पूँछकर संवाद स्थापित करें एवं उनका समाधान कर योजना की मूलभावना को क्रियान्वित करें। गुरूवार को सीईओ जिला पंचायत मिलिंद नागदेवे ने सर्व शिक्षा अभियान के कार्यो व योजनाओं की समीक्षा के दौरान कहीं। उन्होने कोरोना संक्रमण काल में शिक्षा प्रदाय के सम्बंध में शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान सर्वशिक्षा अभियान के जिला प्रमुख हेमंत खैरवार, समस्त एपीसी, सहायक यंत्री एवं समस्त बीआरसीसी उपस्थितरहे। 

सीईओ जिला पंचायत ने हमारा घर हमारा विद्यालय  योजना के बेहतर क्रियान्वयन हेतु अब तक की गयी तैयारियों की जानकारी लेकर कहा इस अभियान को सफलता पूर्वक संचालित करने हेतु अभिभावकों एवं पालकों की भूमिका अहम है इस हेतु सतत रूप से सम्बंधितों से संवाद कर उन्हें प्रेरित करते रहें। बैठक में निर्माण कार्य एवम वित्तीय प्रावधानो पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।

बैठक के द्वितीय चरण में डीपीओ महिला एवं बाल विकास विनोद परस्ते जिला प्रबंधक एनआरएलएम शशांक सिंह एवं सीएमओ नगर पालिका की उपस्थिति में नवीन शैक्षणिक सत्र में स्व सहायता समूह के माध्यम से गणवेश वितरण योजना के क्रियान्वयन की रणनीति पर चर्चा की गई। डीपीएम एनआरएलएम को 1 सप्ताह के अंदर ब्लाकवार एवं ग्राम वार गणवेश तैयार करने हेतु समूहों का चिन्हांकन करने एवं आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

बिसाहूलाल के मंत्री बनने से अधिक मजबूत हुई भाजपा - मनोज द्विवेदी

भाजपा ने बढ़ाया जनजातीय समाज का सम्मान

अनूपपुर। बिसाहूलाल सिंह को कैबिनेट मंत्री बना कर भारतीय जनता पार्टी ने जनजातीय समाज के स्वाभिमान को और भी बढ़ा दिया है। विंध्य क्षेत्र में भाजपा पहले से ही मजबूत रही है लेकिन अब बिसाहूलाल सिंह को मंत्री बनाए जाने से इस समाज में भाजपा अधिक मजबूत होगी। भाजपा नेता एवं अनूपपुर विधानसभा चुनाव मीडिया प्रभारी  मनोज द्विवेदी ने उपरोक्त विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बिसाहूलाल सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री रहे हैं। 1980 से वे कांग्रेस के मजबूत,कद्दावर नेता थे। लेकिन कांग्रेस ने पुत्रमोह में पड़कर इतने वरिष्ठ ,अनुभवी नेता को उपेक्षित किया। दो कांग्रेसी विधायकों ने अमरकंटक मे कमलनाथ, दिग्विजय सिंह के सामने उनका भरे मंच से अपमान किया। कांग्रेस जनजातीय समाज के बुजुर्ग ,वरिष्ठ नेता के अपमान के पाप का परिणाम भोग रही है।

भाजपा नेता ने कहा भारतीय जनता पार्टी ने जनजातीय समाज के स्वाभिमान, सम्मान के लिये बिसाहूलाल सिंह को हृदय से सम्मानित करते हुए ना केवल अपने परिवार का अभिन्न अंग बनाया बल्कि आज उन्हे कैबिनेट मंत्री भी बना दिया। भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने से उन कुत्सित लोगों के चेहरे पर थप्पड़ पड़ा है जो उन्हे पीठ पीछे बिकाऊ लाल कह कर अपमानित कर रहे हैं। भाजपा ने यह साबित किया कि वह किसी जनजातीय नेता के स्वाभिमान से खिलवाड़ नहीं होने देगी।

आने वाले दिनों में उप चुनाव होगें, सिंह के साथ भाजपा नेता कार्यकर्ताओं ने एकजुटता का जिस तरह से प्रदर्शन किया है, उससे कांग्रेस की हवाईयां उड रही हैं। उसके पास बिसाहूलाल के टक्कर का एक भी प्रत्याशी खोजे नहीं मिल रहा। इसीलिये कभी वह भाजपा नेताओं के पैर पड़ती है तो कभी किसी अधिकारी पर डोरे डालती है।

अब जबकि अनूपपुर जिले से बिसाहूलाल सिंह को मंत्री बनाया गया है, विपक्ष में भगदड जैसे हालात है। आने वाले समय में भाजपा और अधिक मजबूत होगी। संगठनात्मक मजबूती के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री द्वय राजेन्द्र शुक्ला,संजय पाठक,सांसद हिमाद्री सिंह,चुनाव संचालक एवं प्रदेश उपाध्यक्ष रामलाल रौतेल के साथ बिसाहूलाल सिंह के बेहतरीन समन्वय से जनता में भाजपा के प्रति अच्छा संदेश गया है। आने वाले चुनाव में भाजपा को बड़ी बढ़त के साथ विजय श्री मिलेगी।


 

बुधवार, 1 जुलाई 2020

गरीब बेटी की शादी में नगरवासी बने घराती, समाज ने निभाई पिता की जिम्मेदारी

मंदिर में बजी शहनाई,हर घर से बेटी को मिला उपहार,दिव्यांग युवती से शादी के लिए युवक बना मददगार

अनूपपुर। अभी तक ग्रामीण परिवेश में बेटी की शादी में समाज सहयोग के रूप में सामने आता रहा है। लेकिन अनूपपुर नगरपालिका क्षेत्र में यह पहला मौका है जब बिना पिता की बेटी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार की बेटी की शादी में पूरा नगर मदद के लिए सामने आ गया हो। यहां लोगों को बुलाया नहीं गया, बस मोबाइल पर व्हाट्सएप के माध्यम से एक संवाद भेजी गई, और देखते ही देखते मोहल्लेवासी, व्यापारी संघ, नगरवासीवासी, मढिया मंदिर समिति के लोगों ने शादी की जिम्मेदारी खुद पर सम्भाल ली। सभी ने कहा यह हमारी बेटी है और हम इसकी शादी करेंगे। बुधवार को शादी का अंतिम मुर्हूत्त था, जिसे देखते सभी नगरवासियों ने शादी की तैयारी कर हरेक घर से बेटी के लिए उपहार जुटा लिया। दोपहर मंदिर में शहनाई बजी और शाम को दोनों युवक-युवती माता मढिय़ा माई के समक्ष दाम्पत्य जीवन के डोर में बंध गए। मोहल्लेवासियों, मंदिर समिति, व्यापारी संघ और नगर के गणमान्य लोगों में खुशी का माहौल बना रहा। सभी ने एक सुर में कहा ऐसा मौका जब भी बनेगा हम नगरवासी इस पुण्य से नहीं चुकेंगे।

नगरपालिका वार्ड क्रमांक 2 निवासी दिवंगत शालीग्राम गुप्ता पांच साल पूर्व पत्नी और तीन बेटियों सहित एक पुत्र को छोड़कर परलोक सिधार गए। पत्नी ने अन्य के घरों में काम कर बच्चों का लालन पालन किया। बड़ी पुत्री की शादी किसी प्रकार हो गई। लेकिन पैर से दिव्यांग दूसरी पुत्री पिंकी की शादी के समय परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय बन आई। परिवार शादी के लिए तैयार नहीं था, बावजूद रामपुर गांव से आए वर पक्ष के परिजनों ने 29 जून की शाम युवती देखने बाद शादी के लिए सहमत हो गए। लेकिन शादी के लिए घर में एक पूंजी तक नहीं थी। शाम को ही स्थानीय युवक दीपक शुक्ला ने मोबाइल पर संवाद कर मदद मांगी। और सुबह देखते ही देखते नगरवासी, व्यापारी वर्ग और मोहल्लेवास उमड़ पड़े। सभी ने अपने अपने तरीके से शादी की तैयारी आरम्भ की। बधु पक्ष से परिजन और मोहल्लेवासी, व्यापारी संघ, नगर के गणमान्य लोगों के साथ परिवार के सदस्य शामिल हुए। मढिय़ा मंदिर समिति ने मंदिर में शादी का आयोजन कराया जहां पंडितजी ने विधि विधान से वर-वधु के विवाह की रस्म पूरी की। इस मौके पर नगर के गणमान्य लोगों में महादेव अग्रवाल, महेन्द्र गुप्ता, गौतम केशरवानी, दीपक शुक्ला, हरिओम प्रकाश नामदेव, नरेश मिश्रा, रामचंद्र बजाज, मढिय़ा मंदिर समिति के सदस्य सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

फटकार के बाद मौके में पहुंचा संयुक्त दल, 4 गांव के 175 दावों की जाँच

अनूपपुर। राजस्व, वन एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त दल द्वारा वनाधिकार दावों के सम्बंध मौका परीक्षण 1 जुलाई को एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी के नेतृत्व में किया। इस दौरान जांच दल ने 4 गांव के 175 अपात्र हुए लोगो के आवेदन का निरिक्षण कर दोबारा जांच कर वनाधिकार दावों का निराकरण करने की बात कही।

एसडीएम अनूपपुर ने बताया कि संयुक्त दल में जनपद पंचायत जैतहरी मुख्य कार्यपालन अधिकारी शक्तिपुंज,रेंजर,पटवारी,पंचायत सचिव,रोजगार सहायक एवं बीटगार्ड शमिल रहे। इस दौरान ग्राम गोरसी,गौरेला एवं बैहर के 175 अपात्र हुए वनाधिकार दावों का निरिक्षण का पुन: जांचकरा पट्टे दिये जायेगें।

उल्लेखनीय है कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने समय-सीमा बैठक के दौरान अधिकारियो को इसके लिए जमका फटकार लगाते हुए संयुक्त दल को वनाधिकार दावों के सम्बंध मौका परीक्षण कर किसी भी स्थिति में कोई भी पात्र वनाधिकार पट्टे से वंचित नही होना चाहिए। दावों को निरस्त करने से पूर्व सम्बंधित अधिकारियों का पूर्णतया संतुष्ट होना आवश्यक है। संशय की स्थिति में मौका मुआयना अनिवार्यत: करने के निर्देश दिए गए थे। जिस पर राजस्व, वन एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त दल ने क्षेत्र भ्रमण कर स्थिति का निरिक्षण कर रहे है।

201 स्वास्थ्य दल घर-घर जाकर 15 दिन के अंदर किल कोरोना अभियान मे देगें दस्तक

प्रतिदिन 200 सैम्पल लिए जाने का लक्ष्य,58 सेक्टर अधिकारी करेंगे मॉनिटरिंग

अनूपपुर। कोरोना संक्रमण की ट्रांसमिशन चेन को तोडऩे और आमजनो की सुरक्षा एवं बचाव हेतु अनूपपुर जिले में 1 जुलाई से स्पेशल फीवर स्क्रीनिंग कैम्पेन किल कोरोना प्रारम्भ हुआ। जिसकी शुरूआत पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह के घर से की जहां नॉन कॉन्टैक्ट थर्मामीटर से जांच किया गया।

बुधवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीडी सोनवानी ने बताया कि इस अभियान में सर्वे दल द्वारा घर-घर जाकर बुखार के रोगियों की खोज की जायेगी तथा बुखार के रोगी पाये जाने पर लक्षण के आधार पर उनकी कोविड-19, मलेरिया एवं डेंगू की जांच एवं उपचार के लिए आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।

डॉ सोनवानी ने बताया कि किल कोरोना अभियान में 15 जुलाई तक जिले के हर एक नागरिक की स्वास्थ्य दल द्वारा जाँच की जाएगी। घर-घर जाकर स्वास्थ्य जाँच के लिए 201 दलों का गठन किया गया है। जिनमे से पुष्पराजगढ़  में 63, अनूपपुर 60, कोतमा 46 एवं जैतहरी में 32 स्वास्थ्य दल गठित किए गए हैं। हर दल द्वारा प्रतिदिन लगभग 100 परिवारों (400-500) की स्क्रीनिंग करेंगा। प्रत्येक स्वास्थ्य दल को पर्याप्त सर्वेलेंस उपकरण नॉन कॉन्टैक्ट थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, मास्क, ग्लव्स, अन्य सुरक्षात्मक सामग्री, आवश्यक दवाएँ उपलब्ध करा दी गई हैं। स्वास्थ्य दल में शामिल आशा,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम,एमपीडब्ल्यू,एमपीएस एवं दल के अन्य सदस्य गृह भेंटकर जांच कर सार्थक एप में दर्ज करेगें तथा संभावित रोगियों को स्वास्थ्य संस्थान या फीवर क्लीनिक में रेफर करेंगें। जिले में प्रतिदिन लगभग 200 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल कोरोना जाँच हेतु लिए जाएँगे। इस दौरान स्वास्थ्य दल द्वारा आमजनो को कोरोना सहित, मलेरिया,डेंगू एवं अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव हेतु जागरुक करने का कार्य भी किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अभियान के क्रियान्वयन के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मिलिंद नागदेवे द्वारा 58 सेक्टर अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। सेक्टर अधिकारी दैनिक रूप से सम्बंधित क्षेत्र में अभियान के क्रियान्वयन की मॉनिटरिंग करेंगे।

चचाई से बकेली सोन नदी पुल का कार्य 3 साल से अधर में बारिश में नाव का सहारा

अनूपपुर। चचाई से बकेली गांव को जोडऩे वाला सोन नदी में पुल निर्माण की स्वीकृति 2017 में मिली थी। 3 वर्ष बीत गए लेकिन पुल बनाने का कार्य अभी आधा भी नहीं हो सका है। पुल के निर्माण में हो रही लेटलतीफी के चलते ग्रामीणों को नाव या फिर जान जोखिम में डालते कर नदी पार करना होता है। पुल न बनने से स्कूली विद्यार्थी और चचाई प्लांट में काम करने वाले मजदूरो को सबसे अधिक परेशानियो का समाना करना पड़ता है।

जैतहरी विकासखंड के चचाई ग्राम से सोन नदी में बाबा कुटी से बकेली गांव को जोडऩे वाले पुल निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी ब्रिज कारपोरेशन को स्वीकृति 2017 में मिली। 3 वर्ष बीत गए लेकिन पुल बनाने का कार्य अभी आधा भी नहीं हो सका है।

जनदर्शन यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जब चचाई आए थे तब क्षेत्र के नागरिकों ने सोन नदी पुल बनाए जाने की मांग रखी थी। जिस पर उन्होंने घोषणा की थी। निर्माण की राशि 469 लाख रुपए शासन ने मंजूर की और इस कार्य का टेंडर अमफा इंफ्रास्ट्रक्चर न्यू दिल्ली को मिला। पुल बनाने का कार्य आदेश 9 मार्च 2017 को जारी हुआ था और 8 मई 2019 पुल बनाने की तारीख निर्धारित की गई थी। एक वर्ष का समय और लग गया लेकिन पुल का काम अभी अधूरा पड़ा है। बताया गया कि जिस एजेंसी को पहले टेंडर दिया गया था, उसने कार्य बीच में छोड़ दिया। अब दूसरी एजेंसी इस कार्य को कर रही है। लेकिन कार्य में गति नहीं आ पा रही है।

पुल निर्माण के बाद अनूपपुर और कोतमा मार्ग सहित केशवाही जाने का मुख्य मार्ग राहगीरों के लिए नजदीक होगा। साथ ही नदी के दूसरी तरफ बकेली, खाड़ा, मानपुर, बरबसपुर, पौड़ी जैसे गांव के लोग सबसे अधिक लाभान्वित होंगे। जहां ग्रामीण मजदूर जो कि चचाई पावर प्लांट में मजदूरी करने आते हैं, उन्हें पुल के अभाव में कई बार नदी के पानी को पार करके आना पड़ता है। इसी तरह नदी किनारे गांव के स्कूली छात्र-छात्राएं चचाई हायर सेकंडरी स्कूल में पढऩे आते हैं। उन्हें वर्षा काल में आने-जाने काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। नदी पार कर गांव से चचाई की तरफ आने वाले ग्रामीणों को बारिश के दिनों में नाव का सहारा लेना पड़ता है। एक बार का करीब 20 रुपये देने पड़ते हैं। कई बार नाव बंद रहने के कारण मजदूरों, दूध विक्रेताओं और स्कूली छात्रों को 20 किमी अनूपपुर होकर चचाई आना पड़ता है।

210 मीटर लंबा पुल ठेका एजेंसी ने नदी के दोनों किनारों पर पुल बनाने का काम शुरू कर दिया है। नदी में पुल बनने से नदी किनारे स्थित गांव का विकास तेजी से होगा लोगों को रोजगार मिलेंगे और एक स्थान से दूसरे स्थान आने जाने की सहूलियत होगी। पुल बनाए जाने की मांग वर्षों से क्षेत्र के नागरिक करते आ रहे थे लेकिन अब पुल निर्माण में हो रही देरी से हर वर्षाकाल में लोगों को नदी से उस पार जाने की समस्या अब भी बनी हुई है। नदी के बीच का पूरा हिस्सा अभी शेष है। रास्ता निर्माण कार्य धीमी गति से हो रहा है। बताया गया कि सेतु निर्माण विभाग के अधिकारी शहडोल से इस कार्य की निगरानी रख रहे हैं जो नियमित रूप से यहां नहीं आते। इसके कारण पुल निर्माण कार्य में विलंब होता चला जा रहा है।

कोरोना संक्रमण काल में विद्युत बिल राहत से कोई पात्र न हों वंचित- वी किरण गोपाल

प्रीमानसून डीटीआर मेंटेनन्स की देरी पर लगाई फटकार
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प्रबंध संचालक मप्रपूक्षविवि ने की समीक्षा

अनूपपुर। कोरोना संक्रमण काल में विभिन्न श्रेणा के विद्युत उपभोक्ताओं को शासन द्वारा बिल में दी जा रही राहत कि उपभोक्ताओं को योजनाओं के सम्बंध में जानकारी दें, ताकि वे प्राप्त लाभ के प्रति जागरुक हों। कोई भी पात्र योजनांतर्गत लाभ से वंचित न हो, यह सुनिश्चित करें। मीटर रीडिंग, बिल वसूली के कार्य की प्रगति, विद्युत बिल सम्बंधी समस्याओं के निराकरण हेतु शिविर लगाकर योजनाबद्ध तरीके से निराकरण करें। बुधवार को मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक वी किरण गोपाल ने अनूपपुर जिले में विद्युत आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा के दौरान विद्युत अधिकारियो को निर्देश दिये।

उन्होने अनप्लांड ट्रिपिंग पर नाराजगी व्यक्त करते हुए  सम्बंधित समस्याओं को चिह्नांकित करते हुए त्वरित सुधार कार्यवाही करने के निर्देश दिए। अधोसंरचना सम्बंधी समस्याएँ पर तुरंत अपेक्षित कार्यवाही करें। किसी भी स्थिति में विद्युत सप्लाई में संरचनात्मक अवरोध को स्वीकार नही किया जाएगा।

फीडर वाईज विद्युत आपूर्ति की समीक्षा के दौरान सभी जेई को यह निर्देशित किया कि सप्ताह में कम से कम 2 बार सम्बंधित सब स्टेशन में भ्रमण कर समस्याओं का पूर्व चिन्हांकन कर आपूर्ति में किसी भी प्रकार का बड़ा व्यवधान उत्पन्न होने के पूर्व उनका निराकरण करें। प्रीमानसून मेंटेनन्स की समीक्षा के दौरान डीटीआर मेंटेनन्स कार्य की प्रगति पर डाट पिलाई और इसे शीघ्र ही पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा संरचनात्मक समस्याओं से प्रबंध संचालक को अवगत कराया गया जिस पर प्रबंध संचालक ने शीघ्र आवश्यक सहयोग प्रदान करने की बात कही।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने बैठक में उपस्थित विद्युत विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा किसी भी स्थिति में बिना पूर्व सूचना के मेंटेनन्स कार्य नही किया जाय। अपरिहार्य कारणो से यदि विद्युत आपूर्ति में बाधा आती है तो उसका समयबद्ध तरीके से निराकरण करें। यदि रिपेयर कार्य में अधिक समय लगने की सम्भावना है तो आमजनो/उपभोक्ताओं को सूचित करें। शासन की मंशानुसार घरेलू उपभोक्ताओं को 24 घंटे विद्युत सप्लाई सुनिश्चित करने हेतु सदैव प्रयासरत रहें। खरीफ को देखते हुए कृषि फीडर की स्थिति अभी से दुरुस्त कर लें। कृषि कार्य में विद्युत उपलब्धता की वजह से व्यवधान नही आना चाहिए। विद्युत सप्लाई सम्बंधी शिकायतों एवं बिल सम्बंधी शिकायतों का शीघ्रता से समाधान किया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्य अभियंता केके अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता सीपी सिंह, कार्यपालन अभियंता (एसटीएम) आरके सोनी, कार्यपालन अभियंता अनूपपुर बीके द्विवेदी सहित विद्युत विभाग के स्थानीय अधिकारी उपस्थित रहे।

भाकपा ने पेट्रोलियम पर्दाथो की बढ़ती कीमत के खिलाफ प्रदर्शन कर तहसीलदार को ज्ञापन दिया

अनूपपुर
। देश में डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतो के खिलाफ बुधवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी वामपंथियों के आवाहन पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कोतमा ने प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम तहसीलदार कोतमा को ज्ञापन सौंपा।

भाकपा ने दिये गये ज्ञापन में कहा डीजल पेट्रोल की कीमतो पर शीध्र लगाम लगाने, बढ़ती महंगाई, आंगनबाड़ी सहायिका की दुर्दशा, प्रवासी मजदूरों के साथ भेदभाव , किसानों को खाद और बीज, महिला उत्पीडऩ, बढ़ती बेरोजगारी के साथ 2 से 4 जुलाई तक कोयला खदान में राष्ट्रव्यापी आंदोलन के समर्थन किया। 

उन्होने कहा जब देश में बेरोजगारी चरम पर है किसान और मजदूर आर्थिक तंगी की हालत से गुजर रहे हैं और छोटे व्यापारियों के भी हालत अच्छी नहीं है अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम हो गई तो फिर भारत में डीजल और पेट्रोल की कीमत बढऩे का कारण पूछा। भाजपा सरकार 2014 के पहले छाती पीट-पीटकर के और सरकार को कोषती थी। आज वही सरकार लगातार डीजल और पेट्रोल की कीमत पर बढ़ोतरी कर रही है।

इस दौरान भाकपा राज्य परिषद के सदस्य का. विनोद ओगरे, जिला सचिव संतोष केवट, विधानसभा परिषद के सदस्य भाग्वेन्द्र तिवारी,भारतीय महिला फेडरेशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष निशा मिश्रा, गीता विश्वकर्मा,सुषमा कैथल सहित कार्यकर्ता शामिल रहे। 


सोते समय जहरीला कीड़ा काटने से युवती की मौत,परिवार में पसरा मातम

  अनूपपुर । कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत ग्राम बरबसपुर निवासी युवती को गुरुवार एवं शुक्रवार रात्रि सो रही थी सुबह जहरीले कीड़े ने हाथ की को...