अनूपपुर। मध्यप्रदेश में मौसम के तीखे तेवर हैं। प्रदेश के कई जिलों मे पारा
47 डिग्री से अधिक का सितम है। ऐसे में शहरों में लॉकडाउन की तरह नजारा दिखाई दे
रहा है। अनूपपुर जिले का हाल कुछ ऐसा ही है। मंगलवार को जिले का पारा दोपहर 2 बजे से
4.45 बजे तक 44 से 45 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं धार्मिक नगरी अमरकंटक में नौतपा के
चौथे दिन जमकर तपा और पारा 41 से ऊपर पहुंच गया।
नौतपा का तापमान लगातार बढ़ रहा हैं अनूपपुर
में चौथे दिन का तापमान 44-45 डिग्री तक पहुंच गया लोग नवतपा के ताप से बचने के
लिए घरों में दुबके रहें। तेज धूप और लू की वजह से अनूपपुर में सेल्फ लॉकडाउन की
स्थिति है। हालात यह है कि लोगों ने अपने घरों से निकलना बंद कर दिया है। शहर की
सड़कों के साथ-साथ बाजार में भी सन्नाटा पसरा रहा है। वहीं, ग्राहक नहीं होने के कारण भी बाजार की अधिकतर दुकानों के शटर दोपहर
12 बजे से 5 बजे तक गिरे रहें, जिसकी वजह से अघोषित लॉकडाउन सा नजारा सड़कों पर देखा गया।
ऐसा ही नाजरा पवित्र नगरी अमरकंटक में
देखने को मिला जहां
का पारा 41 डिग्री तक पहुंच गया। जहां का मौसम सदाबहार
होता था वहां भी नवतपा की तपिस ने लोगो को जमकर तपाया। जहां पर्यटक और श्रद्धालू पूरी
दोपहर अपने-अपने स्थानों पर दुबके रहें, अमरकंटक के लोगोने बताया कि यह पहली बार हैं कि अमरकंटक तप रहा हैं।
कारण पहले पूरे क्षेत्र में बडे-बडे पेड़ धूप से बचाते थे अब कंक्ररीट के जंगल खडे
होने से तापमान में बढ़ोत्तरी हुई हैं। कुछ बर्ष पूर्व सालबोरर के नाम पर काटे गये
करोड़ों पेड़ का नतीजा हैं यह भीषण गर्मी।
बताया जा रहा है कि बीते कुछ सालों मे
अनूपपुर के लोगों ने ऐसी गर्मी नहीं देखी है। नौतपा की ताप से बचने के लिए लोगों
घरों में दुबक गए हैं। धूप और लू की वजह से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अभी राहत की उम्मीद भी कम है। आने वाले कुछ
दिनों तक मौसम का हाल यहां ऐसा ही रहेगा। इसके साथ ही प्रशासन ने भी लू बचने को
लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं। डॉ. साकेत कौशिक का कहना है कि सबसे अधिक
डिहाइड्रेशन के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में पेय पदार्थों का इस्तेमाल ज्यादा
करें। बाहर निकलने से पहले खूब पानी पीए, साथ ही जरूरी होने पर ही घरों से बाहर जाएं।
जिले में प्रचंड गर्मी और तेज धूप ने
लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। तेज धूप व उमस भरी गर्मी से आमजन बेहाल
हैं। चिलचिलाती धूप में तप रही सड़कों पर चलना दूभर हो गया है। गर्मी से बचने लोग
तरह-तरह के जतन करते देखे जा रहे हैं। गमछा व दुपट्टा बांधकर लोग सड़कों पर नजर आ
रहे हैं। सूरज की तमतमाती किरणों से जनजीवन बेहाल हो गया हैं। डॉक्टर भी हर किसी
को घर से निकलने से पहले पानी लेकर चलने की सलाह दे रहे हैं। जगह-जगह तरल पेय
पदार्थ व जूस के ठेले लगने लगे हैं। वहीं चिलचलाती धूप में सड़क पर लगे हरे पेड़
ही लोगों को सुकून और राहत देने का एकमात्र सहारा बने हुए हैं। दोपहर में ऑटो
रिक्शा चालक, फुटकर सब्जी
विक्रेता, गन्ना जूस, आइसक्रीम के ठेले सहित टोपी चश्मा व अन्य छोटी-छोटी दुकानें लगाने
के लिए लोग पेड़ की छाव का सहारा ले रहे हैं। इधर शहर के कई ऐसे भी स्पॉट हैं, जहां विकास के नाम पर दर्जनों वृक्षों को काट दिया गया और दोबारा पौधरोपण नहीं किया
गया। अब यहां पूरी तरह हरियाली गायब है। सड़क पूरी तरह तपी हुई हैं। मंगलवार को 44-45
डिग्री तापमान रहा।
चिकित्सकिय सलाह
कड़ी धूप क साथ हा उमस भरी गर्मी से
बचने के लिए बड़ों व बजुर्गों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। जरूरी हो तभी घर
से बाहर निकलें, सिर व चहरे को गमछे
से ढक लें, फल जूस व तरल
पदार्थ का सेवन करें, खाने में खीरा, ककड़ी, तरबूज का अधिक से
अधिक उपयोग करें। लू लगने पर शरीर में दर्द, बुखार, उल्टी आना जैसी
दिक्कतें होती हैं। ऐसा होने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह से उपचार शुरू करें।
नौतपा के पहले दिन का तापमान 25 मई 39-41
डिग्री, 26 मई 40-41 डिग्री, 27 मई 42-43 डिग्री एवं 28 मई 44-45 डिग्री रहा।
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