अंधी हत्या का 48 घंटे के अंदर पुलिस ने किया खुलासा
अनूपपुर।
राजेन्द्रग्राम थाना अंतर्गत ग्राम शिवरी चंदास में 12 फरवरी को 48 वर्षीय अधेड़
का धड़ उसके सिर से अलग कर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने भीमसेन परस्ते को
गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर मामले को विवेचना में
लिया है।, भीमसेन ने अंधविश्वास में फंस कर मृतक
से झाड़ फूंक कराने से पूरे परिवार में परेशानी आ गई थी, जिसके कारण भीमसेन परस्ते ने इसका जिम्मेदार राघुवर सिंह आयाम को
मानते हुए उसकी हत्या कर दी।
यह था मामला
ग्राम शिवरीचंदास
में सोमवार 12 फरवरी को सरपंच द्वारा गांव के पूर्व सरपंच राजू सिंह गोड़ के खेत
में रघुवर सिंह आयाम पिता स्व. भद्दू सिंह उम्र 48 वर्ष का शव ग्रामीणों द्वारा
देखा गया, धारदार हथियार से मृतक का सिर उसके
धड़ से अलग कर दिया गया था। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस घटना स्थल का निरीक्षण
कर वरिष्ठ अधिकारियों सहित एफएसल टीम एवं पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए
गांव के लोगो से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि मृतक और भीमसेन आखिरी बार दिखे थे। परिजनों
एवं ग्रामीणों ने बताया कि मृतक खेती किसानी के साथ ही झाड़-फूंक का काम करता था।
इस दौरान 14 वर्षीय नाबालिग ने बताया कि उसने मृतक रघुवर सिंह को गांव के ही
भीमसेन परस्ते के साथ दुकान में आकर नारियल व अगरबत्ती लेना तथा उसके उपरांत दोनो
को साथ में जाना बताया। इसी समय मृतक को आखिरी बार देखा गया था, जिसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर भीमसेन परस्ते से पूछताछ पर
हत्या करना स्वीकार किया। अंधी हत्या का खुलासा करने पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने
14 वर्षीय बालक को 30 हजार रूपए की ईनाम की राशि प्रदान करने की बात कही।
राजेन्द्रग्राम
थाना प्रभारी प्रवीण साहू ने बताया कि भीमसेन परस्ते ने बताया कि 9 फरवरी शुक्रवार
को मृतक रघुवर सिंह को लगभग 4.30 बजे के लगभग पूर्व सरपंच राजू सिंह के खेत में
झाड़ फूंक के उद्देश्य से ले गया था। जहां टंगिया से सिर पर तब तक वार किया जब तक
की उसका सिर उसके धड़ से अलग नही हो गया। इसके बाद रघुवर की पहचान ना हो इसके लिए
उसके चेहरे पर पत्थर पटककर उसका पूरा चेहरा खराब कर दिया और उसके जेब से आधारकार्ड
और मोबाईल, पत्थर तथा टंगिया लेकर अनूपपुर रोड की
तरफ भागा और कुछ ही दूरी पर रक्त रंजित पत्थर फेंक दिया और टंगिया लेकर मैं अपने
घर में छिपाकर दिया और पहने हुये कपड़े, रघुवर का मोबाईल और
आधारकार्ड छिपाकर रख दिया।
अंधविश्वास में आकर
की थी हत्या
आरोपित ने बताया कि
बीते 6 माह से मेरी पत्नी से मेरी अक्सर लड़ाई झगड़ा होता था और मेरे दोनों बच्चों
की तबियत भी खराब रहती थी, जिसके लिये मैं रघुवर सिंह से झाड़
फूंक कराता था। इसके बाद भी मेरी पत्नी करीब 3 माह पहले मुझे छोड़कर अपने मायके
चली गई और बच्चे वैसे ही बीमार रहते और परेशानी बढ़ गई। मुझे लगा कि रघुवर सिंह की
झाड़ फूंक के कारण ही मेरे घर में परेशानी आ रही है। तब रघुवर सिंह को मारने का
प्लान बनाया, जिसमें झाड़ फूंक का बोलकर उसे पूर्व
उपसरपंच राजू सिंह के खेत में रोककर झाड़ फूंक का सामान लेने अपने घर गया। जहां से
टंगिया लेकर आया, तब तक रघुवर आयाम वहीं पर खड़ा था, जहां मैने अचानक उसपर टंगिया से हमला कर उसकी हत्या कर दिया।
आरोपित द्वारा
हत्या स्वीकार करने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए घटना में प्रयुक्त
हथियार टंगिया, पत्थर, घटना के दौरान आरोपी के पहने कपड़े एवं घटनास्थल से जप्तसुदा
सामग्री को जप्त कर डीएनए जांच के लिए एफएसएल सागर भेजा गया है। इसके साथ ही अंधी
हत्या का खुलासा करने पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक द्वारा 14 वर्षीय नाबालिग बालक
को 30 हजार रूपए की ईनाम की राशि प्रदान करने की बात कही गई, जिसके कारण इस अंधी हत्या को सुलझाने में पुलिस को सहायता मिल सकी
है।
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