मामला: खनिज मद से स्वीकृत हुए विद्यालयों के नवीन भवन निर्माण में रिश्वतखोरी का, 8 विद्यालयों मैनेजमेंट कमेटी ने दर्ज कराई थी शिकायत
\अनूपपुर। जिला शिक्षा केन्द्र एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहा है। इस बार मामला सर्व शिक्षा अभियान के उपयंत्री सुभाष मिश्रा पर नवीन विद्यालय भवन, अतिरिक्त कक्ष एवं विद्यालयों के मेंटनेंस के नाम पर 15 प्रतिशत कमीशन जिला स्तर के अधिकारियों के नाम पर वसूला जा रहा है। रिश्वतखोरी वा भ्रष्टाचार के इस मामले में जिला परियोजना समन्वयक पर भी तलवार लटक गई है। जिन्होने उपयंत्री सुभाष मिश्रा को ज्यादा काम दिलवाने के लिए कलेक्टर को भ्रमित कर नए भवनों को भी जीर्णशीर्ण दिखाकर भ्रामक जानकारी प्रस्तुत करते हुए कार्य स्वीकृत कराने के आरोप है।
सर्व शिक्षा अभियान
अंतर्गत आने वाले विद्यालयों के लिए नवीन भवन, अतिरिक्त कक्ष एवं
भवनों के मेंटनेंस के नाम से कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने खनिज मद से 69 कार्यो को
स्वीकृत किया था, जिसमें पुष्पराजगढ़ जनपद में 55 कार्य
शामिल है तथा 37 कार्य अकेले उपयंत्री सुभाष मिश्रा के पास है। प्रत्येक कार्य के
लिए 14 लाख 60 हजार रूपए स्वीकृत हुए थे। लेकिन उपयंत्री द्वारा उक्त निर्माण
कार्य के लिए जिला स्तर के अधिकारियों को 15 प्रतिशत हिस्सा देने के नाम से वसूली
की जा रही है। इतना ही नही वर्ष 2017 में भी खनिज मद से पुष्पराजगढ़ में कई कार्य
स्वीकृत हुए थे, जो बीते 7 वर्षो बाद भी आज दिनाक तक
पूर्ण नही हो सके है।
15 प्रतिशत कमीशन
मांगने पर हुई शिकायत
जनपद पुष्पराजगढ़
में नवीन विद्यालय भवन निर्माण कार्य, अतिरिक्त कक्ष एवं
विद्यालय भवन के मेंटनेंस के नाम पर सर्व शिक्षा अभियान के उपयंत्री सुभाष मिश्रा
द्वारा 15 प्रतिशत कमीशन की मांग किए जाने का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत सदस्य
भुवनेश्वरी सिंह ने कलेक्टर से करते हुए उपयंत्री के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए
जाने एवं एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की है। शिकायत में बताया गया कि उपयंत्री
द्वारा उक्त कार्यो की अगली किश्त जारी करने के लिए जिला स्तर के अधिकारियों को
हिस्सा पहुंचाये जाने एवं हिस्सा नही देने पर अगली किश्त जारी होने की धमकी देते
हुए शिक्षकों से पैसा लिया गया है। इसके साथ ही उपयंत्री द्वारा सामग्री परीक्षण
के नाम पर भी सभी विद्यालयों से 10-10 हजार रूपए लिए है। इन विद्यालयों से वसूले
रिश्वत के पैसे पूरे मामले में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) के अध्यक्ष वा सचिव
द्वारा भवन निर्माण कार्य में अनियमित तरीके से पैसा वसूली किए जाने की लिखित
शिकायत जिला शिक्षा केन्द्र अनूपपुर के जिला परियोजना समन्वयक हेमंत खैरवार से की
गई थी, जिसमें उपयंत्री सुभाष मिश्रा पर 15
प्रतिशत की दर से पैसा मांगने तथा धमकी देकर प्रथम किश्त का रूपए लिए जाने का आरोप
लगाये थे, जिसमें उपयंत्री सुभाष मिश्रा द्वारा
प्राथमिक विद्यालय बालक दमेहड़ी से 10 अगस्त 2023 को चेक क्रमांक 319608 के माध्यम
से 40 हजार, चेक क्रमांक 319609 से 20 हजार कुल 60
हजार, प्राथमिक विद्यालय नर्मदाटोला नंबर 2
से 29 अगस्त 2023 को चेक क्रमांक 303842 से 40 हजार, चेक क्रमांक 303841 से 20 हजार कुल 60 हजार, प्राथमिक विद्यालय गुट्टीपारा से 10 अगस्त 2023 को चेक क्रमांक
360867 से 40 हजार एवं चेक क्रमांक 360868 से 40 हजार तथा 5 हजार कुल 65 हजार, प्राथमिक विद्यालय लमसरई से चेक क्रमांक 785052 से 40 हजार, चेक क्रमांक 785053 में 20 हजार, चेक क्रमांक 785062
से 60 हजार कुल 1 लाख 20 हजार रूपए इसी तरह से प्राथमिक विद्यालय ठाढ़पाथर से कुल 1 लाख 21 हजार एवं प्राथमिक विद्यालय
घोचवानटोला से 6 सितम्बर 2023 को 35 हजार रूपए लिया गया है। किस फाईल में डीपीसी ने दबा दी एसएमसी कमेटी की
शिकायत भ्रष्टाचार वा रिश्वतखोरी के मामले में 8 विद्यालयों के स्कूल मैनेजमेंट
कमेटी द्वारा विद्यालय के नवीन भवन निर्माण में उपयंत्री सुभाष मिश्रा द्वारा
कमीशन के नाम पर 4 लाख से अधिक की राशि वसूली करने की शिकायत जिला शिक्षा केन्द्र
अनूपपुर के जिला परियोजना समन्वयक हेमंत खैरवार से की थी, लेकिन पूरे मामले को जिला परियोजना समन्वयक ने नजरअंदाज कर दिया
गया और उक्त शिकायत की फाइल को ऐसी जगह दबा दी, जिससे फाइल बाहर ही
नही निकल सके। जिस शिकायत को माध्यम बनाकर जिला पंचायत सदस्य भुवनेश्वरी सिंह ने
कलेक्टर से करते हुए जांच की मांग की गई है।
भ्रष्टाचार के कंठ
तक डूबा है डीपीसी कार्यालय पूरे मामले में जहां जिला शिक्षा केन्द्र कार्यालय
अनूपपुर (डीपीसी) के नए नए मामले सामने आते रहे है। वहीं अब इस कार्यालय में
भ्रष्टाचार वा रिश्वतखोरी का मामला भी जुड़ गया है। लेकिन इस कार्यालय से
भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए जिला परियोजना समन्वयक हेमंत खैरवार को कलेक्टर
द्वारा कई बार फटकार तक लगाई है, लेकिन जिला
परियोजना अधिकारी हेमंत खैरवार द्वारा अपने पूरे कार्यालय को भ्रष्टाचार के कंठ तक
डूबो कर बेड़ागर्ग करते हुए अपना बेड़ापार लगाने में लगे हुए है।
इनका कहना है
पूरे मामले की जांच
संयुक्त कलेक्टर को दी गई है, जांच प्रक्रिया चल रही है।
तन्मय वशिष्ठ शर्मा, सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर
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