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मंगलवार, 27 अप्रैल 2021

वेल्स्पन को विद्युत उत्पादन हेतु 1300 एकड़ भूमि अधिग्रहण,नौ साल बाद भी बंजर पड़ा स्थान



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गांव के 243 किसानों से कंपनी ने किया था भू-अर्जन,1320 मेगावाट क्षमता होता विद्युत उत्पादन

अनूपपुर। नौ वर्ष पूर्व प्रदेश सरकार ने विद्युत परियोजना के लिए कोतमा जनपद पंचायत के पांच गांवों के ग्रामीणों के लिए रोजगार के लिए को वर्ष 2012 में 1320 मेगावाट विद्युत क्षमता के पावर प्लांट स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण कर वेल्स्पन पावर एनर्जी सौंपा। जिससे ग्राम पंचायत मंटोलिया के ग्राम उमरदा में प्रस्तावित पावर एनर्जी प्रारभ्भ हो सकें। इसके लिए 5 गांव के किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई थी। लेकिन 9 वर्ष बीतने के बाद भी अब तक प्लांट की न तो बिल्डिंग ही बन सकी और ना ही संयंत्र स्थापित हो सके है। जमीन अधिग्रण के दौरान कंपनी ने परिसर की सुरक्षा के लिए बाउंड्रीबॉल को खड़ा किया था। लेकिन अब ये बाउंड्रीबॉल भी जगह जगह से क्षतिग्रस्त होकर धराशायी होने लगे हैं।

प्लांट स्थापना के बाद ग्रामीणों में बड़ी रोजगार की आस जगी थी, जिसमें जिले में उद्योग के साथ रोजगार के भी अवसर नजर आ रहे थे। लेकिन इस आस के नौ साल बीत गए। इस परियोजना से प्रभावित किसानों की माली हालत होकर बिगड़ती जा रही है। जिसको लेकर प्रशासन के द्वारा भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बताया जाता है कि वेलस्पन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा कोतमा जनपद के ग्राम मझौली, मनटोलिया, छतई, उमरदा, तरसिली के 243 किसानों से1300 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया था। जिसमें कंपनी द्वारा 660-660 की दो यूनिट स्थापित करते हुए 1320 मेगावाट क्षमता की बिजली उत्पादित की जाती। भूमि अधिग्रहण को 9 वर्ष बीत चुके हैं। बताया जाता है कि वर्ष 2012 में पर्यावरण अनुमति मिलने के बाद कंपनी के द्वारा पावर प्लांट स्थापना के नाम पर सिर्फ अधिग्रहित भूमि का बाउंड्रीवॉल किया गया है।

मुआवजा राशि खत्म अब कैसे हो गुजारा

ग्राम छतई के किसान राम प्रकाश केवट ने बताया कि भूमि अधिग्रहण में मिली मुआवजा सभी किसानों के पास खत्म हो चुकी है। और रोजगार न मिलने से किसानों के भूखों मरने की स्थिति निर्मित हो चुकी है। भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसान छतई निवासी गेंदालाल केवट बताते हैं कि पिछले 9 वर्ष से स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों से रोजगार दिलाने तथा कंपनी प्रारंभ किए जाने की मांग को लेकर विनती कर चुके हैं। लेकिन अब तक किसी के द्वारा इस संबंध में कोई सहायता नहीं की गई है। जब कभी कंपनी के अधिकारी आते हैं तो उनके द्वारा यह कहा जाता है कि अभी कोल ब्लॉक का आवंटन नहीं हुआ है यह कहते हुए 9 वर्ष का समय बीत चुका है।

बॉक्स: कोल ब्लॉक के आवंटन के बाद जगी थी उम्मीद

वर्ष 2016 के दौरान कंपनी को कोल आवंटन की अनुमति मिल गई थी, जिसके बाद कंपनी के अधिकारियों ने जल्द ही उद्योग को स्थापित करने ग्रामीणों और प्रशासन को आश्वासन दिया था। लेकिन इसके बाद पुन: कंपनी उद्योग स्थापित से अचानक गायब हो गई। माना जाता है कि अगर यहां पावर प्लांट स्थापित होता तो हजारों युवाओं व ग्रामीणों को रोजगार के अवसर मिलते।

मंदिर रहें सूने,लोगों घरों में मनाया पवन पुत्र का प्राक्टोत्सव,कोराना से निजात के लिए की प्रार्थना


मंदिर रहें सूने,
लोगों घरों में मनाया पवन पुत्र का प्राक्टोत्सव,कोराना से निजात के लिए की प्रार्थना

अनूपपुर। वैश्विक महामारी एवं करोना कफ्र्यू के कारण जिलें में कलयुग के भगवान हनुमानजी का प्राकट्य उत्सव मंगलवार को मंदिरों में सीमित भक्तों ने श्राद्घ और भक्ति के साथ मनाया। जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित कोतमा, अमरकंटक, पुष्पराजगढ़, बिजुरी, भालूमाड़ा, जैतहरी, चचाई में कोरोना नियमों का पालन करतें अपने-अपनें घरों में श्राद्घ भक्ति सहित पूजा अर्चना कर वैश्विक महामारी से शीघ्र निजात के लिए प्रार्थना की।


जिला मुख्यालय अनूपपुर में विभिन्न मंदिरों में विराजे पवन पुत्र हनुमान की पूजा पूरे विधी विधान से की गई। समातपुर में पाड़व काल के मंदिर में कोरोना के कारण भक्तों की भीड़ नहीं रहीं फिर भी कुछ लोगो ने शीश नवाया, इसके अलावा रजहा,दुल्हा,अमहाई तलाब एवं रेल्वे स्थित प्रचीन मंदिरों के साथ इंदिरा तिराहें और अन्य मंदिरों में स्थापित बजरंगबली की विधी विधान से प्राकट्य उत्सव मनाया  गया।

पवित्र नगरी अमरकंटक में मध्य कलयुग के भगवान हनुमान जी का प्राकट्य उत्सव के रूप में सीमित भक्तों विधि विधान से श्री हनुमानजी से सारे संसार में कोविड-19 से मुक्ति की प्रार्थना की गई। अमरकंटक के मंदिरों आश्रमों में मनाया गया। श्री मार्कंडेय आश्रम में विराजे बजरंगबली से सब ने प्रार्थना की देश वह पूरे विश्व को कोविड-19 के महामारी से मुक्ति प्रदान दें। पुष्पराजगढ़ के धरहरकलां में स्वम-भू हनुमान जी की विधी विधान से पूजा अर्चना की गई। बिजुरी कुरजा गांव के लंगड़ा दादा के नाम से प्रसिद्घ हनुमान मंदिर में पुजारी सहित कुछ लोगो ने पूजा अर्चना महामारी से मुक्त के लिए अराधना की। दूर-दूर तक प्रसिद्घ बरंगवा के हनुमानजी के द्वार में भक्तों ने माथा टेका।

 

सोमवार, 26 अप्रैल 2021

अनूपपुर में 257 मिलें नये कोरोना संक्रमित, 195 हुए स्वास्थ्य


अनूपपुर
। वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण का प्रभाव नगर होते हुए अब ग्रामों की तरफ बढ़ रहा हैं। सोमवार को 257 नये संक्रमित मिलें वहीं 195 ने इसे मात देकर वापस घरों को लौट गयें। दो की मृत्यु हो गई।

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को प्राप्त 787 रिपोर्ट में 257 नये व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने, सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क में लेने की कार्यवाही की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 4935 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं 195 स्वस्थ होकर रवाना हुए। वर्तमान में सक्रिय 813 है। अब तक 4087 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं आज दो की मृत्यु होने कुल 35 की मौत हो गई।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला  

मेडिकल कॉलेज ने अनूपपुर के मरीजों के लिए बंद किया रास्ता,पांच दिन से रेफर नहीं हुए कोविड मरीज


सिटी स्कैन की कमी खली,
गम्भीर मरीजों की नहीं हो रही जांच

अनूपपुर। जिले में कोरोना संक्रमितों के लगातार बढ़ते आंकड़ों के बाद गम्भीर मरीजों के शहडोल रेफर पर अप्रत्यक्ष मनाही हो गई है। जिसके कारण पिछले चार दिनों से अनूपपुर जिले से एक भी गम्भीर मामले रेफर नहीं किए गए हैं। यहां लगभग 55 गम्भीर मरीजों का इलाज जारी है। जिसमें जिला चिकित्सालय कोविड आइसोलेशन वार्ड में 35 तथा शासकीय कन्या शिक्षा परिसर में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में 20 मरीजों का इलाज जारी है। हालांकि अभी तक किसी भी गम्भीर कोविड मरीज की मौत का मामला इलाज के दौरान ऑक्सीजन या दवाई के अभाव में होना सामने नहीं आया है। 23 अप्रैल को दो संक्रमित मरीजों को बॉड डेड हालत में लाया गया था, जिसपर भी चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर दोबारा जान फूंकने के प्रयास किए थे। लेकिन अनूपपुर कोविड आइसोलेशन वार्ड और कोविड केयर सेंटर में इलाजरत मरीजों के लिए सिटी स्कैन की सुविधा नहीं मिलने से उनके इलाज प्रभावित हो रहे हैं। यहां के दोनों सेंटरों में कार्यरत चिकित्सक बिना वास्तविक मरीजों की गम्भीरता असमंजस्यता की स्थिति में इलाज कर रहे हैं।

चिकित्सकों का मानना है कि अगर सिटी स्कैन की सुविधा होती तो मरीजों का इलाज और बेहतर और फ्री हैंड में हो सकता है। इससे पूर्व पीएस खनिज और कोविड प्रभारी भोपाल ने जिला चिकित्सालय में कोविड तैयारियों का जायजा लेते हुए चिकित्सकों की कमी और कोविड मरीजों की जांच में सिटी स्कैन की व्यवस्था नहीं होने पर गम्भीर मरीजों को तत्काल शहडोल रेफर करने के निर्देश दिए थे, ताकि ऐसे मरीजों को तत्काल जांच कर इलाज किया जा सके। लेकिन शहडोल में अचानक बढ़े मरीजों की संख्या और ऑक्सीजन की कमी पर अब मेडिकल कॉलेज ने भी अपने जिले के मरीजों के लिए भी नो इंट्री की सूचना भी चस्पा करवा दी है।

मरीजों की वास्तविक स्थिति से अंजान

जिला चिकित्सालय या जिले में सिटी स्कैन सेंटर के अभाव में कोरोना संक्रमित मरीजों की नियमित जांच नहीं हो रही है। सिटी स्कैन के अभाव में मरीजों में कोरोना वास्तविक संक्रमण स्थिति का आंकलन स्पष्ट नहीं हो पाता। चिकित्सकों के अनुसार सिटी स्कैन से लंग्स की स्थिति संक्रमण की प्रतिशता का अनुमान चलता है, इससे संक्रमण के अनुसार मरीजों का इलाज होता है।

निजी सेंटर का सहारा

शहडोल मेडिकल कॉलेज की मनाही के बाद अब शहडोल के ही एक निजी सिटी स्कैन सेंटर पर जांच की सहमति बनी है। जिसमें अनूपपुर से रोजाना 2-3 मरीजों को सिटी स्कैन के लिए वाहन से शहडोल भेजा जा रहा है। इस आवाजाही और जांच में मरीजों को 4-5 घंटे का समय व्यतीत हो जाता है। बताया जाता है कि इस जांच के लिए चिकित्सीय दल की सलाह के बाद सम्बंधित मरीज को जांच के लिए शहडोल भेजा जाता है।

बिस्तरों की सुविधा

जिला चिकित्सालय में 40 और वन स्टॉप सेंटर में 10 बिस्तर ऑक्सीजन बिस्तर की सुविधा बनाई गई है। जबकि कन्या शिक्षा परिसर कोविड केयर सेंटर में 100 ऑक्सीजन बिस्तर के साथ सामान्य 200 बिस्तर की व्यवस्था बनाई गर्ई है। यहां 500 बिस्तर जिसमें 100 ऑक्सीजन 400 सामान्य किया जाना प्रस्तावित है। इसके अलावा जिले के 6 सीएसची जैतहरी, कोतमा, फुनगा, परासी, राजेन्द्रग्राम, वेंकटनगर में 10 ऑक्सीजन बिस्तर कोविड सेंटर तैयार रखा गया है। विदित हो कि जिले में 55 गम्भीर तथा 860 होम आइसोलेट मरीज हैं।

200 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन की होगी सुविधा

जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य प्र्रगति पर है। 200 लीटर प्रति मिनट क्षमता का प्लांट होगा। तैयार होने में लगभग एक माह लगेगा। इससे जिला अस्पताल को अन्य ऑक्सीजन प्लांट पर निर्भर नहीं होना होगा।

युवक का शव मिला कुएं में,5 दिन से था लापता

 

युवक का शव मिला कुएं में,5 दिन से था लापता

 अनूपपुर अमरकंटक थाना अन्तर्गत के ग्राम पोड़ी के पुराने कुए में सोमवार को लापता 19 वर्षीय दुर्गेश पिता मोहन लाल विश्वकर्मा तैरता हुआ शव मिला ग्रमीणों ने सूचना दी पुलिस को दी। जहां से शव निकाल कर पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया।

जानकारी अनुसार दुर्गेश पिता मोहन लाल विश्वकर्मा ग्राम गाडासराई जिला डिंडोरी का निवासी अपने जीजा धर्मेंद्र के ग्राम पौड़ी में रहकर मजदूरी का काम कर रहा था। बिते 21 अप्रैल को ग्राम पोड़ी में शादी में शामिल होने गया वहां किसी बात को लेकर अमर सिंह के लडक़े एवं अन्य कई लडक़ों के साथ बातचीत एवं मारपीट हुई, इसके बाद दुर्गेश का पता नहीं चला कई दिनों से उसके परिजन ढूंढा 23 अप्रैल को थाना अमरकंटक में मारपीट एवं गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज कराई। बदबू आने पर ग्रमीणों ने पुरानी कुएं में देखा जहां शव पानी में तैर रहा था इसकी सूचना पुलिस दी गई मौके में पुलिस पहुंचकर शव को कुएं से निकाला और पहचान दुर्गेश विश्वकर्मा के रूप की गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच प्रारभ्भ कर दी हैं।

कोरोना नियमों के उल्लघंन पर 4 किराना,2 डेयरी एवं 1 मिठाई दुकान सील, कोतमा एसडीएम की कार्यवाई

कोरोना नियमों के उल्लघंन पर 4 किराना,2 डेयरी एवं 1 मिठाई दुकान सील, कोतमा एसडीएम की कार्यवाई

अनूपपुरकोरोना नियमों के उल्लंघन पर २६ अप्रैल को प्रशासन ने कोतमा नगर में संचालित दो डेयरी, चार किराना एवं एक मिठाई दुकान छापामार कार्यवाई करते हुए सील कर दिया।

एसडीएम ऋषि सिंघई ने बताया कि लगातार शिकायत मिलनें पर सोमवार को छापामारी करते हुए दो डेयरी, चार किराना एवं एक मिठाई दुकान पर कोरोना नियमों के उल्लंघन की कार्यवाई की गई। डेयरी में जय और नेहा डेयरी, मिठाई दुकान में हीरा स्वीट्स, किराना में बिग मार्ट, चंदेरिया किराना, शारदा प्रोविजन स्टोर, न्यू केसरी ट्रेडर्स के संचालक द्वारा कोरोना नियमों के पालन ना करने, दुकानों में लोगो की भीड़ एकत्रित होने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर कार्यवाई करतें हुए ३ दिन के लिए सील कर दिया है। इस दौरान तहसीलदार मनीष शुक्ला, थाना प्रभारी आरके बैस, पटवारी राजीव द्विवेदी एवं दीपक मिश्रा सहित नगरपालिका की टीम शमिल रहीं।

 

चाइल्ड लाइन के सहयोग से 6 बाल विवाह रोके गए

अनूपपुर। शादियों का मुहूर्त शुरू होते ही जिले में बाल विवाह होने के मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में अलग-अलग 6 स्थानों में नाबालिग जोड़ों का विवाह होने से रुकवाया गया है। जिसमे जैतहरी, पुष्पराजगढ़,कोतमा विकाशखंड के गांव शामिल हैं।

जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी मंजूषा शर्मा सोमवार को बताया कि जिले के 6 स्थानों से अभी तक बाल विवाह होने की सूचना चाइल्ड लाइन 1098 के माध्यम से प्राप्त हुई। विवाहों को चाइल्ड लाइन टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए, संबंधित गांव में जाकर स्थानीय स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, पंचायत प्रतिनिधि एवं पुलिस विभाग के सहयोग से काउंसलिंग कर रूकवाया। जिसमे भलूमड़ा में दो, बदरा, कोतमा, खरसोल एवं लखनपुर में 1-1 शामिल हैं।


रविवार, 25 अप्रैल 2021

अनूपपुर में 254 ने दी मात,150 मिलें नये संक्रमित

 


अनूपपुर में 224
ने दी मात,150 मिलें नये संक्रमित

अनूपपुर। वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण का प्रभाव नगर होते हुए अब ग्रामों की तरफ बढ़ रहा हैं। रविवार को 150 नये संक्रमित मिलें वहीं 224 ने इसे मात देकर वापस घरों को लौट गयें। तीन की मृत्यु हो गई।

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को प्राप्त 383 रिपोर्ट में 150 नये व्यक्तियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर भेजने व होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने, सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के सम्पर्क में लेने की कार्यवाही की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में जिले में 4528 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं 753 स्वस्थ होकर रवाना हुए। वर्तमान में सक्रिय 860 है। अब तक 3892 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक 33 की मौत हो गई।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला 

वायुप्राण का संकट: रोजाना 60 जम्बो सिलेंडर खर्च, जैतहरी के बाद शहडोल ने भी खड़े किए हाथ


औद्योगिक संस्थाओं से जुटाए 250
सिलेंडर, रिफिलिंग के लिए भेजा सिंगरौली और सूरजपुर

अनूपपुर। एलएमओ की कमी में पांच दिनों से बंद जैतहरी ऑक्सीजन प्लांट और शहडोल में ऑक्सीजन की बढ़ी अव्यवस्था के बाद अब जिला कलेक्टर ने अनूपपुर को ऑक्सीज की किल्लत से बचाने नए प्रयास किए हैं। जहां जिला चिकित्सालय में भर्ती 26 गम्भीर मरीजों के साथ शासकीय कन्या शिक्षा परिसर में इलाजरत 31 गम्भीर मरीजों के लिए रोजाना खर्च हो रहे 60 जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर और कम पड़ रहे स्टॉक में 250 नए ऑक्सीजन सिलेंडर जुटाए हैं। जिन्हें कलेक्टर ने रिफिलिंग के लिए सिंगरौली और सूरजपुर ऑक्सीजन प्लांट भेजा है। सम्भावनाएं जताई जा रही है कि दोनों ही स्थानों से एकाध दिनों में अनूपपुर के लिए 250 भरे ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हो जाएंगे। वर्तमान में जिला प्रशासन ने जैतहरी प्लांट के बंद होने पर शहडोल से 9 हजार लीटर ऑक्सीजन मंगवाया था। लेकिन अब शहडोल में कोरोना संक्रमित मरीजों के बढ़ते आंकड़ों और खपत होती ऑक्सीजन में यहां से अनूपपुर के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था मुश्किल हो गई थी। इसके बाद सीएमएचओ डॉ. एससी राय ने ऑक्सीजन की कमी से प्रशासन को अवगत कराया, जिसक बाद कलेक्टर सहित प्रशासनिक अमला ने 23 अप्रैल को जिले के सभी औद्योगिक संस्थानें एमबी पॉवर प्लांट जैतहरी, ओरियंट पेपर मिल, कास्टिक सोडा फैक्ट्री अमलाई, अमरकंटक ताप विद्युत केन्द्र पावर प्लांट चचाई, सभी एसईसीएल प्रबंधन के यहां पहुंचकर खाली सिलेंडर जुटवाएं। जिसमें सभी संस्थानों से लगभग 250 सिलेंडर की व्यवस्था बनी। इसके बाद कलेक्टर ने तत्काल ही सभी खाली सिलेंडर को सिंगरौली और सूरजपुर भेजा है।

दरअसल जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या और मौत के आंकड़ों में ऑक्सीजन ही एक राहत के रूप में एक विकल्प पाया गया। वहीं देश-प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए कलेक्टर ने पेसो द्वारा जारी एसओपी के आधार पर ऑक्सीजन, नाइट्रोज, हीलियम, एवं आर्गन के औद्योगिक सिलेंडरों को ऑक्सीजन सिलेंडर में परिवर्तन निर्णय लिया था। बताया जाता है कि प्रशासन अन्य संस्थानों से अभी और सिलेंडर जुटाने के प्रयास में जुटी है।

रोजाना 50-60 सिलेंडर की खपत

सीएमएचओ डॉ. एससी राय ने बताया कि वर्तमान में जिले में 858 सामान्य संक्रमित मरीज होम आइसोलेट हैं। जबकि गम्भीर रूप में जिला अस्पताल कोविड आइसोलेशन वार्ड में 26 मरीज ऑक्सीजन बिस्तर पर हैं, वहीं शासकीय कन्या शिक्षा परिसर में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में भर्ती 35 मरीजों में 31 ऑक्सीजन बिस्तर पर हैं। जिनके लिए रोजाना 50-60 जम्बो सिलेंडर खर्च होता है।

स्वयं के प्लांट में 1 माह का समय

जिला चिकित्सालय अनूपपुर में ऑक्सीजन के लिए नए प्लांट को स्थापित किया जा रहा है, ताकि जैतहरी ऑक्सीजन प्लांट की निर्भरता कम रहे। लेकिन यहां स्थापित प्लांट के पूरा होने में लगभग 1 माह समय लगेगा।

शनिवार, 24 अप्रैल 2021

वैक्सीन दिलवाना मेरी, अधिक से अधिक लोगों को लगवाना आपका की जिम्मेदारी -संभागायुक्त


सेवा के लिए प्रशासनिक अमला एवं स्वास्थ्य अमला टीम भावना से करे कारने की दी नसीहत

अनूपपुर। वैक्सीन दिलवाना मेरी जिम्मेदारी है, लेकिन अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण कराना आपका काम है। आम लोगों को कोरोना से बचाने के लिए जिले में टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश शहडोल संभागायुक्त राजीव शर्मा ने जिला चिकित्सालय में कोरोना से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा बैठक में दिए।

संभागायुक्त ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकरण लगाना सुनिश्चित किया जाए। अनूपपुर जिले में जितने लोगों को वैक्सीन लगाई जानी है, उसका आंकलन कर डिमांड की जाए, ताकि वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि वैक्सीन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। कोरोना से निपटने के लिए सारा प्रशासनिक अमला एवं स्वास्थ्य अमला मिलजुल कर टीम भावना से काम करे, ताकि पीडि़त व्यक्तियों को तत्परता से राहत सुलभ हो सके। आपस में तालमेल रखते हुए आम लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। मैदानी अमला अधिक सजग रहकर अपने कत्र्तव्यों का निर्वहन करे। शहरों से आने वाले श्रमिकों को पहले गांव के बाहर रोकें, दूसरे शहरों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को पहले गांव के बाहर रोककर आइसोलेशन में रखा जाए। उनके ठहरने की उचित व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य की जांच की जाए। उसके कुछ दिन बाद ही उन्हें गांव के अन्दर प्रवेश दिया जाए। इससे संक्रमण के फैलाव से बचा जा सकेगा।

संभागायुक्त ने पश्चिम बंगाल एवं हरिद्वार में हुए कुंभ से लौटने वाले लोगों पर सतत नजर रखने के निर्देश दिए और कहा कि इन्हें गांव के बाहर रोककर आइसोलेशन में रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि ये लोग सीधे गांव में जाकर ग्रामवासियों से ना मिल जाएं। अन्यथा संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। सावधानी बरतने से संक्रमण के फैलाव से बचा जा सकेगा।

कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी संकलित करने के लिए पंचायत सचिव के पास एक रजिस्टर संधारित किया जा रहा है। बाहर से आने वाले लोगों को आइसोलेशन में रखने के लिए पंचायत भवन की व्यवस्था की गई है। चिकित्सालय में भर्ती जिन मरीजों के लिए जितनी ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है, उन्हें उतनी ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि नमूने लेने के लिए घर-घर जाकर सर्वे का कार्य शुरु कर दिया गया है।


कोरोना ने रिस्ते को किया तार-तार अंतिम संस्कार मे नहीं पहुंचे परिवार जन


एसडीएम ने संस्कार करवाया,
पुत्र ने फोन पर कहा आप ही करवा दो

अनूपपुर। कोरोना संक्रमण की वजह से एक ओर जहां पीडि़त मानवता की सेवा के लिए स्वयंसेवी संगठन मित्र नई इबारत लिख रहे हैं वहीं दूसरी तरफ ऐसी घटनाएं भी घटित हो रही हैं, जो रिश्तो को तार-तार कर रही है। इन सबके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी अपने कर्तव्य पर जुटे हुए हैं। ऐसा ही कुछ 24 अप्रैल को सामने आया जब 76 वर्षीय वृद्ध की मौत कोरोना की वजह से हो गई, और मृतक के परिजनों ने अंतिम संस्कार में उपस्थित होने पर भी अपनी असहमति जताई जिसके बाद अनूपपुर एसडीएम कमलेश पुरी ने वृद्ध का अंतिम संस्कार करवाया गया।

यह था मामला

सीधी जिले में निवास करने वाला 76 वर्षीय बुजुर्ग 20 अप्रैल को अपनी पुत्री के घर आया हुआ था। 21 अप्रैल को बुखार के लक्षण होने पर उन्होंने अनूपपुर जिला चिकित्सालय में परीक्षण उपंरात रिपोर्ट संक्रमित आने तथा लगातार बिगड़ती स्थित के कारण उन्हें आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। 23 अप्रैल की देर रात तबीयत खराब होने से उनकी मृत्यु हो गई जिसके बाद उनके परिजनों से संपर्क किया गया तो उन्होंने जिला चिकित्सालय पहुंचने में अपनी असमर्थता व्यक्त की। दामाद ने स्वयं को कोरोना संक्रमित बतलाया वही दूसरे रिश्तेदारों से बात भी नहीं हो सकी।

आप ही करवा दो अंतिम संस्कार

मृतक के परिजनों से जब सीधी जिले में संपर्क किया गया तो पुत्र ने अनूपपुर आने में अपनी असमर्थता व्यक्त की और कहा कि आप लोग जैसे चाहे अंतिम संस्कार करवा दें। जिसके बाद इस सूचना एसडीएम कमलेश पुरी को दी गई तब उनके द्वारा कोरोना गाइड लाईन के अनुसार अनूपपुर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करवाया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/  राजेश शुक्ला

अनूपपुर में फिर बढ़ रहे हैं कोरोना संक्रमितओं की संख्या 172 की पुष्टि


119 ने कोरोना को दी मात  स्वस्थ होकर पहुंचे घर, सक्रिय 860

अनूपपुर। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को प्राप्त 504 की रिपोर्ट में से 172 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों के अनुसार संक्रमितों को कोविड केयर सेंटर शिफ्ट करने/ होम आइसोलेशन हेतु निर्देशित करने, सम्बंधित कंटेनमेंट क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं संक्रमितों के प्राथमिक कांटैक्ट के सैम्पल लेने की कार्यवाही की जा रही है।       

             उल्लेखनीय है कि अब तक प्राप्त कोरोना जाँच रिपोर्ट में से जिले में 4528 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में ऐक्टिव कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 860 है। शनिवार को 119 व्यक्ति स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किए गए। इस प्रकार अब तक 3638 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं।

ऑक्सीजन उत्पादन पर संकट 4 दिनों से बंद रिफलिंग प्लांट, नहीं हो रही एलएमओ की आपूर्ति


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किलो क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट को एलएमओ के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भरता

अनूपपुर। एक तरफ जहां पूरे देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हैं वहीं अनूपपुर जिलें के  जैतहरी स्थित खूंटाटोला का ऑक्सीजन प्लांट पिछले चार दिनों से केमिकल्स की उपलब्धता के अभाव में बंद पड़ा है। यहां से जिले के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति बंद हो गई है। ऑक्सीजन प्लांट महर्षि एयर सॉल्यूशन को पर्याप्त मात्रा में एलएमओ(लिक्विड) उपलब्ध नहीं होने के कारण चार दिनों से ऑक्सीजन प्लांट में एक भी सिलेंडर की रिफिलिंग नहीं हो पाई है। जबकि अभी इसकी कोई आशा नजर नहीं आ रहीं हैं। जहां से प्रतिदिन लगभग 500 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल किए जाने की क्षमता है। लेकिन एलएमओ केमिकल्स की उपलब्धता नहीं होने से अनूपपुर तथा शहडोल जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति यहां से बंद कर दी गई है। वहीं जिले में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए वर्तमान में मेडिकल कॉलेज से वैकल्पिक रूप में अनूपपुर के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति कराई जा रही है।

स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार जिले में वर्तमान में 38 मरीज गम्भीर मरीज हैं, जिन्हें रोजाना 2500 लीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ रही है। अगर मरीजों की संख्या अधिक बढ़ती है तो यह आंकड़ा और अधिक बढ़ सकता है। जानकारों का मानना है कि जैतहरी ऑक्सीजन प्लांट का विपदा के इस घड़ी में बंद होना बड़ी कमी मानी जा सकती है। वर्तमान में देश के सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ है।

20 केएल का हैं टैंक, 30 किलो क्षमता का प्लांट

जैतहरी के ग्राम खूटाटोला में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट महर्षि एयर सॉल्यूशन 30 किलो क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट है। जहां प्रतिदिन 500 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग की जा सकती है। ऑक्सीजन रिफिलिंग में उपयोग होने वाले एलएमओ(लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन) के लिए प्लांट संचालक को भिलाई ,नागपुर, उड़ीसा तथा गुजरात के केमिकल्स सप्लायर पर निर्भर रहना पड़ता है। जैतहरी के ऑक्सीजन प्लांट में 20 केएल की टंकी लगी है। अगर गुजरात से मांगी गई एलएमओ मिल जाती है तो यहां लगभग 30 केएल की क्षमता और बढ़ जाएगी और अधिक मात्रा में गैस का उत्पादन सम्भाव हो सकेगा। लिक्विड टैंकर के लिए ऑक्सीजन कंपनी के द्वारा गुजरात की सुपर क्रायोनिक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को अक्टूबर माह में निर्धारित राशि जमा करते हुए इसे प्रदान करने की मांग की गई थी। लेकिन अभी तक टैंकर कंपनी को नहीं मिल पाया है यदि यह लिक्विड टैंकर कंपनी को मिल जाए तो ऑक्सीजन की समस्या कम हो जाएगी। लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी यह कंपनी को नहीं मिल पाया है।

उपलब्धता पर अधिकारियों की बैठक,नहीं निकला हल

ऑक्सीजन प्लांट के संचालक भास्कर मिश्रा ने बताया कि कुछ महीने पूर्व एलएमओ की खरीदी की गई थी। लेकिन जैसे ही कोरोना के दूसरे चरण की शुरुआत हुई तब से एलएमओ प्रदान करने वाले राज्य सरकारें तथा स्थानीय प्रशासन के द्वारा पाबंदियां लगा दिया गया। कंपनियों के द्वारा इसकी सप्लाई नहीं दी जा रही है। जिसकी जानकारी कलेक्टर के प्लांट आगमन पर उन्हें दी गई थी। इस मामले में पिछले 6 दिनों से लगातार अधिकारियों की बैठक हो रही है। लेकिन कोई हल नहीं निकल रहा है। शहडोल से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। अधिकारियों व प्रदेश खाद्य मंत्री से चर्चा की गई थी। मंत्री और प्रशासन ने बैठक भी बुलाया था। व्यवस्था बनाने का प्रयास भी किया गया है, लेकिन अबतक कोई रास्ता नहीं निकला है।

एसडीएम जैतहरी विजय डेहरिया ने बताया कि देर रात और शनिवार का भी प्लांट संचालक से चर्चा की किन्तु लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन अभी तक कहीं से नहीं मिल रहा जबतक नहीं मिलेगा तबतक उत्पादन सभ्भव नहीं।

तीन माह का हितग्राहियों को नि:शुल्क अनाज, अप्रैल में पैसे से उठाए खाद्यान्न के बदले जुलाई में मिलेगा

वितरण में अधिकारियों की जिम्मेदारी तय

अनूपपुर। जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान राशन की दुकानों पर आने वाले हितग्राहियों की सुरक्षा और सुविधा में अब खाद्यान्न हितग्राहियों को तीन माह का एकमुश्त अनाज वितरित किया जाएगा। जिसमें अप्रैल, मई जून माह शामिल किया गया हैं। इस दौरान जिन हितग्राहियों ने अप्रैल में आदेश से पूर्व पैसे से राशन का उठाव किया है, ऐसे हितग्राहियों को नि:शुल्क अनाज जुलाई माह में उपलब्ध होगा। जिला प्रशासन ने वितरण के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। वहीं जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी ने भी आदेश में सभी शासकीय दुकानदारों सहित खाद्यान्न वितरण से सम्मिलित अमले में लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।

जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि वितरित होने वाले खाद्यान्न नि:शुल्क होंगे। इसके लिए हितग्राहियों को राशन दुकानों पर पैसे का भुगतान नहीं करना होगा। इस व्यवस्था से जिले के लगभग 1 लाख 40 हजार हितग्राहियों को लाभ मिलेगा। जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने शासन के निर्देश में सभी 312 दुकानों को राशन वितरण के निर्देश दिए हैं। वहीं विभाग का कहना है कि शासन के आदेश में जारी किए गए निर्देश विलम्ब से जारी हुए हैं, जिसमें अप्रैल माह के दौरान अधिकांश हितग्राहियों ने खाद्यान्न का उठाव कर लिया है, लेकिन जो शेष बचे हैं उनको नि:शुल्क वितरित होगा। यह खाद्यान्न कोरोना संक्रमण में किसी योजना के तहत वितरित नहीं किया जाएगा, बल्कि संक्रमण से बचाव में सामान्य वितरण प्रणाली के तहत एक साथ उपलब्ध कराई जाएगी। ताकि इस वितरण के बाद स्थानीय भंडारण गोदामों को भी खाली किया जा सकेगा और नए भंडारण के लिए जगह भी उपलब्ध कराई जाएगी।

मशीन पर लगेंगे थम्ब, रजिस्टर में दर्ज होगा वितरण

तीन माह के राशन वितरण में जिला प्रशासन ने खाद्यान्नों के कालाबाजारी या हितग्राहियों को कम उपलब्ध कराने पर अब अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। जिसमें जिला खाद्य आपूर्ति विभाग अधिकारी, नागरिक आपूर्ति प्रबंधक के साथ स्थानीय एसडीएम, तहसीलदार, उपपंजीयक सहकारिता-सहकारी समितियों के अधिकारी शामिल होंगे। इनके द्वारा उचित मूल्य की दुकानों पर नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जहां निगरानी समिति के सदस्यों की उपस्थिति में राशन का वितरण होगा। इसमें हितग्राहियों से थम्ब मशीन पर पहचान लगवाया जाएगा, लेकिन दुकानदारों द्वारा राशन वितरण का विवरण रजिस्टरों में  भरा जाएगा। ताकि दुकानों को हुए आवंटन और वितरित किए गए खाद्यान्नों का नोडल अधिकारी द्वारा मिलान किया जाएगा। खाद्यान्न वितरण की रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपी जाएगी।

अमानक खाद्यान्नों पर होगी विशेष निगरानी

विभागीय सूत्रों के अनुसार गोदाम खाली करने और एक साथ तीन महीने के मिलने वाले खाद्यान्न को लेकर विभाग ने स्थानीय निगरानी समिति और सेल्समैनों को दुकान पर आने वाले खाद्यान्न को लेकर निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि गोदामों से अमानक खाद्यान्नों का वितरण न हो सके। दरअसल वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के दौरान तीन माह के लिए कोरोना सक्रमण के लिए आवंटित हुए पीएम खाद्यान्न योजना में कोतमा गोदाम से 18 हजार क्विंटल अमानक चावल को आवंटित राशन के साथ मिलाकर बांट दिया गया था।

जिलें में हितग्राहियों की संख्या

अनूपपुर विकासखंड में 23343, जैतहरी में 41486, कोतमा में13337, पुष्पराजगढ़ में 51543 हितग्राही है, जबकि नगरपालिका क्षेत्र अनूपपुर में 1899, जैतहरी में1135, बिजुरी में 2307 अमरकंटक में 916, पसान में 1929 तथा कोतमा में 2727 हितग्राही हैं।

जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि तीन माह के लिए खाद्यान्न का वितरण होगा, जिसने अप्रैल माह में पैसे देकर अनाज उठाए हैं उन्हें जुलाई माह में नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। खाद्यान्नों के वितरण पर कलेक्टर ने सख्त निर्देश दिए हैं, जिसमें गड़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी है।

 

संभागायुक्त ने किया जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण


वैक्सीनेशन बढाने एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त रखने के दिए निर्देश

अनूपपुर। शहडोल संभागायुक्त राजीव शर्मा ने शनिवार को   जिला चिकित्सालय अनूपपुर का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया और कोविड-१९ से बचाव के लिए की गई व्यवस्थाओं इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए। इस मौके पर कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एससी राय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मिलिन्द कुमार नागदेवे, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कमलेश पुरी समेत विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहें।

संभागायुक्त ने जिला चिकित्सालय में जलपूर्ति व्यवस्था, आईसीयू में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए निर्देशित किया कि विद्युत आपूर्ति सिस्टम को दुरुस्त रखने लगातार पड़ताल करें ताकि अग्नि दुर्घटना जैसे हादसे से बचा जा सके। सिस्टम के साथ अग्नि नियंत्रण सिस्टम की व्यवस्था रखने के निर्देश भी दिए। साथ ही अच्छी चिकित्सा सेवा के लिए सभी जरूरी इंतजाम रखें ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।


उन्होंने जिला चिकित्सालय के फीवर क्लीनिक का निरिक्षण करतें हुए चिकित्सा अधिकारियों अब तक जांच के लिए  लिए गए नमूनों एवं ओपीडी पर्ची बनाने की व्यवस्था की जानकारी लेते हुए साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।

उन्होंने कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कहा कि लोगों को कोविड की वजह से मौत के मुंह में जाने से बचाने के लिए लोगों से मास्क लगवाना और लोगों का वैक्सीनेशन कराना सुनिश्चित किया जाए। अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जाए। अभी गांवों में कोविड का ज्यादा प्रकोप देखने में नहीं आया है। ग्रामवासियों को समझाया जाए कि मास्क जरूर लगाए रखें और वैक्सीनेशन कराएं। उन्हें समझाया जाए कि वे बाहरी लोगों के संपर्क में आने से बचें और कोविड से बचाव के लिए पूरी ऐहतियात बरतें।

संभागायुक्त ने फोन पर कोरोना पीडि़त पूछा कुशलक्षेम , शीघ्र स्वस्थ होने की कामना

 

अनूपपुर । संभागायुक्त राजीव शर्मा ने शनिवार को जिला कोविड कमाण्ड सेन्टर की गतिविधियों का निरिक्षण कर स्थिति का जायजा लेते हुए दूरभाष पर होम आईसोलेशन मरीजों से उनकी कुशलक्षेम एवं दवाओं के बारे में एवं दैनिक गतिविधियों के बारे में जानकारी से अवगत हुए।

संभागायुक्त ने दूरभाष पर बिजुरी के होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित अंकित से बात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी। और दवा मिलने,स्वास्थ्य एवं दवाओं की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। एवं परेशानी तो होकर नि:संकोच बताने की बात कहीं। अंकित ने बताया कि ठीक तो लेकिन उसको भूख नहीं लगती। संभागायुक्त ने अंकित के शीघ्र स्वस्थ हो जाने की कामना की।  

कलेक्टर ने भी अंकित से दूरभाष पर चर्चा कर ऑक्सीजन लेवल सुधारने के लिए एक्सरसाइज के कुछ टिप्स दिए। संभागायुक्त ने जिला कोविड कमाण्ड सेन्टर के माध्यम से होम आइसोलेशन मरीजों की स्थिति की जानकारी रोजाना अपडेट करने तथा मरीजों को उचित स्वास्थ्य सलाह देते रहने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए। 


 

कैंटीन में नारियल पानी रखवाने के दिए निर्देश

संभागायुक्त ने जिला चिकित्सालय की कैंटीन का औचक निरीक्षण करते हुए खाद्य सामग्री का निरीक्षण किया। उन्होनें कैंटीन संचालक से बनाई जाने वाली खाद्य सामग्री की जानकारी लेते हुए सामग्री निर्माण के दौरान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। निर्मित होने वाली खाद्य सामग्री की जानकारी ली। संभागायुक्त ने कैन्टीन में मरीजों के लिए नारियल पानी रखने के निर्देश दिए।

सोते समय जहरीला कीड़ा काटने से युवती की मौत,परिवार में पसरा मातम

  अनूपपुर । कोतवाली थाना अनूपपुर अंतर्गत ग्राम बरबसपुर निवासी युवती को गुरुवार एवं शुक्रवार रात्रि सो रही थी सुबह जहरीले कीड़े ने हाथ की को...