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शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता के निलंबन पर अड़े कांग्रेसियों ने दिया धरना, सौंपा ज्ञापन

 

जिला प्रशासन ने अपर मुख्यि सचिव को लिखा पत्र, कांग्रेस ने 5 दिनों के बाद उग्र आंदोलन की चेतावनी 

अनूपपुर। केचुए और सामग्री बांटे बिना 2.29 करोड़ डकारे उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता के विरुद्ध शुक्रवार को कांग्रेस जिला अध्यकक्ष रमेश सिंह एवं विधायक पुष्पराजगढ़ फुंदेलाल सिंह मार्को के नेतृत्वा में प्रदर्शन करते हुए धरना देते हुए उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता के निलंबन की मांग की। कांग्रेस कलेक्ट्रेट में लगभग 3 घंटे तक धरना प्रदर्शन में बैठे रहे। वहीं जिला प्रशासन के अपर मुख्यव सचिव किसान कल्यारण तथा कृषि विकाश विभाग भोपाल को स्मारण पत्र के बाद कांग्रेस अपना ज्ञापन पत्र सौप कर प्रशासन को 5 दिनों का समय देते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। 

कांग्रेस जिला अध्यजक्ष रमेश सिंह ने बताया कि उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता ने 2018 से 2020 तक जैविक खेती के लिए किसानों को दिए जाने वाले केंचुए एवं अन्य सामग्री साहित्य एवं प्रशिक्षण दिया जाना था। जिसके लिए खनिज मद से दो करोड़ 90 लाख रुपए कृषि विभाग को दिए गए। जिसमें उपसंचालक कृषि ने किसानों को सामग्री उपलब्ध नहीं कराई और दो करोड़ 29 लाख रुपए का गबन कर लिए। जिस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। कांग्रेस पार्टी ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा की एनडी गुप्ता को निलंबित कर दो करोड़ 29 लाख रुपए घोटाले का मामला पंजीबद्ध कर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

कांग्रेस पार्टी ने प्रशासन को दिए 5 दिनों का समय

विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने कहा कि जब तक उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता को गिरफ्तार कर निलंबन की कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। लगभग 3 घंटे तक प्रशासन एवं कांग्रेस पार्टी के बीच बातचीत चलती रहीं। जिसके बाद प्रभारी कलेक्टर अमन वैष्णव ने एनडी गुप्ता पर कार्यवाही के लिए अपर मुख्य सचिव कृषि को एक अनुस्मारक पत्र लिखा और जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की। विधायक ने प्रशासन को 5 दिनों के अंदर उप संचालक कृषि एनडी गुप्ता पर कार्रवाई करने की बात कही। कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।

जिले के 5 हजार किसानों को दिया जाना था साहित्य और प्रशिक्षण 

ज्ञात हो कि योजना के अंतर्गत जिले के विभिन्न गांवों के पांच हजार किसानों को वर्मी कंपोस्टिंग बेड, जैविक खाद, केंचुआ, जाल, साहित्य और प्रशिक्षण दिया जाना था। इसके लिए जिला खनिज निधि से छह करोड़ 93 लाख रुपये आवंटित किए गए थे। इसमें दो करोड़ 90 लाख रुपये कृषि विभाग की कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (एटीएमए) परियोजना, अनूपपुर को सामग्री खरीदने के लिए, 2.93 लाख रुपये प्रशिक्षण और अन्य कार्यों के लिए और 1.08 करोड़ रुपये मिट्टी परीक्षण के लिए एक निजी कंपनी को दिए गए। प्रति किसान 9770 रुपये आवंटित किए गए।

दो करोड़ 29 लाख रुपये की वसूली निलंबन का भेजा प्रस्ताव

जिला प्रशासन की जांच में किसानों ने बताया कि केंचुआ और अन्य सामग्री उन्हें मिली ही नहीं। जो मिली भी वह घटिया थी। मिट्टी परीक्षण के नाम पर भी गड़बड़ी की गई। कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया। कलेक्टर ने कृषि उप संचालक एनडी गुप्ता से दो करोड़ 29 लाख रुपये वसूली के साथ विभागीय जांच और निलंबन का प्रस्ताव भेजा है। 16 जुलाई को एनडी गुप्ता के खिलाफ कृषि मंत्रालय भोपाल और ईओडब्ल्यू को प्रतिवेदन भेजा गया। जिस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं।


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