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बुधवार, 3 जुलाई 2024

शहर को जोडने वाला फ्लाईओवर निर्माण में लेट लतीफी: 18 माह होना था पूर्ण, 3 वर्ष बाद भी अधूरा

निरीक्षण करने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी, कार्य में तेजी लाने दिए निर्देश

ठेकेदार की सुस्ती में सेतु के अभाव में बाजार हुए बेजार, नागरिकों की बढ़ी परेशानी

8 जुलाई को कलेक्टर करेंगे निर्माण सम्बंधित समीक्षा

अनूपपुर। दो हिस्सों में बंटे अनूपपुर शहर को जोड़ने वाला रेलवे ओवरब्रिज अनूपपुर का निर्माण 16 अगस्त 2021 में 18 माह में हुआ पूर्ण करने के आश्वासन पर आरंभ हुआ। तैयारी लेकर सेतु निर्माण कार्य तीन साल बाद भी अधूरा पड़ा है। इसके निर्माण कार्य पूर्ण होने में अभी भी सालभर की समयावधि लगने की संभावना है। इसे पूर्ण होने को लेकर अब तक न तो ठेकेदार की ओर से और ना ही जिला प्रशासन की ओर से स्पष्ट जानकारी दी जा रही है। शहर की मुख्य कड़ी मार्ग कही जाने वाला यह मार्ग अब बारिश की बौछार में दलदली स्थल बन गया है। नागरिकों को हो रही परेशानियों पर अपर कलेक्टर अमन वैष्णव ने निर्माणाधीन रेलवे फ्लाई ओवर ब्रिज कार्य का निरीक्षण किया तथा फ्लाईओवर कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने के संबंध में कार्य में तेजी लाने निर्देश अधिकारियों को दिए। वहीं 8 जुलाई को कलेक्टर रेल अधिकारियों के साथ रेलवे ओवरब्रिज निर्माण की समीक्षा करेगे।

इस दौरान अपर कलेक्टर ने फ्लाईओवर के गुणवत्ता के संबंध में भी अधिकारियों से जानकारी ली। अपर कलेक्टर को बताया गया कि फ्लाईओवर के दोनों ओर मार्गो में आवागमन की स्थिति बेहतर नहीं है। वर्षा के कारण कीचड़ की स्थिति उत्पन्न होने पर लोगों को आवागमन में असुविधा हो रही है। जिस पर अपर कलेक्टर ने कीचड़ वाले मार्ग पर बजरी गिट्टी डलवाने के निर्देश दिए। निर्माणाधीन फ्लाईओवर के नीचे रखे सरिया एवं अन्य निर्माण सामग्रियों को व्यवस्थित करने के भी निर्देश भी दिए। साथ ही फ्लाईओवर ब्रिज निर्माण कार्य की वस्तुस्थिति एवं प्रगति की जानकारी प्रतिदिन प्रदान करने के निर्देश अनुविभागीय अधिकारी सेतु को दिए।

तीन साल बाद भी अधूरा, 5 साल पूर्व मिली थी तकनीकि स्वीकृति

बताया जाता है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 6 अगस्त 2016 को आमसभा में ब्रिज निर्माण की घोषणा की थी। 14 दिसम्बर 2016 में ही प्रशासकीय स्वीकृति भी प्रदान। यहां तक कि 8 मई 2017 को कार्यादेश जारी कर दिया था। यहां तक वर्ष 2020 में मुख्यमंत्री ने खुद ही ओवरब्रिज निर्माण की आधारशिला रखी थी। जानकारी के अनुसार 12.01 करोड़ की लागत से 12-12 मीटर चौड़ाई और 462.44 मीटर का यह लम्बा पुल होगा। रेल पटरियों के उपर 56 मीटर लम्बी स्पॉन और ब्रिज में पिलर और आड़ीबॉल का भी उपयोग करते हुए 10 पिलर खड़े किए जाएंगे। दोनों छोर पर 50-50 मीटर लम्बी बीबीसी और 3-3 मीटर की चौड़ी सर्विस रोड प्रस्तावित है। लेकिन विभागीय व प्रशासकीय लापरवाही के कारण स्वीकृत ओवरब्रिज का निर्माण आज तक पूर्ण नहीं हो सका।

दो किलोमीटर अतिरिक्त शहर का लग रहा चक्कर

दो हिस्सों में बंटे अनूपपुर शहर इंदिरा तिराहा से कोतवाली तिराहे के बीच कड़ी के रुप में रेलवे फाटक से जुड़ा है यह रेलवे फाटक फ्लाईओवर अनूपपुर शहर के विकास की धुरी है। व्यापार, सब्जी मंडी, प्रशासकीय विभाग के साथ रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड,जिला चिकित्सालय की आवाजाही का एक मात्र मार्ग। बावजूद रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण में राजनीतिक पक्षों के साथ सामाजिक संगठनों, प्रशासकीय अधिकारियों व स्वयं रेलवे ने भी जल्द कार्य पूर्ण होने करने की दिलचस्पी नहीं दिखाई। जिसके कारण अब नगरवासियों को बायपास मार्ग से 4 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय कर मुख्य बाजार की ओर जाना पड़ रहा है। 

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