एडीजीपी डीसी सागर, अतिरिक्ता पुलिस अधीक्षक ने किया नगर में भ्रमण
अनूपपुर। जिले जैतहरी नगर स्थित राम मंदिर में घुसकर युवक ने मूर्ति को खंडित कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने एवं मंदिर के पुजारी का गला दबाकर जान से मारने की कोशिश करने के मामले में पुलिस ने आरोपी गिरधर अहूजा उर्फ गिद्धू के खिलाफ धारा 296, 115(2), 109(2), 351(3), 298 तथा शिवकुमार अग्रवाल पुत्र श्यामलाल सहित अन्य लोगो द्वारा पुजारी के साथ किए जा रहे मारपीट पर बीच बचाव किए जाने पर धारा 296, 115(2), 109(2), 351(3) के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी गिरधर अहूजा उर्फ गिद्धू दो तीन दिन से प्रतिदिन सुबह 10 बजे मंदिर आता था और मंदिर के पुजारी को उसके मन के हिसाब से पूजा नही करने पर जान से मारने की धमकी देता था, जिसकी बातों का पुजारी द्वारा ध्यान नही दिया था।
जानकारी के अनुसार 28 जुलाई को राम मंदिर के 62 वर्षीय पुजारी राम दुलारे पांडेय ने जैतहरी थाना में शिकायत दर्ज कराई कि 28 जुलाई की सुबह लगभग 10 बजे पूजा करते समय गिरधर अहूजा उर्फ गिद्धू अपशब्दो का प्रयोग करते हुए मंदिर के अंदर आया और भगवान की सही तरीके से पूजा नही करने की बात कहते हुए हत्या करने के इरादे से अचानक (पुजारी को) जमीन पर पटकते हुए सीने में बैठकर गला दबाने लगा, जिस पर मंदिर के बाहर खड़े संतोष कुमार सोनी ने घटना को देखकर मंदिर के अंदर आकर पुजारी को बचाया गया, जिसके बाद गिरधर अहूजा ने मंदिर में विराजमान भगवान राम-लक्ष्मण-सीता एवं भरत के संगमरमर की मूर्ति को उठाकर बाहर फेंक दिया, जिससे मूर्तियां खंडित हो गई और मंदिर में तोडफ़ोड़ करने लगा। आवाज सुनकर शिवकुमार अग्रवाल, मनीष गुप्ता, आनंद अग्रवाल एवं बाबूराम राठौर पहुंचे और बीच बचाव करते उसे रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ भी गिरधर आहूजा ने मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। इस बीच छीना झपटी कर भागते वक्त गिरधर आहूजा नाली में दो बार गिरने के से उसे भी कई जगह चोट आई है। पुलिस ने राम मंदिर के पुजारी की शिकायत पर एवं बीच बचाव करने आये लोगो के साथ मारपीट करने के मामले में आरोपी गिरधर आहूजा उर्फ गिद्धू के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
घटना की सूचना पर एडीजीपी डीसी सागर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मंसूरी घटना स्थतल पहुँचे और अपराध का पर्यवेक्षण कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं अनुसंधान टीम को वैज्ञानिक, फोरेंसिक, सायबर फोरेंसिक, परिस्थितिजन्य साक्ष्य आदि के आधार पर विवेचना करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एडीजीपी ने जनसमुदाय एवं प्रबुद्ध नागरिकों से मुलाकात कर नगर में शांति एवं आपसी सद्भाव बनाए रखने के लिए अपील की गई। मंदिर के ट्रस्टी अनिल गुप्ता एवं गणमान्य नागरिकों के साथ नगर में भ्रमण किया।
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