शीघ्र निर्माण का नहीं मिला अश्वाशसन तो गुरुवार से अनिश्चितकालीन बाजार बंद
अनूपपुर। जिला मुख्याीलय में निर्माणधीन ओवर ब्रिज का निर्माण समय पर पूरा नहीं होने पर सोमवार को जिला ओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति अनूपपुर मुख्य महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे बिलासपुर (छ०ग०) एवं प्रमुख सचिव शासन भोपाल के माध्यिम कलेक्टर के नाम तहसीलदार अनुपम अनुपम पांण्डेय को ज्ञापन सौंपकर ब्रिज का निर्माण जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की। जिला ओवर ब्रिज संघर्ष समिति के अध्यक्ष आशीष त्रिपाठी ने बताया कि ओवर ब्रिज का निर्माण नहीं होने से रहवासियों में आक्रोश हैं इसके लिए गुरुवार से अनिश्चितकालीन बाजार बंद रहेंगे।
जिला ओवर ब्रिज निर्माण संघर्ष समिति ने सोमवार को कलेक्टर के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। ओवर ब्रिज का निर्माण समय पर पूरा नहीं होने पर जिले के रहवासियों और व्यापारियों में आक्रोश हैं। ओवर ब्रिज का निर्माण जल्द से जल्द पूरा करने की मांग कलेक्टर से की गई है।
सौपे गये ज्ञापन में बताया गया हैं कि अनूपपुर शहर दो हिस्सों में बट गए हैं। एक हिस्से में कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत ,कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, वन विभाग, बस स्टैन्ड ,बैंक, पोस्ट आफिस, कृषि उपज मंडी, तो शहर के दूसरी तरफ तहसील, एसडीओ कार्यालय, जिला न्यायालय ,जिला अस्पताल, शासकीय महाविद्यालय जैसे महत्वटपूर्व कार्यालय स्थित हैं। दोनो हिस्से में तकरीबन 50-50 गांव लगे हुए है। ब्रिज निर्माण कार्य धीमी गति से चलने के कारण 4 से 5 किलोमीटर वैकल्पिक मार्ग के माध्यम से लोगों को आना जाना पड़ता है। मरीज को घूम कर जाने की वजह से कई लोग असमय काल कल्पित हो चुके हैं।
जिला ओवर ब्रिज संघर्ष समिति के अध्यक्ष मांग की है कि प्रदेश सरकार व केन्द्र सरकार के दोनों एजेंसी के मध्य तालमेल के लिए जिला स्तर पर समन्वय समिति का गठन किए जाए। प्रत्येक सप्ताह कार्य की प्रगति की समीक्षा की जाए। कार्रवाई से ही रोड ओव्हर ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा हो सकेगा। इसके साथ ही रेल प्रशासन ने रेलवे स्टेशन परिसर के अंदर प्लेटफार्म 1 से 3, 4 को जोड़ने वाले सीढ़ी को भी बिना किसी कारण के बंद कर दिया है। कोई तकनीकी समस्या है, तो उसका निदान करते हुए उस बंद फुट ओव्हर ब्रिज को प्रारंभ किया जाए। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अनूपपुर के पश्चिम दिशा में चंदास नदी से होकर बिलासपुर (छग.) एवं अमरकंटक जाने के लिए आवागमन की सुविधा दी गई हैं। यह मार्ग तकनीकी रूप से व्यवस्थित नहीं है। चंदास नदी पर स्थित रोड अंडर ब्रिज पर थोड़ी सी बारिश होने पर पानी भर जाता है और वहां प्रकाश की भी व्यवस्था नहीं है। ऐसी स्थिति में दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है। तीन तरफ जाने का यह मार्ग है। यहां पर आवागमन के बेहतरीन प्रबंधन के लिए ग्लो साइन बोर्ड लगाया जाना भी आवश्यक है।
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