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गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

लॉकडाउन में 24 स्थानों को मिली सशर्त अनुमति

डिंडौरी व पेंड्रा सीमा से लगे ग्रामों में 30 अप्रैल तक मनरेगा के कार्यो की अनुमति नही
अनूपपुर अनूपपुर जिले से सटे डिंडौरी जिले में कोरोना पॉजीटिव प्रकरण के बाद 20 अप्रैल द्वारा बढ़ाई गई मियाद में अब प्रशासन ने 24 स्थानों को लॉकडाउन में सर्शत अनुमति प्रदान की है। जिसमें आगामी 3 मई तक सोशल डिस्टेसिंग के आधार पर गांवों में मनरेगा के कार्य और शहरी क्षेत्रों में लोगों की जरूरतों को पूरा कराया जाएगा। लॉकडाउन के दौरान शहरी अधिक जनसंख्या घनत्व वाले 24 स्थानों एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंसिंग मानको की अनुपालना की स्थिति में विभिन्न गतिविधियों की 22 अप्रैल की देर रात जारी आदेश में सशर्त अनुमति प्रदान की गई है। जबकि डिंडोरी, पेंड्रा-गौरेला-मरवाही जिले की सीमा से लगे ग्रामों में मनरेगा कार्यों की अनुमति 30 अप्रैल के बाद से दी जाएगी। शेष ग्रामीण क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंसिंग अनुपालना के साथ मनरेगा कार्य किए जा सकेंगे। अधिक जनसंख्या घनत्व वाले 24 स्थानो में मनरेगा कार्यों की अनुमति नहीं है। 23 अप्रैल 10 से 4 बजे तक की छूट का असर दिखा लोगो ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रख अपने कार्य को कर घरो अन्दर हो गये। प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में (अधिक जनसंख्या घनत्व वाले 24 क्षेत्रों के अतिरिक्त के अलावा दुकानें) किराना और आवश्यक सामान बेचने वाली दुकानें, पीडीएस के तहत शासकीय उचित मूल्य की दुकानों सहित खाद्य और किराने का सामान, फल और सब्जियां, डेयरी और दूध बूथ, मुर्गी, मांस और मछली, पशुआहार और चारा को संचालित करने की अनुमति पूरे दिन रहेगी। जिले के नगर पालिका अनूपपुर, कोतमा, अमरकंटक, जैतहरी, पसान, बिजुरी सहित रामनगर, बनगवां, राजेन्द्रग्राम, किरगी, कोहका, फुनगा, व्यंकटनगर, चचाई, डोला, रामनगर, डूमरकछार, बदरा, आमाडांड़, निगवानी, पोंड़की, लालपुर, बेनीबारी, लीलाटोला, भेजरी, अमलाई, खूंटाटोला, कोठी क्षेत्रों में अनुमति रहेगी। होम डिलेवरी सुबह10 बजे से शाम 4 बजे, दूध सुबह 6 बजे से 9 बजे के साथ 10 बजे से शाम 4 बजे तक होम डिलेवरी कर सकेंगे। स्वरोजगारी सेवाए इलेक्ट्रीशियन, आईटी मरम्मत, कम्प्युटर मरम्मत, प्लंबर, मोटर मैकेनिक, नाई, ब्यूटीशियन और बढ़ई घर-घर जाकर मरमम्त कार्य कर सकते हैं। मास्क पहनना एवं सैनेटाईजर का उपयोग अनिवार्य होगा।

जिले में अबतक कोई नही कोरोना संक्रमित,१६ की जांच रिपोर्ट आई निगेटिव

अनूपपुर। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने हर क्षेत्र में कमर कसकर कार्य कर रही है। घर- घर जाकर लोगो की जांच की जा रही है। अबतक की जांच में जिले में कोरोना पीडि़त कोई नही मिला। 16 नमूने जांच के लिए जबलपुर भेजे गए थे जहा रिपोर्ट में सभी निगेटिव पाये गये। अनूपपुर जिले के लिए बढ़ी राहत वाली खबर रही। अबतक जिले में 60 संदिग्धों की कोरोना जांच प्रशासन ने कराया जिसमे सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई बुधवार को जारी स्वास्थ्थ बुलेटिन के अनुसार इसके पहले 44 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। 16 सेम्पल जबलपुर भेजे गए थे बुधवार की शाम सभी 16 रिपोर्ट आई जिसमें एक भी कोरोना मरीज नही मिले।

गुरूवार को जिला कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने कुछ छूटो के आधार में नए आदेश जारी किए है जिला मुख्यालय सहित जिले के 24 घनी आबादी वाले नगरीय निकायों और बड़ी ग्राम पंचयतो में घर पहुच सेवाओ का समय सुबह 10 से शाम 4 बजे तक कर दिया है सभी को सामाजिक दूरी बनाए रखने का निर्देश दिए गए है सार्वजनिक स्थानों पर चेहरे ढ़के रहना अनिवार्य किया है उल्लंघन करने पर 100 रुपए और सार्वजनिक स्थानों पे थूकने पर 200 रुपये का जुर्माना का प्रावधान रखा है।

ग्रमीण क्षेत्रों में पेयजल समस्या के त्वरित निराकरण के लिए निवारण सेल गठित

जिला स्तरीय कंट्रोल रूम में दर्ज करा सकते हैं समस्या
अनूपपुर कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव रोकने हेतु लागू लॉकडाऊन अवधि में ग्रामीण क्षेत्रों में सतत शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने एवं ग्रामीण क्षेत्रो की पेयजल समस्याओं के संबंध में प्राप्त शिकायतों के त्वरित निराकरण हेतु जिला स्तरीय ग्रामीण पेयजल समस्या निवारण सेल का गठन एवं कन्ट्रोल रूम सुविधा प्रारम्भ की है। कार्यपालन यंत्री पीएचई संतोष साल्वे ने बताया कि आमजन पेयजल सम्बंधी समस्या हेतु कंट्रोल रूम दूरभाष क्रमांक 07659-222066 में प्रात:10.30 बजे से शाम 5.30 बजे के मध्य अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। कंट्रोल रूम का संचालन विकासखंड समन्वयक सपना त्रिपाठी एवं गोकुल प्रजापति अलक-अलग दिवसों में किया जाएगा। नोडल अधिकारी कंट्रोल रूम सहायक यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, उपखण्ड अनूपपुर के अली असगर भरावाला के निर्देशन में कार्य करेंगे। नोडल अधिकारी अली असगर भरावाला (मोबाईल नम्बर 8305642529 एवं 7999846441) विकासखण्ड-जैतहरी की शिकायतों के निराकरण के भी प्रभारी रहेंगे। सहायक यंत्री,एमसी दुबे (मोबाईल नम्बर 9826055047) विकासखण्ड-पुष्पराजगढ़ की शिकायतों के निराकरण हेतु, सहायक यंत्री एसपी द्विवेदी (मोबाइल नम्बर 9424930545) विकासखण्ड-अनूपपुर/कोतमा की शिकायतो के निराकरण हेतु प्रभारी नियुक्त किए गए हैं।

परशुराम जयंती आरोग्य दिवस के रूप में मनाएगा आर्यावर्त ब्राह्मण महासभा-चैतन्य मिश्रा

लॉक डाउन की पालन करते हुए मंत्र जाप व संकल्प आदि घरों व आश्रय स्थलों पर ही किया जाए   
अनूपपुर आर्यावर्त ब्राह्मण महासभा भगवान परशुराम जन्मोत्सव को आरोग्य सिद्धि दिवस के रूप में मनाएगा। इस दिन ब्राह्मण महासभा से जुड़े देशभर के कार्यकर्ता जरूरतमंदों के लिए यथा संभव भोजन प्रसाद का प्रबंध करने का संकल्प लेंगे। साथ ही कोरोना से देश को निजात दिलाने के लिए जगत के पालन हर भगवन विष्णुजी के छठे अवतार की घर पर ही पूजा अर्चना करेंगे। गुरूवार को आर्यावर्त ब्राह्मण महासभा अनूपपुर जिला अध्यक्ष चैतन्य मिश्रा ने दी। उन्होने बताया शनिवार को आर्यावर्त ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवाकांत शुक्ल व टीम ने इस राष्ट्रीय कार्यक्रम के संकल्प के साथ आगाज किया। भगवान परशुराम विष्णुजी के छठे अवतार और सात चिरंजीवी में एक हैं, जो कलयुग के समय आज भी इस पृथ्वी पर मौजूद हैं। अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन जन्मोत्सव मनाया जाता है। 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम जयंती दोनों मनाई जाएगी और कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन की पालन करते हुए मंत्र जाप व संकल्प आदि घरों व आश्रय स्थलों पर ही किया जाएगा।  

बुधवार, 22 अप्रैल 2020

कोटा से वापस आने वाले बच्चों को 14 दिन संस्थागत क्वॉरंटीन किया जाएगा - संभागायुक्त

अनूपपुरजनहित में यह आवश्यक है कि कोटा से आ रहे समस्त बालक बालिकाओं को 14 दिनो तक संस्थागत क्वॉरंटीन किया जाय तथा स्वास्थ्य जाँच के आधार पर ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाय। संभागायुक्त शहडोल एवं रीवा संभाग डॉ अशोक कुमार भार्गव ने बुधवार को आइसोलेशन हेतु चिन्हित किए गए आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर के निरिक्षण के दौरान अधिकारियो को निर्देशित करते हुए कहीं। उन्होने बच्चों के अभिभावको से अपील की है कि इस व्यवस्था के महत्व को समझ प्रशासन को सहयोग करें। कोटा से आने वाले बच्चों के 14 दिनो के आइसोलेशन हेतु चिन्हित किए गए आइसोलेशन कैम्प आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर में आवास व्यवस्था, खाने एवं पेय जल की व्यवस्था का निरिक्षण किया। आधुनिक सुविधायुक्त छात्रावास को देखकर आयुक्त ने सराहना करते हुए कहा नि:संदेह यह शिक्षा व्यवस्था के क्षेत्र में अनूपपुर जिले का गौरव है। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि बच्चों के ठहरने और भोजन की व्यवस्था कर दी गई है, बच्चों को यहाँ कोई भी तकलीफ नही होने दी जाएगी। बच्चों की नियमित रूप से स्वास्थ्य जाँच हेतु आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं।

सीमावर्ती ग्रामों के अन्य रास्तों की निगरानी के लिए ग्राम रक्षा समिति का करें गठन - संभागायुक्त

सीमापार से सब्जी लाने वालों को करें आइसोलेट,मप्र छग सीमा का संभागायुक्त ने किया निरीक्षण
अनूपपुर कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए आवश्यक है कि व्यक्तियों के आवागमन पर पाबंदी सुनिश्चित की जाय साथ ही सामानो के परिवहन को अनावश्यक न रोका जाय। मालवाहक वाहनो ट्रक पिक अप आदि को जरूरी दस्तावेज जाँच कर अनुमति दी जाय। परंतु यह अवश्य ध्यान दें ऐसे वाहनो में सोशल डिस्टेंसिंग मानको का पालन किया गया हो। वाहन में 1 ड्राइवर,1 सहायक तथा 1 अतिरिक्त ड्राइवर की अनुमति है। किसी भी स्थिति में मालवाहक वाहनो में व्यक्तियों का परिवहन न हो इस पर कड़ी नजर रखी जाय। बुधवार को संभागायुक्त  शहडोल एवं रीवा संभाग डॉ अशोक कुमार भार्गव ने मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ की वेंकटनगर सीमा का निरीक्षण के दौरान कही।
उन्होने कहा सीमा पर आए ट्रक के कागजों का निरीक्षण भी किया गया तथा ट्रक ड्राइवर को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक एहतियात बरतने नाक मुँह को मास्क अथवा गमछे से अनिवार्य रूप से ढँके रहने के लिए कहा गया। बॉर्डर नियंत्रण लॉगबुक का निरीक्षण तथा आने जाने वालों की अनुमति की टीप का निरीक्षण किया।
उन्होने की सीमा में नियमित रूप से सब्जियों के मालवाहक वाहन जा रहे हैं, ऐसे व्यक्तियों को ग्रामीणों से चर्चा कर आइसोलेट किया जाय। तथा इन चिन्हित व्यक्तियों द्वारा सब्जी सिर्फ आइसोलेशन कैम्प तक लायी जाय, जहाँ से अन्य ग्रामीण उसे ले जाएँ। आइसोलेट किए हुए व्यक्तियों की नियमित रूप से स्वास्थ्य जाँच की बात कही।
इस दौरान आपने ग्राम पंचायत के सचिव एवं रोजगार सहायक से सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत खाद्यान्न वितरण, मध्याह्न भोजन के राशन वितरण के सम्बंध में जानकारी ली, सचिव बताया कि खाद्यान्न वितरण सुचारू रूप से जारी है। उचित मूल्य की दुकानो में अनिवार्य रूप से सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।  संभागायुक्त ने ग्रामीण क्षेत्र के सार्वजनिक स्थानो को नियमित रूप से सैनिटाईज करते रहने को निर्देश किया।
संभागायुक्त  ने डिंडोरी एवं पेंड्रा-गौरेला-मरवाही में कोरोना संक्रमण पाए जाने से सीमाओं पर सख्त निगरानी सीमावर्ती ग्रामों के जागरूक युवाओं का चिन्हांकन कर ग्राम रक्षा समिति का गठन करें ताकि, मुख्य मार्गों के साथ अन्य मार्गों (कच्चे/पक्के) पर भी प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने के र्दिेश दिए।

कलेक्टर ने बताया कि डिंडोरी में कोरोना संक्रमित मरीज की पुष्टि होते ही डिंडोरी एवं छत्तीसगढ़ की सीमाओं को दृढ़ता से सील किया गया है। इस दौरान डीआईजी शहडोल रेंज पीएस उईके, पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

संभागायुक्त ने आइसोलेशन कैम्प का निरिक्षण कर रहने खाने व स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का लिया जायजा

अनूपपुरअन्य जिलों से आ हुए आइसोलेशन कैम्प सीनियर बालक छात्रावास फुनगा में क्वॉरंटीन किए हुए श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों से बुधवार को संभागायुक्त  शहडोल एवं रीवा संभाग डॉ अशोक कुमार भार्गव ने मुलाकात कर हाल चाल ले रहने खाने एवं पेयजल की उपलब्धता तथा स्वास्थ्य के सम्बंध में पूँछतांछ की। आइसोलेशन कैम्प फुनगा में वर्तमान में 10 महिलाएँ एवं 3 पुरूष क्वॉरंटीन किए गए हैं। महिलाओं ने बताया कि वे सभी सागर मजदूरी हेतु गई थी वापस लौटने पर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें एहतियातन क्वॉरंटीन करते हुए यहाँ रखा गया है। अपने बीच संभागायुक्त  को पाकर काफी प्रसन्न हुए, सभी ने कहा यहाँ कोई तकलीफ नही है जिला प्रशासन द्वारा रहने खाने का बराबर ध्यान रखा जा रहा है। इसके साथ ही रायपुर से पलायन करके आए 2 युवकों से भी संभागायुक्त  ने चर्चा कर उनका हाल लिया गया। आयुक्त ने बताया जनहित में और सम्बंधित व्यक्ति के हित के लिए आवश्यक है कि वह अगर विगत अवधि में ऐसे क्षेत्रों से जहां कोरोना संक्रमण है आया है, तो वह इसकी सूचना अनिवार्य रूप से नजदीकी थाने/ कार्यपालिक मजिस्ट्रेट कार्यालय में दे तथा स्वेच्छा से 14 दिन तक संस्थागत क्वॉरंटीन में रह प्रशासन को सहयोग प्रदान करे।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि सभी महिलाओं को आइसोलेशन केंद्र में 12 दिवस पूर्ण हो चुके हैं 2 दिवस पश्चात स्वास्थ्य प्रोटोकाल के आधार पर जाँच उपरांत उन्हें उनके गृह ग्राम भेजने की व्यवस्था की जाएगी। कलेक्टर ने बताया कि सभी विकासखंडो में आइसोलेशन कैम्प स्थापित किए गए हैं, जिनमे वर्तमान में 500 से अधिक पलायन कर आए हुए श्रमिकों/ व्यक्तियों को क्वॉरंटीन में रखा गया है। 

आइसोलेशन वार्ड सहित स्वास्थ्य सुविधाओं एवं साफ सफाई का का रखे विषेश ध्यान - संभागायुक्त

जिला चिकित्सालय का निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य विभाग के लोगो को सावधानियाँ बरतने के निर्देश
अनूपपुर किसी भी स्थिति में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किए जाने वाले व्यक्तियों का सम्पर्क अन्य मरीजों एवं उनके परिजनों से नही होना चाहिए। उनके रहने खाने एवं प्रसाधन की व्यवस्थाएँ पूर्णतया पृथक हों एवं नियमित रूप से सैनिटाईजेशन की व्यवस्था की जानी चाहिए। जिला चिकित्सालय में कोरोना संक्रमण मरीजों हेतु स्थापित आइसोलेशन वार्ड एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त शहडोल एवं रीवा संभाग डॉ अशोक कुमार भार्गव ने उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के लोगों से कहीं। उन्होने अनिवार्य रूप से हर समय कोरोना संक्रमण से संरक्षण हेतु मानक सावधानियों का पालन करने के निर्देश दिए।
संभागायुक्त ने आइसोलेशन वार्ड में स्थापित कोरोना के क्रिटिकल मरीजों हेतु 3 वेंटिलेटर सुविधायुक्त बेड एवं 36 आइसोलेशन बेड का निरीक्षण कर उपस्थित नर्स एवं सहायक स्टाफ से पीपीई किट की उपलब्धता की जानकारी ली, जिस पर स्टाफ एवं नर्स ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट उपलब्ध कराया गया है। कलेक्टर को पीपीई किट एवं अन्य आवश्यक उपकरणो की उपलब्धता पर निगरानी रखने एवं आपूर्ति सुनिश्चित बनाए रखने के निर्देश दिए गए। निरिक्षण के दौरान सामान्य वार्ड में इलाज कराने के लिए आए मरीजों एवं उनके परिजनों से चर्चा कर समझाइश देते हुए कहा हर समय मुँह और नाक को मास्क अथवा गमछे आदि से सदैव ढँककर रखें, आपस में सदैव 1 मीटर की सामाजिक दूरी बनाकर रखें।
उन्होने सर्दी,खाँसी के लिए पृथक से स्थापित फ्लू ओपीडी का निरीक्षण किया एवं अबतक प्राप्त प्रकरणों की जानकारी ली। संभागायुक्त ने नवाचार के तौर में कोरोना वॉक इन सैम्पल कलेक्शन कियोस्क (विस्क) का निरीक्षण किया। सिविल सर्जन डॉ.एससी राय ने जानकारी दी कि इस नवाचार के माध्यम से कम पीपीई का इस्तेमाल कर पूरी सुरक्षा के साथ बड़ी संख्या में कोरोना जाँच हेतु सैम्पल लिए जा सकते हैं। डॉ भार्गव द्वारा इस नवाचार की सराहना की। उन्होने आमजन की सुविधा हेतु रैम्प में रेलिंग लगाने एवं टायलेट से किसी भी स्थिति में जल बाहर न जा सके इस हेतु आवश्यक व्यवस्था के निर्देश दिए।
कायाकल्प से कोरोना से लड़ाई हेतु अधिक सशक्त - कलेक्टर

निरिक्षण के दौरान कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने संभागायुक्त को बताया कि जिला चिकित्सालय में कायाकल्प के दौरान स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था को दुरुस्त एवं सुदृढ़ किया गया है। जिसका लाभ हमें कोरोना संक्रमण से लड़ाई में प्राप्त होगा। आइसोलेशन वार्ड में सैनिटाईजेशन सुनिश्चित करने हेतु हर दिन अलग रंग के चादर बिछाने के निर्देश दिए गए हैं। इस व्यवस्था पर संभागायुक्त प्रशंसा करते हुए कहा बारीक किंतु महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान रख अमल करने से इस संक्रमण के खतरे से निपटा जा सकता है। इस दौरान डीआईजी शहडोल रेंज पीएसउईके, पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीडी सोनवानी सहित प्रशासनिक, पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं स्टाफ उपस्थित रहा।

मंगलवार, 21 अप्रैल 2020

पटरियों के सहारे पैदल आ रहे मजदूर,पटरियों पर बैठकर कर रहे थे आराम,झपकी लगी दो की मौत

अनूपपुर बिजुरी-अंबिकापुर रेलवे लाइन पर उदलकछार से दर्रीटोला के बीच सुबह करीब साढ़े आठ बजे मालगाड़ी की चपेट में आने से ट्रैक पर चल रहे दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। लॉकडाउन के चलते मजदूरों को साधन नहीं मिला था। जिसके बाद पटरियों के किनारे-किनारे पैदल चल रहे थे। मंगलवार की सुबह पटरी पर बैठकर आराम कर रहे थे, तभी झपकी लग गई थी। इस दौरान मालगाड़ी की चपेट में आने से दो की मौत हो गई।

मृतकों में कमलेश्वर राजवाड़े और गुलाब राजवाड़े शामिल है। जबकि साथ ही चल रहे दो अन्य मजदूर बाल-बाल बच गए। यह चारों मजदूर छत्तीसगढ़ राज्य के पेंड्रा मरवाही गौरेला जिले के गोरखपुर स्थित खाद-बीज बनाने वाली कंपनी में काम करते थे, जो लाकडाउन के दौरान वहां फंस गए थे। सोमवार 20 अप्रैल की शाम खाना खाकर रेलवे ट्रैक पर रात भर चलते हुए अपने घर गेवरा उजगी जिला सूरजपुर पहुंचने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान मंगलवार 21 अप्रैल की सुबह उदलकछार रेलवे स्टेशन के समीप मालगाड़ी की चपेट में आ गए। मालगाड़ी चालक व गार्ड ने स्टेशन मास्टर को घटना की सूचना दी, जिसे बिलासपुर डिवीजन के अधिकारियों को जानकारी दी। रेलवे के अनुसार उदलकछार और दर्रीटोला के बीच हसदेव जंगल के नजदीकयह घटना हुई है। घटना के दौरान दो अन्य साथी पास के नदी से पानी लाने गए थे। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि संभवत रातभर पैदल चलने व पटरी किनारे बैठे होने पर मालगाड़ी के आने के दौरान उन्हें झपकी लग गई थी। मालगाड़ी के हॉर्न को नहीं सुनने से घटना हुई। घटना की सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंच गई है और दोनों मजदूरों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

इलेक्ट्रिनिक दुकान में लगी आग 5 घटे की मस्कत के बाद पाया गया काबू

अगल-बगल की 6 दुकानो को लिया चपेट में, लाखो का सामान जलकर खाक
अनूपपुर। जिला मुख्यालय तहसील कार्यालय समीप 21 अप्रैल की सुबह 7 बजे निशा इंटरप्राइजेज दुकान में काले धुएं की गुबार के साथ आग की लपटों ने देखते ही देखते इतना भयावह रूप धारण किया तो आसपास के 6 अन्य दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग और धुंआ को देखकर स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना कोतवाली थाना पुलिस और नगरपालिका के फायरब्रिगेड को दी।
अगजनी की घटना की सूचना पर तत्काल एसडीएम अनूपपुर कमलेश पुरी, तहसीलदार भगीरथ लहरे, एसडीओपी कीर्ति बघेल, थाना प्रभारी प्रफुल्ल राय सहित पुलिस अमला और नगरपालिका कर्मचारी मौके पर पहुंचे। लेकिन जबतक पुलिस और फायरब्रिगेड वाहन मौके पर पहुंचता, आग ने विकराल रूप धारण करते हुए आधा दर्जन दुकान के करोड़ों की भंडारित सम्पत्ति को जलाकर खाक कर दिया। लगभग आधा घंटा के बाद अनूपपुर नगरपालिका, पसान नगरपालिका, मोजरबेयर पावर प्लांट जैतहरी, नगरपंचायत जैतहरी और चचाई की फायरब्रिगेड वाहन ने मौके पर पहुंचकर आग को बुझाने का प्रयास किया।
लेकिन दुकान के अंदर सामानों में पकड़े आग को बुझाने में दमकल कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा और पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग दोपहर १२ बजे के आसपास बुझा दी गई। लेकिन इस दौरान आसपास के क्षेत्रों में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। थाना प्रभारी प्रफुल्ल रायने बताया कि आग दुकान के अंदर लगी बिजली के शॉट सर्किट के कारण लगना प्रतीत होता है। शॉॅट सर्किट रात के समय लगी होगी, लेकिन दुकान बंद होने के कारण सुबह यह आग और धुंए के गुबार में अधिक विकराल रूप में भभकती हुई फैल गई। अनुमान है कि निशा इंटरप्राइजेज की दुकान में करोड़ों का सामान जलकर खाक हो गए हैं।

  

कानून व्यवस्था और भ्रष्ट आचरणों के सुपुर्द हो चुकी महाराष्ट्र सरकार - ब्रह्मर्षि रामकृष्णा नंद महाराज

अमपकंटक के संतो ने एक स्वर में जताया विरोध, कार्यवाई करे नही संत महाराष्ट्र करेंगे कूच
अनूपपुर/अमरकंटक महाराष्ट्र के पालघर में पुलिस पुलिस के सामने जूना अखाड़ा के संतों स्वामी कल्पवृक्ष गिरिजी, स्वामी सुशील गिरिजी व उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े की निर्मम हत्या से स्तब्ध हूँ। छत्रपति शिवाजी महाराज एवं बालासाहेब ठाकरे जी के राज्य में सरेआम पुलिस के सामने साधुओं की निर्मम हत्या अकल्पनीय है।
घटना से पूरा देश स्तंब्ध है। साधू समाज ने एक स्वर में इस धटना की निदां करने हुए आरोपियो के विरूध कड़ी कार्यवाई की मांग की है। श्री मार्कण्डेय आश्रम पवित्र नगरी अमरकंटक के आचार्य महामंडलेश्वर ब्रह्मर्षि रामकृष्णा नंद महाराज ने मंगलवार को कहा अमानवीय राज्य की कानून व्यवस्था और भ्रष्ट आचरणों के सुपुर्द हो चुकी है। महाराष्ट्र सरकार से अपेक्षा करता हूँ कि हत्यारों को कठोर दंड दिया जाये एवं ऐसे असामाजिक तत्वों पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए। ऐसे कृत्य करने वाले और नफरत को सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाने वालों को भी कड़ी सजा का प्रावधान की बात कहीं।
उन्होने कहां अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्रगिरी जी और जूना अखाड़े के वरिष्ठ पदाधिकारी इस घटना के विषय में जो निर्णय लेंगे उसका हम हृदय से समर्थन करेगें। अखाड़े सभी एक है पूरे देश के संत इस कृत्य की घोर निन्दा कर रहे हैं। पवित्र नगरी अमरकंटक के साधु संतों ने इस अमानवीय कृत्य घटना की घोर निन्दा की है। देश के संतों के साथ जब इस प्रकार का अमानवीय व्यवहार होगा तो अन्य लोगों के साथ क्या होगा अगर समय रहते सरकार ने इस मामले की गंभीरता से नहीं लिया तो सरकार को लंबी किस्त चुकानी पड़ेगी। उन्होने महाराष्ट्र सरकार को चेतवनी देते हुए कहा अगर समय रहते आरोपियो पर कार्यवाई नही होती तो भारत के सभी संत लाकडाउन समाप्त होने के बाद महाराष्ट्र कूच करेंगे।


डिंडोरी पेंड्रा से लगी सभी सीमाओं को किया गया सील,व्यक्तियों के आवागमन पर प्रतिबंध

सीमावर्ती गांव ने स्लोग्न लिखकर मार्ग किया अवरूध
अनूपपुरजिले की सीमा से लगे डिंडोरी जिले में विगत दिवस कोरोना पॉजिटिव प्रकरण की पुष्टि होने पर जिला प्रशासन ने डिंडोरी से लगी हुई सीमाओं में सतर्क बरतते हुए मंगलवार को डिंडोरी एवं पेंड्रा से लगी सभी सीमाओं पर नाकाबंदी के निर्देश दिए।
कलेक्टर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के निर्देशा पर डिंडोरी सीमा से लगे समस्त गाँवों में पुलिस एवं प्रशासन द्वारा संयुक्त गश्त कर रास्तों को अवरुद्ध किया गया। इसके साथ ही मुनादी कराकर यह आदेश दिए गए कि कोई भी व्यक्ति जो 1 अप्रैल के बाद डिंड़ोरी से आया हो वह अनिवार्य रूप से निकटतम थाने अथवा कार्यपालिक मजिस्ट्रेट कार्यालय में सूचित करे। सूचना छिपाने वालों अथवा गलत जानकारी देने वालों पर कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद गोरेला, पेंड्रा मरवाही (छत्तीसगढ़) से लगी हुई ग्रामीण सीमाओं उमरिया, भेलमा, लहसुना, चोलना, तथा डिंडोरी से लगे चंदन घाट, ग्राम कंडी कापा, जरहा से डिंडोरी मार्ग को पूर्णतया सील कर दिया गया है। मालवाहक वाहनो के अतिरिक्त आमजनो के आवागमन को पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया,बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के आमजनो की आवाजाही पर कड़ाई से नियंत्रण किया जाय।
सीमावर्ती गांव ने स्लोग्न लिखकर मार्ग किया अवरूध

अमरकंटक से 40 किलोमीटर दूर डिंडौरी की सीमा को जोड़ता बेलघाट गांव जो नर्मदा पार के ग्रामीणों ने सोमवार को जब डिंडौरी में सारा प्रशासनिक अमला कोरोना संक्रमित पाए गए मरीज के उपचार के साथ उसके रहवास स्थल की सुरक्षा व्यवस्थाओं की योजना में जुटी थी, तब अदम विलक्षणता का परिचय देते हुए क्षमा याचना के साथ आना जाना वर्चित लिख बेलघाट के ग्रामीणों ने डिंडौरी से जुड़ती गांव की मुख्य सडक में मिट्टी और जंगली झाड़ से अवरोध खड़ी कर बंद कर दिया। गश्त के दौरान मंगलवार को जब एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डेहरिया,तहसीलदार के साथ अमरकंटक पुलिस गांव पहुंची तो अवाक रह गई। उन्हें समझ में आया कि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बंद की गई होगी। लेकिन ग्रामीणों से पूछताछ में ग्रामीणों द्वारा मार्ग बंद करने तथा स्लोग्न लिखने की जानकारी मिली। अनूपपुर जिला प्रशासन दी जाने वाली छूट को टालकर लॉकडाउन को यथावत बनाने की रणनीति पर काम कर रहा था।
एसडीएम पुष्पराजगढ़ ग्रामीणों की विलक्षणता और उनकी समझदारी को सराहना करते हुए संतोष जताया। साथ ही ग्रामीणों से कहा अगर गांव की सीमा क्षेत्र के आसपास कोई बाहरी दिखता या गांव में प्रवेश करने की कोशिश करता है तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें। ग्रामीणों ने बताया कि डिंडौरी के करंजिया में कोरोना संक्रमण का मरीज पाया गया है। हमारे गांव में यह संक्रमण नहीं पहुंचे, इसलिए रास्ते को बंद कर दिया है। गांव की आबादी लगभग 250-300 के बीच बताई जाती है। फिलहाल ग्रामीण सीमावर्ती गांव के होने के नाते सतर्कता बरते हुए हैं। वहीं करंजिया सीमावर्ती क्षेत्र गांव भर्राटोला में प्रशासनिक अमला ने मार्ग को बंदकर आवाजाही वर्जित कर दी है।


जानकारी छुपाने पर राजस्थान से लौटे व्यक्ति पर मामला दर्ज

अनूपपुर गोविन्दा कालरी के निवासी भारत कुमार वर्मा पर दौसा (राजस्थान) से लौटने पर निकटतम थाना या कार्यपालिक मजिस्ट्रेट को सूचित न करने पर, कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु लगाए गए प्रतिबंधात्मक आदेश की अव्हेलना पर मंगलवार को धारा 188, 269, 279 व आपदा प्रबंधन की धारा 51 के तहत मामला दर्ज कर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई। 35 वर्षीय भारत कुमार वर्मा निवासी गोविदा कालोनी अनुविभागीय दंडाधिकारी अनूपपुर कमलेश पुरी से अनुमति लेकर 15 अप्रैल को ग्राम फुलेला दौसा राजस्थान जाकर 18 अप्रैल को वापस कोतमा आ कर थाना कोतमा में सूचना दी जानी थी, परंतु उक्त व्यक्ति कोतमा वापस आकर बिना सूचना दिये अपने कालरी क्वार्टर मे आकर छुप कर निवास कर रहा था। 

सोमवार, 20 अप्रैल 2020

बेटी के घर जाने निकली अधेढ़ महिला की बीच रास्ते में हत्या,जांच में जुटी पुलिस

अनूपपुरकोतवाली अंतर्गत ग्राम पंचायत सकरा स्थित शंकर मंदिर के पास 50 वर्षीय महिला भुजरिया बाई पति समनु बैगा निवासी औढ़ेरा का शव सोमवार की सुबह मृत अवस्था में देखा गई। ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी। एसडीओपी अनूपपुर कीर्ति बघेल एवं कोतवाली निरिक्षक प्रफुल्ल राय दलबल सहित घटनास्थल पर पुलिस की डॉग स्क्वाड टीम के पहुंच स्थिति का निरिक्षण कर शव को जिला चिकित्सालय भेज पोस्टमार्डम करा परिवार जनो को सौंप दिया।

मृतिका के गांव औढ़ेरा के ग्रमीणो के अनुसार मृतिका भुजरिया बाई रविवार की दोपहर अपने गांव औढ़ेरा से सकरा बजार कहकर निकली जहां पैसा निकालकर बेटी के गांव जाने की बात कहीं थी। इसके बाद सोमवार को सकरा के ग्रमीणो ने भुजरिया बाई का शव ग्राम के शंकर मंदिर के पास शव देखा जिसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई। जानकारी के अनुसार महिला के आंख व मुंह में गंभीर चोट एवं खून के निशान देखे गए हैं। कोतवाली पुलिस ने पति समनु बैगा से पूछताछ कर मामले की जानकारी जुटाने का प्रयास के साथ अन्य पहेलुओं पर जांच कर रही है, मौत के कारणों का पता नहीं चला है। 

निजी विद्यालय को 30 मई तक शुल्क लेने पर डीईओ ने लगाई रोक

अनूपपुर कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु देशव्यापी लॉकडाउन के बीच निजी विद्यालय ने अध्यनरत्न छात्रो व अभिभवको से स्कूल का शुल्क जमा करने का दबाब डालने की शिकायत पर सोमवार को कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी डीएस राव के जारी आदेश में 30 मई तक सभी अशासकीय विद्याालय को शुल्क लेने पर रोक लगा दी है। जिले के समस्त निजी विद्यालय के प्रधानाध्यापकों एवं प्राचायों को जारी आदेश में कहा कि जिले एवं प्रदेश स्तर पर वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए शुल्क जमा करने का दबाब नही डालने की बात कही है।



संघ और सेवाभारती स्वंमसेवक गरीबों तक पहुंचा रहे भोजन

अनूपपुर कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच देशभर में गरीबों तथा लाचार जनों तक राहत-सहायता पहुंचाने का अभियान विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं तथा सरकारी स्तर किया जा रहा है। बिजुरी में राष्ट्रीय स्वंमसेवक संघ एवं सेवा भारती के साथ अन्य अनुषांगिक संघठनो द्वारा जरूरतमंदों के बीच भोजन पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। संघ से जुड़े लोग आमजनों के बीच जाकर जरूरतमंदों का पता लगा उनकी सहायता में कर रहे है। सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के व्यवस्थापक अजय शुक्ला ने बताया कि प्रारंभिक दिनों से अभी तक तथा लॉकडॉउन की समाप्ति तक कार्यक्रम जारी रहेगा। उन्होने बताया 1500 पैकेट भोजन प्रतिदिन बस्तियों में पहुचाने का कार्य 50 से 70 स्वयंसेवको द्वारा किया जा रहा है।

सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सुचारू रूप से चल रही है उपार्जन प्रक्रिया

एसएमएस प्राप्त होने पर कृषक सहजता एवं सुरक्षा के साथ कर रहे हैं उपज का विक्रय
अनूपपुर जिले में उपार्जन प्रक्रिया सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना के साथ सुचारू एवं व्यवस्थित रूप से सम्पादित की जा रही है। खाद्य अधिकारी विपिन पटेल ने बताया कि रबी उपार्जन हेतु जिले में कुल 8 उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं, प्रत्येक केंद्र हेतु एनआईसी भोपाल से प्रतिदिन 6 कृषकों को उपार्जन हेतु एसएमएस भेजा जा रहा है।  कृषकों को सम्बंधित उपार्जन केंद्र प्रभारी द्वारा भी सूचित किया जा रहा है। जिले में गेहूं उपार्जन हेतु 1609 कृषकों ने पंजीयन कराया है। उपार्जन केंद्र में सोशल डिस्टेंसिंग चिन्हांकन किया गया है। इसके साथ ही आगंतुकों के साबुन से हाथ धुलाने की भी व्यवस्था की गयी है। राज्य शासन के निर्देशानुसार सौदा पत्रक के माध्यम से कृषक व्यापारियों को भी अपनी उपज का विक्रय कर सकते हैं। सोमवार को 6 कृषकों से 64 क्विंटल गेहूं की खरीदी की गई है। इसमे दुलहरा में 2 कृषकों ने 18 क्विंटल एवं कोतमा में 4 कृषकों ने 46 क्विंटल गेहूं का विक्रय किया।


रविवार, 19 अप्रैल 2020

सकुशल वापस आए नवोदय के 26 विद्यार्थी

स्वास्थ्य जाँच में सभी स्वस्थ, 14 दिन तक रहेंगे होम क्वॉरंटीन में
कलेक्टर ने छात्रों को बताया होम क्वॉरंटीन में किन सावधानियों का रखना होगा ध्यान
अनूपपुर। जवाहर नवोदय विद्यालय अमरकंटक के 26 छात्र वर्तमान में बोलांगीर (उड़ीसा) में अध्ययनरत थे, कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु देशव्यापी लॉकडाउन होने से उक्त सभी छात्र वापस अमरकंटक नहीं आ पा रहे थे। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर उक्त छात्रों एवं स्थानीय प्रशासन से सतत सम्पर्क में रहे, आपने छात्रों की आयु को दृष्टिगत रखते हुए छात्रों को वापस लाने हेतु राज्य सरकार एवं बोलांगीर ज़िला प्रशासन से सम्पर्क कर आवश्यक व्यवस्था की तथा नायब तहसीलदार आदित्य द्विवेदी की अगुवाई में उक्त छात्रों को अनूपपुर वापस लाने हेतु संयुक्त दल को बोलांग़ीर (उड़ीसा) भेजा। दल द्वारा बच्चों को 19 अप्रैल रात्रि सर्वप्रथम ज़िला चिकित्सालय अनूपपुर लाया गया। जहां पर बच्चों की स्वास्थ्य जाँच की गयी, सभी बच्चे स्वस्थ पाए गए। सभी छात्रों को 14 दिनो के होम क्वॉरंटीन हेतु निर्देशित किया गया है।
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सभी बच्चों से उनका हाल पूँछा तथा बड़े ही प्यार एवं स्नेह से बच्चों को होम क्वॉरंटीन का मतलब एवं महत्व समझाया। आपने छात्रों को बताया आप सभी अगले 14 दिनो तक घर से बाहर नही निकलें, घर के सदस्यों को भी न छुएँ। साथ ही खाँसी, सिरदर्द, सर्दी अथवा बुखार की समस्या आए तो तुरंत ज़िला स्तरीय कंट्रोल रूम नम्बर 07659-222563 अथवा स्वास्थ्य विभाग के टेलीमेडिसिन नम्बर 07659-292131 पर सम्पर्क करें। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने सभी छात्रों को अच्छे स्वास्थ्य की शुभकामनाएँ दी हैं। सभी छात्रों ने कलेक्टर महोदय द्वारा बताए गए सभी निर्देशों का पालन करने का वचन देते हुए उनके इस सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
इस दौरान सभी बच्चों को स्वच्छता किट (मास्क, सैनिटाईज़र एवं साबुन) प्रदान किया गया तथा मास्क का प्रयोग करने एवं नियमित रूप से साबुन से हाथ धोते रहने की समझाइश दी गयी।
कलेक्टर ने नायब तहसीलदार आदित्य द्विवेदी सहित दल के सभी सदस्यों द्वारा व्यवस्थित रूप से छात्रों को अनूपपुर तक लाने हेतु सराहना की गयी। दल के सदस्यों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन सुनिश्चित कर 18 अप्रैल जिला बोलांगीर (उड़ीसा) के लिए प्रस्थान किया एवं 19 अप्रैल रात्रि 10 बजे दल सकुशल सभी 26 छात्रों के साथ ज़िला चिकित्सालय अनूपपुर पहुँचा। दल में सहायक उपनिरीक्षक यू॰एन॰ मिश्रा, शिक्षक जेएनवी अमरकंटक बीबीदास एवं एमपीडबल्यू नरेंद्र सिंह धुर्वे शामिल थे।

बाल गृह के बच्चों को दी गयी कोरोना से बचाव हेतु उपायों की जानकारी

हैंडवाश, मास्क एवं सैनिटाईजर प्रदान कर उपयोग की विधिवत रूप से समझाया गया
अनूपपुर स्वास्थ्य दल द्वारा बाल गृह के बच्चों की स्वास्थ्य जाँच कर उन्हें कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक सावधानियों की जानकारी एवं उन्हें अपनाने की समझाइश रविवार को सिविल सर्जन डॉ एससी राय के नेतृत्व में चिकित्सा दल ने दी। इस दौरान उन्हें हैंडवाश, सैनिटाईजर एवं मास्क का वितरण कर उनके उपयोग करने के तरीकों के सम्बंध में लानकारी दी गई। डॉ राय ने समझाइश देते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम में मास्क, साबुन-पानी व सेनेटाइजर का नियमित इस्तेमाल काफी मददगार बताया। उन्होने कहा वायरस छींक या खांसी की छोटी-छोटी बूंदों के जरिये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है। मास्क उन बूंदों को आपके पास पहुंचने से रोकता है और आपकी रक्षा करता है। मास्क का इस्तेमाल करते समय मास्क पहनने से पहले हाथ अच्छी तरह से साफ कर लें, मुंह और नाक को मास्क से अच्छी तरह से ढक लें, दोनों के बीच का गैप ना हो। मास्क पहनने के बाद इसे हाथों से ना छुएं। कानों पर बंधी स्ट्रिप की सहायता से ही उसे उतारें। किसी संदिग्ध व्यक्ति के सम्पर्क में आने या किसी सतह को छूने के बाद हैंड सेनेटाइजर का उपयोग जरूर करें। ये विषाणुओं को खत्म करने और आपको सुरक्षित रखने में मदद करता है। हैंड सेनेटाइजर के उपयोग के दौरान रखें इन बातों का ध्यान जरूरी है। हाथ साफ करने से पहले आपके हाथ सूखे हों। सेनेटाइजर का उपयोग करने के बाद अपने हाथ न धोएं। सेनेटाइजर ज्वलनशील है, इसलिए सावधानी से उपयोग में लाएं। उन्होने बताया कि साबुन और पानी से हाथ धोना सबसे बेहतर विकल्प है। हाथ धोते वक्त करीब 20 सेकेंड तक उन्हें अच्छे से मलें। साफ करने के दौरान हाथ की सभी सतहों को सही तरह से साफ करें।


जिला चिकित्सालय आइसोलेशन वार्ड का कलेक्टर ने किया औचक निरीक्षण

अनूपपुर कोरोना संक्रमण के मरीज़ो के लिए स्थापित आइसोलेशन वार्ड व्यवस्था, सैनिटाईजेशन एवं आपातकाल में अपनाई जाने वाली मानक प्रचालन प्रक्रियाओं के क्रियान्वयन के सम्बंध में कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने रविवार की शाम जिला चिकित्सालय का औचक निरिक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान सिविल सर्जन एवं जिला चिकित्सालय अधीक्षक डॉ एससी राय ने जानकारी दी कि मानक प्रक्रिया एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी गाइडलाइन के आधार पर आइसोलेशन वार्ड में सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। यह वार्ड सामान्य मरीज वार्ड से पृथक है। वार्ड में कार्यरत समस्त स्वास्थ्य अधिकारियों, सफाई कर्मियों को पूरी एहतियात एवं सुरक्षा उपकरणो के साथ कार्य करने हेतु प्रशिक्षण दिया गया है एवं निर्देशित किया गया है। आपातकाल के समय बेहतर एवं शीघ्र कार्यवाही हेतु समय-समय पर मॉकड्रिल (पूर्वाभ्यास) भी किया गया है। कलेक्टर सभी स्वास्थ्य अधिकारियों, डॉक्टरो एवं कार्मिको को कार्य के दौरान व्यक्तिगत सुरक्षा का अनिवार्य रूप से ध्यान रख पालन करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान डॉ एसआरपी द्विवेदी सहित अन्य चिकित्सकीय 

कोरोना की लड़ाई में लॉकडाउन के पालन और प्रशासन की सतर्कता से बचाई लोगों की जान

फाईल फोटो 
सावधानी नहीं बरती होती तो प्रभावितों की श्रेणी में जिला होता शामिल
अनूपपुरकोरोना संक्रमण सकंट में पूरी दुनिया अपनी लापरवाहियों के कारण गभ्भीर समस्या से जूझ रही है। इसका मुख्य उदाहरण इटली, स्पेन और अमेरिका जैसे शक्तिशाली राष्ट्र हैं। लेकिन भारत ने इस संक्रमण से बचने अपने संसाधनों के आधार पर पूरी तरह घोंघे की भांति समय से कवच में बंद कर लिया। जिसका असर यह रहा कि यहां संक्रमण का प्रभाव कम रहा। मप्र के 27 जिले इसकी चपेट में है।
 अनूपपुर जिला कोरोना संक्रमण से आज भी अछूता है। यहां लगभग 8 लाख की आबादी में अबतक एक भी व्यक्ति संक्रमित होने की खबर नहीं है। हालात सामान्य हैं वजह जिला प्रशासन ने जबलपुर में पाए गए संक्रमण मामले पर गम्भीरता दिखाते हुए जिले की सीमाओं को तत्काल सील कर जिले में लॉकडाउन की घोषणा कर दी। यह घोषणा शहडोल सम्भाग में पहल करवाने वाला अनूपपुर जिला पहला जिला था, प्रधानमंत्री की जनता कफ्र्यू की समाप्ति के साथ जिले में लॉकडाउन जैसी व्यवस्था बन गई। प्रशासन ने संक्रमण की सम्भावनाओं की तलाश में घर-घर स्क्रीनिंग जांच आरम्भ करवा दिया। यहां तक सोशल डिस्टेसिंग के पालन करवाने बाजारों का स्थान बदल दिया गया। जब यहां भी पालन में लापरवाही सामने आई तो पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा के साथ घर-घर पहुंच सेवा की शुरूआत कर लोगों को घर के अंदर धकेल दिया। वहीं सड़कों पर पुलिस की गश्त ने लोगों को घर के अंदर रहने विवश कर दिया। इसके अलावा बीच-बीच में लॉकडाउन के बावजूद 24 घंटे का कफ्र्यू लगाते हुए लोगों के सम्पर्क को तोड़ दिया। जिले चारो विकासखंड कोतमा,अनूपपुर,जैतहरी और पुष्पराजगढ़ के प्रशासनिक अधिकारियों को बाहर से आने वाले व्यक्तियों पर नजर रखने तथा उसकी जांच परीक्षण के सख्त निर्देश दिए। परिणाम यह रहा कि अबतक कोरोना संक्रमण से यह जिला अछूता है।

कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि अगर वे इस प्रकार की व्यवस्था नहीं बनाते तो चिकित्सीय संसाधानों के आधार पर यहा कोरोना संक्रमण मरीजों की तादाद अधिक बन सकती थी। इंदौर, भोपाल, जबलपुर के अलावा सीमावर्ती राज्य छग सहित अन्य राज्यो से आने वाले मजदूरों, विद्यार्थियों के सम्पर्क में यह जिला कोरोना संक्रमण जिले के रूप में सामने आ सकता था। हालांकि इसके लिए चुनौतियां भी बनी। तीन घंटे की खरीदारी छूट में सोशल डिस्टेंसिंग पालन कराना, लोगो को घरों के अंदर रखने, दिन-रात पुलिस गश्त लगाकर अपील कराना, दुष्परिणामों व सावधानियों की जानकारी देना, घर-घर स्वास्थ्य अमले को भेजकर स्क्रीनिंग कराना, बाहर से आए लोगों की सूचना एकत्रित कराना और जांच के लिए भेजना, विकासखंड स्तर पर मेडिकल टीम बनाना और स्थानीय स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर भी बनाना, गरीबों व जरूरतमंदों के बीच भोजन पहुंचाना, बाहर फंसे लोगों को भी सुरक्षित लाना और स्वास्थ्य परीक्षण कराना, आवश्यक बस्तुओं को घर-घर पहुंचाने की व्यवस्था बनाना, दूर-दराज ग्रामीण इलाकों में जरूरतमंदों की जानकारी लेना, राशन का उठाव की व्यवस्था बनाना सहित अन्य जरूरी कदम थे जो किसी भी प्रकार से सोशल डिस्टेसिंग को नुकसान नहीं पहुंचाए और संक्रमण से मुकाबला करने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया। अगर इनपर रोक नहीं लगाया जाता तो भविष्य में यहां कितने कोरोना संक्रमण के मरीज मिलते और कितनों की जान जा सकती थी यह कहना मुश्किल है। कलेक्टर ने इंदौर मामले को सामने लाते हुए बताया कि यहां लोगों ने प्रशासन के आदेशों की अनदेखी की,विरोध किया। जिसका नुकसान आज शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसे ही शक्तिशाली राष्ट्र अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, स्पेन जैसे देशों ने लापरवाही बरती और उसका खामियाजा पूरा देश भुगत रहा है।

लॉकडाउन में वनविभाग ने जलाऊ लकड़ी से भरा ट्रैक्टर किया जप्त

अनूपपुर वनपरिक्षेत्र कोतमा बीट मनटोलिया ग्राम छिल्पा में वन से अवैध जलाऊ लकड़ी ने जा रहे टैक्ट्रर को वनविभाग का गस्तीदल रविवार को पकड़ कर पूछतांछ की जिसपर टैक्ट्रर चालक ने संतोषजनक जबाब नही दे सकने पर डिपो में खड़ा करा लिया।

रेंजर आरएस त्रिपाठी ने बताया कि वनविभाग के गस्तीदल बीट प्रभारी विमला मरावी अपने अमले के साथ जंगल भ्रमण कर रही थी तभी छिल्पा निवासी विजय तिवारी ट्रैक्टर में जलाऊ लकडी ले जा रहा था मौके पर ट्रैक्टर को रोकर लकडी के वैध कागजात मांगने पर किसी प्रकार के दस्तावेज नही दिखाया गया। जिसे जप्त करते हुए वनविभाग ने मामला कायम करते हुए ट्रैक्टर को वनडिपो कोतमा में खड़ा करवाकर जांच के की जा रही है कि लकड़ी जंगल या राजस्व की भूमि से ले जाया जा रहा था।

ओपीएम कोरोना की लड़ाई में नही गभ्भीर बाहर से आने वाले वाहन चालको की नही हो रही जांच

अनूपपुर कोरोना वायरस की पहुंच अब विश्व के 200 देशों इस वायरस की जकड़ में है। 300 करोड़ से ज्यादा लोग लॉकडाउन में हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। इसमे भारत सबसे प्रमुख है। 135 करोड़ लोगों को 33 दिनों तक घरों में बंद, वहीं बड़े उद्योग इस खतरे को दर किनार कर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं। देश को कोरोना वायरस के कम्युनिटी संक्रमण के खतरे से बचने के प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन इन कोशिशों के बीच बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है।
शहडोल जिले के ओरिएंट पेपर मिल्स अमलाई शासन की गाइडलाइंस होने के बावजूद उद्योगों विशेष आदेश के तहत मिली सशर्त छूट से पेपर उद्योग और कास्टिक सोडा यूनिट चालू है। यहा और बहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को  बिना जांच के प्रवेश दिया जा रहा है जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। ओरिएंट पेपर मिल्स लॉकडाउन के नियमो का उलघंन कर वाहन चालको से कहीं अबतक कोरोना से अछूता जिला इस लापरवाही की भेट न चढ़ जाये। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को राजस्थान से आये ट्रकों के चालको को तेज बुखार की शिकायत थी,जिन्हे ओपीएम हॉस्पिटल द्वारा बिना थर्मल स्कैनिंग के ही सामान्य दवा देकर उन्हें खुले में छोड़ दिया गया और इसकी जानकारी प्रशासन से छिपाई गई। बाद में सैंपल जाँच के लिए भेजे गए।

इसके अलावा पेपर मिल के अंदर एक ठेका श्रमिक को अचानक चक्कर आ गया और वह वही गिर गया बाद में पता चल की उसे तेज बुखार है,कम्पनी ने उसे भी आनन फानन में बिना जांच के छुट्टी देकर उसके गृह ग्राम भेज दिया, इन सब घटनाओं से पता चलता है की पेपर मिल्स प्रबंधन वैश्विक महामारी कोरोना के प्रति लड़ाई में कितने सजग और तत्पर है। इस जानकारी के बाद आसपास के ग्राम वासियों में भय का माहौल है।

जिला संकट प्रबंधन की बैठक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव की बनी कार्ययोजना

नियमो के साथ गतिविधियों की रहेगी अनुमति, सार्वजनिक स्थलों में थूकने पर लगेगा जुर्माना
अनूपपुर शासन के निर्देशानुसार कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव की गतिविधियों को प्रभावित किए बगैर पूर्ण सुरक्षा एवं एहतियात को ध्यान में रख आगामी दिवसों में विभिन्न गतिविधियाँ प्रारम्भ किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। आगामी दिवसों में किस तरह एवं किस प्रकार की गतिविधियों को अनुमति दी जा सकती है, रविवार को जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में शासकीय अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवियों ने अपने सुझाव दिए।
सुझावो पर विमर्श के पश्चात कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि आगामी दिवसों में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों हेतु पृथक आदेश जारी किए जाएँगे। जिनमे किराना दुकानो, फल, सब्जी,दूधडेरी एवं अन्य आवश्यक गतिविधियों हेतु विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएँगे। इस दौरान यह भी निर्धारित किया गया कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की जिम्मेदारी सम्बंधित दुकानदार पर भी आरोपित की जाएगी एवं उल्लंघन पाए जाने पर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। बैठक में राहत कार्यों, बेसहारा वर्ग के लोगों को केंद्र एवं राज्य शासन की योजनाओं के माध्यम से खाद्यान्न उपलब्ध कराने के विषय पर भी चर्चा कर व्यवस्था को और सशक्त बनाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए।
ग्रामीण क्षेत्रों में जल संवर्धन एवं संरक्षण कार्यों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ अनुमति प्रदान किए जाने पर सहमति बनी। सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंधित करने एवं उल्लंघनकर्ताओं पर 200 रुपए का जुर्माना करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। शीघ्र ही इस सम्बंध में अधिकारिक आदेश जारी किए जाएँगे। तब तक वर्तमान आदेश प्रभावशील रहेगा। बैठक में वर्तमान स्वास्थ्य जाँच की प्रगति एवं अन्य संसाधनों की उपलब्धता पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। बैठक पूर्व विधायक रामलाल रौतेल, दिलीप जायसवाल सहित पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा, सीईओ जिला पंचायत सरोधन सिंह, अपर कलेक्टर बीडी सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन सहित जिला संकट प्रबंधन समूह के सदस्य अन्य जनप्रतिनिधि एवं शासकीय सेवक उपस्थित रहे।

शनिवार, 18 अप्रैल 2020

भोपाल व रायपुर के मध्य विशेष पार्सल ट्रेन का परिचालन

अनूपपुर रेलवे प्रशासन द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं जैसे खाद्य सामग्री, दवाएं, चिकित्सा आपूर्ति, चिकित्सा उपकरण, खाद्य तेल, आदि की उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु स्पेशल पार्सल गाडिय़ां चलाई जा रही है। कोरोना विशेष पार्सल ट्रेन के नाम से 00135/00136 नं. के साथ भोपाल से रायपुर के मध्य 18 अप्रैल से 03 मई तक विशेष पार्सल ट्रेन चलाई जा रही है। यह ट्रेन भोपाल से प्रत्येक मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को तथा रायपुर सेप्रत्येक बुधवार, शुक्रवार व रविवार को चलेगी इस गाड़ी का ठहराव दोनों दिशाओं में विदिशा, गंज बासोदा, बीना, सागर, गणेश गंज, दमोह, कटनी मुरवाड़ा, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, बिलासपुर स्टेशनों में दिया गया है।
इस पार्सल ट्रेन के माध्यम से उपरोक्त अतिआवश्यक वस्तुओं का उपरोक्त स्टेशनों में परिवहन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। बुकिंग हेतु संबंधित स्टेशनों के पार्सल कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है। साथ ही विस्तृत जानकारी हेतु मुख्यालय में 9752475973, बिलासपुर मंडल में 7869964376 नं व रायपुर मंडल में  9752877995 नं में भी संपर्क किया जा सकता।


जिले में तीसरी बार 24 घंटे का कफ्र्यू, सडकों व बाजारों पर पसरा रहा सन्नाटा

पुलिस अधीक्षक ने किया अमरकंटक के साथ बॉर्डर सीलिंग प्वाइंट का निरिक्षण 
सब्जी और राशन की घर पहुंच सेवा रही बंद
अनूपपुर। नोवेला कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव  करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा 18 अप्रैल को जिले में तीसरी बार लगाए गए 24 घंटे के कफ्र्यू में शनिवार को पूरे जिले  में वीरानी छाई रही। कफ्र्यू का व्यापक असर शहर और ग्रामीण क्षेत्रो के साथ मुख्य सड़के बाजारों में देखा गया,पूर्व से जारी लॉकडाउन और उसपर प्रशासन द्वारा घोषित किए गए कफ्र्यू में जरूरतमंद लोगों को छोड़कर अन्य नागरिक सड़कों पर नजर नहीं आये। वहीं कफ्र्यू को कारगर बनाने के लिए जिला प्रशासन ने जरूरत की सामग्रियों को घरों तक पहुंचने के लिए बनाई घर पहुंच सेवा को भी पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया था। वहीं पुलिस अधीक्षक किरणलता केरकेट्टा एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन,थाना प्रभारी अमरकंटक के साथ बॉर्डर सीलिंग प्वाइंट बिजौड़ी एवं कबीर चबूतरा का भ्रमण कर समस्त व्यवस्थाओं का निरिक्षण किया।

शनिवार को घोषित कफ्र्यू के कारण जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित जैतहरी, पसान, बदरा, कोतमा, बिजुरी, राजनगर, चचाई, अमरकंटक, रामनगर, राजेन्द्रग्राम की बाजारें सुबह से पूरी तरह बंद रही। मुख्य सडकों से लेकर नगर की गलियों व ग्रामीण क्षेत्र की सडकें सूनी रही। नगर से लेकर गांव तक के घरों में आम नागरिक कैद रहे। सिर्फ दूध विक्रेताओं को सुबह 6 से 9 बजे के बीच घर-घर जाकर दूध विक्रय करने और दवा दुकानों को इस प्रतिबंध से मुक्त रखा गया था। इसके अलावा जिला प्रशासन ने बिजली उत्पादन में लगे संयत्र चचाई पावर प्लांट, एमबी पावर प्लांट तथा बिजली उत्पादन के लिए कोयला सप्लाई करने वाले एसईसीएल की खदानों तथा क्लोरीन उत्पादन करने वाले अमलाई कॉस्टिक सोडा फैक्ट्री को कफ्र्यू से राहत प्रदान की थी। विदित हो कि इससे पूर्व जिला प्रशासन ने 4 और 11 अप्रैल को पूर्ण लॉकडाउन की व्यवस्था के बाद भी कफ्र्यू की घोषणा की थी, जो शत प्रतिशत सफल रही थी।

भालूमाड़ा थाना क्षेत्र में भी जिला प्रशासन द्वारा घोषित तीसरे कफ्र्यू का व्यापक असर देखा गया। थाना क्षेत्र में जगह-जगह तैनात पुलिस के जवानों ने अपनी ड्यूटी निभाई। पूरा दिन नगर में शांति रही। केवल एसईसीएल कर्मचारी ही सडकों  नजर आएं। एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र में खदानों, फिल्टर प्लांट, वर्कशॉप में काम जारी रहा।

बिजुरी नगरीय क्षेत्र में भी कफ्र्यू पूर्णत: सफल रही। आम दिनों की भांति बेवजह सडकों पर निकलने वाले लोग नहीं दिखे। फिलहाल जिले में कफ्र्यू शांतिपूर्ण और असरदार रही।

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