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गुरुवार, 14 नवंबर 2024

शहडोल में बिरसा मुंडा कार्यक्रम में आदिवासी विधायको को आमंत्रण पत्र में स्थान नहीं मिलने पर जताई नराजगी

पुष्पराजगढ़ विधायक ने कार्यक्रम स्थल पर आमरण अनशन बैठने की दी चेतावनी, अपने विधायको को नहीं मिली जगह

अनूपपुर। भगवान बिरसा मुंडा जयंती शहडोल जिले में शुक्रवार को मनाई जा रही है। जिसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। कार्यक्रम को प्रधानमंत्री वर्चुअल संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री मोहन यादव,राजेंद्र शुक्ला, कुंवर विजय शाह, सांसद हिमाद्रि सिंह, लघु एवं कुटीर उद्योग राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिलीप जायसवाल, मध्यप्रदेश कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त रामलाल रौतेल सहित कई प्रमुख नेता शामिल होगे। वहीं संभाग के तीनो जिलों के आदिवासी विधायको व पूर्व मंत्री सांसद का नाम शामिल नहीं हैं।  कार्यक्रम में वरिष्ठ आदिवासी नेताओं को आमंत्रण न दिए जाने से उनकी नाराजगी बढ़ी है। अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को को कार्यक्रम का आमंत्रण नहीं मिलने से उन्होंने अपना विरोध जताते हुए कार्यक्रम स्थल पर आमरण अनशन बैठने की चेतावनी दी हैं।

पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने वीडियो जारी कहा है कि जनजाति कार्य विभाग के प्रमुख सचिव ने शहडोल संभाग के कई विधायकों को बिरसा मुंडा की जयंती में शहडोल में होने वाले कार्यक्रम में आमंत्रित किया है। हालांकि शहडोल संभाग का कांग्रेस का एकमात्र विधायक मैं हूं, आदिवासी विधायक भी हूं। प्रमुख सचिव ने इस कार्यक्रम में मुझे न बुलाकर मुझे अपमानित किया है। जिस तरह से प्रमुख सचिव ने आमंत्रण जारी करके हमारा अपमान किया है। हम यह अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे और शहडोल जिले में होने वाली बिरसा मुंडा कार्यक्रम के पास आमरण अनशन पर बैठेंगे।

इस आशय का पत्र विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने शहडोल और अनूपपुर कलेक्टर को लिखा हैं। जिसमे कहा है कि बिरसा मुंडा जयंती की पावन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के लिए आमंत्रण पत्र में आदिवासी विधायकों के नाम अंकित नहीं किए गए हैं। जिससे मैं काफी दुखी हूं। इस प्रकार से अपमानित करने की मंशा से नाम अंकित नहीं किए जाने से आहत होकर मैं 15 नवंबर को कार्यक्रम स्थल पर आमरण अनशन पर करूंगा।

ज्ञात हो कि भगवान बिरसा मुंडा जयंती कार्यक्रम में अनूपपुर से भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह, उमरिया जिले के बांधवगढ़ से विधायक मीना सिंह,मानपुर विधायक शिवनारायण सिंह सहित वरिष्ठ जनजातीय नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री ज्ञानसिंह को भी स्थान नहीं दिया गया हैं। जिस तरह वरिष्ठ आदिवासी नेताओं का हाशिए पर रखना न केवल सत्ता के समीकरण बदल रहें है, भाजपा नेतृत्व कस संकेत कहीं नई पीढ़ी को आगे कर पुराने को हासियें में कर दिया हैं। जिस तरह से पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने  अपने आप को सीमित कर रखा हैं इससेप्रतीत होता हैं पार्टी अगली पारी के लिए नये नेताओ को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहीं हैं। इस निर्णय के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं। इससे आदिवासी राजनीति के स्वरूप को प्रभावित करेंगे।

सुरक्षा व्यवस्था के लिए 700 से अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती 

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर 15 नवंबर को आयोजित कार्यक्रम शहडोल के बाणगंगा मेला मैदान में होना है। जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली संबोधित करेंगे। इसमें 50 हजार लोगों के पहुंचने की उम्मीद है, जिसके लिए कार्यक्रम स्थल पर टेंट और कुर्सियों की व्यापक व्यवस्था की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 700 से अधिक सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। जिले में मौजूद 250 बलों के अलावा तैनाती की जाएगी। इसके अलावा अन्य जिलों से 336 पुलिसकर्मी बुलाए गए हैं। साथ ही दो कंपनियों और अनूपपुर एवं उमरिया जिलों से 40-40 बलों की व्यवस्था की गई है। बाहरी जिलों से एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और चार डीएसपी स्तर के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। सुरक्षा बल हैलीपैड से लेकर पूरे मार्ग और मंच तक हर जगह तैनात रहेंगे।


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