पुलिस पर खड़े होते सवाल:घटना के 18 घंटे बाद अपराध किया पंजीबद्ध
अनूपपुर। राजेन्द्रग्राम थाना से कुछ ही दूरी पर सोमवार –मंगलवार की रात्रि अज्ञात नकाबपोश हमलावारो ने राजेन्द्रग्राम के वरिष्ठ् पत्रकार व उनकी पत्नी पर घर में घुस कर धारदार हथियार से हमला कर लहुलुहान कर दिया। लोगो ने आहट पाकर दुबे दंपत्ति को स्थानिय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जहां चिकित्साकों ने खतरे से खाली बताया हैं। वहीं पुलिस ने घटना के 18 घंटे बाद अपराध किया पंजीबद्ध करते हुए जांच शुरू की ।
पुष्पराजगढ में 1980 के दशक से पत्रकारिता और सक्रिय राजनीति के पर्याय रहे राजेन्द्रग्राम निवासी यदुवंश दुबे और उनकी पत्नी पर 4-5 नवम्बर की रात लगभग कुछ अज्ञात नकाबपोश हमलावरों ने घर में घुस कर धादार हथियार से हमला करते हुए घायल कर दिया। रात में ही घायलों को राजेन्द्रग्राम चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है। जहाँ उनका इलाज शाम तक जारी रहा चिकित्साकों ने खतरे से खाली बताया हैं। उसके बाद पुलिस मंगलवार की सुबह 11 बजे अस्पताल पहुंच कर कार्यवाही जारी है की बात कहती रहीं है। जो सायं 7बजे तक प्रकरण पंजीबद्ध नहीं किया गया था। पत्रकारों द्वारा पुलिस महानिरीक्षक को जानकारी देने के बाद 8 बजे मामला दर्ज होने की बात राजेन्द्रग्राम पुलिस ने बताई। वहीं जिले में एक के बाद घट रही घटनाओं में प्रकरण दर्ज करने में विलंब या हीलाहवाली पुलिस की नयी कार्य पद्धति बनती जा रहीं है। इस घटना से राजेन्द्रग्राम पुलिस पर सवाल उठ रहें हैं। जिलेकी पुलिस उच्चधधिकारियों के शह पर प्रकरण देरी से दर्ज कर अपराधियों को बचानेका कार्य कर रहीं हैं।
एसडीओपी नवीन तिवारी ने बताया कि बताया मामला दर्ज कर लिया गया हैं मौंके पर एफएस एल की टीम गयी थी। पुलिस जांच करने के बाद मामला दर्ज करना चाहती है।
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